कोरोनाकाल में आर्थिक संकट में फोटोग्राफर

Pahado Ki Goonj

( madanpainuly.)                                        उत्तराखंड में नहीं बल्कि पूरे देश में कई ऐसे परिवार हैं जिनकी आजीविका फोटोग्राफी से चला करती थी। वहीं कोरोनाकाल में लगे लॉकडाउन के चलते वे पिछले 6 माह से आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। जिससे उनकी माली हालत दिनों-दिन खराब होती जा रही है। उन्होंने अब सरकार से मदद की गुहार लगाई है.जहां अनलॉक-4 में लगभग सभी दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान संचालित हो रहे हैं।

ऐसे में फोटोग्राफी का व्यवसाय कोरोनाकाल में सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। फोटोग्राफी के लिए कई दुकानदारों ने बैंकों से ऋण लेकर महंगे-महंगे स्टील फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के कैमरे खरीदे हुए हैं। लेकिन पिछले 6 माह से फोटोग्राफी से जुड़े संचालक इन दिनों आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। कोरोना संक्रमण के चलते सामाजिक समारोह, शादी विवाह और जन्मदिन पार्टियों जहां ठप पड़ी है। वहीं, बैंक के ऋण की किश्त भरना इनके लिए मुश्किल हो गया है। जो कैमरा उनके लिए कभी रोजी-रोटी का साधन थे वहीं अब बोझ बन गए हैं। वहीं, कोरोना ने वर्तमान परिस्थितियों में फोटोग्राफी के कारोबार पर पानी फेर दिया। ऐसे में इस पेशे से जुड़े युवा काफी मायूस और परेशान नजर आ रहे हैं। साथ ही आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। सरकार को फोटोग्राफरों के लिए कोई आर्थिक पैकेज बनाकर बैंको के ऋण में छूट देनी चाहिए।

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