बाबा भीमराव अंबेडकर द्वारा गठित रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया ने गैरसैंण राजधानी का समर्थन किया

Pahado Ki Goonj

देहरादून 15.05.2019| आज दिनांक 15 मई 2019 को गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के मंच पर चल रहा धरना *240वां* दिवस दिवस में प्रवेश कर गया| आज का धरना का आकर्षण भारत के संविधान के निर्माता बाबा भीमराव अंबेडकर जी द्वारा गठित रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के प्रतिनिधियों द्वारा उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष श्री गोपाल वनवासी के नेतृत्व में गैरसैण राजधानी निर्माण अभियान द्वारा जारी स्थाई राजधानी गैरसैंण घोषित करने के आंदोलन को अपना समर्थन प्रदान करना रहा है| व सभी साथियों के साथ धरना पर बैठे रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल वनवासी जी ने कहा कि हम स्थाई राजधानी गैरसैंण घोषित करने के आंदोलन को पूर्ण समर्थन प्रदान करते हैं| उन्होंने कहा कि गैरसैण राजघानी का सवाल राज्य आंदोलन में जन भावनाओं का केंद्र बिंदु रहा है, और राज्य आंदोलन से ही उत्तराखंड के वासियों के मन में था कि जब भी प्रदेश गटित होगा राजधानी गैरसैंण में ही बनेगी| उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और कांग्रेस के दूषित मानसिकता के रणनीतिकारों ने अपने स्वार्थ के लिए राज्य की राजधानी देहरादून से ही संचालित करना उचित समझा है| रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया की महिला प्रदेश अध्यक्ष निर्मला आगरे ने कहा है कि जिस प्रकार से क्षेत्रीय संगठन और लोकल पार्टियाँ राष्ट्रीय पार्टियों की गोद में बैठ कर गैरसैंण को भुला बैठे हैं, वह भी एक निराशाजनक है| उन्होंने कहा कि गैरसैण उत्तराखंड राज्य के चौमुखी विकास का मुख्य बिंदु है और यदि गैरसैंण राजधानी बनती है तो पहाड़ का पलायन और बेरोजगारी जैसी समस्याओं से आसानी से निपटा जा सकता है| उन्होंने कहा कि रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया का मानना है कि उत्तराखंड के विकास के लिए जल जंगल जमीन सभी पहलुओं पर अलग नीति चाहिए| परंतु ऐसा अभी तक नहीं हुआ है| रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हेमा श्रीवास्तव ने कहा कि बीते 18 वर्षों में उत्तराखंड के विकास के लिए किसी भी स्पष्ट नीति के नहीं होने पर चिंता जाहिर की है| उन्होंने कहा कि वर्तमान में सरकार विकास कार्य के नाम पर मात्र हवा में तैर रही है और धरातल पर कुछ भी नहीं हो रहा है| उन्होंने मटर उत्पादन के नाम पर उत्तराखंड के ग्रामीण अंचलों और पिछड़े क्षेत्र के गांव में ग्राम वासियों का मजाक और ठगी होने की बात भी मंच पर उठाई| उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के विकास के लिए गैरसैण को अविलंब राजधानी बनाई जानी चाहिए| रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया का कहना है कि सन 2022 में उत्तराखंड की जनता स्वयं आगे आएगी और नए विकल्प को प्रस्तुत करते हुए गैरसैण राजधानी में ही शपथ ग्रहण समारोह का मंचन गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के साथ मिलकर करेगी और वह संपूर्ण उत्तराखंड के लिए गौरव व ऐतिहासिक दिन बनेगा| गैरसैंण के लिए बड़े जन आंदोलन की रूपरेखा के लिए रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया ने सबसे आगे आने का आह्वान भी किया है|
प्रवासी उत्तराखंडी श्रीमती गीका चंदोला ने इस अवसरलपर कहा कि वह यहां पर धरना अभियानकर्मियों की कुशल क्षेम पूछने आई हैं और जिस प्रकार से भरी गर्मी में लगातार धरना कार्यक्रम जारी है वह बेहद तारीफ के काबिल है| उन्होंने कहा कि गैरसैंण के पक्ष में जबरदस्त समर्थन व्याप्त है और एक न एक दिन गैरसैंण अवश्य ही प्रदेश की राजधानी बनेगी|
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के प्रतिनिधिमंडल और दुबई से यहाँ समर्थन व्यक्त करने पहुंची श्रीमती गीता चंदोला का स्वगत करते हुए गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के प्रमुख रणनीतिकार मनोज ध्यानी ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जो कि देश के संविधान के मुख्य रचयिता रहे हैं उनके द्वारा गठित राजनीतिक दल का गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के समर्थन में धरना करना और प्रवास से समर्थन देने आई श्रीमती गीता चंदोला जी का गैरसैंण आंदोलन को समर्थन देना एक बेहद शुभ और बड़ी घटना है जिसका गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान हृदय की गहराइयों से स्वागत करती है| गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के धरना के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान का धरना को 240 दिन पूर्ण हो रहे हैं और हम आम चुनाव के नतीजों का इंतजार कर रहे हैं जिसके बाद इस आंदोलन को और अधिक प्रखरता से जनता के बीच ले जाना प्रारंभ किया जाएगा| उन्होंने कहा कि मिशन 2022 को अंजाम दिया जाएगा| इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए डीएवी महाविद्यालय के पूर्व महासचिव श्री सचिन थपलियाल ने कहा कि हम गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के मंच पर रिपबलिकन पार्टी ऑफ इंडिया का स्वागत करते हैं और इस लड़ाई को भीख की तरह मांगने की जगह छीनने की रणनीति पर, हम आगे बढ़ेंगे| इस अवसर पर गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के धरना पर विजय सिंह रावत, दीपक नेगी, प्रशांत रावत, जी.एस. राणा, गीता चंदोला, शिव सिंह नेगी, कृष्णकांत कुनियाल, अमित पंवार, सुंदर राणा, गोपाल वनवासी, निर्मला आगरे, हेमा श्रीवास्तव, मनोज ध्यानी, रविंद्र प्रधान, सुभाष रतूड़ी, प्रवीण गुसाईं, सचिन थपलियाल, वीरेश चौधरी, मनोज कुमार बडोला, दर्शन सिंह रावत, आदि बड़ी संख्या में अभियानकर्मी उपस्थित रहे|

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