देहरादून। करनपुर बाजार में करीब दो महीने पहले हुए वन विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारी की हत्या के आरोपित को उत्तराखंड पुलिस ने शनिवार को भिवाड़ी अलवर राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के पीछे बुजुर्ग व आरोपित के बीच अप्राकृतिक संबंध सामने आए हैं। डालनवाला कोवताली के इंस्पेक्टर एनके भट्ट ने बताया कि एक अप्रैल को बुजुर्ग सुरेंद्र कुमार जयसवाल का शव करनपुर बाजार में स्थित उनके घर के अंदर से मिला था।बुजुर्ग 25 सालों से अपने परिवार से अलग करनपुर स्थित आवास में अकेले रह रहा था। मकान के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच में एक अप्रैल को एक संदिग्ध मकान से बाहर आते हुए दिखाई दे रहा था। मृतक के घर पर निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों से जानकारी लेने पर उन्होंने व्यक्ति की पहचान राहुल कुमार के रूप में बताई, जिसको मृतक अपना भतीजा बताता था।
मृतक की काल डिटेल की जांच करने पर राहुल कुमार निवासी ग्राम नगला फौजदार जिला भरतपुर राजस्थान का घटना में शामिल होने का पता चला। पुलिस ने अलवर में आरोपित के घर पर कई बार दबिश दी, लेकिन वह लगातार फरार चल रहा था। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी की ओर से 25 हजार रुपये इनाम भी घोषित किया गया था। शनिवार को पुलिस टीम ने आरोपित को भिवाड़ी जिला अलवर राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया।इंस्पेक्टर भट्ट के अनुसार पूछताछ में आरोपित ने बताया कि बुजुर्ग सुरेंद्र कुमार जयसवाल से उसकी पहचान करीब पांच-छह साल पूर्व गोवर्धन मथुरा में हुई थी। इस दौरान मथुरा में मृतक सुरेंद्र सिंह ने राहुल को गलत काम करवाने का दबाव बनाया और इसके एवज में रुपये भी दिए। राहुल की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, इसलिए वह इस काम के लिए तैयार हो गया।तीन-चार महीने पहले राहुल काम की तलाश में हरिद्वार आया व सिडकुल में मजदूरी करने लगा। इसके बाद भी बुजुर्ग उसे ब्लैकमेल करने लगा। 30 मार्च को बुजुर्ग ने राहुल पर दबाव बनाकर देहरादून बुलाया और एक अप्रैल को जब राहुल काम पर जाने लगे तो बुजुर्ग ने दोबारा संबंध बनाने का दबाव बनाया। गुस्से में आकर आरोपित ने बैग के फीते से बुजुर्ग का गला घोंटकर हत्या कर दी और फरार हो गया।बुजुर्ग की राहुल के साथ इतनी नजदीकियां बढ़ गई थी कि वह उसके बिना नहीं रह पाते थे। कुछ समय पहले जब राहुल ने संबंध बनाने से इंकार कर दिया तो बुजुर्ग राहुल के घर राजस्थान पहुंच गया। संबंध नहीं बनाने पर गांव वालों के सामने बदनाम करने की धमकी दी।