जिज्ञासाओं के समाधान का पर्व है गुरुपूर्णिमा- मुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी

Pahado Ki Goonj

जिज्ञासाओं के समाधान का पर्व है गुरुपूर्णिमा

अज्ञान के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर गुरू ले जाते हैं
– मुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी


जोशीमठ
अलग अलग संस्कृतियों, परम्पराओं को मानने वाले भारत बर्ष को ज्ञानोपदेश से मार्गदर्शन करने और विश्वगुरु बनाने वाले हमारे गुरु हैं ।

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गुरू हमें अज्ञान रूपी अन्धकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाते हैं।

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बिना गुरु के जीवन मूल्यहीन है । यह बात ज्योतिर्मठ के प्रभारी मुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी ने ज्योतिर्मठ परिसर में आयोजित गुरु पूर्णिमा के अवसर पर ही।

गुरु परम्परानुसार तोटकाचार्य गुफा, शंकराचार्य पीठ, ज्योतिर्मठ में आयोजित कार्यक्रम के तहत गुरुव्यास मण्डल की पूजा के साथ ही परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर अनन्तश्रीविभूषित जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती ‘१००८’ जी महाराज के पादुकापूजन किया गया ।

यह अनुष्ठान आचार्य वाणीविलास डिमरी ने सम्पन्न कराया ।
व्यास मण्डल की पूजा के बाद मुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी ने बताया की इस चातुर्मास्य व्रत में प्रतिदिन सायंकाल 5 बजे से शंकराचार्य जी महाराज के प्रवचन का Live प्रसारण किया जाएगा । साथ ही अगले 3 मास तक विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम सम्पन्न होंगे । पूजा के बाद उपस्थित भक्तों ने प्रसाद प्राप्त कर गुरुचरणों में भेंट समर्पित किया ।

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इस महत्वपूर्ण अवसर पर विष्णुप्रियानन्द ब्रह्मचारी,रामदयाल मैदुली , जानकीप्रसाद बहुगुणा , अनिल डिमरी , नन्दादत्त सिलोडी , परशुराम खण्डूडी , महिमानन्द उनियाल, समीर डिमरी, अमित सती , सतीशचन्द्र डिमरी , शुभम रावत , वैभव सकलानी, सुरेन्द्र दीक्षित, देवेश्वरी शाह , गीता देवी, सरिता उनियाल, ऊषा उनियाल, रमा उनियाल, अरुण ओझा, अभिषेक बहुगुणा , प्रवीण नौटियाल आदि उपस्थित रहे। 

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*बदरीनाथ धाम के शंकराचार्य मठ में मनाया गया गुरुपूर्णिमा महोत्सव*

3 जुलाई 2023
भूवैकुण्ठ बदरीनाथ धाम स्थित श्रीशंकराचार्य मठ, टैक्सी-स्टैण्ड में आज सायं एक विद्वत् संगोष्ठी और गुरुपादुका पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया ।

जिसमें #गुरुतत्व पर विद्वानों ने प्रकाश डालते हुए अपने व्याख्यान प्रस्तुत किए । अध्यक्षीय उद्बोधन में मठ के प्रभारी मुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी ने कहा कि – पारस पत्थर के अन्दर एक दुर्लभ गुण है अपने से स्पर्श हुए लोहे को वो सोना बना देता है पर पारस नही बना पाता है । पर गुरु तो अपने सान्निध्य में रखकर शिष्य को गुरु ही बना देते हैं । इसलिए इस गुरु परम्परा में आए शिष्यों की गुरु के रूप में ही ख्याति होती है । ऐसी अद्भुत है ये गुरुपरम्परा । जब हम गुरुतत्व का चिन्तन करते हैं तो उससे हमारा ऐहिक और आमुष्मिक दोनो ही जीवन सुधर जाता है ।

गुरु पादुकापूजन कार्यक्रम में बदरीनाथ धाम के विशिष्ट जनों ने उपस्थित होकर अपने भाव समर्पित किए । व्याख्यान के अनन्तर परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर अनन्तश्रीविभूषित जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती ‘१००८’ जी महाराज के पादुकाओं की आरती उतारी गई , फिर सभी भक्तजनों को प्रसाद वितरित किया गया ।
साथ ही वर्तमान आचार्य के लिए बदरीनाथ धाम स्थित शंकराचार्य मठ में विराजमान श्रीमणिरत्नेश्वर महादेव जी का दुग्धाभिषेक किया गया ।

इस अवसर पर उपस्थित रहे सर्वश्री प्रकाश बाबुलकर जी, बदरीनाथ केदारनाथ मन्दिर समिति के सदस्य श्री भास्कर डिमरी जी, भगवान बदरीनाथ जी के भितला बडवा श्री पंकज डिमरी जी, श्री दिनेश डिमरी जी, बदरीश पण्डा पंचायत के अध्यक्ष प्रवीण ध्यानी जी, पूर्व धर्माधिकारी भुवनचन्द्र उनियाल जी, रजनीश मोतीवाल जी, प्रदीप भट्ट जी, श्रीकान्त बडोला जी अध्यक्ष युवा पुरोहित संगठन, गौरव पचभैया जी, मदनलाल डंगवाल जी, आशीष कोटियाल जी, माधवप्रसाद भट्ट जी, विजय मोतीवाल जी, शशांक चमोली जी, सन्तोष ध्यानी जी, शिवानन्द उनियाल जी, पवन मिश्र जी, विजय पाण्डेय जी, श्यामा पंचपुरी जी, रवीन्द्र चौहान जी, संजू बहुगुणा जी, माधवप्रसाद डिमरी श्रीराम जी, लखपत सिंह नेगी जी, श्रीराम शर्मा जी, पुष्कर सिंह चौहान जी, अरुण ओझा कुन्दन सिंह बिष्ट जी, जी, अनुसूया प्रसाद पुरोहित जी, दीपक सती जी, आशीष उनियाल जी, रमेश बिष्ट उज्वल पंचपुरी जी, गुड्डू पोखरियाल जी, अम्बिका प्रसाद कोठियाल जी आदि अनेको विद्वज्जन उपस्थित रहे ।

ब्रजेश सती
मीडिया प्रभारी, ज्योतिर्मठ, बदरिकाश्रम, हिमालय

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जोशीमठ,( Pushkar Singh bhujwan)तपोवन मलारी बोर्ड राष्ट्रीय राजमार्ग में बीआरओ व एनएच के द्वारा निर्माण कार्य किया गया था लेकिन विगत कई माह से निर्माण कार्य बंद पड़ा हुआ है

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राष्ट्रीय राजमार्ग की दीवाले निकाल कर के दीवाले की पुस्ता‌ खोद कर दिया है लेकिन आने जाने मैं इस मार्ग को लेकर लोग चिंता का विषय बना हुआ है कभी भी कोई भी हादसा हो सकता है अगर दिवाले नहीं दी गई तत्काल वोडर ‌राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण नहीं किया गया कभी-भी कोई घटना हो गई तो इसका जिम्मेदारी कौन होगा स्थानीय प्रशासन की मानें तो यह अपनी पल्लू झाड़े हैं अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है स्थानीय जनता ने कई बार अवगत कराया है शासन एवं प्रशासन को पूर्व में इस रोड का पुल वह राष्ट्रीय राजमार्ग तपोवन मल्हारी बॉर्डर रोड का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री  त्रिवेंद्र रावत ने किया था कहा था कि इस बॉर्डर रोड के लिए कोई कमी नहीं होगी सारी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद होगी जिसमें तत्कालीन शासन एवं प्रशासन जनप्रतिनिधि गण उपस्थित रहे थे आज इस रोड की दुर्दशा दिखाई दे रही है क्या डबल इंजन सरकार के पास पैसा का अभाव है ऐसा लगता है।

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