देश, प्रदेश की खबरें, राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने वसन्तोत्सव-2023 का शुभारम्भ किया

Pahado Ki Goonj

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  • *राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने वसन्तोत्सव-2023 का शुभारम्भ किया।*

*राजभवन देहरादून 03 मार्च, 2023*

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह(से नि) एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को राजभवन के प्रागंण में वसन्तोत्सव-2023 का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर कृषि मंत्री गणेश जोशी, प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती गीता धामी भी मौजूद रहे।

राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने पुष्पों की लड़ी काटकर एवं शांति के प्रतीक रंगीन गुब्बारों को हवा में छोड़कर वसंतोत्सव का विधिवत उद्घाटन किया। राज्यपाल ने राजभवन परिसर स्थित नक्षत्र वाटिका पर बनी लघु फिल्म का विमोचन किया। इस अवसर पर डाक विभाग द्वारा इस वर्ष के लिये चयनित तिमरू के विशेष डाक आवरण का विमोचन किया गया साथ ही डाक टिकट प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर उद्यान विभाग द्वारा किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए टोल फ्री किसान हेल्प लाइन नम्बर 18003135685 लांच किया गया। कार्यक्रम में उद्यान विभाग की पुस्तक ‘शुष्क पुष्प व्यावसायिक’ हस्त पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने अपना फैमली फॉर्मर सदस्यता का लोकार्पण भी किया।

आज प्रथम दिवस के कार्यक्रमों में आईएमए के बैंड ने अपनी मधुर धुनों से सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया। वहीं गोरखा राइफल्स के जवानों द्वारा किए गए खुखरी नृत्य का लोगों ने खूब लुत्फ उठाया। देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार के छात्रों ने योगा के बेहतरीन करतब दिखाये। इस दौरान आईटीबीपी के जवानों ने कराटे का अदभुत प्रदर्शन कर दर्शकों को रोमांचित किया।

राज्यपाल, मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री ने वसंतोत्सव की प्रदर्शनी में लगाये गये विभिन्न स्टॉलों का भ्रमण किया। उन्होंने पेन्टिंग प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले बच्चों से मुलाकात की। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि इस वर्ष तीन दिवसीय वसंतोत्सव को लेकर लोगों में अलग उत्साह देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष प्रतियोगिता में 200 व्यावसायिक प्रतिष्ठानों/स्वयं सहायता समूहों द्वारा प्रतिभाग किया जिनकी संख्या इस वर्ष बढ़कर 535 हो गयी है। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव के जरिए उत्तराखण्ड कृषि एवं उद्यानीकरण के उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा।

राज्यपाल ने कहा कि यहां के पुष्पों में अलग ही सौंदर्य और दिव्यता है जो उत्तराखण्ड को आने वाले समय में पुष्प प्रदेश बनाने की ओर ले जायेगा। उन्होंने कहा कि पुष्पों से आने वाला समय खुशहाली और समृद्धि का होने वाला है। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री की सराहना की और कहा कि प्रदेश के लिए उन्होंने जो योजनाएं बनायी हैं और उसमें प्रत्येक की भागीदारी सुनिश्चित की है जिससे इस क्षेत्र में एक नई क्रांति आना तय है। उन्होंने इस पुष्प प्रदर्शनी में अधिक से अधिक लोगों से प्रतिभाग की अपील की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वसंतोत्सव की सभी को बधाई दी और कहा कि वसंतोत्सव लोगों को प्रकृति से जुड़ने का भी संदेश देता है और लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिये प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के उत्सव से कृषि, उद्यान सहित विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा कार्य करने वाले लोगों को अपने उत्पाद दिखाने का अवसर प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि वसन्तोत्सव के माध्यम से किसानों को भी प्रोत्साहन के साथ-साथ स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिलेगा।

वसंतोत्सव के आयोजन में कट फ्लावर(पारम्परिक) प्रतियोगिता में 698 प्रतिभागी, कट फ्लावर (गैर पारम्परिक) श्रेणी में 191 प्रतिभागी, पॉटेड प्लान्ट श्रेणी(प्राइवेट नर्सरी) में 22, लूज फ्लावर श्रेणी में 42, पॉटेड प्लान्ट(गैर पुष्प) श्रेणी में 17, कैक्टस एवं सेकुलेंट श्रेणी में 13, हैंगिंग पॉट श्रेणी में 27, ऑन स्पॉट फोटोग्राफी में 22, लॉन श्रेणी में 17, फ्रेश पेटल रंगोली में 08 और पेंटिंग प्रतियोगिता में 946 प्रतिभागियों द्वारा हिस्सा लिया गया है। इस वर्ष प्रारंभ की गई नवीन प्रतियोगिताओं यथा छतों पर सब्जी उत्पादन की श्रेणी में 12, बोनसाई की श्रेणी में 23, टेरेरियम की क्षेणी में 7 एवं शहद की श्रेणी में 33 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। आज के आयोजन में कुल 16 श्रेणियों की 62 उपश्रेणियों में कुल 2076 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इन प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार निर्णायक मण्डल के निर्णय के उपरान्त दिनांक 05 मार्च, 2023 को प्रदान किये जायेगे।

राजभवन परिसर में राजकीय व निजी संस्थानों/व्यक्तियों द्वारा कुल 413 स्टॉल लगाये गये जिसमें विभिन्न राजकीय संस्थानों द्वारा 18 स्टॉल पर अपनी गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया एवं 395 व्यावसायिक प्रतिष्ठानों/स्वयं सहायता समूहों द्वारा अपने स्टॉल भी लगाए गए। जिसमें औद्यानिक यन्त्र, बायोफर्टिलाइजर, जैविक कीटव्याधि नियंत्रक उत्पादन करने वाली विभिन्न फर्मों एवं औद्यानिक गतिविधियों से जुड़े गैर सरकारी संस्थाओं/स्वयं सहायता समूहों/स्थानीय उत्पादक संगठनों द्वारा अपने कार्यक्रमों/उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा निशक्त जनों के सहायतार्थ व्हील चेयर की सुविधा उपलब्ध करायी गई।

पुष्प उत्पादकों व पुष्प क्रेताओं के मध्य सीधे सामन्जस्य स्थापित करने हेतु उत्तराखण्ड औद्यानिक बोर्ड द्वारा क्रेता-विक्रेता सभा का आयोजन भी इस दौरान किया गया। आज के कार्यक्रम में प्रदेश के समस्त जनपदों से किसानों द्वारा प्रतिभाग किया गया एवं समस्त जनपदों से विभागीय अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ ही आमजन द्वारा भी बढ़-चढ़ कर भागेदारी की गयी। वसंतोत्सव में आमजन के खान-पान की सुविधा के लिए विभाग द्वारा गतवर्षों की भांति आई0एच0एम0 एवं जी0आई0एच0एम0 एवं अन्य संस्थाओं के द्वारा फूड कोर्ट में विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट, पौष्टिक, गुणवत्तायुक्त व्यंजनों के पैक्ड फूड की व्यवस्था की गयी, जिसमें हाईजीन एवं सैनिटाइजेशन का विशेष ध्यान रखा गया।

इस अवसर पर सचिव श्री राज्यपाल रविनाथ रामन, सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण डा. बीवीआरसी पुरूषोत्तम, संयुक्त सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण सुश्री महिमा, निदेशक उद्यान डा0 एच0एस0 बवेजा, निदेशक सगंध पादप केन्द्र डॉ. निपेन्द्र चौहान, निदेशक रेशम ए.के.चौहान, अपर निदेशक डॉ.जे.सी.केम, संयुक्त निदेशक डॉ. रतन कुमार, डॉ.सुरेश राम, डॉ.बृजेश गुप्ता सहित उद्यान विभाग के अधिकारी व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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*राजभवन में वसन्तोत्सव के अवसर पर आयोजित हुई सांस्कृतिक संध्या*

*राजभवन देहरादून 03 मार्च, 2023*

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह(से नि) ने शुक्रवार को राजभवन में वसन्तोत्सव 2023 के द्वितीय सत्र में संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित सांस्कृतिक सन्ध्या का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी भी उपस्थित रहे।

आज आयोजित सांस्कृतिक संध्या में संस्कृति विभाग सहित स्कूली बच्चों ने मनमोहक कार्यक्रम और नृत्य प्रस्तुत किए। सांस्कृतिक कलाकारों द्वारा झूमैलो, छपेली, चांचरी, तांदी, हारूल आदि लोक नृत्य प्रस्तुत किए। इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उत्तराखण्ड की समृद्ध लोक कला की झलक देखने को मिली। कार्यक्रमों का उपस्थित लोगों ने खूब आनंद लिया। इस अवसर पर प्रथम महिला श्रीमती गुरमीत कौर, सचिव संस्कृति एच.सी.सेमवाल, निदेशक उद्यान डॉ एच एस बावेजा, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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सीएम श्री पुष्कर सिंह धामी ने गृह व पुलिस विभाग को त्यौहारों पर विशेष सर्तकता बरतने के दिए निर्देश।

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*होली को लेकर पुलिस-प्रशासन पुख्ता इंतजाम करें*

*प्रदेश की सीमा से लगे जनपदों में विशेष सर्तकता बरती जाए*

स्वादिष्ट पकवान खाने के लिए बसंत प्रदर्शनी में  सुभाष  रतू री के हाथों के  बने  पकवानों  में  गजब का स्वाद का आनंद जनता ले रहीं हैं  देखे  वीडियों 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गृह विभाग तथा पुलिस विभाग को प्रदेश में होली पर्व के दृष्टिगत कानून व्यवस्था पर विशेष निगरानी के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि होली को लेकर पुलिस विभाग पुख्ता इंतजाम करें। प्रदेश की सीमा से लगे जनपदों में विशेष सर्तकता बरती जाए। उन्होने पुलिस महानिदेशक को सभी जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों से इस सम्बन्ध में तैयारियों की समीक्षा के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि पुलिस अधिकारी सुनिश्चित करें कि प्रदेश में होली पर्व के दौरान किसी भी प्रकार की कोई अव्यवस्था या अप्रिय घटना न होने पाए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था बर्दाश्त नही की जाएगी। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने गृह विभाग तथा पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ होली की तैयारियों के सम्बन्ध में समीक्षा की। पुलिस विभाग होली पर्व के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने तथा किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से निपटने के लिए अपनी तैयारियां समय से पूरी कर लें। पुलिस अधिकारी व्यवस्था पर निरन्तर निगरानी बनाएं रखे। आसामाजिक तत्वों व संदिग्ध लोगों पर विशेष निगरानी रखी जाय। पुलिस तंत्र फील्ड पर सतर्क एवं सक्रिय रहें। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि उल्लास और उमंग का यह पर्व देवभूमि उत्तराखण्ड में शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाया जाए, यह परम्परा आगे भी बनाए रखनी है।
बैठक में अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार उपस्थित थे।

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मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने शुक्रवार को सचिवालय में चारधाम

यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के सुदृढ़ीकरण किए जाने के सम्बन्ध में बैठक की। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि चारधाम यात्रा को बेहतर और सुरक्षित बनाने के लिए चारधाम यात्रा मार्गों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हर संभव प्रयास किए जाएं।

मुख्य सचिव ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन के दौरान ही मेडिकल हिस्ट्री की जानकारी ले ली जाए। साथ ही, यात्रा के दौरान 55 वर्ष से अधिक आयु के श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य की जांच की जाए। इससे कम आयु के लोगों को जो देखने में अस्वस्थ प्रतीत हो रहे हैं, उनका भी मेडिकल चेकअप किया जाए। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रेशन के बाद से लगातार यात्रियों को चारधाम यात्रा के दौरान आने वाली स्वास्थ्य समस्याओं की जानकारी एवं क्या करें क्या न करें का कॉल, मैसेज, ऑडियो मैसेज आदि के माध्यम से जानकारियां उपलब्ध कराई जाएं।

मुख्य सचिव ने पैदल मार्गों में मेडिकल रिलीफ कैंप्स की संख्या बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने फर्स्ट रेस्पोंडर्स की संख्या भी बढ़ाए जाने के निर्देश दिए। कहा कि होटल और धर्मशाला संचालकों को भी फर्स्ट रेस्पोंडर्स की व्यवस्था किए जाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। एक ओर जहां होटल आदि में यात्रियों को होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं को समय पर ठीक किया जा सकेगा, वहीं दूसरी ओर पैरामेडिकल को भी रोजगार मिल सकेगा। उन्होंने इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को पैरामेडिकल बेरोजगार युवाओं को शॉर्ट टर्म प्रशिक्षण कराए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए स्वास्थ्य संबंधी सभी सुविधाओं, फर्स्ट रेस्पोंडर्स, डॉक्टर्स की यूनिफॉर्म निर्धारित की जाए, और यूनिफॉर्म के साथ ही सभी हेल्थ फैसिलिटीज का एक विशेष रंग भी निर्धारित किया जाए ताकि श्रद्धालु दूर से ही इन स्वास्थ्य सुविधाओं और हेल्थ वर्कर को पहचान सकें।

मुख्य सचिव ने कहा कि पिछली यात्राओं में इन स्थानों में कार्य कर चुके लोगों से क्षेत्रों में व्यावहारिक समस्याओं को जानकर उनके निराकरण के लिए योजनाएं तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा में कार्य करने के इच्छुक डॉक्टर्स से भी आवेदन मांगे जाएं। इससे चारधाम यात्रा मार्गों में डॉक्टर्स की उपलब्धता में काफी सुधार होगा।

इस अवसर पर सचिव श्री सचिन कुर्वे, श्री आर. राजेश कुमार, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. विनिता शाह सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

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योजनाओं के क्रियान्वयन में विलम्ब होने पर तय होगी अधिकारियों की जिम्मेदारी।*

*आपसी समन्वय से हो समस्याओं का समाधान।*

*विधायकगणों द्वारा अपनी विधानसभा क्षेत्रों की जो समस्याएं रखी गई, अधिकारी उनका प्राथमिकता के आधार पर समाधान करें।*

*मुख्यमंत्री ने की गढ़वाल लोकसभा की सभी विधानसभाओं की कार्यप्रगति की समीक्षा।*

प्रदेश के समग्र विकास के लिए राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाए। विधायकगणों द्वारा अपने क्षेत्रों की जिन जन समस्याओं को रखा जा रहा है, अधिकारी उनको गंभीरता से लेते हुए जल्द समाधान करें। विभाग कार्यों को एक दूसरे पर थोपे जाने के बजाय उनके निस्तारण पर ध्यान दें। विभागीय अधिकारी आपसी समन्वय के साथ समस्याओं का समाधान निकालें। दीर्घकालिक एवं अल्पकालिक योजनाओं के अलग-अलग रोस्टर बनाये जाएं। जिन जन समस्याओं का समाधान जल्दी हो सकता है, उन्हें शीघ्रता से पूर्ण किया जाए। शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में विधानसभा क्षेत्र थराली, कर्णप्रयाग, केदारनाथ, रूद्रप्रयाग, देवप्रयाग, यमकेश्वर, श्रीनगर, चौबट्टाखाल, नरेन्द्रनगर, पौड़ी, लैंसडाउन एवं रामनगर में संचालित विकासपरक कार्यों की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को उक्त निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं को पूर्ण करने में लेटलतीफी होने पर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए। सभी कार्य निर्धारित समयावधि में पूर्ण किये जाएं। कार्यों के प्रति किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी 05 साल या उससे अधिक समय से एक ही स्थान पर जमे हैं, उनकी लिस्ट बनाई जाए। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि गणों द्वारा विधानसभा क्षेत्रों में विभिन्न घोषणाओं के लिए जो भी प्रस्ताव आते हैं, उनका पहले भली भांति परीक्षण कर लिया जाए। यह भी स्पष्ट किया जाए कि यह घोषणा कितनी समयावधि में पूर्ण हो जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में एक नई कार्य संस्कृति लागू करनी है। जन समस्याओं के शीघ्र समाधान के लिए अधिकारी संवादहीनता को दूर कर आपसी समन्वय बढ़ाकर कार्य करें।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि विधायकगणों द्वारा अपनी विधानसभा क्षेत्रों की जिन जन समस्याओं को बैठक में रखा गया है, सभी विभागीय सचिव उनको प्राथमिकता में लेते हुए यथाशीघ्र समाधान करें। जल जीवन मिशन के कार्यों में और तेजी लाई जाए। निर्धारित प्रक्रिया के तहत टोंगिया ग्रामों को राजस्व ग्राम में परिवर्तित करने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राजस्व विभाग एवं समाज कल्याण विभाग की मीटिंग की जाए। राज्य के पर्वतीय जनपदों में पर्यटन को बढ़ावा देने, स्वास्थ्य सुविधाओं एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए जो घोषणाएं की गई हैं, उनको निर्धारित समयावधि में पूर्ण किया जाए।

बैठक में विधायकगणों द्वारा सड़कों के निर्माण एवं सुधारीकरण, नहरों के मरमत्तीकरण, बाढ़ नियंत्रण से संबिधत कार्य, सीवरेज एवं ड्रेनेज सिस्टम को मजबूत करने, पर्यटक स्थलों के विकास एवं एवं विधानसभा क्षेत्रों की अन्य समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायकगणों द्वारा जो भी जन समस्याएं रखी गई हैं, उनका हर संभव समाधान किया जायेगा।

बैठक में कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज, श्री सुबोध उनियाल, डॉ. धन सिंह रावत, विधायक श्री दीवान सिंह बिष्ट, श्री अनिल नौटियाल, श्री भूपाल राम टम्टा, श्रीमती शैलारानी रावत, श्री भरत सिंह चौधरी, श्रीमती रेनू बिष्ट, श्री राजकुमार पोरी, श्री दलीप सिंह रावत, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव श्री आर.के सुधांशु, सचिव श्री शैलेश बगोली, श्री नितेश झा, डॉ. बी.वी.आर.सी पुरुषोत्तम श्री एच.सी. सेमवाल, श्री एस. एन पाण्डेय, अपर सचिव श्रीमती रंजना राजगुरू, डॉ. अहमद इकबाल, श्री योगेन्द्र यादव, श्री ललित मोहन रयाल, श्री बंशीधर तिवारी, श्री नवनीत पाण्डे, श्री जगदीश चन्द्र काण्डपाल एवं विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।

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JM Painuli Editor पहाडोंक:

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जोशीमठ नगर क्षेत्र में भूधसांव के कारण प्रभावित भवन स्वामियों को पुनर्वास नीति के अनुसार मुआवजा धनराशि का वितरण शुरू हो गया है। पुर्नवास पैकेज वितरण के तहत पहले दिन 03 प्रभावितों को 63.20 लाख की धनराशि का वितरण किया गया है। जिन प्रभावितों को मुआवजा राशि वितरित की गई है उनमें गांधीनगर वार्ड के प्रभावित सूबेदार मेजर मंगलू लाल (सेनि) पुत्र बाली लाल, तथा सुनील वार्ड के प्रभावित कृष्णा पंवार पुत्र कल्याण सिंह एवं बलदेव सिंह पंवार पुत्र कल्याण सिंह शामिल है। इन तीनों परिवारों को 63.20 लाख का मुआवजा वितरण किया गया है। प्रशासन द्वारा प्रभावित लोगों के अभिलेखों का सत्यापन एवं मूल्यांकन कार्य तेज़ी से किया जा रहा है। शीघ्र ही अन्य प्रभावितों को भी पुर्नवास पैकेज के तहत मुआवजा धनराशि का वितरण किया जाएगा।

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  मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में लेफ्टि. जनरल गजेन्द्र जोशी, ए.वी.एस.एम., एस.एम 01 कोर कमाण्डर ने शिष्टाचार भेंट की।

इस अवसर पर मे. ज. कुलदीप पाठक तथा ब्रिगेडियर एस.पी.एस. रौतेला भी उपस्थित थे।

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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने
रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव से
पूर्णागिरी मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नई दिल्ली, मथुरा एवं लखनऊ आदि से टनकपुर के लिए पर्याप्त संख्या में रेल गाड़ियों का संचालन किए जाने का अनुरोध किया है।

रेल मंत्री को प्रेषित पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा कि
उत्तराखण्ड राज्य के जनपद चम्पावत अन्तर्गत टनकपुर में अवस्थित पूर्णागिरी शक्ति पीठ में चैत्र नवरात्रि से आगामी 03 माह तक प्रतिवर्ष पूर्णागिरी मेले का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष यह मेला दिनांक 09 मार्च से 09 जून तक आयोजित होगा।रेलवे द्वारा मेला अवधि के दौरान देश के विभिन्न स्थानों से टनकपुर हेतु अतिरिक्त रेल सेवाएं प्रदान की जाती रही है। किन्तु यह देखने में आया है कि प्रतिवर्ष मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में उत्तरोत्तर वृद्धि हो रही है। श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम एवं सुरक्षित बनाने हेतु इस वर्ष और अधिक संख्या में रेल सेवाएं प्रदान करना आवश्यक हो गया है। मुख्यमंत्री ने इसे दृष्टिगत रखते हुए देश के विभिन्न स्थानों मुख्यत नई दिल्ली, मथुरा एवं लखनऊ आदि से टनकपुर हेतु रेल सेवाएं बढ़ाने का रेल मंत्री से अनुरोध किया गया है।

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ढाल  वाला  ऋषिकेश, स्व o श्री  जगदीश  प्रसाद ज्योतिष विध  के वार्षिक श्राद्ध पर  श्री मद  भागवत कथा के

ज्ञान यज्ञ में  पांचवें दिन आये श्रद्धालुओं ने व्यास पीठ पर विराजमान  डॉ  दुर्गेश  महाराज के  श्री मुख से  कर्ण प्रिय हृदय स्पर्श करनेवाले ज्ञान का  आनंद  लेते हुए  आरती में  भाग लिया। ढाल वाला  स्थित पांचवें दिन के  श्रीमद्भागवत  ज्ञान  यज्ञ  में  जहां  व्यास  पीठ से सूत जी के बारे मे जानकारी देते हुए  समाज में सद्भावना से सभी प्रकार के सुखों की कामना  पूरी करने के लिए  श्रीमद्भागवत  सुनाने  सुनने से  पूरी  होतीं हैं। य़ह  ऋषिकेश  कल युग  का  तीर्थ स्थल है। हम  सभी  कथा  सुनकर  पुण्य  के  भागीदार बन गए हैं  । कथा में आए  भ ग त्तों का  आयोजित  परिवार के  आचार्य  पीताम्बर दत्त, विशाल मनी, दिनेश  प्रसाद, रमेश प्रसाद  ,चक्रधर, बिजेंद्र, आदि प्रियजनों  ने सभी  देव तुल्य  श्रोता  जनों का  साधुवाद  अभा र व्यक्त किया।

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क्या मोदी सरकार ऐसे आधुनिक राजाओं को रोकने के लिए कुछ कदम उठाएगी ?

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद हुए रिटायर

जरा ध्यान दीजिए (अब घर बैठ कर कितना कमाएंगे)
रिटायरमेंट मासिक पेंशन – (4 लाख रुपये )पर month
दो सचिव & Delhi police protection 2 लाख
2लैंडलाइन फोन & 1फोन और इंटरनेट 150000 rs,
फ्री बिजली, पानी, 1करोड़ की कार, और ड्राइवर
Life time रेल जहाज की यात्रा फ्री (यानी10 से 15लाख) करीब हर महीना फ्री
30000रुपये उनकी wife ko
हर महीने करीब 3000000 (तीस लाख) का खर्च
ARMY के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बोले
ARMY की पेंशन योजना नही होनी चाहिए
इन्होंने signature सबसे पहले किए जाते_जातेARMY पेंशन बंद करने के लिए
सिर्फ तीस हजार इनको ज्यादा लगे ARMY पेंशन के
जो जवान पूरी जिंदगी बॉर्डर पे गुजारता है कभी हिमालय में कभी जंगलों में कभी ग्लेशियर में कभी पहाड़ो ( कया पता शहीद होकर घर आए )
पूरी जिंदगी देश सेवा के लिए अपने घर परिवार बीवी बच्चो से दूर है मां भारती के लिए
वाह राष्टपति जी वाह (जिगरा चाइए जवानी बर्बाद करने के लिए वो सिर्फ ARMY वालो के पास है )
राष्टपति जी बोले (अग्निपथ योजना) 40देशों जैसे USA UK,Caneda, इजरायल, ब्रिटेन फ्रांस जर्मनी में लागू हो अरे साहब वहा तो ये भी कानून लागू है ARMY से अलग किसी को सैलरी नही मिलती है
MLA,MP,CM, PM जब तक पद पे रहेगा तब तक पेंशन योजना मिलेगी उसके बाद नही
और तो और जिस इंसान पे केस है तो वो चुनाव लड़ नही सकता है, एक ओर दिलचस्प बात वहा सब CM PM अपनी गाड़ी से आते हैं ना की जनता के पैसा से
अमेरिका के प्रधानमंत्री के बेटा बेटी एक ऑफिस में काम करते है
(सौ बात की एक बात) हम गरीब नहीं है बनाया जा रहा है (भारत गरीब नहीं है नेता मंत्री बना रहे हैं इससे गरीब )
अगर इन MLA MP CM PM राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति और पता नहीं कितने डग रह गए इनकी पेंशन योजना बंद हो जाए तो ( भारत 10 साल मे इतनी तरक्की कर लेगा आप सोच भी नही सकते हम कहा होंगे) तब तक (जय हिन्द जय भारत वंदेमातरम)
आवाज उठाया करो दोस्तो आप सबका फर्ज बनता है
आज तक चाहे कोई भी नेता हो कोई भी आर्मी के फेवर में नही होता है हर कोई अपना ही फायदा चाहता है क्योंकि उनका कोई भी बेटा आर्मी में नही होता है ।
नेता या राष्ट्रपति कोई भी हो कोई दो साल कोई तीन साल तो कोई पांच साल में अपना घर भर लेते है और जीवन पर्यन्त तक की सभी उपरोक्त सुविधाएं फ्री में हम लोगो के दिए हुए पैसे से मौज करते है ।
मेरा मानना है कि यदि इनको आर्मी से इतनी ही नफरत है तो पूरी आर्मी को ही हटा देना चाहिए और कांग्रेस जैसी पार्टी समाज वादी पार्टी जितनी भी है इनको बार्डर का कॉन्टेक्ट दे देना चाहिए
भैरव दत्त चमोली
  मोदी सरकार ऐसे आधुनिक राजाओं को रोकने के लिए कुछ कदम कब उठाएगी य़ह  भविष्य के गर्भ में है 

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