मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गुरूवार को मुख्यमंत्री आवास पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि उनकी थाईलैण्ड यात्रा काफी उत्साहजनक रही है।
थाईलैण्ड के मंत्रिगणों ने भी हमारे प्रयासों को सफल बनाने में मदद की है। उन्होंने कहा कि उम्मीद से अधिक 300 निवेशक खाद्य एवं प्रसंस्करण से सम्बन्धित संगोष्ठी में शामिल हुए, यही नही पर्यटन से सम्बन्धित योजनाओं में निवेश की सम्भावनाओं से सम्बन्धित संगोष्ठी व इससे सम्बन्धित रोड शो में 102 ट्रवेल एजेन्सियों ने भी प्रतिभाग किया। निवेश सम्बन्धी मुख्य संगोष्ठी में 1100 से अधिक उद्योग जगत से जुड़े लोग शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि थाईलैण्ड के लोगों में हिमालय के प्रति आकर्षण स्पष्ट नजर आता है। हमारी थाईलैण्ड यात्रा का जो मकसद था वह पूर्णत सफल रहा है। विश्व की नामचीन कम्पनियों, फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में सीपी ग्रुप व होटल के क्षेत्र में माइनर ग्रुप ने निवेश के प्रति उत्सुकता दिखाई है। इसके अलावा पर्यटन से जुड़े कई बड़े लोगों ने भी इस दिशा में पहल की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन संगोष्ठियों में प्रदर्शित पर्यटन से सम्बन्धित फिल्म को भी लोगों ने सराहा है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य धनाट्य पर्यटकों को भी राज्य के प्रति आकर्षित करने का है। इस दिशा में थाईलैण्ड बड़ा सहयोगी बन सकता है। वहां का पर्यटक खर्चीला है। प्रति वर्ष 03 करोड़ पर्यटक हमारे यहां आते है वहीं थाईलैण्ड में 04 करोड़ पर्यटक प्रतिवर्ष आते है जबकि थाईलैण्ड की जनसंख्या 07 करोड़ ही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आर्थिकी को मजबूत करने वाले पर्यटकों पर हम ध्यान दे रहे है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर्बल व आयुर्वेद पर थाईलैण्ड के लोगों का स्वाभाविक लगाव है। हमारा ध्यान सर्विस सेक्टर पर भी ज्यादा है। शीघ्र ही यहां आयोजित होने वाली इन्वेस्टर मीट में वहां के उद्यमियों व निवेशकों को आमंत्रित किया जायेगा तथा उनसे प्राप्त प्रस्तावों पर ध्यान दिया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन प्रदेश के खाद्य प्रसंस्करण, पर्यटन, उद्योग, आयुष, आयुर्वेद व योग आदि क्षेत्रों में निवेश की सम्भावनाओं को साकार करने में मददगार होते है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में की जा रही सकारात्मक पहल प्रदेश की आर्थिकी को मजबूत बनाने में कारगार साबित हागी।