LIVE: हरिद्वार में आयोजित ‘प्रथम अंतर्राष्ट्रीय पशु चिकित्सा एवं आयुर्वेद संगोष्ठी’ कार्यक्रम
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हरिद्वार में आयोजित ‘महाराजा अग्रसेन वार्षिकोत्सव व पारिवारिक मिलन समारोह’ कार्यक्रम
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LIVE: टनकपुर में ‘सरस आजीविका मेला-2023’ का शुभारंभ कार्यक्रम*
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हरिद्वारः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय ऋषिकुल के सभागार में आयोजित प्रथम अन्तर्राष्ट्रीय पशु चिकित्सा एवं आयुर्वेद संगोष्ठी में प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारत वैदिक काल से ही आयुर्वेद द्वारा पशुधन स्वास्थ्य के क्षेत्र में पारंपरिक ज्ञान को लागू करने वाला प्रमुख देश रहा है। उन्होंने कहा कि ’’सर्वे संतु निरामया’’ का संदेश देने वाला पंचम वेद अर्थात आयुर्वेद हमारी समृद्ध प्राचीन विरासत का अभिन्न अंग है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने ’’पंचप्राण’’ विकास रणनीति में देश के विकास लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपनी इसी समृद्ध प्राचीन
विरासत और पारंपरिक ज्ञान को सहेजने पर जोर दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुर्वेद केवल चिकित्सा पद्धति ही नहीं अपितु आदर्श जीवन जीने का तरीका भी है। यह मात्र बीमारियों का इलाज नहीं करता बल्कि आयुर्वेद को अपनाकर हम अपने शरीर को बीमार होने से रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि पशुधन हमारे देश की बड़ी ताकत है, जिन्हें बचाना हमारा प्रमुख कर्तव्य है और मानव संसाधन के साथ ही आयुर्वेद के प्रयोग द्वारा हम अपने पशुधन को भी रोगमुक्त रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक पशु चिकित्सा द्वारा पशुओं के रोग निवारण और रोग नियंत्रण के लिए प्रदेश में मौजूद हर्बल संसाधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोराना काल में हम आयुर्वेद का महत्व अच्छी तरह समझ चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने वर्तमान में मनुष्यों से भी अधिक पशुओं में एंटीबॉयोटिक्स का इस्तेमाल करने पर चिन्ता व्यक्त करते हुये कहा कि यह स्थिति पशुओं के लिए ही नहीं, बल्कि हमारे लिए भी अत्यंत हानिकारक है, जिसे हम आयुर्वेद को अपनाकर ही नियंत्रित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में जड़ी-बूटियों का भण्डार होने के कारण यहां आयुर्वेद का और भी अधिक महत्व है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड को प्रकृति का वरदान है। यहां अनेकों नदियां बारहों महीने बहती हैं तथा 71 प्रतिशत भू-भाग वनों से अच्छादित है तथा हर क्षेत्र में अब पहाड़ का पानी व जवानी दोनों काम हा रही हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से आयुष और आयुर्वेद के क्षेत्र में हम निरंतर कार्य कर रहे हैं और आयुर्वेद से होने वाले लाभों को आमजन तक पहुंचाने के लिए भी प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार 300 आयुष हैल्थ व वेलनेस केन्द्रों के संचालन एवं 150 पंचकर्म केन्द्रों की स्थापना के लिए प्राथमिकता के साथ कार्य कर रही है। आयुर्वेद, होम्योपैथी व नेचुरोपैथी के विकास द्वारा रोजगार व आर्थिकी को भी व्यापक विस्तार देते हुये, इसके लिए हम प्रयासरत हैं।
उन्होंने बताया कि हमारी सरकार ने प्रदेश में राज्य पशुधन मिशन शुरू किया है, इसके तहत 60 करोड़ का निवेश किए जाने की योजना बनाई गई है। इससे सात हजार पशुपालकों को प्रत्यक्ष और दस हजार पशुपालकों को अप्रत्यक्ष रोजगार का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के गांवों में दुनिया की सबसे समृद्ध और सबसे कुशल पशु स्वास्थ्य परंपरा मौजूद है। यह ज्ञान पशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पशु चिकित्सा सेवाओं को भी मजबूती प्रदान करने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है और इस दिशा में गंभीरतापूर्वक कार्य भी किये जा रहे हैं और आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिये पशु चिकित्सालयों में आयुर्वेद से संबंधित औषधियों की आपूर्ति बढ़ाने का कार्य निरन्तर किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हम जहां एक ओर अंत्योदय के लक्ष्य को लेकर लगातार कार्य कर रहे हैं वहीं ’’सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के साथ ही सबका प्रयास’’ के मंत्र को लेकर पशुधन विकास और आयुष सहित अनेकों क्षेत्रों में आगे बढ़ रहे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए हमने इस बार के बजट में स्थानीय निकायों में पशुधन, गौ सदन के निर्माण के लिए 14.15 करोड़ का प्रावधान किया है वहीं, गौ पालन योजना के लिए 2.79 करोड़ का प्राविधान भी अलग से किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार सरलीकरण, समाधान, निस्तारीकरण व संतुष्टि के मंत्र के तहत निरन्तर कार्य कर रही है तथा आजादी के अमृत काल में उत्तराखण्ड की महत्वपूर्ण भूमिका होनी वाली है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का है और इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हम निरंतर कार्य कर रहे हैं तथा सर्वश्रेष्ठ उत्तराखण्ड निर्माण के विकल्प रहित संकल्प की पूर्ति में सभी का सहयोग अपेक्षित है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज ने गंगा, गौमाता व पर्यटन पर विस्तृत प्रकाश डाला।
समारोह में बोलते हुये स्वामी बाबा रामदेव ने कहा कि आयुर्वेद का जितना महत्व है, उतना ही गौमाता का भी है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद के माध्यम से गंभीर से गंभीर बीमारियों का इलाज सम्भव है तथा आयुर्वेद का भविष्य उज्ज्वल है।
इस अवसर पर श्री के.एन. राघवेन्द्र, कुलपति उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय प्रोफेसर सुनील जोशी, डॉ0 हेमेन्द्र यादव, श्री प्रेम चन्द्र शास्त्री, श्री हरिशंकर शर्मा, रानीपुर विधायक श्री आदेश चौहान, पूर्व विधायक लक्सर श्री संजय गुप्ता सहित सम्बन्धित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
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हरिद्वारःमुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को कनखल में वैश्य बन्धु समाज, मध्य हरिद्वार द्वारा आयोजित महाराजा अग्रसेन वार्षिकोत्सव व पारिवारिक मिलन समारोह में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मंत्रोच्चार के बीच दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वैश्य बंधु समाज द्वारा आयोजित महाराजा अग्रसेन वार्षिकोत्सव की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुये कहा कि महाराजा अग्रसेन जी का जीवन सदैव जनसेवा और सद्कार्यों के लिए समर्पित रहा।
उन्होंने सदैव समाज के हित के बारे में सोचा और जनकल्याण के साथ- साथ समाज को समृद्ध और खुशहाल बनाने के लिए एक नई सोच विकसित करने का कार्य किया तथा पूरे विश्व को संदेश दिया कि समाज को परस्पर जोड़कर किस प्रकार सभी को समृद्ध और खुशहाल बनाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि महाराजा अग्रसेन के जीवन तथा व्यवहार-दर्शन में हर समाज के लिए सफलता का मूलमंत्र छिपा है। अग्रवाल समाज का राजाओं के राज में, आजादी के आंदोलन में और आजादी के आंदोलन के बाद लोकतंत्र के विकास में, हर दौर में समाज के लिए महत्वपूर्ण योगदान रहा है तथा आज अग्रवाल समाज हर क्षेत्र में सेवा व समर्पण के साथ कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह महाराजा अग्रसेन जी ने समाज के हर वर्ग के लिए समर्पण भाव से सोचा, उसी तरह आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की मूल भावना से कार्य करते हुए हर वर्ग के विकास के लिए निरन्तर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह महाराजा अग्रसेन जी ने हर वर्ग के कल्याण का जो सपना देखा था उसे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारी केंद्र व राज्य सरकार मिलकर धरातल पर उतारने हेतु कार्य कर कर रही है तथा देश व प्रदेश के अन्दर एक नई कार्य संस्कृति आई है, जिसके परिणामस्वरूप विश्व में भारत की विश्वसनीयता निरन्तर बढ़ रही है और एक समरस, सशक्त तथा समर्थ भारत बन रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था अब पांचवें नम्बर की अर्थव्यवस्था बन गयी है तथा आज का नवीन भारत पारम्परिकताओं के साथ ही नये बदलाओं को भी आत्मसात कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज संपूर्ण विश्व न केवल हमारी शक्ति और ज्ञान परंपरा से परिचित हो रहा है बल्कि प्रत्येक क्षेत्र में हमारा अनुसरण करने को भी तत्पर है। मुख्यमंत्री ने सरकार द्वारा उठाये गये ठोस कदमों का उल्लेख करते हुये कहा कि समान नागरिक संहिता का ड्राफ्ट तैयार है, धर्मान्तरण के सन्दर्भ में भी हमने ठोस कदम उठाये हैं, नकल के लिये भी सख्त कानून बनाया गया है, जिसमें उम्रकैद से लेकर सारी सम्पत्ति जब्त करने की व्यवस्था है तथा इसके अतिरिक्त महिला शक्ति को 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण देने का प्राविधान किया गया है। इस मौके पर देवपुरा चौक स्थित महाराजा अग्रसेन जी की प्रतिमा के शिलान्यास शिलापट्ट का अनावरण भी किया गया।
समारोह को राज्य सभा सांसद नरेश बंसल, पूर्व विधायक लक्सर संजय गुप्ता ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानन्द, संदीप गोयल, रविदासाचार्य पूर्व विधायक ज्वालापुर सुरेश राठौर, डॉ0 विशाल गर्ग, सुधीर अग्रवाल, अरविन्द अग्रवाल, राजीव गुप्ता, लोकेश गुप्ता, मनोज गर्ग, अनुपम अग्रवाल, धीरेन्द्र गुप्ता, डॉ0 गौरव गोयल, आदित्य बंसल, शिवम गुप्ता, पराग, सुधीर अग्रवाल, नितिन गोयल, गगन गुप्ता, कमल अग्रवाल, जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) बीर सिंह बुदियाल, अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) पी0एल0 शाह, एसडीएम पूरण सिंह राणा, सिटी मजिस्ट्रेट सुश्री नूपुर वर्मा सहित सम्बन्धित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर ‘जन सेवा’ कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी द्वारा कार्यक्रमों की रूपरेखा और इनकी समुचित तैयारी के लिए निर्देश जारी किए गए हैं।
सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर दिनांक 23 मार्च, 2023 को राज्य के जनपद मुख्यालयों में ‘एक साल नई मिसाल’ कार्यक्रम के अन्तर्गत ‘जन सेवा’ थीम पर बहुद्देशीय शिविरों एवं चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जायेगा।
मुख्य कार्यकम जनपद देहरादून में आयोजित किया जायेगा समस्त जनपदों के जनपद मुख्यालयों में भी दिनांक 23 मार्च, 2023 को कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है, जिसमें विकास पुस्तिका का विमोचन, बहुद्देशीय शिविर तथा चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जायेगा । जनपद मुख्यालयों में कार्यक्रम की अध्यक्षता सम्बन्धित जनपद के प्रभारी मंत्री के द्वारा की जायेगी। जिन जनपदों में कतिपय कारणों से प्रभारी मंत्री जी की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं हो पा रही है, वहां कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसदगण द्वारा की जायेगी। ।
बहुद्देशीय शिविर में आम जन को प्रदान की जाने वाली सेवाओं की उपलब्धता, विभिन्न विभागों द्वारा प्रदान की जाने वाली जनोपयोगी योजनाओं एवं सुविधाओं की जानकारी, निःशुल्क स्वास्थ्य जांच एवं दवाओं का वितरण आदि सुनिश्चित किया जायेगा जनपद स्तर पर कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रातः 11:00 बजे किया जाना है। प्रभारी मंत्री / सांसद द्वारा पहले जनता को सम्बोधित किया जायेगा । जनपद देहरादून में आयोजित होने वाले कार्यक्रम को मुख्यमंत्री द्वारा अपराह्न लगभग 12:30 बजे सम्बोधित किया जायेगा। जिसको सजीव प्रसारण के द्वारा समस्त जनपद मुख्यालयों में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में भी प्रसारित किया जायेगा ।
बहुद्देशीय शिविर / चिकित्सा शिविर एवं कार्यक्रम के आयोजन की व्यवस्था सम्बन्धित जिले के जिलाधिकारी द्वारा की जायेगी।कार्यक्रम स्थल पर उत्तराखण्ड की लोक परम्पराओं, लोक नृत्य, लोक गायन, लोक कला जैसे कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाय। कार्यक्रम के व्यापक प्रचार-प्रसार के साथ ही साथ जनसामान्य हेतु सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं से सम्बन्धित पठनीय सामग्री भी उपलब्ध कराई जायेगी। जनपद मुख्यालय पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधयों के साथ-साथ सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को भी आमंत्रित किया जायेगा।
दिनांक 23 मार्च, 2023 को आयोजित होने वाले कार्यक्रम के अतिरिक्त दिनांक 24 मार्च से दिनांक 30 मार्च तक ‘जन सेवा’ थीम पर प्रत्येक विधानसभा / ब्लॉक स्तर पर भी बहुद्देशीय शिविर एवं चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जायेगा। विधानसभा क्षेत्र / ब्लॉक मुख्यालयों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की तिथि निश्चित कर बहुद्देशीय शिविर के आयोजन का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जायेगा, ताकि अधिकतम जनसहभागिता सुनिश्चित हो सके तथा आमजन को अधिकतम लाभ प्राप्त हो सके। विधानसभा / ब्लॉक मुख्यालयों पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में सांसदगण /विधायकगण एवं जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किये जाएंगे।
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*जनपद चंपावत के विकास हेतु मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा की जा रही घोषणाएं लगातार हो रही हैं पूरी*
*रविवार को टनकपुर से खाटू श्याम राजस्थान बस सेवा को मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने टनकपुर में स्थित खाटू श्याम मंदिर के समीप से हरी झंडी दिखाकर बस को खाटू श्याम के लिए रवाना किया*
रविवार को मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने टनकपुर के शारदा चुंगी के समीप स्थापित खाटू श्याम मंदिर में पूजा अर्चना कर ईश्वर से प्रदेश की सुख शान्ति की कांमना की। पूजा अर्चना के बाद मुख्यमंत्री एवं जनपद चंपावत की प्रभारी मंत्री श्रीमती रेखा आर्या द्वारा हरी झंडी दिखाकर खाटू श्याम के लिए परिवहन निगम की बस को रवाना किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि टनकपुर, बनबसा एवं खटीमा समेत अन्य शहरों की जनता के लिए आज का दिन बहुत खुशी का दिन है। अब टनकपुर बनबसा एवं खटीमा के लोगों को सीधे टनकपुर से खाटू श्याम के लिए दर्शन हेतु सुविधा मिल गई है।
इस मौके पर परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक पवन मेहरा ने बताया की बस में प्रथम दिवस पर अभी तक 36 सवारी यात्रा कर रहे हैं, बस में सीट की क्षमता 52 है। यह बस शाम 5:00 बजे टनकपुर से रवाना होकर प्रातः 10 बजे खाटू श्याम पहुंचेगी तथा सायं 6 बजे खाटू श्याम से रवाना होकर प्रातः 10:00 टनकपुर पहुंचेगी।
इस अवसर पर अध्यक्ष नगर पालिका टनकपुर विपिन कुमार,भाजपा जिलाध्यक्ष,पूर्व अध्यक्ष नगर पालिका हर्षवर्धन सिंह रावत जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी,पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव सहित अनेक जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक अधिकारी आदि उपस्थित रहे।
वही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का स्थानीय जनता ने इस बस सेवा का शुभारंभ करने पर धन्यवाद ज्ञापित किया इस अवसर पर जिला अधिकारी नरेंद्र भंडारी अपर जिलाधिकारी हेमंत वर्मा उप जिलाधिकारी सुंदर सिंह सीओ अविनाश वर्मा एआरएम के एस राणा, आरएम पवन मैहरा, रोहिताश अग्रवाल वैभव अग्रवाल, संजय अग्रवाल, कपिल भार्गव, मनीष अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, मयंक गर्ग, संजय गर्ग, दीन दयाल अग्रवाल, हर्शवधन रावत, सहित आदि लोग मोजूद थे।आगे पढ़ें
*मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत के टनकपुर में आयोजित 10 दिवसीय सरस आजीविका मेला 2023 का शुभारंभ किया।*
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार एवं उत्तराखंड राज्य विकास ग्रामीण आजीविका मिशन ग्राम्य विकास विभाग उत्तराखंड के संयुक्त तत्वाधान में *टनकपुर में आयोजित सरस मेला 2023* का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया। शुभारंभ कार्यक्रम में नन्दा कावैन्ट स्कूल टनकपुर के बच्चों ने स्वागत गीत से श्री धामी का स्वागत किया। उसके बाद राजकीय बालिका इंटर कालेज, टनकपुर के बच्चों ने शानदार प्रस्तुति दी।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने सरस आजीविका मेले में भारी संख्या में आय लोगों का हार्दिक स्वागत व अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि सरस आजीविका मेला अपने-आप में विशिष्ट है, क्योंकि इसका स्वरूप जहां एक ओर मेले जैसा है, वहीं यह व्यापारिक और स्वरोजगार के क्षेत्र में कार्य कर रहे युवाओं और महिलाओं को अपने कार्य का प्रदर्शन करने का एक मंच भी प्रदान करता है। प्रदेश का संपूर्ण विकास केवल तभी संभव है, जब प्रदेश का प्रत्येक नागरिक अपने-अपने दायित्वों का भली भांति निर्वहन करें। उन्होंने कहा की प्रदेश तभी आगे बढ़ सकता है जब लोग आगे बढ़े इसलिए इस बार गैरसैंण में प्रस्तुत सामान्य बजट को हर वर्ग के उत्थान के लिए रखा है, चाहे किसान हो, बागवानी करने वाला हो, स्वयं सहायता समूह के रूप में कार्य करने वाली महिलाएं हो, चाहे किसी भी क्षेत्र का व्यक्ति हो। इस प्रकार के आजीविका मेलों के माध्यम से जहां एक ओर स्थानीय उत्पादों को प्रदर्शित करने का मौका मिलता है वहीं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा दिए गए “आत्मनिर्भर भारत” मंत्र को भी मजबूती मिलती है। मेले के संचालन से जहां ग्रामीण उत्पादों के विपणन हेतु बाजार उपलब्ध होगा, वहीं देश-विदेश तक इन ग्रामीण उत्पादों के प्रचार प्रसार में सहायता भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि मेले हमारी एकता एवं संस्कृति को बनाये रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ ही व्यापारियों, कलाकारों, कारीगरों आदि को परस्पर अनुभवों के आदान-प्रदान में भी सहायता मिलती है। एक और जहां सरकार द्वारा उत्तराखण्ड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन तथा विभिन्न विभागों की जन कल्याणकारी योजनाओं का संचालन कर समूहों के माध्यम से महिला सशक्तिकरण, कौशल विकास एवं आजीविका संवर्धन के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किये जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर अधिक से अधिक महिलाओं को अवसर प्रदान कर विकासात्मक कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी हेतु उन्हें प्रेरित व प्रोत्साहित भी किया जा रहा है, जिसके चलते विभिन्न विकासात्मक कार्यक्रमों में आज महिलाओं की सहभागिता भी बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि सरस मेले में भी महिला समूहों द्वारा विभिन्न स्टालों का संचालन व गुणवत्तापूर्ण उत्पादों का विपणन आर्थिक सशक्तता की ओर महिलाओं की रुचि को भी प्रदर्शित करता है। यहां उपस्थित महिला संगठनों की सक्रिय भागीदारी, स्थानीय उत्पादों से सजे उत्तराखण्ड राज्य के लगभग 100 से अधिक महिला समूहों के स्टालों का प्रदर्शन तथा महिलाओं का विपणन कौशल इस बात का संकेत है कि महिलाओं को प्रदेश की आर्थिकी से जोड़ने हेतु सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाऐं कारगर साबित हो रही हैं। इस ओर और अधिक कार्य किये जाने की आवश्यकता है, जिससे भविष्य में प्रत्येक क्षेत्र में महिलायें स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बन सकें। सरकार द्वारा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों की व्यवसायिक गतिविधियों को गति देने, उनकी आर्थिक सशक्तता बढ़ाने व उन्हें स्थायित्व प्रदान करने के लिए उत्तराखण्ड राज्य के सभी 13 जनपदों के 95 विकासखण्डों में “ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना” की शुरूआत की गयी है। इससे निश्चित ही स्वयं सहायता समूहों से जुड़े सदस्यों में व्यवसाय संचालन एवं विपणन कौशल के साथ साथ स्वावलंबन की भावना भी विकसित होगी और गरीब परिवार की आय में वृद्धि होगी। हमारे राज्य में 4 लाख 22 हजार परिवारों को संगठित कर 56 हजार 3 सौ 62 समूह तथा 5 हजार 7 सौ 18 ग्राम संगठन तैयार किये गये हैं। इन संगठनों को व्यवसायिक गतिविधियों से निरंतर जोड़े रखने के लिए 350 पंजीकृत सहकारिताओं का गठन किया गया है। जिनमें से आज यहां पर उत्तराखण्ड राज्य के सौ से अधिक तथा अन्य राज्यों के पैंतीस से अधिक स्वयं सहायता समूहों के हैंण्डी क्राफ्ट, हैण्डलूम, जैविक उत्पाद एवं स्थानीय व्यंजन आदि के स्टॉल प्रदर्शित किये गये हैं। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारा देश हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। राज्य के लोगों को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। ये प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व का ही कमाल है कि आज वैश्विक पटल पर हमारा देश विश्व को एक नई दिशा दिखाने का काम कर रहा है। प्रधानमंत्री जी का हमारी देवभूमि के प्रति विशेष लगाव रहा है और प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व से आज उत्तराखंड राज्य को जी-20 की तीन बैठके आयोजित करने का मौका मिला है, जिसकी प्रथम बैठक 28, 29 और 30 मार्च को रामनगर में होनी है। प्रधानमंत्री के अनुरोध पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने 2023 को मिलेट वर्ष की संज्ञा दी है और यह हमारे लिए गर्व की बात है कि मीलेट मतलब मोटा अनाज जैसे मंडवा, झंगोरा जैसे आदि अनाजों की पारंपरिक खेती हमारे प्रदेश में होती है, इसे हम मीलेट अनाज ही नहीं पोष्टिक अनाज भी कह सकते है और मोटे अनाज को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए हम प्रयासरत हैं। हमारी सरकार हर क्षेत्र में लगातार अपने कर्तव्यों का पालन सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार पलायन जैसी वृहद समस्या के निराकरण के लिए भी निरंतर प्रयासरत है। युवाओं और महिलाओं को यदि रोजगार के सही अवसर अपने प्रदेश में ही मिलने लग जाएं तो वे अपनी जन्म भूमि को छोड़कर प्रदूषण से भरे हुए अन्य नगरों की ओर पलायन कभी नहीं करेंगे। प्रधानमंत्री जी ने जो हाल में जो “वोकल फॉर लोकल” का नारा दिया है, उसे धरातल पर उतारने हेतु हमारी सरकार प्रतिबद्ध है और इस मेले में प्रदर्शित उत्पाद इसका प्रत्यक्ष प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से इकोनॉमी विथ इकोलॉजी की बात करता हूँ, इसके अंतर्गत हम प्रदेश के समुचित विकास के साथ ही यहां के प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। आपका यही सहयोग हमें दिन-रात मेहनत कर उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने विकल्प रहित संकल्प को पूर्ण करने की प्रेरणा देता है। मेरा मानना है कि एक समृद्धशाली उत्तराखंड के निर्माण के लिए यह आवश्यक है कि इस प्रकार के आयोजन प्रदेश में प्रत्येक स्थान पर निरंतर होते रहें।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने *लोकल उत्पादों को बढ़ावा/बाजार देने के लिए 13 डिस्ट्रिक्ट 13 डेस्टिनेशन अंतर्गत चंपावत नगर में हिमाद्री इंपोरियम केंद्र का जल्द निर्माण किए जाने, लोहाघाट में रामलीला मंदिर के समीप एक सांस्कृतिक मंच का निर्माण किए जाने, सरस मेले में विभिन्न संसाधनों हेतु विधायक निधि से 20 लाख रुपए देने की घोषणा की।*
इस अवसर पर जनपद प्रभारी मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि आजीविका को मूल बिंदु रखते हुए आज इस मेले का आगाज हुआ है जिसकी सभी को बहुत बहुत बधाई। मेला सामाजिक एकता के प्रतीक ध्वजवाहक होते हैं। उन्होंने कहा कि यह मेला रोजगार सृजन में अहम भूमिका निभाएगा।
इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष टनकपुर विपिन कुमार, नगर पंचायत अध्यक्ष बनबसा रेनू अग्रवाल, भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल महरा, प्रदेश मंत्री भाजपा हेमा जोशी पूर्व दर्जा मंत्री हयात सिंह महरा, शिवराज सिंह, शंकर पांडेय, दीपक पाठक, हर्षवर्धन रावत,श्याम नारायण पांडेय, सतीश पांडे, प्रकाश तिवारी, दीपक रजवार, जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी, पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत, अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, विभिन्न विभागीय अधिकारी गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि समेत भारी संख्या में लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन आरजे काव्य एवं हेमंत बिष्ट द्वारा किया गया।