पढियेगा उत्तराखंड की खास खबरें

Pahado Ki Goonj

1 उत्तराखंड के औली में..दाे साै कराेड़ी शादी पर हंगामें के फलार्थ…….!
औली (उत्तराखंड) में दाे साै कराेड़ी शादी का आयाेजन क्या हुआ लगा जैसे भूकम्प आ गया है….लाेगाें ने इस समाराेह काे कुछ इस तरह प्रचारित करना शुरु कर दिया है जैसे सरकार सहित पूरा उत्तराखंड कराेड़पति बंधुआें के सामने कटाेरा लेकर लाइन में खड़ा हाे गया हाे…!
काेर्ट ने शादी समाराेह के पर्यावरणीय सराेकाराें पर कड़ी नजर रखने के लिये प्रदूषण नियंत्रण बाेर्ड व डी.एम. चमाेली काे कड़ी निगरानी के आदेश दिये हैं….
वैसे यह कार्य राज्य सरकार काे पहले ही करना चाहिए था ताकि लागाें काे काेर्ट में जाने की जरूरत ही नहीं पड़ती।
कुछ साल पहले उत्तरकाशी में एक बड़ी फिल्म की शुटिंग हाेनी थी, पर पर्यावरण के भाषणवीराें ने ऐसे बबाल काटा की उन्हाेंने अपनी पूरी शूटिंग मनाली में संपन्न करवा दी…बाद में उत्तराखंड सरकार जागी और आज उत्तराखंड शूटिंग डेस्टिनेशन के रूप में तेजी से उभर रहा है….
विवाह करवाना भी एक नये पर्यटन काे जन्म देता है, आज स्विट्जरलैंड सहित कई खबसूरत व पर्यावरण के लिये सचेत देश बड़ी संख्या में ऐसे आयाेजन करवाती है जिसके वे पर्यावरण संरक्षण के साथ अपनी आर्थिकी भी मजबूत कर रहे हैं.
उत्तराखंड सरकार के पर्यटन, स्थानीय प्रशासन, वन व पर्यावरण विभाग काे शादी के आयाेजकाें के साथ बैठकर शादी का एक पर्यावरण फ्रेंडली राेडमैप बनाकर उसे जनता के सामने पेश करना चाहिए था, ताकि भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिये मार्ग प्रशस्त हाेता….
मुझे नहीं लगता कि करोड़ों खर्च करने वाली पार्टी काे यहां के पर्यावरण संरक्षण से काेई गुरेज हाेगा…..!
यदि हमारी नाैकरशाही थाेड़ी संवेदनशील हाेती ताे आयोजकों से यहां इस समारोह की यादगार में शानदार स्मृति वन व भव्य तालाब का निर्माण करवाया जा सकता था……
अब आयोजक यह कहने लगे हैं कि उन्हें पता हाेता ताे वे इन लफड़ाें के बजाये हिमाचल के मनाली में शादी का आयाेजन करते……
यह उस तीर्थ पर्यटन से बेहतर है जिसमें यात्री खाने से ज्यादा यहां गंदगी फैला जाते हैं.
भविष्य में इस तरह के विवाह पर्यटन के लिये पहाड़ प्रेमी नाैकरशाहाें, स्थानीय प्रशासन व पर्यावरणविदाें की एक समिति बननी चाहिए जाे ऐसे आयाेजनाें की स्वीकृति दे..ताकि हिमालय के पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़ सके और स्थानीय लाेगाें काे राेजगार भी मिल सके। (सआभार)

2,उत्तरकाशी जनपद में धूमधाम से मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस ।

उत्तरकाशी /मदन पैन्यूली ,जनपद में अन्तराष्ट्रीय योग दिवस को धुमधाम से मनाया गया,गंगोत्री धाम में जिलाधिकारी डा.आशीष चौहान के नेतृत्व में योग दिवस का आयोजन हुआ। वहीं जनपद मुख्यालय के कीर्ति इंटर कालेज में मुख्य विकास अधिकारी प्रशान्त आर्य द्वारा योगाभ्यास में प्रतिभाग किया गया।

इसके साथ ही गोमुख, डुण्डा, चिन्यालीसौड़ बड़कोट, यमुनोत्री, पुरोला व मोरी में भी योग कार्यक्रम आयोजित हुए। 

जिलाधिकारी डा. चौहान ने कहा कि योग शरीर को रोगमुक्त के साथ-साथ बौद्धिक स्तर पर भी मानव को सशक्त,शान्त व ओजस्वी बनाता हैं। उन्होंने कहा कि योग भारत की देन है जिसे विश्व अपना रहा है। उन्होंने सभी के उत्तम स्वास्थ्य की कामना के साथ योग दिवस की शुभकामनाएं दी।इसके अलावा जनपद मुख्यालय कीर्ति इंटर कॉलेज उत्तरकाशी . राजकीय इंटर कॉलेज बड़कोट योग विश्व योग दिवस के अवसर पर काफी संख्या में लोगों ने योगाभ्यास किया l
योग सभी के लिए फायदेमंद हैं। जिसमें कपाल भारती, अनुलोम-विलोम, सुर्य नमस्कार, भंडूकासन, ब्रजासन,ताड़ासन,वृक्षासन,उत्कटासन,त्रिकोणासन आदि का अभ्यास कराया गया।वहीं केदारनाथ धाम में कार्यधिकारी यन पी जमलोकी की अगवाई में,श्री बद्रीनाथ धाम में मुख्यकार्याधिकारी बीडी सिंह की अगवाई में विश्व योगदिवस में योगाभ्यास किया गया है।
3, पहाड़ों की गूंज: आबकारी आयुक्त  दीपेन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि इस वर्ष की अवशेष अवधि 01 जुलाई से 31 मार्च 2020 तक राज्य में अद्यतन अव्यवस्थापित देशी-विदेशी मदिरा व बीयर की फुटकर दुकानो का लाटरी के माध्यम से व्यवस्थापन किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि इसके लिये 27 जून, 2019 को अपराह्न पांच बजे तक आवेदन प्राप्त किये जायेंगे तथा 29 जून 2019 को लाटरी के माध्यम से प्रातः 10 बजे से आवंटन प्रक्रिया प्रारम्भ की जायेगी।
उन्होंने बताया कि इस व्यवस्थापन से सम्बन्धित आवेदन प्रक्रिया एवं शर्ते आबकारी विभाग की वैबसाईट www.uttarakhandexcise.org.in से तथा सम्बन्धित जिले के जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है।4, पहाड़ों की गूंज: मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रविवार को विधानभवन देहरादून में विधानसभा मंडल की सर्वदलीय व कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष जनसमस्याओं को लेकर जो मुद्दे उठाएगा, सरकार उनका पूरी तैयारी के साथ जवाब देगी। उन्होंने विपक्ष से अपील की है कि सत्र के शांतिपूर्ण ढंग से संचालन में सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने सदन को व्यवस्थित ढंग से चलाने के लिए आश्वस्त भी किया है।

5,पहाड़ों की गूंज: मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रविवार को विधानसभा में मीडिया से वार्ता करते हुए कहा कि नीति आयोग की बैठक में मैंने नीति आयोग से अनुरोध किया कि राज्यों के स्थानीय उत्पादों को मिड डे मील में सम्मिलित किया जाना चाहिए। जब से भारत सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य डेढ़ गुना किया है। उसका किसानों में अच्छा रिस्पांस गया है, किसानों ने उत्पादन बढ़ाया है। परम्परागत उत्पादन में वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सौंग बांध का कार्य बरसात के बाद शुरू हो जायेगा। इसके लिए लगभग सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। जल्द ही टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जायेगी। शिलान्यास होते ही इस पर तेजी से कार्य होगा। मिशन रिस्पना टू ऋषिपर्णा के लिए भी सभी औपचारिकाताएं अन्तिम चरण में हैं। रिस्पना नदी के पुनर्जीवीकरण के लिए कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। उसके लिए राज्य में पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है। होम स्टे को बढ़ावा दिया है। जो लोग सर्विस सेक्टर में आना चाहते हैं, उनके लिए क्लीयरेंस के लिए सिंगल विडों सिस्टम की सुविधा दी गई है। सरकार ने पर्यटन व सर्विस सेक्टर में राज्य को आगे बढ़ाने का जो निर्णय लिया है, उसके परिणाम आने शुरू हो गये हैं। इन्वेस्टर समिट से पहले उद्योग जगत से जो आह्वाहन किया, उसे उन्होंने सकारात्मक लिया है। आॅल वेदर रोड का कार्य पूर्ण होने, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाईन के निर्माण व एयर कनेक्टिविटी के और अधिक विस्तारित होने से अनेक औद्योगिक कम्पनियां उत्तराखण्ड में आयेंगी।
मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने कहा कि टिहरी झील में सी प्लेन के लिए 03 जुलाई 2019 को एमओयू हस्ताक्षरित होने वाला है। उसके बाद टिहरी झील में सी प्लेन का रास्ता साफ हो जायेगा। राज्य सरकार की ‘‘13 न्यू डिस्ट्रिक 13 न्यू डेस्टिनेशन’’ की जो परिकल्पना है, उनके साकार होने का समय आ चुका है। सरकार ने निर्णय लिया है कि पिथौरागढ़ के मोस्टमानू में भारत का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन बनाया जायेगा। यह 50 हैक्टेयर भूमि में बनाया जायेगा। इसमें लगभग 50 करोड़ रूपये खर्च होंगे। पहली किस्त में इसके लिए 5 करोड़ रूपये जारी करने वाले हैं। हमारी भविष्य की परिकल्पना है कि दुनिया भर से लोग पिथौरागढ़ में आयें और वहां की प्राकृतिक सौन्दर्य का आनन्द ले सकें।
6, पहाड़ों की गूंज: उत्तराखड में कोस्टगार्ड का भर्ती सेंटर खोला जायेगा। यह भारत का पाँचवा कोस्टगार्ड भर्ती सेंटर होगा। 28 जून 2019 को पूर्वाहन 11ः00 बजे मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत इस भर्ती सेंटर के लिए भूमि का शिलान्याश करेंगे। यह भर्ती सेंटर कुंआवाला (हर्रावाला) देहरादून में बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत से रविवार को मुख्यमंत्री आवास में डीजी कोस्टगार्ड  राजेन्द्र सिंह ने मुलाकात कर इस सम्बन्ध में उत्तराखण्ड में कोस्टगार्ड भर्ती केन्द्र खोलने के लिए भारत सरकार का अनुमति पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा।
मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड में कोस्टगार्ड भर्ती सेंटर खुलने से उत्तराखण्ड के युवाओं को कोस्टगार्ड में रोजगार के अच्छे अवसर मिलेंगे। उत्तराखण्ड आपदा की दृष्टि से संवेदनशील राज्य है। कोस्टगार्ड एस.डी.आर.एफ को आपदा से राहत व बचाव के तरीकों के लिए प्रशिक्षण भी देगा। युवाओं को भी कोस्टगार्ड द्वारा आपदा से राहत व बचाव कार्य का प्रशिक्षण दिया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड सैन्य प्रदेश है। सेना के विभिन्न अंगों मे उत्तराखण्ड के जवान है। प्रधानमंत्री जी ने उत्तराखण्ड को पांचवे सैन्य धाम के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया है। यह उत्तराखण्ड का सौभाग्य है कि देश का पांचवा कोस्टगार्ड भर्ती केन्द्र उत्तराखण्ड में बन रहा है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि रैबार कार्यक्रम में डीजी कोस्टगार्ड श्री राजेन्द्र सिंह ने उत्तराखण्ड में कोस्टगार्ड भर्ती केन्द्र खोलने का प्रस्ताव दिया था। उसी का परिणाम है कि भारत सरकार से इसे स्वीकृति भी मिल चुकी है। उन्होंने डीजी कोस्टगार्ड के इन प्रयासों की सराहना करते हुए उनका आभार जताया।
डीजी कोस्टगार्ड  राजेन्द्र सिंह ने कहा कि देहरादून में कोस्टगार्ड भर्ती सेंटर के लिए भारत सरकार से स्वीकृति मिल चुकी है। इसके लिए 17 करोड़ रूपये भूमि के लिए व 25 करोड़ रूपये भवन निर्माण के लिए स्वीकृति मिली है। इस भर्ती केन्द्र का पूरा खर्च भारत सरकार वहन करेगी। नोएडा, मुम्बई, चेन्नई व कोलकत्ता के बाद यह उत्तराखण्ड में 5वां कोस्टगार्ड भर्ती केन्द्र होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी जी ने उत्तराखण्ड को सैन्य धाम के रूप में 5वां सैन्य धाम विकसित करने की बात कही है। यह कोस्टगार्ड भर्ती केन्द्र उत्तराखण्ड के जवानों को समर्पित होगा। इस भर्ती केन्द्र का लाभ उत्तराखण्ड के साथ ही उत्तरप्रदेश, हिमांचल प्रदेश व हरियाणा के युवाओं को भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि लगभग डेढ़ साल में यह भर्ती केन्द्र बनकर तैयार हो जायेगा।
7, पहाड़ों की गूंज: मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत से शनिवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार  अजीत डोभाल ने शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री आवास में  डोभाल का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र ने उन्हें प्रदेश का भी गौरव बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि  डोभाल के साथ ही देश के अनेक महत्वपूर्ण पदों पर हमारे प्रदेश के लोग कार्यरत है, यह भी हमारे लिये सम्मान की बात है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की सीमाये दो देशो की अन्तराष्ट्रीय सीमा से जुड़ी है। हमारे सीमान्तवासी हमारे सीमाओं के भी प्रहरी है। केन्द्र सरकार के सहयोग से सीमान्त क्षेत्रों के विकास में भी निश्चित रूप से मदद मिलेगी।
 डोभाल ने कहा कि उत्तराखण्ड उनकी जन्मभूमि है। उन्होंने प्रदेश के विकास के आवश्यक सहयोग का मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया।
8, पहाड़ों की गूंज: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मिलकर उत्साहित हुए यूथ फाउंडेशन के कडेट्स

यूथ फ़ाउंडेशन ने सेना को अब तक दिये आठ हजार से ज्यादा जवान

शारीरिक दक्षता पास कर चुके युवाओं के लिए लिखित परीक्षा की तैयारी के लिए देहरादून, कोटद्धार, श्रीनगर एवं कर्णप्रयाग में एक जुलाई से निशुल्क कैम्प

देहरादून , निजी तौर पर उत्तराखंड पहुँचे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने यूथ फ़ाउंडेशन कडेट्स से मुलाक़ात कर यूथ कडेट्स को सकारात्मक ऊर्जा प्रदान की। वह जनपद पौड़ी की बनेलस्यूं पट्टी स्थित अपने पैतृक गांव घीड़ी पहुँचे। यूथ फ़ाउंडेशन कडेट्स से मुलाक़ात कर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने उत्तराखंड की युवा शक्ति को बढ़ावा देने के साथ-साथ देश के प्रति उनके जज़्बे को सराहा। यूथ फ़ाउंडेशन के कडेट्स अजीत डोभाल से मिलने के लिए काफ़ी उत्साहित दिखे।

कर्नल (रि) अजय कोठियाल द्वारा संस्थापित यूथ फ़ाउंडेशन ने जून में होने वाली गढ़वाल की सेना भर्ती के लिए गढ़वाल के विभिन्न छेत्रों में आठ निशुल्क कैम्प लगाए थे। दिसम्बर से शुरू हुए इन शिविरों में इस बार 1143 कडेट्स ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। जिसमें से 953 ने शारीरिक दक्षता पास की, इन निशुल्क शिविरों में भर्ती हुए युवाओं को सेना से सेवानिवृत हुए उस्तादों द्वारा परीक्षित किया जाता है और सेना के तौर तरीकों से अवगत कराया गया।

यूथ फाउंडेशन सेना भर्ती रैली की शारीरिक परीक्षा पास कर चुके हर युवा के लिए, लिखित परीक्षा की तैयारी हेतु, एक जुलाई से निशुल्क कैम्प लगाएगी। यह कैम्प देहरादून, कोटद्धार, श्रीनगर एवं कर्णप्रयाग में लगाए जाएंगे। इन कैम्पस में हर वह युवा शिरकत कर सकता है, जिसने शारीरिक परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है, भले ही वह युवा यूथ फाउंडेशन शारीरक कैम्प का हिस्सा नही रहा हो। लगभग दो महीने चलने वाले इस कैम्प में युवाओं के लिए प्रशिक्षण, भोजन व रहने की सुविधा निःशुल्क उपलब्ध है।

आठ साल पहले कर्नल अजय कोठियाल ने 30 युवाओं को सेना में भर्ती करवाने के लिए पहला कैम्प लगाया था। आज यूथ फ़ाउंडेशन ने सेना को 8000 से ज्यादा जवान दिये हैं। यह संस्थान उत्तराखंड में रोजगार बढ़ाने और युवाओं को तरक्की की राह दिखाने में अहम भूमिका निभा रही है। पिछले साल, देहरादून के दौरे पर आई रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने भी यूथ फ़ाउंडेशन व इसके संस्थापक कर्नल कोठियाल के प्रयासों की सराहना की थी।

8,टिहरी गढ़वाल के ऐतिहासिक लिखवार गॉव में दो दिवसीय देवपूजन

लिखवार गॉव में दो दिवसीय देवपूजन देवनृत्य(थौले)

हेतु समस्त ग्रामवासी,प्रवासी भाई बन्धु गॉव पहुंचकर देवी देवताओं के आशीर्वाद हेतु पहुंचे,विगत वर्ष की तरह आज गॉव में बड़ी रौनक है,हमारे गॉव से बड़ी संख्या में पलायन है,आज के देव पूजन से गॉव में अच्छी रौनक है,देवपूजन के बहाने एक पीढ़ी का दूसरी पीढ़ी से परिचय और लम्बे समय से एक दूसरे से मिलने से गॉव में आज हंसी खुशी और उत्सव का माहौल है,इस तरह के देवकार्य हम सभी को एक विशेष ऊर्जा शक्ति से लवरेज करते हैं,और मन,कर्म में सकारात्मकता का प्रवाह करते हैं,इस कार्यक्रम के आयोजन हेतु समस्त ग्रामवासियों  को पहाड़ों की गूंज,ukpkg.com न्यूज पोर्टल परिवार हार्दिक बधाई।

इष्ट,कुल देवी देवताओं की कृपा हम सभी पर बनी रहे।
जय बटुक भैरव,जय नागराजा
जय नरसिंह,जय लालसिंह,जय कालभैरव
जय माँ केमुण्डेश्वरी की।
चन्द्रशेखर पैन्यूली

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