सीएम धामी सोमवार को हरिद्वार में करेंग रोड शो,देंगे 11 हजार करोड़ की योजनाओं की सौगात

Pahado Ki Goonj
हरिद्वार। सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी  हरिद्वार में सीएम धामी बड़ा रोड शो करेंगे। इसके बाद सीएम धामी 11 हजार करोड़ से ज्यादा की 158 योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे।
े मुख्यमंत्री 12 फरवरी को नारी शक्ति महोत्सव कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए हरिद्वार पहुंच रहे हैं। हरिद्वार के ऋषिकुल ग्राउंड में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में 50 हजार से ज्यादा महिलाएं शामिल होंगी। जिसके लिए जिला प्रशासन और भाजपा कार्यक्रम को सफल बनाने की तैयारी में जुटे हुए हैं। कार्यक्रम में भारी भीड़ रहने के चलते पुलिस ने ट्रैफिक रूट भी डायवर्ट किया है। साथ ही इस दौरान डीएम ने स्कूलों की छुट्टी के आदेश भी जारी कर दिए हैं। नारी शक्ति महोत्सव में प्रदेश के सभी सांसद, हरिद्वार जिले के सभी विधायक और अन्य कहीं भाजपा नेता भी मौजूद रहेंगे।
जानकारी देते हुए हरिद्वार के जिला अधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया सोमवार को मुख्यमंत्री हरिद्वार में 158 योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। इसी के साथ हरिद्वार में महिलाओं का सम्मान भी इस कार्यक्रम में किया जाएगा। साथ ही इस दौरान ऋषिकुल में कन्या पूजन भी किया जाएगा. उससे पहले मुख्यमंत्री का रोड शो भी प्रस्तावित है।
जिलाधिकारी ने बताया सीएम धामी के दौरे को लेकर तैयारी चल रही है। पूरे जिले से महिलाएं इस कार्यक्रम में शिरकत करने आएंगी। इस कार्यक्रम में लगभग 40000 से अधिक महिलाएं सम्मिलित होंगी। इसी के साथ जिलाधिकारी ने बताया कार्यक्रम को देखते हुए कई रूट में भी डायवर्सन किया गया है। सभी स्कूलों की छुट्टी की गई है।आगे पढ़ें 

जमीअत ने राज्यपाल को लिखा 10 सूत्रीय मांग पत्र


हल्द्वानी घटना की निष्पक्ष न्यायिक जांच कराने की मांग
देहरादून। जमीअत उलेमा-ए-हिन्द उत्तराखण्ड की और से उत्तराखण्ड के महामहिम राज्यपाल, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग व उत्तराखण्ड अल्पसंख्यक आयोग को पत्र लिख नैनीताल जनपद के हल्द्वानी में हुई घटना की निष्पक्ष न्यायिक जांच कराने की मांग की गई है।
रविवार को जमीअत उलेमा-ए-हिन्द उत्तराखण्ड के प्रदेश महासचिव मौलाना शराफत अहमद कासमी ने महामहिम राज्यपाल राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) को 10 सूत्रीय मांग पत्र लिख कर कहा कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष न्यायिक जांच होनी चाहिए।
      मौलाना शराफत ने कहा कि हल्द्वानी शहर के बनभूलपुरा क्षेत्र में 8 फरवरी 2024 को अतिक्रमण हटाने को लेकर हुई घटना में 6 लोगों की मौत हो चुकी है और 300 से अधिक घायल हैं, हम उक्त घटना की कड़े शब्दों में निन्दा करते है, और अफसोस का इजहार करते हैं। इस प्रकार की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं, उत्तराखंड के इतिहास में इस तरह की हिंसा की घटना पहली बार हुई है। किसी भी सूरत में कानून अपने हाथ में लिये जाने और सरकारी व निजी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने का जमीअत विरोध करती है। क्षेत्र में शांति व्यवस्था स्थापित कराने और उक्त प्रकरण की निष्पक्ष न्यायिक जांच कराने की मांग करते हुए निम्न बिन्दुओं पर आप का ध्यान आक्रषित कराना चाहते है। हल्द्वानी शहर के 132 बागों को 40-40 बिघा के पट्टों में विभाजित करते हुए 90 साल की लीज दी गई थी, हल्द्वानी के थाना बनभूलपुरा क्षेत्र के अन्तर्गत मलिक का बगीचा भी इसी में शामिल है, जहा बड़ी संख्या में आबादी हो चुकी है। लीज समाप्त हो चुकी हैं, नगर निगम प्रशासन की और से पूरी बस्ती को छोड़कर मलिक के बगीचे में स्थित मस्जिद और मदरसे को ही हटाने की जिद रखी गई, जो जांच का विषय है। हल्द्वानी के थाना बनभूलपुरा क्षेत्र के अन्तर्गत मलिक के बगीचे में स्थित मस्जिद और मदरसे को दिनांक 8 फरवरी 2024 को नगर निगम द्वारा बुलडोजर से धवस्त कर दिया गया। जबकि उक्त मामले में उच्च न्यायालय में 14 फरवरी 2024 को सुनवाई होनी तय थी। यह स्थान मुस्लिम बहुल क्षेत्र में स्थित है और 1937 से मुस्लिम पक्ष द्वारा लीज पर लिया हुआ था। उसके बावजूद जिला प्रशासन और नगर निगम द्वारा उतावला पन दिखाया गया। जिला प्रशासन और नगर निगम द्वारा कार्रवाई से पहले स्थानीय गणमानीय लोगों को विष्वास में नही लिया गया, ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर स्थानीय समुदाय की भावनाओं पर विचार करना महत्वपूर्ण है। भारत जैसे विविध और बहुलवादी समाज में धार्मिक स्थलों का विध्वंस हमेशा गहरी संवेदनशीलता का विषय रहा है। उचित होता कि स्थानीय लोगों को विष्वास में लिया होता तो उक्त घटना न होती।
    नगर निगम के नगर आयुक्त पंकज कुमार उपाध्याय और सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह का 30 जनवरी 2024 को तबादला हो गया था। ( प्रति संलग्न) उसके बावजूद भी उक्त दोनों अधिकारी अभी तक अपने पदों पर क्यों बने हुए हैं, इस की भी जांच होनी चाहिए, स्थानीय लोगों के मुताबिक नगर आयुक्त पंकज कुमार उपाध्याय हटर्धमिता और असंवेदनशीलता भी घटना का बड़ा कारण है। हल्द्वानी के थाना बनभूलपुरा क्षेत्र के अन्तर्गत मलिक के बगीचे में स्थित मस्जिद और मदरसे को हटाने के दौरान समीप की बस्ती गांधी नगर की और से किये गये पथराव, आगजनी और गोलीबारी की भी जांच की जाए। अभी तक सामने आई मीडिया रिर्पोटों में खुलासा हुआ है कि, जिला प्रशासन की अनुभवहीनता भी सामने आ रही है, अतिक्रमण हटाने से पहले हवाई सर्वे क्यों नही कराया गया, पुलिस कर्मियों के पास रबर की गोलिया तक नही थी, जिस कारण उनहे गोली चलानी पड़ी और कई लोग हताहत हुए। कार्यवाही के लिये शाम का समय ही क्यों चुना गया, बाजार नजदीक है, भीट जमा हो गई। हालात का आंकलन करने में प्रशासन नाकाम रहा। अतिक्रमण हटाओ अभियान के नाम पर पिछले एक साल से चल रही कार्यवाहियां गंभीर सवालों के घेरे में हैं। राज्य में लगातार धार्मिक स्थलों को प्रशासन और अराजक तत्वों द्वारा धवस्त किया जा रहा है। बिना नोटिस के कार्यवाही से लेकर पक्षपातपूर्ण और गैर कानूनी कार्यवाही तक की घटनाएँ सामने आई हैं। मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों को निशाना बना कर कार्यवाही हो रही है, इस प्रकार की कार्यवाहियों पर रोक लगनी चाहिए। किसी भी कार्यवाही को करते हुए पुनर्वास, नोटिस, सुनवाई और संवेदनशीलता का ध्यान रखा जाना चाहिए, किसी भी निर्दोश को बेघर नहीं किया जाना चाहिए। आपसे यह सुनिश्चित कराने का आग्रह करते है कि भविष्य में धार्मिक स्थलों के खिलाफ विध्वंस या कार्रवाई की घटनाओं में, स्थानीय प्रशासन प्रभावित समुदाय के साथ जुड़ने और उनका विष्वास हासिल करने के लिए सक्रिय कदम उठाए। स्थानीय निवासियों के साथ संचार और सहयोग को बढ़ावा देने से न केवल संभावित संघर्ष कम होंगे बल्कि विष्वास बहाल होगा। आप से यह भी आग्रह करना है कि घटना से निपटने के नाम पर भीषण पुलिसिया प्रतिहिंसा नहीं होनी चाहिए, इस घटना से निपटने के नाम पर होने वाली हर कार्यवाही कानून और संविधान के दायरे के अंदर होनी चाहिए। आपसे निवेदन है कि राज्य सरकार और प्रशासन को निर्देशित करें कि उनकी कोई भी कार्यवाही संविधान और कानून के दायरे में ही हो। शासन-प्रशासन में स्थानीय लोगों का विष्वास बहाल करने को संवाद का रास्ता अपनाया जाए, तत्काल गणमानीय लोगों की अमन कमेटियां बनाई जाए। आपसे अनुरोध है कि क्षेत्र में शांति की बहाली, बेकसूर लोगों की गिरफ्तारी न हो इसको सुनिश्चित कराने और निष्पक्ष न्यायिक जांच कराई जाए।
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13 से 24 फरवरी तक  राफ्टिंग व्यवसायियों के  लिए प्रशिक्षण कार्यशाला  का आयोजन
टिहरी। गंगा नदी राफ्टिंग प्रबंधन समिति टिहरी गढ़वाल के बैनर तले पर्यटन विभाग धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर के द्वारा आगामी 13 से 24 फरवरी तक तपोवन ऋषिकेश में “राफ्टिंग व्यवसायियों के कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला “आयोजित किए जाने की आवश्यक तैयारी कर ली गई है। इस आशय की जानकारी जिला साहसिक पर्यटन अधिकारी टिहरी एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ संजय महर ने प्रेस से बातचीत में संयुक्त रूप से साझा की है।खुशाल सिंह नेगी जिला साहसिक पर्यटन अधिकारी टिहरी एवं डॉ महर ने बताया कि उत्तराखंड में जल पर्यटन और राफ्टिंग के क्षेत्र में रोजगार की व्यापक संभावनाएं हैं। ऋषिकेश क्षेत्र विश्व पटल पर “राफ्टिंग हब”के रूप में उभर रहा है इस तथ्य को मद्देनजर रखते हुए हमारा दृष्टिकोण है कि हमारी राफ्ट, इसके प्रबंधक, संचालक, तकनीकी ज्ञान, कौशल, पर्यटन संवाद में विश्व स्तरीय मापदंडों के अनुसार अपने को तैयार करें। इससे जहां पर्यटन व्यवसाय से राज्य की आर्थिकी बढ़ेगी वही रोजगार एवं स्वरोजगार के क्षेत्र में आशातीत वृद्धि होगी ।प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्देश्य भी यही है।प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा पर चर्चा करते हुए डॉ महर ने बताया कि 13 फरवरी उद्घाटन सत्र के अवसर पर प्रोफेसर एस सी बागड़ी पूर्व कुलपति हिमगिरी जी विश्वविद्यालय देहरादून, विशिष्ट अतिथि एवं मुख्य वक्ता, प्रशिक्षण संरक्षक के रूप में प्रोफेसर आर के उभान प्राचार्य धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर, समन्वयक के रूप में जिला पर्यटन अधिकारी टिहरी एवं जिला साहसिक पर्यटन अधिकारी टिहरी तथा सह- समन्वयक के रूप में डॉ विजय प्रकाश भट्ट पर्यटन विभाग राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर विशेष रूप से मौजूद रहेंगे। इसके अलावा प्रशिक्षण कार्यशाला में नामचीन राफ्टिंग व्यवसायी ,नव व्यवसायी ,स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य व्यक्ति कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे।12 दिवसीय इस कौशल विकास कार्यशाला में प्रदेश एवं देश के लगभग 900 प्रतिभागियों के प्रशिक्षण लेने की संभावना है जो की राफ्टिंग प्रशिक्षण के क्षेत्र में उत्तराखंड राज्य की पहली बड़ी इवेंट है। डॉक्टर मैहर ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को राष्ट्रीय एवं विश्व स्तरीय विशेषज्ञों की सहायता से पर्यटन एवं राफ्टिंग व्यवसाय के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक ज्ञान दिया जाएगा जिसमें प्रबंधन, नियोजन,निवेश, पर्यावरण, संस्कृति एवं इतिहास, साहसिक पर्यटन में सुरक्षा एवं बचाव, संचार कौशल, पब्लिक स्पीकिंग,नेतृत्व क्षमता एवं तकनीकी ज्ञान आदि पहलुओं पर विस्तार से प्रशिक्षित किया जाएगा। अभी सभी स्टेकहोल्डर्स को 13 फरवरी का बेसब्री से इंतजार है।आगे पढ़ें 

राहतः पिंजरे में कैद हुआ गुलदार
श्रीनगर। देर रात वन विभाग की कड़ी मैहनत के बाद श्रीनगर में एक गुलदार पिंजरे में फंस गया है। जिसके बस स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है। गुलदार के पिंजरे में कैद होने के बाद उसे ट्रेंकुलाइज कर अब नागदेव रेंज ले जाया गया। जहां डॉक्टरों की टीम गुलदार का परीक्षण करेगी।
 बीती 3 फरवरी की शाम को खिर्सू के ग्वाड़ गांव में 11 साल के अंकित को गुलदार ने मार डाला था। इस घटना के 12 घंटे बाद यानी 4 फरवरी की देर शाम श्रीनगर के हाइडिल कॉलोनी में भी 4 साल के अयान को गुलदार ने अपना निवाला बना लिया। फिलहाल, वन विभाग ने दोनों परिवारों को मुआवजे के तौर पर 6-6 लाख की राशि दे दी है।
वहीं, गुलदारों को पकड़ने के लिए वन महकमा पसीना बहा रहा है। इसी कड़ी में देर रात करीब 10 बजे हाइडिल कॉलोनी में एक गुलदार पिंजरे में कैद हुआ है। पौडी नागदेव रेंज के डीएफओ अनिरुद्ध स्वप्निल ने बताया कि गुलदार को नागदेव रेंज पहुंचाया जा रहा है। जहां गुलदार परीक्षण किया जाएगा. साथ ही उसके सैंपल जांच के लिए भेज दिए जाएंगे। ताकि, ये पता चल सके कि बच्चों को निवाला बनाने गुलदार यही था या कोई और।आगे आगे पढ़ें 

 हल्द्वानीःबंद इंटरनेट सुविधा बहाल
हल्द्वानी। रविवार को हिंसा की घटना के बाद से बंद इंटरनेट सुविधा बहाल कर दी गई । उत्तराखंड पुलिस ने अपने एक्स पेज पर पोस्ट करते हुए लिखा यदि कोई भी व्यक्ति सांप्रदायिक सौहार्द एवं कानून व्यवस्था को प्रभावित करने संबंधी सूचना सोशल मीडिया में प्रसारित करेगा उसके विरुद्ध कठोर वैधानिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
हल्द्वानी में हिंसा के बाद कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य ने केंद्र से चार और अर्धसैनिक बलों की कंपनी की मांग की है। इस संबंध में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को शनिवार को पत्र लिखा था। दरअसल हिंसा के बाद पीएसी बल तैनात किया गया था। इसके बाद केंद्रीय बलों की भी तीन कंपनी हल्द्वानी के हिंसाग्रस्त इलाकों में तैनात की गईं थी, लेकिन अब फिर से अतिरिक्त चार कंपनी की मांग की गई है।

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खाई में गिरा वाहन, तीन लोगों की दर्दनाक मौत
पिथौरागढ़। सीमांत जनपद में बीते देर शाम एक कैंटर वाहन गहरी खाई में गिर गया। हादसे में तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को रेस्क्यू कर बाहर निकाला। जिसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मिली जानकारी के अनुसार पिथौरागढ़ जनपद के गंगोलीहाट-बेरीनाग मोटर मार्ग पर  एक कैंटर वाहन सामान लेकर आ रहा था, तभी कैंटर वाहन अनियंत्रित होकर 200 मीटर गहरी खाई में गिर गया। घटना की सूचना के बाद बेरीनाग व 112 पेट्रोलिंग पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू कार्य शुरू किया। टीम ने खाई तीन शव बरामद कर लिए हैं। मृतकों में रमेश पालीवाल (26) पुत्र ईश्वरीय दत्त पालीवाल भनोली अल्मोड़ा और दीपक कुमार (28) पुत्र कुवर राम निवासी पल्यूडा सोमेश्वर अल्मोड़ा और अजय कुमार (26) पुत्र लक्ष्मण राम, निवासी गंगोलीहाट की मौके पर ही मौत हो गई। जिसके बाद शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

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हल्द्वानी हिंसाः उपद्रवियों के फरार होने की आशंका, सीमा पर पुलिस- प्रशासन अलर्ट
हल्द्वानी।  हल्द्वानी में हिंसा प्रभावित क्षेत्र बनभूलपुरा में अभी भी कर्फ्यू जारी है, लेकिन हल्द्वानी में सड़कों पर आवाजाही शुरू हो गई है। बस, टैक्सी और निजी वाहनों का संचालन शुरू हो गया है। यहां के हालत सामान्य बताए जा रहे है। फिर भी ऐसे में आशंका ऐसी आशंका बनी हुई है कि अज्ञात और नामजद उपद्रवी शहर छोड़कर अन्य स्थानों पर भाग सकते हैं। उपद्रवी कहीं भाग न  सके, इसे लेकर पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है। इसके लिए पुलिस चप्पे-चप्पे पर संघन अभियान चला रही है।
उपद्रवी हल्द्वानी क्षेत्र से उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में फरार हो सकते हैं, जिसको देखते हुए पुलिस ने बॉर्डर पर सघन अभियान शुरू कर दिया है। हल्द्वानी से दूसरे शहर को जाने वाले सभी वाहनों की पुलिस-प्रशासन बॉर्डर पर लोगों की आईडी  चेक किया जा रहा है। साथ ही उनकी फोटो खींच कर पुलिस अधिकारियों को भेजा जा रहा है। बताया जा रहा है कि यातायात शुरू होने के बाद उपद्रवी हल्द्वानी से फरार हो सकते हैं, जिसको देखते हुए अलर्ट जारी किया गया है। हल्द्वानी और बनभूलपुरा थाना में बवाल करने वाले 5 हजार से अधिक अज्ञात लोगों के साथ-साथ 19 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा हल्द्वानी और बनभूलपुरा थाने में दर्ज किया गया है। उपद्रव भड़काने वाले मुख्य पांच आरोपी को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जबकि पुलिस कई उपद्रवियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

हल्द्वानी हिंसा की जड़ अब्दुल मलिक पुलिस की गिरफ्त में!
हल्द्वानी। बनभूलपुरा में एक बगीचे से अतिक्रमण हटाने के मामले में हुए बवाल के मास्टरमाइंड बताए जा रहे अब्दुल मलिक को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि अभी पुलिस ने इस मामले की कोई औपचारिक पुष्टि नही की जा रही है।
 सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली और उत्तराखंड पुलिस की संयुक्त टीम ने मलिक को दिल्ली में गिरफ्तार किया है। हालांकि अभी पुलिस अधिकारी इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
वहीं,  पुलिस अभी तक धरपकड़ करते हुए 60 से ज्यादा लोगों को हिरासत में ले चुकी है। सर्च ऑपरेशन चलाकर दो निर्वतमान पार्षद समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, बताया जा रहा है कि अब्दुल मलिक को भी रविवार को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है।

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