स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर महिलायें बन रही हैं आत्मनिर्भर

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🌹🙏🙏🙏🙏🙏🌹सभी पत्रकारों से अनुरोध है कि ✨️उक्त को  प्रत्येक व्यक्ति संवैधानिक अधिकार दिलाने के लिए एसे Vedio बना कर शेयर कीजिएगा, इस यज्ञ को सफ़ल बनाने के लिए प्रत्येक राज्य की राजधानी में समर्थन के लिए कार्यक्रम आयोजित करने जाना है अपना सहयोग paytam no 9456334283 Jeetamani पर भेजने की कृपा कीजिएगा ,अपना वीडियो बना कर 7983825336 पर भेज दीजियेगा🙏

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[10/01, 1:09 pm] Ravi Vijrani Dgo: LIVE: रूद्रपुर, ऊधम सिंह नगर में आयोजित “नारी शक्ति वंदन महोत्सव” में प्रतिभाग

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[10/01, 4:01 pm] Ravi Vijrani Dgo: *मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत मुख्यमंत्री ने प्रदान की वित्तीय स्वीकृति*

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत विधानसभा क्षेत्र चम्पावत के ग्राम पंचायत बजौक के कानबोर तोक, ग्राम पंचायत पोथ, ग्राम पंचायत पचनई के देवकुण्डा तोक, ग्राम पंचायत तलाड़ी के भाट पिनाना, ग्राम पंचायत मंच के मठकाण्डा तोक, ग्राम पंचायत बकोड़ा के अकेरी तोक में विद्युत लाईन की व्यवस्था किये जाने हेतु 01 करोड़ धनराशि की स्वीकृति प्रदान की है।
[10/01, 5:27 pm] Ravi Vijrani Dgo: *देश की विभिन्न संस्कृतियों का गुलदस्ता है ऊधमसिंह नगर-मुख्यमंत्री*

*रूद्रपुर में आयोजित रोड शो में उमड़ा जनसैलाब*

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को गांधी पार्क रूद्रपुर में आयोजित नारी शक्ति वन्दन महोत्सव और सरस मेले का शुभारम्भ किया। गल्लामण्डी से गांधी पार्क तक आयोजित रोड शो में उमड़े जन सैलाब में लोगों का उत्साह देखते ही बनता था। गल्लामंडी से गांधी पार्क तक आयोजित रोड शो में ऊधमसिंह नगर में देश की विभिन्न संस्कृतियों की विविधता देखने को मिली। इसी वजह से ऊधम सिंह नगर को मिनी भारत भी कहा जाता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊधमसिंह नगर जिला एक प्रकार से पूरे भारत की संस्कृतियों का गुलदस्ता है जो अनेकता में एकता की मिसाल एवं विभिन्न संस्कृतियों को अपने में समाहित करते हुए विभिन्न संस्कृतियों के समागम को दर्शाता है। यह जनपद विविध सांस्कृतिक एवं धार्मिक धरोहरों के समावेश के साथ निरन्तर विकास की ओर अग्रसर है। यहां की नारी शक्ति स्वयं में सशक्त है। जिससे हमारा समाज और अधिक सुदृढ़ और विकसित हो रहा है।🍇🍇🍇🍇🍎🍎
🍎धरातल ग्रीन  प्राइवेट लिमिटेड के पास  विकसित जमीन 100,200,300 गज  begha इनवेस्टमेंट के लिए  है   देहरादून सहारनपुर रोड़  शाकम्भरी के पास  है  5 साल में  दुगुनी कीमत आजाएगी राजपुर रोड कार्यालय में  सरिता, पूनम  माम से संपर्क कीजिएगा 🍎🍎🍎

मुख्यमंत्री का कार्यक्रम स्थल के मुख्य गेट पर पांच कन्याओं द्वारा तिलक और पुष्प वर्षा के साथ स्वागत और अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पशुपालन विभाग के स्टॉल पर गिर प्रजाति की गौ माता का पूजन कर जनपदवासियों की खुशहाली, बेहतर स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना की। स्टॉलों के अवलोकन के दौरान उत्तराखंड राज्य आजीविका मिशन के स्टॉल पर मुख्यमंत्री ने चरखा में कताई कर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का मनोबल बढ़ाया। उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा से लाभान्वित लाभार्थियों के साथ सीधा संवाद भी किया। मुख्यमंत्री ने मिट्टी के बर्तन और तुलसीमाला स्टॉल पर महिलाओं के इस स्वरोजगारपरक गतिविधि की सराहना करते हुए स्वयं भी इस पर अपना हाथ आजमाया और उन्हें इस कला को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नव दुर्गा की प्रतीक कन्याओं का पूजन कर प्रदेश की सुख-शांति, खुशहाली, चहुमुखी विकास की कामना की।

स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर महिलायें बन रही हैं आत्मनिर्भर।

मातृ शक्ति के सहयोग के बिना किसी भी समाज अथवा राष्ट्र का संपूर्ण विकास नहीं हो सकता – मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को रूद्रपुर में आयोजित नारीशक्ति वन्दन महोत्सव में उमड़े जनसैलाब में उपस्थित मातृशक्ति का आभार व्यक्त कर सभी को आगामी उत्तरायणी पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने विभिन्न महिला समूहों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का भी निरीक्षण किया। अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि आज एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प को धरातल पर उतारने का कार्य हो रहा है, वहीं मातृ शक्ति की प्रतिभा और कौशल से देश व दुनिया को परिचित कराने का कार्य भी किया जा रहा है। उत्तराखंड राज्य के निर्माण में मातृ शक्ति द्वारा दिए गए योगदान को कभी नहीं भुलाया नहीं जा सकता, मातृ शक्ति के सहयोग के बिना किसी भी समाज या किसी भी राष्ट्र का संपूर्ण विकास नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन में भी महिलाओं ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया था। आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर का उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने मातृ शक्ति का आवाह्न किया कि इस शुभ अवसर पर राम दीपोत्सव पर्व मनाने के लिए लोगों को जागरूक करने के प्रयास किये जाएं। 22 जनवरी को हर घर दीप जले, हर मंदिर में भगवान राम का गुणगान किया जाए। यह सम्पूर्ण देश के लिये गर्व की बात है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में जो काम हो रहे हैं वे नए भारत की शानदार तस्वीर प्रस्तुत करते हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने महिलाओं को ’’सुविधा के साथ सुरक्षा भी’’ का सिद्धांत अपनाकर महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव किए हैं। आज गांव-गांव में महिलाओं को घर, शौचालय, गैस, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से जोड़ा गया। उन्होंने कहा कि बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, टीकाकरण और अन्य आवश्यक जरूरतों पर भी सरकार पूरी संवेदनशीलता से काम कर रही है। आज देशभर में स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं, उत्तराखंड में भी महिला स्वयं सहायता समूहों की बहनों ने प्रत्येक क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया है। वर्तमान में देश में लगभग 70 लाख स्वयं सहायता समूह हैं, जिनसे लगभग 8 करोड़ बहनें जुड़ी है, पिछले 6-7 सालों के दौरान स्वयं सहायता समूहों में तीन गुना से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। उत्तराखंड में भी महिला स्वयं सहायता समूहों ने प्रत्येक क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया है। महिलाओं में स्वरोजगार का दायरा बढ़ाने तथा आत्मनिर्भर भारत के संकल्प में अधिक से अधिक महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी निरंतर प्रयासरत हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री  मोदी के मार्गदर्शन में हम भी अपने प्रदेश में महिलाओं को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी प्रक्रिया के अंतर्गत राज्य में सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण देने के साथ ही ’‘मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना‘’, ’’मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना’’, ’’लखपति दीदी योजना’’, ’’मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना’’, ’’नंदा गौरा मातृवंदना योजना’’ और ’’महिला पोषण अभियान’’ जैसी योजनाएं प्रारंभ की हैं। उन्होंने कहा कि हमने एक ओर जहां उत्तराखंड में देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून लागू किया, वहीं धर्मांतरण रोकने के लिए भी कानून बनाया। प्रदेश में पहली बार लैंड जिहाद के खिलाफ कार्रवाई की गई। वहीं भ्रष्टाचारियों के खिलाफ भी पहली बार कार्रवाई करने से हम पीछे नहीं हटे।

कार्यक्रम को केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री  अजय भट्ट, जनपद के प्रभारी मंत्री  गणेश जोशी एवं क्षेत्रीय विधायक  शिव अरोरा ने भी सम्बोधित किया।

इस अवसर पर विधायक  त्रिलोक सिंह चीमा, जिलाध्यक्ष  कमल जिन्दल,  गुँजन सुखीजा, कुमाऊँ आयुक्त  दीपक रावत, डीआईजी कुमाऊँ  योगेंद्र रावत, जिलाधिकारी  उदय राज सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  मंजूनाथ टीसी सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
 LIVE: देहरादून में आयोजित ‘राम राग’ एक संध्या राम के नाम कार्यक्रम

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मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने बुधवार को सचिवालय में प्रदेश में बनने वाली सभी टनल, ऑटोमेटेड और सरफेस पार्किंग की प्रगति की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने कहा कि उत्तराखण्ड एक पर्वतीय प्रदेश होने के कारण यहां पार्किंग एक बहुत बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पर्वतीय जनपदों में पार्किंग के लिए अन्य विकल्पों पर विचार किया जाना अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने लगातार प्रयास कर प्रदेश में अधिक से अधिक पार्किंग्स बनाए जाने के निर्देश दिए।

मुख्य सचिव ने पार्किंग्स के निर्माण में धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रदेश में सभी प्रकार की पार्किंग्स के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने टनल पार्किंग्स की साप्ताहिक मॉनिटरिंग करते हुए शीघ्र कार्य शुरू कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रदेश में छोटी-छोटी परन्तु अधिक संख्या में पार्किग्स बनाए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पार्किंग की प्रगति की साप्ताहिक रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। लगातार बैठकें आयोजित करा कर समस्याओं का निस्तारण किया जाए। समस्या का समाधान निर्धारित समय में न होने पर मुख्य सचिव स्तर पर बैठक आयोजित कराई जाए।

बैठक के दौरान बताया गया कि प्रदेश में टनल पार्किंग के लिए 11 स्थानों को चिन्हित किया गया है। जिनमें 7 की डीपीआर तैयार हो रही है, 1 की डीपीआर स्वीकृत हो गई हैं। 2 की तकनीकी जांच गतिमान हैं। बताया गया कि ऑटोमेटेड पार्किंग के लिए 9 लोकेशन चिन्हित की गई हैं। 5 प्रस्तावों को राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत दे दी गई है। 2 की डीपीआर तैयार की जा रही है, 1 की डीपीआर तैयार है स्वीकृति की जा चुकी है, 1 भूमि की एनओसी स्तर पर लंबित है।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन एवं सचिव श्री एस. एन. पांडेय सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने बुधवार को सचिवालय में विभिन्न विभागों की परिसम्पत्तियों एवं भूमि पर अतिक्रमण रोकने के लिए सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक ली। मुख्य सचिव ने कहा कि सरकारी, अर्द्ध सरकारी, सार्वजनिक निगमों, ग्राम सभाओं आदि की परिसम्पत्तियों पर कब्जा रोकने के लिए पोर्टल और मोबाइल ऐप तैयार किया गया है। जिसपर विभाग अपने अपने कब्जे वाली जमीनों का अक्षांश एवं देशान्तर रेखाओं की डायमेंशन और लोकेशन के साथ पोर्टल पर डाटा अपलोड करेंगे।

मुख्य सचिव ने कहा कि इस पूरे कार्य में राजस्व परिषद को सक्रिय भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि हम जितनी जल्दी यह प्रक्रिया पूरी करेंगे, उतनी अधिक भूमि अतिक्रमण होने से बचा सकेंगे। उन्होंने कहा कि सभी विभागों को इसके लिए अपने स्तर से अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय करनी होगी कि उनके कार्यकाल में यदि विभाग की भूमि पर अवैध कब्जा होता है तो उसकी जवाबदेही किस अधिकारी की होगी। उन्होंने कहा कि जनपद स्तरीय विभागीय अधिकारी ही अपने स्तर की भूमि पर अतिक्रमण रोकने के लिए जिम्मेदार होगा।

मुख्य सचिव ने कहा कि पोर्टल और मोबाइल ऐप सहित अन्य तकनीकी सुविधाओं के लिए आईटीडीए और यू-सैक संयुक्त रूप से कार्य करेंगे। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को भूमि की जियो मैपिंग के लिए समय सीमा निर्धारित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि विभागों द्वारा प्रत्येक माह अपनी-अपनी भूमि की फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी करायी जानी है, पिछले माह की फोटो-वीडियोग्राफी से तुलनात्मक अध्ययन कर अतिक्रमण होने या न होने का पता लग जाएगा। यदि अतिक्रमण हुआ है तो अतिक्रमण हटाया जाना सुनिश्चित करके विभागीय नोडल अधिकारी की भी जिम्मेदारी तय की जाएगी।

मुख्य सचिव ने कहा कि नगर निगमों एवं नगर पालिकाओं को इस दिशा में तेजी से कार्य करना होगा। इन क्षेत्रों की अत्यधिक कीमती भूमि होने के कारण इन क्षेत्रों में सरकारी भूमि पर तेजी से अति से अतिक्रमण हो रहा है। मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों से डाटा कलेक्शन के दौरान फील्ड में आ रही समस्याओं के विषय में भी जानकारी ली। तकनीकी समस्याओं के निस्तारण के लिए आईटीडीए और यूसैक को एक सप्ताह का समय देते हुए तकनीकी सहयोग लगातार दिए जाने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर सचिव  अरविन्द सिंह ह्यांकी,  सचिन कुर्वे, डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम, सीसीएफ पराग मधुकर धकाते, कमिश्नर एवं सचिव राजस्व परिषद  चंद्रेश कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं जनपदों से जिलाधिकारी एवं विभागीय जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री रेसकोर्स बन्नू स्कूल में आयोजित राम राग एक संध्या राम के नाम भजन संध्या में हुए शामिल।*

*पद्म श्री कैलाश खेर और कन्हैया मित्तल के भजनों से राममय हुआ वातावरण, झूमने पर मजबूर हुए दर्शक।*

*दोनों गायकों को राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित।*

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) एवं मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सायं रेसकोर्स बन्नू स्कूल में आयोजित राम राग एक संध्या राम के नाम भजन संध्या में शामिल हुए। उन्होंने पद्म श्री कैलाश खेर और कन्हैया मित्तल को सम्मानित करते हुए कहा कि कैलाश खैर और कन्हैया मित्तल अपने भजनों के माध्यम से दुनिया में अपना नाम रोशन कर रहे हैं। उनके भजन भाव विभोर करने के साथ दिल को छू जाने का कार्य करते हैं। दोनों गायकों के भजनों से पूरा वातावरण राममय होने के साथ ही बड़ी संख्या में उपस्थित लोग पूरी तन्मयता से श्री राम की भक्ति में सराबोर नजर आये।

संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित इस भजन संध्या में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रभु श्रीराम हमारे आदर्श हैं जिनकी सभी लीलाएँ मानव जीवन में अनुकरणीय हैं। सच्चिदानंद स्वरूप होते हुए भी मानव जीवन में हमारे और आपके लिए वे अवतरित हुए, क्योंकि उन्हें समाज को “अच्छे मनुष्य बनो और अच्छे मनुष्य बनाओ“ का संदेश देना था। आगामी 22 जनवरी को रामलला अयोध्या में विराजमान होने जा रहे हैं और यह ऐसा अवसर है, जिसके लिए हमने वर्षों इंतजार किया।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री  गणेश जोशी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष  महेन्द्र भट्ट, विधायक  खजान दास, सचिव संस्कृति  हरिचन्द्र सेमवाल, महानिदेशक सूचना एवं विद्यालयी शिक्षा  बंशीधर तिवारी, निदेशक संस्कृति श्रीमती बीना भट्ट आदि उपस्थित थे।

*मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत आने वाले मंदिरों से़ अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं और पर्यटकों को जोड़ने के लिए 15 अप्रैल से कोलकाता से टनकपुर रेल सेवा मानसखण्ड एक्सप्रेस प्रारम्भ किये जाने की योजना*

*मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत मंदिरों को जोड़ने वाली अप्रोच रोड्स के चौड़ीकरण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश*

*संस्कृति विभाग को राज्य की ऐतिहासिक विरासतों, मंदिरों आदि के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु हेरीटेज एक्ट पर कार्य करने के निर्देश*

*अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के कार्यों की समीक्षा की*

*मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत चिहिन्त कुमाऊँ मण्डल के सभी 16 मंदिरों के अलग-अलग मास्टर प्लान अनुमोदित, 9 मंदिरों की डीपीआर तैयार, अधिकांश मंदिरों का शिलान्यास जल्द*

*मानसखण्ड मंदिरों की अप्रोच रोड्स के सम्बन्ध में सिंगल लाइन सड़कों को डबल लाइन में बदलने के कार्यो को जल्द समाप्त करने के निर्देश*

अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने जानकारी दी है कि मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी के विजन के अनुरूप मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत आने वाले मंदिरों से़ अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं और पर्यटकों को जोड़ने के लिए 15 अप्रैल से एक रेल सेवा मानसखण्ड एक्सप्रेस प्रारम्भ किये जाने पर कार्य चल रहा है। यह रेल सेवा कोलकाता से टनकपुर तक संचालित की जाएगी। श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए टनकपुर से पूर्णागिरी, हाटकालिका, पाताल भुवनेश्वर, जागेश्वरधाम, गोल्ज्यू देवता मंदिर, नन्दा देवी, कैंची धाम आदि मानसखण्ड मंदिर माला के अन्य मंदिरों तक स्थानीय बस व अन्य परिवहन सेवाओं को संचालित किया जाएगा। केएमवीएन के अतिथि गृह, होम स्टे, स्थानीय होटल आदि तथा हुनर योजना के तहत प्रशिक्षित स्थानीय गाइड्स पर्यटकों के आतिथ्य में सहयोग करेंगे। पर्यटकों की वापसी के लिए काठगोदाम से कलकता के लिए रेल सेवा उपलब्ध रहेगी। सचिवालय में मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के कार्यों की समीक्षा के दौरान एसीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने लोक निर्माण विभाग को मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत मंदिरों को जोड़ने वाली अप्रोच रोड्स के चौड़ीकरण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं।

बैठक में एसीएस श्रीमती राधा रतूड़ी को पर्यटन विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत चिहिन्त कुमाऊँ मण्डल के सभी 16 मंदिरों के अलग-अलग मास्टर प्लान अनुमोदित हो चुके हैं। इनमें से 9 मंदिरों की डीपीआर तैयार हो चुकी है। इनमें से अधिकांश मंदिरों का शिलान्यास जल्द हो जाएगा। मंदिरों के सौन्दर्यीकरण एवं विकास का कार्य कलस्टर अप्रोच के साथ किया जा रहा है। एसीएस श्रीमती रतूड़ी ने मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत आने वाले सभी मंदिरों सौन्दर्यीकरण के साथ ही इनसे जोड़ने वाली अप्रोच रोड के चौड़ीकरण के कार्यो को भी साथ-साथ जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं। लोक निर्माण विभाग को सिंगल लाइन सड़कों को डबल लाइन में बदलने के कार्यो को जल्द समाप्त करने के निर्देश जारी हुए हैं।

अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने संस्कृति विभाग को राज्य की ऐतिहासिक विरासतों, मंदिरों आदि के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु हेरीटेज एक्ट पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं।

बैठक में सचिव  सचिन कुर्वे सहित संस्कृति, लोक निर्माण विभाग, पर्यटन विभाग के उच्च अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु की अध्यक्षता में सचिवालय में जलस्रोत एवं नदी पुनरोद्धार प्राधिकरण (SARRA)की बैठक सम्पन्न हुयी। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि उत्तराखण्ड एक पर्वतीय प्रदेश होने के कारण मानसून सीजन के 3 महीनों में प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में होने वाली वर्षा का लगभग 90 प्रतिशत जल नदियों में बह जाने के कारण किसी भी प्रयोग में नहीं आ पाता और पर्वतीय क्षेत्रों में बाकी महीनों में पानी की कमी बनी रहती है।

मुख्य सचिव ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में वर्षा के जल को लाखों की संख्या में चैकडैम बनाकर संग्रहित कर भूजल को बढ़ाया जा सकता है। इससे पर्वतीय क्षेत्रों में सूख रहे जलस्रोतों को रिचार्ज किए जाने में सहायता मिलेगी, साथ ही, पर्वतीय क्षेत्रों के जल स्रोतों एवं नदियों में वर्षभर पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के भूभाग का 70 प्रतिशत से अधिक वन क्षेत्र है, इसलिए वन विभाग को इसके लिए महत्त्वपूर्ण एवं एक्टिव भूमिका निभानी होगी।

मुख्य सचिव ने SARRA को चेकडैम बनाने के लिए मास्टर प्लान तैयार किए जाने के निर्देश दिए। कहा कि मास्टर प्लान में प्राथमिकता को पहले से निर्धारित किया जाए। बिना समस्या वाले ऐसे स्थान जहां कम से कम तैयारी में तुरन्त कार्य शुरू किया जा सकता उनको प्राथमिकता में रखा जाए। उन्होंने कहा कि अगले 1 साल, 2 साल, 5 साल और 10 साल के लिए लक्ष्य निर्धारित करते हुए लक्ष्य के अनुसार योजना की लगातार मॉनिटरिंग की जाए। उन्होंने कहा प्रत्येक नदी के लिए अधिकारी नियुक्त कर ऐसे स्थानों को चिन्हित कर प्रदेश को सैचुरेट किया जाए जहां नदी की स्प्रिंग में चेकडैम बनाकर पानी का संग्रहण किया जा सके। मुख्य सचिव ने कहा कि SARRA के कुल बजट का 70-80 प्रतिशत खर्च चेकडैम पर खर्च किया जाए।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, सचिव  अरविन्द सिंह ह्यांकी, जलागम प्रबन्धन से श्रीमती नीना ग्रेवाल सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत जनपद चम्पावत के लाभार्थियों से वर्चुअल संवाद किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने केन्द्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ पाने वाले लोगों से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े नौ साल में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जनहित में बड़े निर्णय लिये गये हैं और समाज के हर वर्ग के लोगों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं बनाई गई हैं। समाज के अन्तिम छोर के लोगों तक योजनाओं का पूरा लाभ मिले, इसके लिए लगातार प्रयास किये गये हैं। 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस पर विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारंभ प्रधानमंत्री द्वारा किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य भी समाज के गरीब और वंचित लोगों तक योजनाओं का पूरा लाभ पहुंचाना है। राज्य की 7795 ग्राम पंचायतों में विकसित भारत संकल्प यात्रा के कार्यक्रम किये गये हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा से केंद्र व राज्य सरकार की अनेक जन कल्याणकारी योजनाओं का लोगों को तेजी से लाभ मिला है। केन्द्र एवं राज्य सरकार की अनेक योजनाओं का लाभ लोगों को घर बैठे ही ऑनलाईन सेवाओं के माध्यम से मिल रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में नई कार्य संस्कृति बनी है। लोगों को योजनाओं का लाभ उनके घरों पर जाकर दिया जा रहा हैं उन्होंने केन्द्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित होने वाले लोगों से आह्वान किया कि अन्य पात्र लोगों को भी इन योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा समाज के विभिन्न वर्गों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं चलाई जा रही हैं। दिव्यांग पेंशन प्रतिमाह 1200 रूपये से बढ़ाकर 1500 रूपये की है। अब प्रत्येक पात्र पति-पत्नी को वृद्धावस्था पेंशन भी बढ़ाकर प्रतिमाह 1500 रूपये की गई है। पहले यह धनराशि परिवार में केवल एक को मिलती थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हर व्यक्ति के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने का कार्य हुआ है। राज्य में भी स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य में मातृशक्ति द्वारा स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने की दिशा में सराहनीय कार्य किया जा रहा है। राज्य की महिलाओं द्वारा बनाये जा रहे अनेक उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ रही है। हमें उत्पादों की पैकेजिंग और मार्केटिंग की दिशा में और कार्य करने होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक निवेशक सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ को लांच किया। इसके माध्यम से उत्तराखण्ड के उत्पादों को वैश्विक स्तर पर नई पहचान मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि चम्पावत को आदर्श जनपद बनाने की दिशा में सरकार निरंतर कार्य कर रही है। आदर्श चंपावत से आदर्श उत्तराखण्ड का मॉडल बनेगा।

मुख्यमंत्री से संवाद के दौरान चम्पावत के श्री लक्ष्मी दत्त ने बताया कि उन्होंने पीएम स्वनिधि के तहत पहले 10 हजार और फिर 20 हजार का लोन लिया। वे इस लोन को पूरा कर चुके हैं, अब 50 हजार का लोन लेने वाले हैं। श्री लक्ष्मी दत्त ने बताया कि वे विकलांग हैं, विकलांग पेंशन के साथ पी.एम स्वनिधि योजना का लाभ मिलने से उन्हें बहुत मदद मिली है। एनआरएलएम ये जुड़ी श्रीमती कविता ने कहा कि स्वयं सहायता समूह के जरिये वे पिरूल के गुलदस्ते, टोकरी, राखी तथा आवंले और अदरक की कैंडी बना रही हैं, जिससे उनको अच्छी आय प्राप्त हो रही है। रोहित सिंह मेहर ने बताया कि उनके द्वारा मत्स्य पालन के लिए 08 तालाबों को निर्माण किया जा रहा है, इसके लिए उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के बाद 60 हजार रूपये की सब्सिडी मिली है। इस अवसर पर उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना एवं केन्द्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त करने वाले लोगों ने मुख्यमंत्री से संवाद कर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर अपर सचिव  रणवीर सिंह चौहान,  आनन्द स्वरूप, वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी चम्पावत  नवनीत पाण्डे और जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने स्वामी विवेकानन्द की जयन्ती पर उनका भावपूर्ण स्मरण कर इस अवसर पर आयोजित होने वाले ‘राष्ट्रीय युवा दिवस‘ की प्रदेशवासियों को शुभकामनाएँ दी हैं। अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द महान आध्यात्मिक विचारक एवं वक्ता थे। उन्होंने भारतीय दर्शन तथा हमारी महान संस्कृति के महत्व को देश व दुनिया से परिचित कराने का महान कार्य किया। वह युवाओं के लिए भी प्रेरणास्त्रोत थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत युवाओं का देश है। हमारे युवा देश की ताकत हैं। स्वामी विवेकानंद ने हमें उठो, जागो और लक्ष्य प्राप्त होने तक न रूको का मंत्र दिया था। देश एवं राज्य के विकास के लिए युवाओं का देश के प्रति जिम्मेदार होना जरूरी है। स्वामी विवेकानन्द द्वारा दिये गये संस्कारों एवं शिक्षा को आगे बढ़ाने की जरूरत बताते हुये मुख्यमंत्री ने युवाओं सहित सभी प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि वे अपनी ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग कर देश एवं प्रदेश के विकास में अपना योगदान देकर सहयोगी बनें।

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