दीपावली पर सज गए बाजार, ईको फ्रेंडली प्रोडक्ट की बहार

Pahado Ki Goonj

देहरादून। कोरोना संकट के बीच रोशनी और रंगों का त्घ्योहार दीवाली लोगों के चेहरों पर खुशियां लेकर आई है। दीपावली पर्व को लेकर बाजारों में तैयारी जोरों पर हैं। राजधानी देहरादून में मिट्टी के बर्तन, घर सजाने के सामान, रंग-बिरंगी झालरों की दुकानें भी सज गई हैं। राजधानी देहरादून में इस बार दीपावली पर ईको फ्रेंडली दीपावली और स्वदेशी अपनाने का संदेश देते हुए समाजसेवी संस्था से जुड़ी महिलाओं द्वारा नई पहल की गई है। महिला सशक्तिकरण के लिए काम करने वाली इस संस्था की महिलाओं द्वारा दीपावली पर रंग-बिरंगे मिट्टी के बर्तन और अन्य सजावटी सामान तैयार किए जा रहे हैं। जो दिखने में बेहद ही खूबसूरत होने के साथ ही पूरी तरह ईको फ्रेंडली और बजट में उपलब्ध हैं। ये महिलाएं दीपावली के मद्देनजर चाय के कप, वाटर बोतल, पूजा थाली और छोटे पतीले तैयार कर रहीं हैं, इसके साथ ही घर की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए फ्लावर पॉट और मोमबत्तियां भी तैयार कर रहीं हैं। मिट्टी से बने जिन कुल्हड़ों में अक्सर चाय या लस्सी पी जाती है। उन्ही मिट्टी के कुल्हड़ों को पेंट कर मोमबत्ती का रूप दिया गया है। इन खूबसूरत मोमबत्तियां की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इन्हें फेंकने के बजाय घर की शोभा बढ़ाने के लिए पेन स्टैंड या फ्लावर पॉट के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। समाजसेवी अनुजा गुप्ता ने बताया कि उनकी संस्था की महिलाओं द्वारा तैयार किए जा रहे सभी मिट्टी के बर्तन और सजावटी सामान पूरी तरह स्वदेशी और ईको फ्रेंडली हैं। अधिकतर प्रोडक्ट मिट्टी से तैयार किए गए हैं, इसलिए यह बाजारों में मिलने वाले प्लास्टिक और चीनी मिट्टी के बर्तनों और अन्य सजावटी सामानों से काफी ज्यादा किफायती पर उपलब्ध हैं।

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