- फूड सेफ्टी कनेक्ट एप पर करें मिलावटखोरी से जुड़ी शिकायत
- विभाग की ओर से जल्द प्रकाशित की जाएगी खाद्य सुरक्षा की कसौटी पुस्तक
- वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे पर खाद्य कारोबारियों, मीडिया व विषय विशेषज्ञों के साथ खाद्य सुरक्षा संवाद आयोजित किया
- खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन(एफडीए) एवं पीआरएसआई के तत्वावधान में आयोजित हुआ कार्यक्रम
देहरादून,खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन(एफडीए) की ओर से वर्ल्ड फूड सेफ्टी डे पर शुक्रवार को खाद्य कारोबारियों, मीडिया व विषय विशेषज्ञों के साथ खाद्य सुरक्षा संवाद आयोजित किया गया।
सुभाष रोड स्थित होटल में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन(एफडीए) के अपर आयुक्त श्री ताजबर सिंह जग्गी व अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर अपर आयुक्त ने कहा कि संतुलित व सुरक्षित आहार ही स्वस्थ रहने का आधार है। जिसके लिए विभाग पूरे प्रयास कर रहा है। चारधाम यात्रा मार्गों व पर्यटन केन्द्रों पर विशेष अभियान चलाकर मिलावटी खाद्य पदार्थ बेचने वालों पर नकेल कसी जा रही है। विगत पांच महीनों में ही जनवरी 2024 से मई 2024 तक 1763 नमूने लिये जा चुके हैं। जांच में दोषी पाये जाने वालों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के साथ ही मुकदमे दर्ज किये जा चुके हैं। किसी भी तरह की समस्या या शिकायत के लिए विभागीय टोल फ्री नम्बर 180018004246 पर जानकारी देने की बात कही। राज्य में खाद्य अपमिश्रण पर अंकुश लगाने हेतु मानव संसाधन जैसे कि खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की कमी को जल्दी दूर कर लिया जायेगा। इस हेतु 25 खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के चयन हेतु लोक सेवा आयोग को अधियाचन भेजा गया है। लोक सेवा आयोग से चयन होने तक प्रतिनियुक्ति पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी तैनात किये जाने की प्रक्रिया गतिमान है। राज्य के प्रवर्तन/सर्विलान्स की कार्यवाही में तेजी लायी जा रही है। खाद्य उपभोक्ताओं को अपमिश्रण के प्रति जागरूक किये जाने हेतु प्रशिक्षण व त्वरित जांच हेतु 03 सचल खाद्य विश्लेषण शालाओं के माध्यम से निगरानी नमूने जांच किये जा रहे है। खाद्य करोबारकर्ताओ को खाद्य नियमों की जानकारी, स्वच्छता सम्बन्धी मानकों हेतु जागृत करने हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। 2000 स्ट्रीट वेन्डरों को राज्य के विभिन्न जनपदों में प्रशिक्षित किया जा चुका है। अपमिश्रण सम्बन्धी अपराध का पता लगाने व अपराधी को पकड़वाने में मदद करने हेतु जल्द ही राज्य खाद्य सुरक्षा अधिनियम के नियमों के तहत विधि व निधि निर्धारित करने हेतु प्रयासरत है। बताया कि खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन द्वारा जल्द ही सर्विलान्स की कार्यवाही करेगा, जिसमें फल (आम, केला आदि), मसाले, दूध व खाद्य तेल प्रमुख है। उन्होंने कहा कि राज्य में विद्यमान खाद्य निर्माण इकाईयों का रिस्क बेस निरीक्षण किये जायेगे। दुग्ध उत्पाद, खाद्य तेल, मसाले निर्माण इकाइयों का समय-समय पर निरीक्षण कर नियमों के उल्लंघन पर दंडात्मक कार्यवाही की जायेगी।
एम्स ऋषिकेश के कम्युनिटी मेडिसीन विभाग से डॉ संतोष ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि हम फूड पेंडेमिक के दौर में जाने वाले हैं। उन्होंने कहा कि अगर हम खाने को दवा की तरह लेना पसंद करेंगे तो हो सकता है कि आने वाले दिनों में दवा लेने की जरूरत न पड़े। उन्होंने कहा कि जब भी हम खानपान की बात करते हैं तो यह हमारी जिम्मेदारी और यह हमें तय करना है कि हमारे शरीर के लिए क्या सही है। उन्होंने कहा कि हम लोग भोजन के बजाए स्वाद को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं और यही स्वाद हम सबको बर्बाद कर रहा है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए जिम नहीं, अच्छी किचन जरूरी है। उचित खानपान के बिना, जिम भी कुछ नही कर सकता। उन्होंने कहा कि नशे की लत की भांति जंक फूड का भी एडिक्शन लोगों में होता जा रहा है, जिसे अभी सब नजरअंदाज कर रहे हैं। इस फूड एडिक्शन के कारण ही आज तमाम लोग हृदयाघात, हाइपरटेंशन, ओबेसिटी जैसी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि खाने से पहले जरूर सोचें, नहीं तो अनएक्सपेक्टेड के लिए तैयार रहिए।
पीआरएसआई के देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष व सूचना एवं लोक संपर्क विभाग में उपनिदेशक श्री रवि बिजरानिया ने कहा कि आज सुरक्षित खानपान के बारे में चर्चा बहुत आवश्यक है। इस विषय पर अधिक से अधिक जन जागरूकता फैलाने की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सही खानपान के लिए सावधानी जरूरी है और हमें बहुत ज्यादा स्वाद के लालच से भी बचना होगा। लोगों को फूड सेफ्टी पर जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म का उपयोग किया जा सकता है।
इस अवसर पर खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के उपायुक्त श्री गणेश चंद्र कंडवाल ने बताया कि विभाग की ओर से बहुत जल्द खाद्य सुरक्षा की कसौटी नामक पुस्तक का प्रकाशन किया जाने वाला है जिसमें खाद्य सुरक्षा से जुड़ी तमाम जानकारी उपलब्ध होगी। उन्होंने इस दौरान आसान तरीकों से घर में मिलावट की जांच के लिए किए जाने वाली विधि सहित मिलावट की शिकायत के लिए एफएसएसएआई की ओर से बनाई गई फूड सेफ्टी एप के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोई भी शिकायत फूड सेफ्टी कनेक्ट एप पर दर्ज की जा सकती है। वरिष्ठ पत्रकार सुश्री ज्योत्स्ना ने कहा कि फूड सेफ्टी की जन जागरूकता के लिए महिलाओं पर विशेष ध्यान देना चाहिए। लोग स्वस्थ भोजन के प्रति जागरूक भी हो रहे हैं, इसलिए आज मिलेट की बात की जा रही है।
वरिष्ठ पत्रकार गजेंद्र नेगी ने भी खाद्य सुरक्षा को लेकर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि हमें संतुलित जीवन अपनाना होगा। पोषक भोजन भी स्वादिष्ट होता है। फूड हैबिट पर ध्यान देना होगा। फूड सेफ्टी विभाग के ढांचे को आज की परिस्थितियों के अनुरूप मजबूत किए जाने की आवश्यकता है। विभाग के खाली पदों को भरने के साथ ही पदों की संख्या को दोगुना किया जाना चाहिए।
वरिष्ठ पत्रकार राकेश खंडूरी ने कहा कि फूड सेफ्टी से संबंधित कानून को और अधिक सख्त किया जाना चाहिए। आम लोगों को ये जानकारी होनी चाहिए कि किन साधारण तरीकों से घर पर ही खाने पीने की चीजों में मिलावट की जांच की जा सकती है।
इस अवसर पर होटल एसोसिएशन की ओर से श्री साहनी, अनिल मारवाह, पीएसआरआई से श्री अनिल सती, सुरेश भट्ट, संजय पांडे, आकाश, वैभव गोयल, मनोज सती, एफडीए से एडिशनल ड्रग कंट्रोलर डॉ सुधीर कुमार, नीरज कुमार, मनीष सयाना, पीसी जोशी, संजय तिवारी, रमेश सिंह, आदि उपस्थित रहे।आगे पढ़ें
पर्यटकों से मारपीट करने वाले तीन राफ्टिंग गाइड गिरफ्तार
देहरादून। पर्यटकों के साथ मारपीट करने वाले तीन राफ्टिंग गाइडों को पुलिस ने गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 6 जून को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल वीडियो जो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हुआ था। जिसमें राफ्टिंग गाइड व हैल्पर द्वारा ब्रह्मपुरी राफ्टिंग पॉइंट पर की जा रही टूरिस्ट के साथ मारपीट पर संज्ञान लेते हुए को नवनीत सिंह भुल्लर ,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद टिहरी गढ़वाल द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रभारी निरीक्षक मुनि की रेती को उक्त प्रकरण में कार्यवाही किए जाने हेतु आदेशित किया गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए वायरल वीडियो की गहनता से जांच करने के उपरांत घटना से संबंधित वीडियो 29 मई 24 का होना पाया गया। घटना में आशीष जोशी पुत्र राकेश चंद्र जोशी निवासी ग्राम व्योंता रुद्रप्रयाग हाल पता ऋषि गंगा एडवेंचर ,राम झूला मुनि की रेती टिहरी गढ़वाल (हैल्पर), कमलेश राजभर पुत्र रामदयाल निवासी चंद्रबेश्वर नगर चंद्रभागा ऋषिकेश देहरादून (गाइड) तथा गंगा त्यागी सोमपाल त्यागी निवासी कैलाश गेट शीशमझाड़ी मुनि की रेती टिहरी गढ़वाल (गाइड) का नाम प्रकाश में आया। उक्त राफ्टिंग गाइडध्हैल्पर वर्तमान में ऋषि गंगा एडवेंचर तथा पैडलर हिमालय मुनि की रेती में काम करते हैं। वीडियो की सत्यता जानने के लिए उक्त व्यक्तियों को पूछताछ हेतु बुलाया गया। उक्त व्यक्तियों आशीष व कमलेश ने पूछताछ करने पर बताया कि राफ्ट को राफ्टिंग पॉइंट पर ले जाते समय राफ्ट लगने के कारण अन्य कंपनी के क्लाइंट से विवाद हो गया था जिस कारण मारपीट की घटना घटित हुई। उक्त व्यक्तियों की घटना में पुष्टि होने के कारण आज तपोवन रोड मुनि की रेती से गिरफ्तार किया गया। उपरोक्त गिरफ्तार व्यक्तियों को समय से न्यायालय भेजा जा रहा है। प्रकाश में आई एडवेंचर कंपनी ऋषि गंगा तथा पेडलर हिमालय के संबंध में लाइसेंस निरस्तीकरण हेतु रिपोर्ट जिलाधिकारी गढ़वाल को प्रेषित की जा रही है तथा उक्त कंपनी के गाइडों कमलेश राजभर तथा गंगा त्यागी के विरुद्ध भी लाइसेंस की निरस्तीकरण की रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी। घटना में प्रकाश में आए अन्य व्यक्तियों की तलाश एवं जानकारी की जा रही है जिसकी जांच जारी है।आगे पढ़ें विवाद के बाद दो युवकों को चाकू से गोदा,हालत गंभीर
देहरादून। ऋषिकेश में दो पक्षों में मामूली बात के बाद खून संघर्ष हो गया। इस विवाद में एक पक्ष की तरफ से नाबालिग किशोर ने दो युवकों को चाकू मारकर लहूलुहान कर दिया। दोनों युवकों को ऋषिकेश के सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी, जिस वजह से दोनों को डॉक्टरों ने हायर सेंटर रेफर कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार देर रात चंद्रेश्वर नगर धोबीघाट के निकट दो पक्षों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। पहले तो दोनों पक्षों के बीच बहस होती रही, लेकिन बाद में बात मारपीट तक पहुंच गई। इसी बीच नाबालिग किशोर ने सब्जी काटने वाले चाकू से एक के बाद एक दो युवकों पर हमला कर दिया।
बताया जा रहा है कि नाबालिग आरोपी ने एक युवक की छाती और दूसरे युवक के पेट में चाकू मारा है। चाकू लगने के बाद दोनों युवक लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़े थे। परिजन तत्काल दोनों को सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें प्राथमिक उपचार दिया और उनकी नाजुक हालात को देखते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया।
अस्पताल में तैनात डॉक्टर सुबा ने बताया कि घायलों की पहचान रूपेश पासवान और दीपक पासवान निवासी धोबी घाट चंद्रेश्वर नगर के रूप में हुई है। दोनो की एम्स में रेफर कर दिया गया है। वहीं, ऋषिकेश कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है। अभी मामले में कोई शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलती है तो अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल पुलिस ने मामले में अपनी तरफ से जांच शुरू कर दी है।
आगे पढ़ें
उप्र के सीएम योगी की माता एम्स में भर्ती
ऋषिकेश। एक ओर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एनडीए की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली गए हैं तो दूसरी ओर उनकी माता दोबारा बीमार पड़ गईं। उन्हें एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया है। जहां डॉक्टरों की टीम उनकी जांच कर रही है। शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत भी मिलने पहुंचे। उन्होंने इस दौरान उनके स्वास्थ्य का हाल जाना। उन्होंने एम्स के चिकित्सकों की टीम के साथ विचार विमर्श किया।इससे पहले सावित्री देवी 15 मई को एम्स में एडमिट हुई थी। फिलहाल चिकित्सकों की टीम उनकी जांच कर रही है। योगी आदित्यनाथ का मूल गांव यमकेश्वर विकासखंड का पंचूर गांव है, जो ऋषिकेश से डेढ़ दो घंटे की दूरी पर है।आगे पढ़ें तीन वाहन चोर गिरफ्तार, आठ बाइक बरामद
उधमसिंहनगर। दुपहिया वाहन चोरियों को खुलासा करते हुए पुलिस ने तीन चोरों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनकी निशानदेही पर चुरायी गयी आठ बाइक भी बरामद की गयी है।
जानकारी के अनुसार बीते रोज कोतवाली किच्छा पुलिस को सूचना मिली कि क्षेत्र में एक वाहन चोर गिरोह सक्रिय है। सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने क्षेत्र में चैकिंग अभियान चला दिया। इस दौरान पुलिस को हल्द्वानी रोड पर बेनी बाजार के समीप बाइक सवार तीन संदिग्ध आते हुए दिखायी दिये। पुलिस ने जब उन्हे रूकने का इशारा किया तो वह बाइक मोड़कर भागने लगे। जिस पर उन्हे घेर कर दबोचा गया। बाइक के सम्बन्ध में जांच करने पर पता चला किय वह बाइक 2 मई को गुंजन पैलेस किच्छा से चोरी हुई थी। जिस पर उन्हे बाइक सहित कोतवाली लाया गया। जहंा सख्ती से की गयी पूछताछ में उन्होने चुरायी गयी सात अन्य बाइक भी बरामद करवाते हुए अपना नाम सुकुम सिंह उम्र 19 वर्ष पुत्र शंकर सिंह निवासी गोल गेट थाना पंतनगर जिला उधम सिंह नगर, कृष कुमार उम्र 19 वर्ष पुत्र प्रदीप कुमार निवासी बेनी कॉलोनी थाना पंतनगर जिला उधम सिंह नगर व आबिद अली उर्फ छन्नू उम्र 20 वर्ष पुत्र साकिर अली निवासी गोल गेट थाना पंतनगर जिला उधम सिंह नगर बताया। बहरहाल पुलिस ने उन्हे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।आगे पढ़ें लाखों की स्मैक सहित तीन गिरफ्तार
उधमसिंहनगर। नशे के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के तहत पुलिस को कल देर शाम खासी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने तीन नशा तस्करों को दबोच कर उनके पास से लाखों रूपये की 124 ग्राम स्मैक बरामद की है।
जानकारी के अनुसार बीती शाम थाना पुलभट्टा पुलिस को सूचना मिली कि क्षेत्र में कुछ नशा तस्कर नशीले पदार्थो की डिलीवरी हेतू आने वाले है। सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने क्षेत्र में चैकिंग अभियान चला दिया। इस दौरान पुलिस को बैगुल पुल के समीप बाइक सवार तीन संदिग्ध आते हुए दिखायी दिये। पुलिस ने जब उन्हें रूकने का इशारा किया तो वह बाइक मोड़कर भागने लगे। इस पर उन्हे घेर कर दबोचा गया। तलाशी के दौरान उनके पास से 124 ग्राम स्मैक बरामद हुई। पूछताछ में उन्होने अपना नाम लखविन्दर सिंह पुत्र सुच्चा सिंह निवासी ग्राम सिरींजा थाना नानकमत्ता जिला उधम सिंह नगर, सरताज पुत्र अकील अहमद निवासी नयागाव सिसैया थाना सितारगंज जिला उधम सिंह व स्वर्ण सिंह पुत्र सुच्चा सिंह निवासी ग्राम सिरोंजा थाना नानकमत्ता जिला उधम सिंह नगर बताया। बताया कि बरामद स्मैक की खेप वह नानकमत्ता क्षेत्र से लाये थे जिसे वह किच्छा एंव पुलभड्डा क्षेत्र में बेचना चाहते थे। बहरहाल पुलिस ने उन्हे एनडीपीएस एक्ट की धाराओं में गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहंा से उन्हे जेल भेज दिया गया है। बरामद स्मैक की कीमत 5 लाख रूपये बतायी जा रही है।आगे पढ़ें बाडीगार्ड बस्ती में अवैध निर्माण पर चला बुल्डोजर
देहरादून। रिस्पना किनारे वर्ष 2016 के बाद हुए अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की कार्यवाही आज फिर शुरू की गयी है। लगभग दो सप्ताह के ब्रेक के बाद दस्तावेजो की जांच कर प्रशासन की टीमों द्वारा अवैध निमार्णो को ध्वस्त कर दिया गया है। हालांकि इस दौरान छिटपुट विरोध भी हुआ लेकिन प्रशासन के सख्त रवैये के आगे अवैध निर्माण ध्वस्त होता चला गया।
बता दें कि एनजीटी के निर्देश पर रिस्पना किनारे वर्ष 2016 के बाद किये गये निर्माण के सर्वे में कुल 524 अतिक्रमण पाये गये थे। इनमें से 89 अतिक्रमण नगर निगम की भूमि पर, 12 नगर पालिका मसूरी व 11 राजस्व भूमि पर पाये गये। वहीं दूसरी ओर नगर निगम के नियंत्रण में रिवर प्रफंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के लिए जिस भूमि को एमडीडीए के नियंत्रण में दिया गया था उस पर 414 अतिक्रमण होने की बात सामने आयी।
बता दें कि करीब एक माह पूर्व नगर निगम ने आपत्तियों की सुनवाई के बाद 74 अतिक्रमण की अंतिम सूची तैयार की गयी थी। जिसमें चूना भट्टा से लेकर बलबीर रोड बस्ती तक 46 निर्माण ध्वस्त किये गये थे। जबकि दीपनगर में आठ मकानों का ध्वस्तिकरण किया गया था।
मसूरी विधानसभा क्षेत्र की बाडीगार्ड बस्ती में चिन्हित 20 अवैध निर्माण पर कार्यवाही की जानी थी। लेकिन उससे पहले ही राजनीतिक दबाव के चलते नगर निगम को अपने कदम रोकने पड़े। जिसके बाद दोबारा दस्तावेजों की जांच हुई और 20 में से 10 निर्माण ही कार्यवाही की जद में आ सके। जिसके बाद आज नगर निगम व पुलिस प्रशासन की टीमों द्वारा आज सुबह ही बाडीगार्ड बस्ती में पहुंच कर अवैध निर्माण पर ध्वस्तिकरण की कार्यवाही की गयी है।आगे पढ़ें
आचार संहिता खत्म, अटकी योजनाएं अब पकड़ेंगी रफ्तार
देहरादून। चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव आचार संहिता करीब 83 दिन बाद खत्म हो गई। इसके साथ ही अब अटकी हुई परियोजनाओं में तेजी आएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हर विभाग की समीक्षा करेंगे और कार्ययोजना के 10 बिंदु लेंगे।नई भर्तियां शुरू होंगी। उत्तराखंड के मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने बताया, राज्य में 16 मार्च को चुनाव आचार संहिता लागू हुई थी जो छह जून को समाप्त हो गई। उधर, एकल सदस्यीय समर्पित आयोग की रिपोर्ट के हिसाब से निकायों में 30 प्रतिशत तक ओबीसी आरक्षण लागू किया जाना है।
इसके लिए निकायों के एक्ट में बदलाव करना होगा, जो आचार संहिता की वजह से लटका हुआ था। अब सरकार ओबीसी आरक्षण लागू करने के लिए एक्ट में संशोधन करेगी, जिसके बाद निकाय चुनाव की राह आसान होगी। प्रदेश में आचार संहिता की वजह से बीआरपी-सीआरपी के 950 पदों की भर्ती लटकी हुई थी, जो अब शुरू होने जा रही है। इसी प्रकार अपर निजी सचिव, लोवर पीसीएस समेत तमाम भर्तियों के अधियाचन विभागों या शासन स्तर पर रुके हुए थे। अब वह संबंधित भर्ती एजेंसियों को भेजे जाएंगे, जिसके बाद जल्द ही नई भर्तियां निकलेंगी।आगे देखें बोलेरो खाई में गिरी, 2 युवकों की मौत
चमोली। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर देवली बगड़ के पास एक बोलेरो वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बोलेरो में सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस एवं एसडीआरएफ ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू कार्य किया। दोनों शवों के रेस्क्यू कर खाई से निकाला गया। पुलिस ने मृतकों के शवों को पीएम के लिए भेज दिया है।
कोतवाल देवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि मासों गांव के दो लोग अपने गांव से कर्णप्रयाग की ओर आ रहे थे। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग देवलीबगड़ के पास ये लोग वाहन दुर्घटना का शिकार हो गए। जैसे ही हादसे की खबर स्थानीय लोगों को मिली वो दुर्घटनास्थल पर पहुंच गए। पहले स्थानीय लोगों ने रेस्क्यू की कोशिश की। जब वो रेस्क्यू में सफल नहीं हुए तो उन्होंने तत्काल पुलिस को सड़क हादसे की सूचना दी। सूचना के बाद पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. दोनों मृतकों को खाई से निकाला गया। मृतकों की पहचान नरेंद्र पुत्र जयकृत और अरविंद पुत्र जसपाल के रूप में हुई है। दोनों युवक नंदप्रयाग के मासों गांव के रहने वाले थे।
पुलिस ने दोनों शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं दोनों के परिजनों को सूचित किया गया है। वाहन दुर्घटना के कारणों का पुलिस पता लग रही है। जैसे ही ये सड़क हादसे की खबर दुर्घटना का शिकार हुए दोनों युवकों के घर पहुंची वहां कोहराम मच गया दोनों युवकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।आगे पढ़ें करंट लगने से लाइनमैंन की मौत
चमोली। जनपद चमोली के दशोली ब्लॉक के दुर्गापुर के समीप प्रदीप कुमार विद्युत लाइन ठीक करने के लिए पोल पर चढ़ा था। इस दौरान सिस्टम की लापरवाही के चलते करंट लगने से उसकी दर्दनाक मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने विद्युत विभाग पहुंचकर जमकर हंगामा किया।
लोगों ने मृतक प्रदीप के परिजनों के लिए न्याय की मांग की। आक्रोशित लोगों ने कहा कि जब तक प्रदीप के परिवार को उचित मुआवजा और एक परिजन को नौकरी नहीं मिल जाती उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। इस दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र भंडारी भी पीड़ित पक्ष की ओर से परिजनों का न्याय दिलाने के लिए पहुंचे। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से बात की और उचित मुआवजे के साथ मृतक की पत्नी को नौकरी की मांग रखी। उन्होंने कहा कि जो भी लापरवाह अधिकारी कर्मचारी हैं, जिनकी लापरवाही से प्रदीप की जान गई, उस पर कार्रवाई हो। वहीं अधिशासी अभियंता विद्यृत विभाग डॉ प्रदीप कुमार ने कहा कि प्रदीप आउट सोर्स से विभाग में कार्यरत था। विभागीय मानकों के अनुसार 4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जा रहा है।आगे पढ़ें मलिन बस्तियों के चिन्हीकरण के बाद सूचीबद्ध रिपोर्ट एक सप्ताह में शासन को भेजेंः सीएस
देहरादून। मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूडी ने जिलाधिकारियों को नगर निकायों में अवस्थित मलिन बस्तियों के चिन्हीकरण के बाद सूचीबद्ध रिपोर्ट एक सप्ताह में शासन को भेजने के निर्देश दिये।
आज यहां मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने जिलाधिकारियों को नगर निकायों में अवस्थित मलिन बस्तियों के चिन्हीकरण के बाद सूचीबद्ध रिपोर्ट एक सप्ताह में शासन को भेजने के निर्देश दिए हैं, ताकि उनके विकास, पुनरूद्वार व पुनर्वासन की कार्ययोजना पर जल्द से जल्द कार्य आरम्भ किया जा सके। सीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने अधिकारियों को राज्य में मलिन बस्तियों के सुधार, विनियमितीकरण, पुनरूद्वार, पुनर्वासन तथा पुनर्व्यस्थापन के लिए अत्यन्त संवेदनशीलता एवं मानवीयता के साथ प्रभावी कार्ययोजना पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस सम्बन्ध में शहरी विकास विभाग तथा आवास विभाग की एक बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। सचिवालय में राज्य स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने शहरी विकास विभाग को सफाई कर्मियों के लिए पर्याप्त आवास एवं बीमा की व्यवस्था हेतु कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश दिए हैं। सीएस ने मलिन बस्तियों हेतु प्राधिकरण के माध्यम से कॉर्पस फण्ड के निर्माण के भी निर्देश दिए हैं। बैठक में जानकारी दी गई कि शासन की अधिसूचना विभिन्न श्रेणियों के तहत जनपद बागेश्वर में श्रेणी एक की 04 मलिन बस्तियां तथा श्रेणी दो की 02 मलिन बस्तियां, हरिद्वार में श्रेणी एक की 57 मलिन बस्तियां, श्रेणी दो की 02, श्रेणी तीन की 24, नैनीताल में श्रेणी एक की 37, श्रेणी दो की 01, श्रेणी तीन की 23, अल्मोड़ा में श्रेणी एक की 04, देहरादून में कुल 128 मलिन बस्तियों चिहिन्त की गई हैं। बैठक में प्रमुख सचिव रमेश कुमार सुधांशु सहित अन्य अधिकारी तथा वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी उपस्थित थे।आगे पढ़ें
Post Views: 31