इतिहास रचने वाली हिमादास को बधाई, देश टी वी पर कोई जगह नहीं धोनी से टी आर पी लें रहे हैं

Pahado Ki Goonj

आज जब हम क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के सन्यास की खबरों के पीछे पड़े हैं कि वो कब लेंगे सन्यास? वो सेना ज्वाइन करेंगे या सन्यास के बाद नेता बनेंगे,?कोहली ने आज क्या कहा,?अंबाती रायडू पर बात हो रही है,अब शुभमन गिल पर चर्चा हो रही है आदि आदि,लेकिन चर्चा जिस बात पर होनी चाहिए ब्रेकिंग न्यूज जिसको बनना चाहिए,वो खबर है हर देशवासी को गौरवान्वित करने वाली उड़न परी हिमादास का मात्र 20 दिन में 5 स्वर्ण पदक जीतना लेकिन इस खबर को न जाने क्यों प्रमुखता नही दी जा रही है,एक गरीब परिवार से उठकर अपनी मेहनत,समर्पण और कठिन परिश्रम से आज इतिहास रचने वाली हिमादास को बहुत बहुत बधाई और सलाम, ये उपलब्धि कोई छोटी उपलब्धि नही है ये उपलब्धि 1983 के क्रिकेट,विश्वकप और 2011 के विश्वकप से कहीं अधिक है,हिमादास की देशभक्ति और देश के प्रति इच्छा का भाव तो देखिये कि उन्होंने अपने इनाम की 50 फीसदी धनराशि असम बाढ़ प्रभावितों को दान करने की घोषणा की है,भारत की ऐसी महान बेटी को सैल्यूट,ऐसी महान खिलाड़ी को खेल रत्न पुरष्कार से नवाजा जाना चाहिए ,ये भारत के अनमोल रत्न है,आपने गरीबी नजदीकी से देखी इसलिए आपने असम बाढ़ पीड़ितों का दर्द महसूस किया वरना हमारे देश में कई खिलाड़ी है जो एक विज्ञापन के ही करोड़ो लेते हैं पर इस तरह बड़ा दिल कभी नही दिखाते हिमादास ने तो 50 फीसदी के दान की घोषणा की जो कि एक सराहनीय कदम है।देश की इस महान बेटी को ईश्वर स्वस्थ रखे,दीर्घायु बनाएं और हिमादास इसी तरह दुनिया में भारत का झण्डा बुलंद करती रहे,हिमादास जी को सैल्यूट,उनकी असाधरण उपलब्धि सभी युवाओं के लिए प्रेरणादायी है, देश की इस बेटी की महान उपलब्धि पर समस्त देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं।
बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ और हिमादास की कहानी बच्चो को जरूर सुनाओ।
जय हिन्द, जय भारत
चन्द्रशेखर पैन्यूली।

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