अनंतविभूषित श्री जगदगुरु भगवान स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती शंकराचार्य ज्योतिर्मठ हिमालय एवं शारदा द्वारिका पीठ के श्रीमुख से श्रीमद्भागवत के ज्ञान अमृत रसपान करें।

Pahado Ki Goonj

 सनातन  धर्म के प्रति आस्था रखने वाले श्रद्धालुओं से आग्रह है कि आप  कलि काल मे प्रथम चरण में जीवन निर्वाह करने जारहे है यह जीवन पूर्व जन्म के  पूर्वजों के पुण्य फल से प्राप्त होता है कलियुग में  श्री शंकराचार्य जी को  भगवान शंकर के रूप में जाना जाता है आप पुज्य शंकराचार्य जी को जिस रूप में देखेंगे उस रूप में फल प्राप्त करें। पहाड़ों की गूंज के माध्यम से  श्री गुरूभगवान  की सभी पर अशीम कृपा दृष्टि बनी रहे।आइए  संलग्न वीडियो के माध्यम से सुने कर्ण प्रिय हृदय स्पर्शी अमृत वाणी का

अनंतविभूषित श्री जगदगुरु भगवान स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती शंकराचार्य ज्योतिर्मठ हिमालय एवं शारदा द्वारिका पीठ के श्रीमुख से श्रीमद्भागवत के ज्ञान अमृत रसपान करें। जन कल्याण के लिए शेयर कर पुण्य प्राप्त किजयेगा।

Next Post

मुख्यमंत्री के विशेषकार्याधिकारी श्री धीरेन्द्र पंवार ने मियांवाला से लालतप्पड़ के अन्तर्गत एन.एच.-72 का किया निरीक्षण ।

उन्होंने कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को निर्देश दिये कि राष्ट्रीय राजमार्ग के चैड़ीकरण का कार्य सुचारू रूप से चलता रहे। कार्यो की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाय। Post Views: 800

You May Like