लोकप्रिय मुख्यमंत्री धामी ने जनजातीय गौरव दवस शोभायात्रा को हरीझंडी दिखाई

Pahado Ki Goonj

देहरादून, पहाडोंकीगूँज,मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय से जनजातीय समुदायों की शोभा यात्रा का फ्लैग ऑफ किया।

भगवान बिरसा मुण्डा जी की जयंती के उपलक्ष्य में मनाये जा रहे जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर उत्तराखण्ड राज्य की जनजातियो के लोगों ने शोभायात्रा निकाली। इस अवसर पर मुख्यमत्री ने भगवान बिरसा मुण्डा जी के स्वतन्त्रता संग्राम मे योगदान को याद करते हुए उन्हे नमन किया तथा सभी को जनजातीय गौरव दिवस पर सभी को बधाई दी।

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधु चौहान, जनजाति विभाग के निदेशक  संजय टोलिया, अपर निदेशक योगेन्द्र रावत, समन्वयक राजीव सोलंकी आदि उपास्थित रहे।आगेपढें

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को नौआबाद श्यामपुर,

हरिद्वार में दिव्य प्रेम सेवा मिशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए दिव्य प्रेम सेवा मिशन के सेवा प्रकल्पों के अंतर्गत बने डिवाइन कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंसेज के प्रथम चरण का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री धामी ने भवन निर्माण में अपना अहम योगदान देने वाले लोगों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित भी किया।

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा कि दिव्य प्रेम सेवा मिशन संस्थान द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारें में जितना भी कहा जाए, उतना कम है। उन्होंने कहा मुझे छात्रकाल से ही दिव्य प्रेम सेवा मिशन के अध्यक्ष आशीष जी का दिव्य सानिध्य प्राप्त होता रहा है। समाज को शिक्षा और चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में सहयोग प्रदान करने का जो संकल्प आशीष जी ने लिया है, उसी का परिणाम है कि आज हम इस विशिष्ट संस्थान को इस स्वरूप में देख पा रहे हैं। उन्होंने कहा आशीष जी समाज सेवा के कार्यों में समर्पण के कार्य को बड़ा रहे है। चिकित्सा-शिक्षा क्षेत्र में स्वामी विवेकानंद हैल्थ मिशन के तत्वावधान में उत्तराखंड के युवाओं को शिक्षित करने का जो बेड़ा दिव्य प्रेम सेवा मिशन ने आरंभ किया है उसके लिए देवभूमि की समस्त जनता इस मिशन से जुड़े हुए प्रत्येक स्वयंसेवक की आभारी है।

टिहरी जल विकास निगम का बांध प्रभावित लोगों का उत्पीड़न किया जा रहा है सागर भंडारी  सरकार  डीएम, एस पी को भी पक्षकार बनाया गया है। परन्तु सागर भंडारी जेल जाने से घबराने वाले नहीं है।

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड के मुख्य सेवक के रूप में मेरा यह प्रयास रहता है कि हमारी सरकार शिक्षा एवं स्वास्थ, के क्षेत्रों में कार्य कर रहे किसी भी संस्थान की हर संभव सहायता कर सकें। उन्होंने कहा केंद्र सरकार के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में उत्तराखंड सरकार भी शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई योजनाओं का संचालन कर रही है। उन्होंने कहा हमारी सरकार का संकल्प है कि 2025 में जब युवा उत्तराखंड अपनी स्थापना का रजत जयंती वर्ष मना रहा होगा, तब तक उत्तराखंड हर क्षेत्र में भारत का सर्वश्रेष्ठ राज्य बने। इस विकल्प रहित संकल्प की सिद्धि के लिए हमारी सरकार निरंतर कार्य कर रही है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि देवभूमि की समस्त देवतुल्य जनता हमारे इस संकल्प को पूर्ण करने में हमारी सहायता करेगी।

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने केदारनाथ धाम की पावन भूमि से 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का बताया था, इस बार चार धाम यात्रा के दौरान 47 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने यात्रा की, मां गंगा एवं बाबा केदार के आशीर्वाद से यात्रा सुगम एवं सुरक्षित रही। उन्होंने कहा आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में रक्षा, शिक्षा, चिकित्सा जैसे हर क्षेत्र में युगांतकारी परिवर्तन हो रहा है, आज भारत विश्व का नेतृत्व करने की दिशा में बढ़ रहा है। मोदी जी के नेतृत्व में देश की सांस्कृतिक चेतना के पुर्नरोत्थान का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा हम सभी देवभूमि उत्तराखंड से आदरणीय प्रधानमंत्री जी के विशेष लगाव से भलीभांति परिचित हैं। उन्होंने कहा हवाई कनेक्टिविटी, रेल, सड़क हर क्षेत्र में कार्य तीव्र गति से हो रहा है। आज ऋषिकेश एम्स के माध्यम से उत्तराखंड में हम विधार्थियों को न केवल उत्कृष्ट चिकित्सा शिक्षा उपलब्ध करा पा रहे हैं बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रदान करने में सक्षम हुए हैं। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री जी ने हमारे निवेदन को मानकर कुमाऊं क्षेत्र में एम्स के सेटेलाइट सेंटर को खोलने हेतु अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है। उन्होंने कहा हमारी डबल इंजन की सरकार द्वारा हर क्षेत्र में जो विकास के कार्य किये जा रहे हैं, उसका जमीनी असर भी दिखने लगा है। उन्होंने कहा हमारी सरकार आदरणीय मोदी जी के सपनों का आत्मनिर्भर भारत बनाने हेतु किए जा रहे यज्ञ में अपने हिस्से की आहुति देने हेतु सदा-सर्वदा तत्पर रहेगी।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व एवं मुख्यमंत्री धामी के कुशल मार्गदर्शन में हमारी सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई बड़े एवं ऐतिहासिक कार्य कर रही है। उन्होंने कहा हमारे प्रदेश में अटल आयुष्मान योजना के अंतर्गत प्रत्येक प्रदेशवासी को मुफ्त में इलाज देने का कार्य किया जा रहा है, जिसके तहत अभी तक राज्य के अंदर 50 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड बन गए हैं एवं 6 लाख से अधिक मरीजों का मुक्त में ईलाज करवाया जा चुका है। उन्होंने कहा गर्भवती महिलाओं के चेकअप एवं बच्चे को जन्म देने के बाद उन्हें घर तक गाड़ी मुफ्त में मुहैया कराई जा रही है। उन्होंने कहा उत्तराखंड राज्य के प्रत्येक जिले में डायलिसिस का इलाज मुफ्त में किए जाने का कार्य प्रारंभ हो चुका है जिसे जल्द ही पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा संपूर्ण देश में सबसे सस्ती मेडिकल शिक्षा हमारे राज्य में है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में हमने संकल्प लिया है कि हम उत्तराखंड को जल्द ही टीबी मुफ्त करेंगे एवं एयर- एंबुलेंस का विस्तार भी उत्तराखंड में किया जा रहा है।

आचार्या बाल कृष्ण ने कहा कि दिव्य प्रेम सेवा मिशन का मकसद समाज की सेवा है। उन्होंने कहा सेवा के कार्य हेतु मनुष्य को साधना की आवश्यकता होती है उन्होंने कहा तप और साधना से ही विकास संभव है, सामाजिक कार्य कर आमजन के विकास से ही समाजसेवा संभव है। उन्होंने कहा दिव्य प्रेम सेवा मिशन द्वारा चिकित्सा स्वास्थ्य के क्षेत्र में अद्भुत कार्य किए जा रहे हैं।

इस अवसर पर डॉ. आशीष गौतम ( अध्यक्ष दिव्य प्रेम सेवा मिशन), डॉ. कृष्ण गोपाल ( सह सरकार्यवाह आरएसएस), योग गुरु स्वामी रामदेव, केंद्रीय मंत्री डॉ. महेंद्रनाथ पांडे (भारी उद्योग, भारत सरकार), भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल,  आके श्रीवास्तव (अध्यक्ष, प्रबंधक निदेशक ओ.एन.जी.सी), पूर्व केंद्रीय मंत्री शिव प्रसाद शुक्ल, विधायक प्रदीप बत्रा, विधायक आदेश चौहान एवं अन्य लोग मौजूद रहे।आगेपढें

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी से मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास में 37वें नेशनल जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 10 कि.मी. रेस वाक में नेशनल रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीतने वाली मानसी नेगी और एथलीट सूरज पंवार ने भेंट की।

*मुख्यमंत्री ने दोनों एथिलीट को सीएम कोष से दो-दो लाख रूपये की धनराशि देने की घोषणा की। जबकि खेल विभाग की नियमावली के मानकों के अनुसार 1-1 लाख रूपये की राशि दी जाएगी। इस प्रकार कुल 3-3 लाख रूपये की राशि दोनों एथलीट को मिलेगी।*

मुख्यमंत्री ने दोनों एथलीट को आगामी खेलों की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आगे भी राज्य सरकार द्वारा ऐसे प्रतिभावान खिलाड़ियों को प्रशिक्षण आदि के लिए हर संभव मदद दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने दोनों एथलीट के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
इस अवसर पर उप क्रीडा अधिकारी एवं इन दोनों खिलाड़ियों के कोच श्री अनूप बिष्ट एवं एथलीट मनीष बिष्ट मौजूद थे।
अतिथि शिक्षकों के 2300 पद शीघ्र भरे जाएं- मुख्यमंत्री

हर जनपद में राजीव गांधी नवोदय विद्यालय की तर्ज पर की जाए आवासीय बालिका विद्यालयों की स्थापना।

*बीआरपी एवं सीआरपी के रिक्त 950 पद शीघ्र भरे जाएं।*

*विद्यालयों में आउटसोर्स के माध्यम से भरे जाए चतुर्थ श्रेणी के 03 हजार रिक्त पद ।*

*9वीं से 12 वीं कक्षा के बच्चों को भी निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें दी जाए।*

*उच्चाधिकारी स्कूलों की व्यवस्थाओं एवं शैक्षिक गुणवत्ता का निरीक्षण करें।*

*क्षतिग्रस्त स्कूल भवनों की की जाए अविलंब मरम्मत।*

*टीचरों के लंबे अवकाश के दौरान स्कूलों में अध्यापन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए।*

*मुख्यमंत्री ने विद्यालयी शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को दिये निर्देश।*

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय में विद्यालयी शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि अतिथि शिक्षकों के 2300 पद शीघ्र भरे जाएं। हर जनपद में राजीव गांधी नवोदय विद्यालय की तर्ज पर आवासीय बालिका विद्यालयों की स्थापना तथा विद्यालयों में आउटसोर्स के माध्यम से चतुर्थ श्रेणी के 03 हजार रिक्त पद भरने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त स्कूल भवनों अविलंब मरम्मत की जाए। राज्य के सभी सरकारी एवं अशासकीय स्कूलों में 9वीं से 12वीं कक्षा तक के सभी छात्र-छात्राओं को आने वाले शैक्षणिक सत्र में निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें दी जाए। कक्षा 1 से 8 वीं तक पहले से ही निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें दी जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूलों में शिक्षा एवं अन्य व्यवस्थाओं में गुणात्मक सुधार के लिए आईएएस, आईपीएस एवं आईएफएस अधिकारी भी समय-समय पर स्कूलों की सभी व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें। इसके लिए रोस्टर बनाया जाए। शिक्षा विभाग के अधिकारी भी नियमित स्कूलों में जाकर पठ्न-पाठन एवं अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया जो पूर्ण हो चुकी है, उन्हें शीघ्र नियुक्ति दी जाए। अध्यापकों के मेडिकल एवं अध्यापिकाओं के मेडिकल, मैटरनिटी लीव एवं चाइल्ड केयर लीव के दौरान कक्षाएं बाधित न हो, इसके लिए स्कूलों में पढ़ाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था रखी जाए। प्रधानाचार्य, प्रवक्ता एवं सहायक अध्यापकों के जो पद रिक्त हैं, उनके जल्द ही आयोग को अधियाचन भेजे जाए। बीआरपी एवं सीआरपी के रिक्त पदों को भी जल्द भरा जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाए कि शिक्षकों का मेडिकल रिम्बरसमेंट एवं सेवानिवृत्त होने के बाद जीपीएफ भुगतान समय पर हो जाए। मुख्यमंत्री ने कहा की बीआरपी एवं सीआरपी के रिक्त 950 पद शीघ्र भरे जाएं। शिक्षा व्यवस्था की गतिविधियां एवं ट्रांसफर की व्यवस्था ऑनलाइन की जाय।

शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि विद्यालयों की परफोर्मेंस ग्रेडिंग इंडेक्स (पीजीआई) स्कोर से संबंधित यूडाइस पोर्टल में सभी डाटा अपडेट करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि इस कार्य में लापरवाही करने वालों पर सख्त कारवाई भी की जायेगी। उन्होंने कहा कि जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों में प्रवक्ता एवं वरिष्ठ प्रवक्ताओं के पद रिक्त चल रहे हैं, इन्हें जल्द भरना होगा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि सभी खण्ड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं, कि वे नियमित स्कूलों का निरीक्षण करें।

बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, सचिव  आर. मीनाक्षी सुन्दरम्,  रविनाथ रमन,  एस.एन. पाण्डेय, शिक्षा महानिदेशक श्री बंशीधर तिवारी, अपर सचिव  योगेन्द्र यादव एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

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प्रदेश में जनजाति समाज की कला एवं संस्कृति के संरक्षण हेतु कारपस फण्ड की होगी व्यवस्था।

जनजाति समाज के विकास के प्रति मुख्यमंत्री ने जतायी प्रतिबद्धता।

सीमान्त क्षेत्रों में जनजाति छात्रों की शिक्षा व्यवस्था हेतु आवासीय विद्यालयों की स्थापना के किये जायेंगे प्रयास।

देश के अमृत संकल्पों को पूर्ण करने में फलीभूत होगा भगवान बिरसा मुण्डा का आशीर्वाद।

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को राज्य जनजाति शोध संस्थान में जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर आयोजित आदि गौरव महोत्सव को सम्बोधित करते हुए प्रदेश में जनजाति समाज की कला, संस्कृति संरक्षण हेतु कारपस फण्ड की स्थापना की घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रतिवर्ष जनजाति गौरव दिवस का आयोजन किया जायेगा। जनजाति क्षेत्रों के विकास के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमान्त क्षेत्रों में जनजाति छात्रों की बेहतर शिक्षा व्यवस्था हेतु आवासीय विद्यालयों की स्थापना पर विचार किया जायेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जनजाति कल्याण समिति को भवन हेतु भूमि उपलब्ध कराये जाने की भी बात कही।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जनजातीय गौरव दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि आजादी के अमृतकाल में भगवान बिरसा मुण्डा के आशीर्वाद से हमारा देश अपने अमृत संकल्पों को पूर्ण करने में अवश्य सफल होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा जनजातीय समाज हमारे बटवृक्ष रूपी देश की मजबूत जड़ के समान है। जनजातीय समाज का मजबूत और आत्म निर्भर बनना हमारे देश और प्रदेश की उन्नति के लिए आवश्यक है। देश के स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय समाज का उल्लेखनीय योगदान के कारण ही पिछले वर्ष आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने प्रत्येक वर्ष की 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा की थी। इससे जहां एक ओर जनजातीय कलाकारों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है, वहीं गैर जनजातीय समुदाय को भी जनजातीय समाज की कला एवं संस्कृति की विशेषताओं से अवगत होते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 से पहले की सरकारों में आदिवासी समाज को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक राजनैतिक इच्छाशक्ति की कमी थी, उन्होंने आदिवासी समाज के व्यावसायिक हितों पर कोई ध्यान नहीं दिया, ये सरकारें दिखावे तक ही आदिवासी समाज के विकास की बात किया करती थी, परंतु 2014 के बाद से देश में चाहे शिक्षा का क्षेत्र हो या चिकित्सा का क्षेत्र हो आदिवासी समाज के हितों का ध्यान रखकर ही देश और प्रदेश की सरकारें अपनी समस्त योजनाएं बना रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के विजन के अनुरूप उत्तराखंड के सुदूर सीमांत क्षेत्रों को भी विकास की मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। राज्य के स्थानीय उत्पादों एवं उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए हम निरंतर प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने 21 अक्टूबर 2022 को देश के जनजाति बाहुल्य प्रथम गांव माणा में राज्य के उत्पादों की सराहना करते हुए देशवासियों से अपील की कि वे अपनी यात्रा में जितना व्यय करते हैं, उसका कम से कम 5 प्रतिशत स्थानीय उत्पादों को क्रय करने पर व्यय करें। इसका निश्चित रूप से लाभ हमारे प्रदेश को मिलेगा तथा वोकल फॉर लोकर की अवधारणा को मजबूती मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि माणा में उनके द्वारा राज्य के सीमांत गांव माणा को अंतिम के स्थान पर प्रथम गांव संबोधित करने पर प्रधानमंत्री ने अपनी सहमति जताते हुए देश के सभी सीमांत गांवों को अंतिम के बजाय प्रथम गांव कहा गया है। यह देश के सभी सीमांत क्षेत्रों के निवासियों के लिये भी सम्मान की बात है।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री  चंदन राम दास, मेयर  सुनील उनियाल गामा, विधायक  विनोद चमोली, निदेशक जनजाति कल्याण  संजय टोलिया,  मूरत राम शर्मा,  रामकृष्ण रावत, पूर्व मुख्य सचिव  एन.एस. नपलच्याल सहित बड़ी संख्या में जनजाति समाज के लोग एवं लोक कला एवं लोक संस्कृति से जुड़े कलाकार आदि उपस्थित थे।

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फैशन एंड इंटीरियर डिजाइनिंग में उद्यमिता एवं रोजगार-परक अवसर के संबंध में एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन*

आज दिनांक 15नवंबर 2022 को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता ( रायपुर)देहरादून, के बी॰ एस॰ सी होमसाइंस संकाय के द्वारा *“एंट्रीप्रेन्युरियल एंड करियर ऑपोर्ट्यूनिटीज़ इन इंटीरियर एंड फैशन डिज़ाइनिंग”* विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो॰ वंदना शर्मा की अध्यक्षता में किया गया। अपने अध्यक्षता संबोधन में प्राचार्य द्वारा इस प्रकार के कार्यक्रम राजकीय महाविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र- छात्राओं के बहुमुखी विकास हेतु बहुत उपयोगी है। कार्यक्रम संयोजक डॉ॰ डिम्पल भट्ट द्वारा फैशन डिजाइनिंग की वर्तमान में बढ़ती हुई लोकप्रियता के विषय में छात्र – छात्राओं को अवगत कराया गया । कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञ के रूप में ड्रीम जोन संस्था की वक्ता श्रीमती अंकिता रॉय,  रजनीश रावत, श्रीमती काजल,  नवीन शर्मा आमंत्रित थे ।

श्रीमती अंकिता राय के द्वारा

फैशन डिजाइनिंग: न्यू एज करियर एंड कांसेप्ट”* विषय में व्याख्यान प्रस्तुत किया गया अपने व्याख्यान में उनके द्वारा वस्त्रों के इतिहास एवं उसमें नित्य नए परिवर्तन, फैशन चक्र, फैशन फोरकास्टिंग, मार्केटिंग, फैशन मर्चेंडाइजर, फैशन स्टाइलिश फैशन इलस्ट्रेशन आदि के संबंध में विस्तार पूर्वक बताया गया l इसी क्रम में श्री रजनीश रावत द्वारा इंटीरियर डिजाइनिंग के संदर्भ में छात्र-छात्राओं को ऑटोकैड एवं रैबिट Rovit-2016 सॉफ्टवेयर के प्रयोग के द्वारा 2D एंड 3D हाउसिंग एंड इंटीरियर डिजाइनिंग का प्रयोग पीपीटी के माध्यम से समझाया गया l

समस्त छात्र छात्राओं द्वारा उत्साह पूर्वक कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया आपने जिज्ञासा से संबंधित प्रश्न भी वक्ताओं से पूछे ।
कार्यक्रम के अंत में संयोजक के द्वारा आमंत्रित वक्ताओं प्राध्यापकों एवं छात्र छात्राओं का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम छात्रों में रोजगार जागरूकता प्रदान करते हैंl कार्यक्रम में प्रो. दक्षा जोशी, डॉ. यतीश वशिष्ठ, डॉ डॉ रितु कश्यप,डॉ अनीता चौहान,डॉ सरिता तिवारी,डॉ कविता काला, डॉ सुमन गोसाई, डॉ रश्मि नौटियाल, डॉ शशिबाला उनियाल एवं डॉ लीना रावत आदि उपस्थित रहे ।आगेपढें

मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम के स्थापना दिवस समारोह में हुए शामिल।

सचिव ऊर्जा एवं प्रबंध निदेशक यूजेवीएनएल ने मुख्यमंत्री को सौंपा लाभांश का 20 करोड़ का चेक।

*पिटकुल के प्रबंध निदेशक ने भी मुख्यमंत्री को सौंपा 5 करोड़ के लाभांश का चेक।

प्रदेश को ऊर्जा के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनाने के हों प्रयास – मुख्यमंत्री।

 

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम से जल विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में अपनी विकासशील सोच, क्षमता विकास एवं बेहतर कार्य संस्कृति के साथ प्रदेश को ऊर्जा के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में कार्य करने की अपेक्षा की है। उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना के मूल में उत्तराखण्ड को ऊर्जा प्रदेश बनाने की अवधारणा को भी साकार करने में विद्युत निगमों से सक्रियता से सहयोगी बनना होगा।

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम के 22 वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि यूजेवीएनएल ने जल विद्युत क्षेत्र में अपनी विकासशील सोच, अभूतपूर्व क्षमता एवं उच्च कोटि की कार्य संस्कृति के बल पर आज राज्य ही नहीं अपितु देशभर के सरकारी संस्थानों के बीच अपनी एक अलग पहचान बनाई है। राज्य स्थापना के उपरांत यूजेवीएनएल का गठन उत्तराखण्ड को सही अर्थों में ऊर्जा प्रदेश बनाने के लिए किया गया था। इस सम्बन्ध में यद्यपि यूजेवीएनएल द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं फिर भी इस क्षेत्र में कई चुनौतियों का हमें सामना करना है। इसके लिये हम सबको मिलकर प्रयास करने होंगे तभी हम उज्ज्वल उत्तराखण्ड के निर्माण में सफल हो सकेंगे तथा ऊर्जा प्रदेश के संकल्प को पूर्ण कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि हमें राज्य के नैसर्गिक, प्राकृतिक सौंदर्य एवं संसाधनों का बेहतर उपयोग करना होगा तथा राज्य आर्थिकी के विकास के लिये समेकित प्रयास करने होंगे।

इस अवसर पर सचिव ऊर्जा  आर मीनाक्षी सुंदरम तथा प्रबंध निदेशक संदीप सिंघल ने निगम के लाभांश का 20 करोड़ तथा प्रबंध निदेश पिटकुल पी.सी ध्यानी ने 5 करोड़ का लाभांश का चेक मुख्यमंत्री को भेंट किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि निगम को अपनी बेहतर कार्यसंस्कृति और कुशल प्रबन्धन के बल पर इसी प्रकार ऊर्जा के क्षेत्र में नित नए कीर्तिमान स्थापित करने के लिये प्रयासरत रहना होगा। राज्य निर्माण के समय ऊर्जा क्षेत्र को हमारी आर्थिकी का मूल आधार माना गया था, परंतु यह लक्ष्य अभी तक पूर्णरूपेण सफल नहीं हो पाया है। अब समय आ गया है कि हम सभी मिलकर यह विचार करें कि इस दिशा में कैसे तेजी से आगे बढ़ा जा सकता है। हमें इसके लिए प्रतिबद्धता के साथ निरंतर कार्य करना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में ऊर्जा क्षेत्र की विकास योजनाओं को समय पर पूर्ण करने में हमें केंद्र सरकार द्वारा समय समय पर आवश्यक सहयोग दिया जा रहा है। इसका उदाहरण लखवाड़ बहुउद्देश्यीय जल विद्युत परियोजना एवं जमरानी बांध परियोजना है जिसमें तेजी से कार्य किया जा रहा है।

उन्होने कहा कि राज्य सरकार जीरो पेंडेसी वर्क कल्चर पर विशेष ध्यान दे रही है। इसके लिये हर क्षेत्र में सरलीकरण, समाधान, निस्तारीकरण एवं संतुष्टि के मूल मंत्र के आधार पर निर्णय लिए जा रहे हैं। हमें अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी ऊर्जा के साथ निरंतर कार्य करते हुए करना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया है और हमारी सरकार संकल्पबद्ध होकर इसे पूर्ण करने की दिशा में कार्यरत है।हमारा संकल्प है कि 2025 में जब उत्तराखंड अपनी स्थापना का रजत जयंती वर्ष मना रहा होगा तब तक हर क्षेत्र में हमारा राज्य देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बन जाए। लक्ष्य को पूर्ण करने एवं उत्तराखंड को विकसित, सक्षम व आदर्श राज्य बनाने के लिए हमारे प्रयास निरंतर जारी हैं।

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में इन आठ सालों में एक समृद्ध, शक्तिशाली तथा समरस भारत के साथ ही दुनिया का नेतृत्व करने वाला भारत बना है। विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिभाओं की पहचान के साथ एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना साकार हो रही है। आज का भारत दुनिया का नेतृत्व करने वाला भारत है। मोदी जी की नेतृत्व क्षमता का ही प्रभाव है कि हमारे देश की प्रतिभाये देश विदेश में भारत का मान सम्मान बढ़ाने का कार्य भी कर रहे हैं। ऊर्जा के क्षेत्र में भी देश की पहचान बन रही है।

सचिव ऊर्जा  आर. मीनाक्षी सुंदरम तथा प्रबंध निदेशक यूजेवीएनएल  संदीप सिंघल द्वारा निगम के कार्यकलापों की जानकारी दी गयी।

इस अवसर पर विधायक श्रीमती सविता कपूर, प्रबंध निदेशक पिटकुल  पी.सी. ध्यानी, प्रबंध निदेशक यूपीसीएल  अनिल यादव सहित अन्य अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।

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