पूज्यपाद प्रातः वंदनीय श्री गुरुभागवान अनन्त श्रीविभूषित ज्योतिष्पीठाधीश्वर एवं द्वारका शारदापीठाधीश्वर आदि जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराज की जय।।
महाराज श्री का जिस रूपमें आप प्रातः सायंम दर्शन कर एकाग्रता से ध्यान लगाते हैं उस रूप में आपको फल प्राप्ति का आशीर्वाद मिलेगा । आपकी सदवाणी अकाट्य बनी रहेगी।