लैंसडौन वन प्रभाग के जंगल लगी आग, प्रशासन अपनी जुमेदारी से गया भाग

Pahado Ki Goonj

कोटद्वार- डाडा मंडी -द्वारीखाल मार्ग में लैंसडौन वन प्रभाग के जंगल आग की चपेट में है और प्रशासन कुम्भकर्णी नींद सोया हुआ है जिसका खामियाजा आम ग्रामीण व जंगली जानवरों को उठाना पड़ रहा है ।प्रदेश के वन  अधिकारी विदेश भ्रमण पर है।वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत इस बात से खासे नाराज हैं कि शासन में सचिव स्तर पर ही विदेश जाने का निर्णय लिया गया है ।जो सरासर गलत है।जबकि प्रदेश धू धू कर जल रहा है। मंत्री का नाराज होना वाजिब है।इन शासन के गैर जुमेदार अधिकारीयों की कार्यशैली ने साबित कर दिया है कि आखिर जनता के प्रति जबाव देही मंत्री की होती है अधिकारी की नहीं ।अब सरकार इन गैर जिम्मेदार अधिकारियों पर क्या कार्यवाही करती है यह देखने वाली बात है। अधिकारीयों  के ऊपर कार्यवाही भी होगी तो जो नुकसान वनाग्नि से उत्तराखंड में होरहा है उसकी भरपाई 50 साल में भी होना समभव नहीं है। कुल मिलाकर उत्तराखंड में सेवा देने वाले अधिकारियों ने प्रदेश की इज्जत धूमिल करने का प्रयास सन 2000 करना शुरु कर दिया था।जो आज अधिकारीयों से जनहित के कार्य करना टेडी खीर होगई है। अधिकारीयों को जनहित में नहीं लगे रहना। उत्तराखंड का देव भूमिका के नाम से पुनःअलंकरण  करना आवश्यक चाहते हैं।।

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