अब दिखाई देने लगा बदरीनाथ में पहाड़ों की गूंज का असर

Pahado Ki Goonj

श्री बदरीनाथ: श्री बद्रीनाथ धाम में दान अंग्रेजी सरकार ने 7000 रुपये देकर मंदिर का मान सम्मान अपने राज करने के लिए दिये तब से2013 तक यानि 79वर्ष तक भारत मे  केंद्रीय ,राज्यों की सरकार ने अपने मेहमानों ,कर्मचारियों के उपयोग में मंदिर की संपत्ति का खूब उपयोग किया पहाड़ो की गूंज राष्ट्रीय हिंदी साप्ताहिक समाचार पत्र ने इनकी जनकारी प्रकाशन कर सुधी पाठकों एवं सरकार का ध्यान 2011 से आकृष्ट किया ।  विजय बहुगुणा सरकार ने केदारनाथ को 5लाख देने की घोषणा मुख्यमंत्री के रूप में केदारनाथ के पट 2012खुलने के दिन कये।  वह राशि न मिलने पर मंदिर समिति के अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने  बार बार सरकार को इसके लिये कोसा उसका प्रकाशन के बाद बहुगुणा सरकार चली गई  पुनः हरीश रावत सरकार के पहली प्रेस वार्ता सुभाष रॉड एक होटल पर हुई जनसरोकार पत्रिकारिता का प्राण होता है उसे दृष्टि गत रखते हुए एवं श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के संरक्षक होने के नाते उनसे कर्मचारियों के बेतन के लिए समिति के लिए केदारनाथ में निर्माण कार्य देकर  मंदिर के पास जनहित के कार्य कराकर उसके सेंटक्स की धन राशि  से वेतन की भरपाई करने के लिए ज्ञापन दिया जिसे उन्होंने स्वीकार कर कार्य रूप में 10 करोड़ रुपये देकर  समिति कार्य दिया ।

सरकार क्या सुभिधा लेती है समिति से  श्री बद्रीनाथ मंदिर समिति के गेस्ट हाउस ,में पुलिस कर्मियों ,स्वास्थ्य सेवा बैंकअन्य वी आई पी  आदि को रखने की व्यबस्था से सालना 10 करोड़ की हानि  जो पिछले 28 वर्षो से औसतन 280 करोड़ होता है।

वी आई पी  के आने से अन्य तीर्थ यात्री यो को दिक्कत जहाँ दिक्कत  होती है वहीं उन्हीं की दान पूंजी एवं आवागमन से भगवान के प्रति श्रद्धालुओं के आस्था  से ढहरे लोगों को रोजगार मिल रहा है । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तीसरी बार मुख्यमंत्री  बनने से पहले वहां 5 दिन का पाठ कराया। इसका उल्लेख पिछले कई अंकों प्रकाशित कर किया गया मुख्य, विशिष्ट मुख्य अतिथि के आने से ही विकास की आशा होती है ।जनसरोकार के विना पत्रपरिवारों की बाढ़ आगई ।  इनमें टी आर पी के लिये पत्रकारीता की आत्मा भटकते हुये आपदा के समय देखा गया । पत्र का असर ही है कि अब पर्यटन विभाग एवं सिचाई विभाग के संयुक्त तत्वाधान में श्री बदरीनाथ धाम में तीर्थ याञियॊं की सुविधा के लिए केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रसाद यॊजना के तहत प्रस्तावित आस्था पथ के कार्यॊ के सर्वेक्षण के संबघ मे केंद्रीय पर्यटन अनुसचिव श्याम सिंह वर्मा द्वारा मंदिर समिति सभागार में अधिकारियॊं के साथ बैठक की गयी। बैठक में भविष्य में याञियॊं की बढ़ती संख्या के अनुसार इन्फास्ट्रक्चर उपलब्ध कराने पर चर्चा हुई। बैठक में श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बी.डी.सिंह,धर्माधिकारी भुवन उनियाल, राजेन्द्र चौहान, पर्यटन अधिकारी एस.एस.यादव,सिचाई विभाग के सहायक अभियंता विजयपाल सिंह,कंसल्टेंट यतेंन्द्र ममगाई,अभियंता संदीप सती,गिरीश रावत,डा.हरीश गौड़, नगर पंचायत बद्रीनाथ के अध्यक्ष अरविंद शर्मा आदि मौजूद थे। बैठक से पूर्व केंद्रीय पर्यटन अनुसचिव ने तप्तकुंड,गांधी घाट, तीर्थयाञी पथ,ब्रह्मकपाली,टेक्सी स्टेंड पथ ,नारायण पर्वत क्षेञ का निरीक्षण किया तत्पश्चात भगवान बदरीविशाल के दर्शन किये।

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