मुख्यमंत्री पुुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में आयोजित हो रहे 05 दिवसीय कल्चरल एण्ड स्पोर्टस पायरेक्सिया-2023 का शुभारम्भ किया।
उन्होंने देशभर से आये छात्र-छात्राओं एवं अतिथियों का देवभूमि में स्वागत करते हुये कहा कि यह आयोजन एक अतुलनीय पाइरेक्सिया समागम प्रतीत हो रहा है। इसमें ‘गुरु-शिष्य परंपरा’ भी परिलक्षित हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे आयोजन तनाव को कम करने, प्रतिभा एवं कौशल को अभिव्यक्त करने के साथ अच्छा ज्ञान ओर ऊर्जा प्राप्त करने में मददगार होते हैं। उन्होंने कहा कि युवा चिकित्सक बडी जिम्मेदारी एवं मेहनत के साथ इस पेशे में आये है। स्वास्थ्य शिक्षा प्राप्त करने के आपके विचार को परमात्मा ने निर्धारित किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे युवा प्रशिक्षु चिकित्सक अमृतकाल के अमृत-स्वास्थ्य सेवा प्रदाता हैं, आपको उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा, स्वस्थ समाज बनाने की चुनौती का भी सामना करना होगा। आपकी एक छोटी सी पहल व आपसी बातचीत एक मरीज़ को, उस व्यक्ति को जीवन प्रदान कर सकता है, क्योंकि डॉक्टरों पर समाज द्वारा बहुत भरोसा किया जाता है। उन्होंने कहा कि यह उत्सव एक ऐसा आकर्षण है जिसकी अनगिनत भागीदारी व्यक्ति में कौशल, नेतृत्व और टीम भावना के विकास की रही है। इससे उन्हें समाज से जुडकर समाज को स्वस्थ बनाने की भी प्रेरणा मिलेगी।
उन्होंने युवा चिकित्सकों से सुझाव के रूप में अपेक्षा की कि वे इस पायरेक्सिया में एक विशेष अतिथि की परंपरा शुरू कर सकते हैं, इसमें गरीब बस्ती के स्कूलों में जहां गरीब परिवार के बच्चे पढ़ते हैं वहां जाकर 8वीं 9वीं कक्षा के बच्चों के साथ कुछ समय बिताने के प्रयास हो। यह अवसर उस बालक मन में जिज्ञासा पैदा करेगा, जो शायद उसका टीचर नहीं कर पाएगा, उसके मन में भी नए सपने जगेंगे, उसको भी लगेगा कि कभी उसकी जिंदगी में यह अवसर आयेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून में 14 एवं 15 जुलाई को देशभर के स्वास्थ्य मंत्रियों की उपस्थिति में हुए स्वास्थ्य चिंतन शिविर में भी पारंपरिक चिकित्सा, सांस्कृतिक विविधता पर भी विशेष रूप से मंथन हुआ है। नव स्थापित एम्स की अवधारणा ही यह है कि उन क्षेत्रों में विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जांय जहां चिकित्सा सुविधाएं कम हैं। और एम्स ऋषिकेश इस कठिन भू-भाग और भौगोलिक बाधाओं वाले देवभूमि की जनता को बहुत जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है। आज सड़क दुर्घटना एक प्रमुख समस्या है। यह असामयिक मृत्यु का एक प्रमुख कारण हैं, और चौंकाने वाली बात है कि निम्न और मध्यम आय वर्ग के देशों में (भारत सहित) वैश्विक संख्या की लगभग 90ः दुर्घटनाएँ, सड़क दुर्घटना की है। इस कठिन इलाके में चिकित्सा देखभाल में सुधार हेतु एम्स ऋषिकेश ने हेलीकॉप्टर आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं (एचईएमएस) की शुरुआत की है, दूर-दराज के क्षेत्रों से एम्स ऋषिकेश में लाए जाने वाले ट्रॉमा रोगियों के लिए एयर एम्बुलेंस और हेलीपैड तथा, ट्रॉमा और आपातकालीन सुविधा की शुरुआत, ट्रॉमा से निपटने के लिए एक सराहनीय कदम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अमृत काल में भारत 2047 तक विकासशील भारत बनने के अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में भारत में जी-20 संवाद का विषय सच्चे अर्थों में सामाजिक न्याय को शामिल करता है। प्राचीन ज्ञान और आधुनिक विज्ञान को अपनाकर, ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ के लोकाचार को सामूहिक बढ़ावा देकर हम स्वास्थ्य विकास के लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पहले जी-20 के सम्मेलन बडे शहरों में हुआ करते थे आज देश के कोने-कोने में इसके आयोजन हो रहे है। उत्तराखण्ड में भी जी-20 के तीन आयोजन हुये है। इससे पूरी दुनिया देश के सामर्थ्य और सांस्कृतिक धरोहरों से परिचित हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एम्स ऋषिकेश का उधमसिंह नगर में सेटेलॉइट सेन्टर बनाया जा रहा है। इससे कुमाऊं क्षेत्र की जनता के साथ उत्तर प्रदेश की सीमावर्ती जनपदों के लोगों को भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
इस अवसर पर मेयर ऋषिकेश श्रीमती अनिता मंमगांई, निदेशक एम्स प्रो. मीनू सिंह, डीन डॉ. जया चतुर्वेदी सहित फैकल्टी मेम्बर एवं बडी संख्या में चिकित्सा शिक्षा के छात्र उपस्थित थे।
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देहरादून दिनांक,07 सितंबर 2023, जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका द्वारा गत दिवस जनपद अवस्थित चिकित्सालयों में किए औचक निरीक्षण के दौरान खामियां पाए जाने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी देहरादून ने चिकित्सा अधीक्षक/प्रबंधक/ पैथोलॉजी लैब इंचार्ज सीएमआई एवं कनिष्क चिकित्सालय के विरूद्ध उत्तराखण्ड महामारी अधिनियम 1897 (मलेरिया एवं डेंगू ) विनयम 2017 एवं इस्टैब्लिस्मेन्ट एक्ट के तहत नोटिस प्रेषित करते हुए। 10-10 हजार का अर्थदंड की कार्यवाही करते हुए चेक / डी०डी० के माध्यम से तीन दिवस के भीतर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में जमा कराने के निर्देश के साथ ही चेतावनी दी गई है कि भविष्य में ऐसी पुनरावृति होने पर अधिनियम के तहत विधिक कार्यवाही की जायेगी, जिसके लिये संबंधित चिकित्सालयों के चिकित्सा अधीक्षक/प्रबंधक/पैथोलॉजी लैब इंचार्ज स्वयं उत्तरदायी होंगे।
जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी, देहरादून द्वारा किए गए औचक निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि उक्त चिकित्सालय में डेंगू से ग्रसित मरीजों हेतु आईसोलेशन वार्ड नहीं बनाये गये तथा चिकित्सालय में बेड पर लेटे डेंगू मरीजों हेतु मच्छर दानी की व्यवस्था भी नहीं की गयी है। चिकित्सालय में स्थापित पैथोलॉजी लैब का भी निरीक्षण किया जिसमें पाया गया कि मौके पर न तो पैथालॉजिस्ट मिली एवं न ही वहाँ पर उपस्थित लैब टेक्नीशियन द्वारा डेंगू जाँच सम्बन्धित कोई जानकारी दी गयी।
उक्त चिकित्सालयों की लैब में प्लेटलेट कॉउन्ट से सम्बन्धित इंस्ट्रूमेन्ट की रिपोर्ट भी उपलब्ध नहीं थी, न ही प्लेटलेट काउंट 20 हजार से नीचे आने पर उसकी क्रॉस चैकिंग किसी अन्य एन०ए०बी०एल० लैब से करवाये जाने के रिकॉर्ड मौके पर पाये गये जबकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी की अध्यक्षता में कार्यालय मुख्य चिकित्साधिकारी, देहरादून में समस्त पैथालॉजिस्ट की डेंगू से सम्बन्धित बैठक आहुत की गयी थी और जिसमें डेंगू से सम्बन्धित जाँचों की रेन्डम क्रॉस चैंकिग की जानी थी, जो कि नहीं की गयी जबकि जिला स्तरीय निगरानी समिति द्वारा भी चिकित्सालयों का निरीक्षण कर दिशा-निर्देश दिये गये थे।
जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका द्वारा चिकित्सालय में जांच हेतु मजिस्ट्रेट नामित करने तथा प्रत्येक मजिस्ट्रेट के साथ चिकित्सक नामित करने के भी निर्देश दिए। साथ ही निर्देशित किया कि डेंगू में लापरवाही बरतने वाले चिकित्सालयों एवं लैब्स पर निर्धारित अधिनियम के तहत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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देहरादून दिनांक 7 सितंबर 2023, जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने जनपद में डेंगू रोग के बढ़ते प्रकोप को दृष्टिगत रखते हुए समस्त सरकारी एवं टैंकों के आस-पास बरसात का पानी ठहरने एवं टूटे नलों तथा टैंकों से पानी का रिसाव एक जगह पर एकत्र होने से डेंगू के मच्छर पनपने की सम्भावना के दृष्टिगत समस्त अधिशासी अभियन्ता उत्तराखण्ड जल संस्थान देहरादून एवं समस्त अधिशासी अभियन्ता उत्तराखण्ड जल निगम, देहरादून को निर्देशित किया है कि अपने स्तर से व्यक्तिगत रूचि लेते हुए समस्त सरकारी नलकूपों एवं टैंकों के आस-पास ठहरे पानी को नियमित रूप से सफाई कर उचित कार्यवाही से आई०डी०सी०पी कार्यालय मुख्य चिकित्साधिकारी, देहरादून को साक्ष्य फोटो सहित ई-मेल idspdehradun@gmail.com पर प्रतिदिन सायं 06:00 बजे उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
अपर श्रमआयुक्त देहरादून को निर्देशित किया है कि शहर में हो रहे निर्माण कार्यों के स्थलों पर निरीक्षण कर सम्बन्धित ठेकेदार/ फर्म को निर्देशित करें कि वह आस-पास डेंगू के लार्वा को नष्ट करने के लिये अपने स्तर प्रभावी कार्यवाही करें तथा जिन स्थानों पर मजदूर निवास कर रहे है वहाँ पर भी फॉगिंग इत्यादि करवाये जाने हेतु अपने स्तर से कार्यवाही करें।
जिलाधिकारी ने जनपद देहरादून में अवस्थित समस्त ब्लड बैंक के प्रभारियों को निर्देशित किया है कि रक्त केन्द्र में सूचना पट्ट लगाना सुनिश्चित कर लें जिसमें रकत की उपलब्धता विशेषतया प्लेलेट्स का विवरण स्पष्ट व आदुनान्त (Clear and updated) हो।, रक्त केन्द्र हर 8 घंटे में ई रक्त कोष पोर्टल को आदुनान्त (update) करना सुनिश्चित करें। साथ ही लगाये गये कैम्पो एवं लगाये जाने वाले कॅम्पों की पूर्ण सूचनायें एवं विवरण, ब्लड बैंक की प्रोटोकॉल की सूचना भी साथ में लेकर आना सुनिश्चित करें।
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डेंगू के बढ़ते प्रकोप की रोकथाम के लिए जारी रहा नगर निगम का फाॅगिंग एवं लार्वानाशक दवाओं के छिड़काव का सघन अभियान*
*नगर निगम द्वारा दिनांक 07.09.2023 को की गयी कार्यवाही*
●नगर निगम की टीम ने आज 37 वार्डों में वृहद फाॅगिंग अभियान चलाया जिसमें 05 बडे वाहन तथा 100 छोटी मशीनों का प्रयोग किया गया। इस फाॅगिग अभियान के तहत आज वार्ड 05 धोरण, वार्ड 08 साला वाला, वार्ड 09 आर्य नगर, वार्ड 13 डीएल रोड, वार्ड 14 रिसपना, वार्ड 03 रांझावाला, वार्ड 10 डोभालवाला, वार्ड 64 नेहरू ग्राम, वार्ड 65 डोभाल चौक, वार्ड 66 रायपुर, वार्ड 12 किशननगर, वार्ड 15 करनपुर , वार्ड 31 कौलागढ़, वार्ड 33 यमुना कालोनी, वार्ड 34 गोविन्दगढ, वार्ड 16 बकरआलवआलआ, वार्ड 17 चक्खु वाला, वार्ड 19 घंटा घर, वार्ड 22 तिलक रोड, वार्ड 23 खुडबूडा, वार्ड 27 झंडा मोहल्ला, वार्ड 49 भगत सिंह कॉलोनी, वार्ड 59 गुजराडा मानसिंह, व्हाट 60 डाडा लखोड, वार्ड 61 आम वाला तरला, वार्ड 62 नानूर खेड़ा,वार्ड 63 लाडपुर, वार्ड 83 केदारपुर , वार्ड 85 मोथरेवाला, वार्ड 87 पित्थुवाला , वार्ड 88 मेहूवाला 1, वार्ड 89 मेहूवाला 2 में सघन फाॅगिंग की गयी।
●नगर निगम की टीम ने ट्रैक्टर माउंटेड स्प्रे मशीन से 16 वार्डों में नालियों, नालों के साथ ही ऐसी सभी चिन्हित जगहों में लार्वा नाशक दवाओं का छिड़काव किया जहां डेंगू के लार्वा पाये जाने की सम्भावनायें थी। इन वार्डों में वार्ड सं0-30 डालनवाला दक्षिण, वार्ड सं0-36 विजय नगर , वार्ड सं0-09 आर्य नगर, वार्ड सं0-01 मालसी , वार्ड सं0-4 राजपुर, वार्ड सं0-03 रांझावाला, वार्ड सं0-86 सेवलाकला, वार्ड सं0-69 रीठामडी , वार्ड सं0-35 सुमननगर, वार्ड सं0-21 एम के पी, वार्ड सं0-40 सीमाद्वार है।
●नगर निगम की 12 टीमों ने 12 सेक्टर अधिकारी के नेतृत्व में डेंगू लार्वा का चैकिंग अभियान चलाते हुए कुल 34 स्थानों से डेंगू के लार्वा नष्ट किये तथा 16500/- का चालान वसूला।
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डेंगू कंट्रोल रूम के टोल फ्री नंबर
18001802525 पर आज शाम 07 बजे तक प्राप्त कॉल 70 ,
प्लेटलेट्स हेतु 37
समाधान 37
डॉक्टर काउंसलिंग 8
समाधान 8
हॉस्पिटल बेड हेतु 4
समाधान 4
फ़ॉगिंग 21
समाधान 16
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जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका के निर्देशों के अनुपालन में जनपद देहरादून में संचालित निजी चिकित्सालय में डेंगू नियंत्रण हेतु स्थापित कंट्रूलरूम का टोल फ्री नंबर 18001802525 के पमलेट चस्पा किए गए।
उक्त टोल फ्री नंबर पर डेंगू से संबंधित किसी भी समस्या बेड, प्लेटलेट्स, डोनर, फॉगिंग, परामर्श आदि के लिए संपर्क किया जा सकता है।
जिलाधिकारी ने जन मानस से अनुरोध किया है कि डेंगू संक्रमित होने पर पैनिक न करें, डेंगू के लक्षण प्रतीत होने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें। तथा किसी भी शिकायत एवं समस्या के लिए डेंगू कंट्रोल रूम से संपर्क करें।