पबेलियन ग्राउंड में सांस्कृतिक कार्यक्रम चैत की चैतवाल्या

Pahado Ki Goonj

https://youtu.be/KDLx3paLiHo

देहरादून ,पबेलियन ग्राउंड के दृष्य से अपनी संस्कृति को बढ़ावा देने से अपने घर के खान पान से अपनी पहचान मजबूत बनती है। अपनी संस्कृति बनाने में  हजारों साल लगते हैं बिगाड़ने में  कुछ ही साल  लगते हैं हम पहले गरीबी से नंगे रहते हैं अब अपने सम्पन होने पर न गई पर उत्तर आये हैं।

कोई संघठन ngo इसे बचाने की पहल नहीं कर रहा है हम अब शर्म छोड़कर बेशर्मी की सीमा में प्रवेश करने वाले लोगों की श्रेणी के साथ साथ अब पशुओं की मानव के रूप पशु हो रहे हैं।

हम दुसरे का खान पान  के साथ साथ नाम बदल कर रह रहे लोगों से अपना भाई चारा प्रेम बढ़ा कर  राक्षस वर्ण जैसी शादी कर देते हैं। हम पशु न बने ।अपनी पहचान बनाये रखने के लिए कृत संकल्प लें कर काम करें।

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