27 अगस्त को एक दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड पहुंचेंगे नड्डा कई कार्यक्रमों मे करेंगे शिरकत

Pahado Ki Goonj
27 अगस्त को एक दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड पहुंचेंगे नड्डा
कई कार्यक्रमों मे करेंगे शिरकत
देहरादून। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा एक दिवसीय प्रवास पर उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। इस दौरान वे पार्टी कोर कमेटी की बैठक लेने के साथ विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे ।
प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चैहान ने जानकारी देते हुए बताया कि 27 अगस्त को होने वालें इस दौरे की शुरुआत नड्डा हरिद्वार स्थित ऋषिकुल विश्वविद्यालय प्रांगण में स्थापित अमृत वाटिका में वृक्षारोपण से करेंगे। इसके बाद वहां ऑटोडोरियम में आयोजित हरिद्वार विधानसभा के बूथ संख्या 174 पर होने वाले मन की बात कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे। इसके बाद पार्टी अध्यक्ष देव संस्कृति विश्वविद्यालय के श्वसुदेव कुटुंबकम्  श्व्याख्यानमाला कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। दोपहर 3 से 5 बजे तक नड्डा गॉडविन होटल में पार्टी की प्रदेश कोर कमेटी की बैठक लेंगेए जिसमे प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्टए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामीए पूर्व सीएमए सांसद समेत सभी सदस्य प्रतिभाग करेंगे ।
चैहान ने  बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष सांय काल में हरकी पैड़ी पर गंगा आरती में शामिल होकर पूजा अर्चना करेंगे। अपने व्यस्तम दौरे के बाद वे रात 9ण्15 बजे जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे। 

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फोटो डी 5
हरे पेड़ों के अवैध कटान से गिरी वन विभाग की साख
8 अफसरों पर हुई कार्रवाई
अब ठेकेदारों पर मुकदमें की तैयारी
वन क्षेत्र अधिकारी समेत दो वन दरोगा और तीन वन रक्षक निलंबित

देहरादून। उत्तराखंड के पुरोला और चकराता में पेड़ों के अवैध कटान के मामले ने महकमे को हिलाकर रख दिया है। पहले पुरोला के टोंस वन प्रभाग में प्राथमिक जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद स्थानीय डीएफओए प्रभारी एसडीओ और तीन रेंजर निलंबित हो चुके हैं। अब चकराता के कनासर क्षेत्र में अवैध पेड़ कटान को लेकर प्राथमिक जांच रिपोर्ट वन मुख्यालय को भेज दी गई है। इसके बाद वन क्षेत्र अधिकारी समेत दो वन दरोगा और तीन वन रक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। इससे पहले पुरोला के टोंस वन प्रभाग में भी ऐसे ही मामले को लेकर कार्रवाई की गई थी। अब वन विभाग ठेकेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने की तैयारी कर रहा है। चकराता में देवदार और कैल के पेड़ बड़ी संख्या में अवैध रूप से काटे गए थे। इसके बाद स्थानीय डीएफओ के स्तर से इसकी जांच की गई थी। जिसमें वन क्षेत्राधिकार महेंद्र सिंह गुसाईं को बागेश्वर में अटैच किया गया है। वन दरोगा प्रमोद कुमार और आशीष चंद्र के साथ ही वनरक्षक मदन सिंहए भगत सिंह और शिवम गौतम निलंबित हुए हैं। पुरोला के टोंस वन प्रभाग में कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए दो डिप्टी रेंजर ज्ञानेंद्र जुवांठा और प्रीतम तोमर को निलंबित किया गया है। इसी तरह वन दरोगा लखीरामए भगत सिंह और विजयपाल को भी निलंबित किया गया है। इससे पहले पुरोला में पेड़ों के अवैध कटान को लेकर डीएफओ सुमित समेत तीन रेंजर पर कार्रवाई की गई थी। वहींए उत्तराखंड वन विभाग के पीसीसीएफ हॉफ अनूप मलिक ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जा रही है और इस मामले में विभाग क्षेत्रीय ठेकेदारों पर भी मुकदमा दर्ज करवाएंगे। उन्होंने बताया कि वन विकास निगम की तरफ से भी डीएलएम समेत कुल आठ लोगों पर कार्रवाई हुई थी।

टोंस वन प्रभाग में काट दिए गए हजारों हरे पेड़
देहरादून। टोंस वन प्रभाग में अवैध रूप से हजारों पेड़ों पर आरी चलाकर लकड़ियों की तस्करी मामले में वन निगम के सात अधिकारियों को आरोपी बनाते हुए निलंबन के आदेश दे दिए गए हैं। इस प्रकरण में डीएफओ सहित कई अधिकारियों पर पहले ही निलंबन की गाज गिर चुकी है। वन निगम के एमडी के एम राव ने टोंस वन तस्करी मामले में डीएलएम रामकुमारए सत्येश्वर लोहनीए अजीत कुमारए सोहनए विजय पालए पदमदास एक अन्य को निलंबित कर दिया है। पुरोला टोंस क्षेत्र में वन विभाग ने वन निगम को गिरे हुए पेड़ को काटने की अनुमति दी थीए लेकिन वन निगम कर्मियों ने गिरे पेड़ तो उठाए नहींए खड़े हरे पेड़ों की कटाई कर दी। जिसके बाद ये मामला सुर्खियो में आया। अभी इस मामले में शासन स्तर से भी बड़ी कारवाई किए जाने के संकेत मिले हैं। माना जा रहा है कि एक.दो दिन में सीएम कार्यालय से भी एक्शन होने की संभावना है। अभी तक इस प्रकरण में करीब सात हजार पेड़ों की बरामदगी हो चुकी है जबकि काटे गए पेड़ों की संख्या कहीं ज्यादा बताई गई है और इसमें सफेदपोशए वन तस्कर और वन विभाग के भ्रष्ट लोगों का गठजोड़ सामने आया है।
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ऋषिकेश में बाढ़ पीड़ितों ने समीक्षा बैठक में किया हंगामा


नगर आयुक्त को सुनाई खरी.खोटीए मेयर भी बरसे प्रभावित
ऋषिकेश। शनिवार को नगर निगम महापौर अनीता ममगाईं की अध्यक्षता में बाढ़ समीक्षा बैठक बुलाई गई। लेकिनए जैसे ही बैठक शुरू हुईए उसी समय बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों ने धावा बोल दिया और मौजूद निगम अधिकारियों को जमकर खरी.खोटी सुनाई। मीटिंग में निगम के अधिकारीए पार्षदोंए उपजिलाधिकारीए विद्युत विभाग और जल संस्थान के अधिकारी भी पहुंचे थे।
सभागार में स्थानीय लोगों के साथ पहुंचे समाजसेवी अरविंद हठवाल ने नगर आयुक्त पर गंभीर आरोप लगातेए उन्हें निक्कमा तक कह दिया। उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त शहर के हित में कोई कार्य नहीं करना चाहते हैं। ऐसे में नगर आयुक्त की हमें कोई आवश्यकता नहीं है। नगर आयुक्त को बड़े नेताओं का संरक्षण मिला है। यही कारण है कि वो जनता की समस्याओं को नजरअंदाज करते रहते हैं।
 पार्षद पति बृजपाल राणा और समाज सेवी एकांत गोयल ने कहा कि अधिकारियों की खराब कार्यशैली की वजह से क्षेत्र के पार्षद बदनाम हो रहे हैं। नदी नालों पर कब्जा होने की वजह से ही आज गंगनगर में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। जिससे उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों पर जमकर गुस्सा निकाला है।अधिकारियों की वजह से सरकार की हो रही बदनामी
महापौर अनीता ममगाईं ने कहा कि नगर आयुक्त राहुल कुमार गोयल की वजह से क्षेत्र की जनता परेशान है। ऐसे अधिकारियों की वजह से सरकार की भी बदनामी हो रही है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया जा रहा हैए लेकिन अधिकारी अपने दफ्तर से बाहर निकल कर लोगों का ध्यान देने से बच रहे हैं। ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री से शिकायत की जाएगी।
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एमडीडीए बोर्ड बैठक में 64 प्रस्तावों पर हुई चर्चा
बोर्ड ने विभिन्न प्रस्तावों को दी मंजूरी
आईटीडीए के माध्यम से एमडीडीए को प्राप्त होंगे नक्शे
केवल मुख्य मार्गों पर ही फसाड का कार्य किया जा सकेगा
देहरादून। मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के कार्यालय सभागार में 107वीं बोर्ड बैठक का आयोजन हुआ। बोर्ड बैठक में सर्वप्रथम नवनियुक्त अध्यक्ष ;सचिव मुख्यमंत्री एवं कमिश्नर गढ़वालद्ध विनय शंकर पांडेय का उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने स्वागत किया एवं पुष्प गुच्छ व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। बोर्ड बैठक में कुल 64 प्रस्ताव प्रस्तुत किए गएए जिन पर बोर्ड द्वारा विचार.विमर्श किया गया। बोर्ड बैठक में विभिन्न प्रकरणों को मंजूरी प्रदान की गई। इको.रिसोर्ट निर्माण को स्वीकृति प्रदान की गई। दूर.दराज के क्षेत्रों में कृषि भूमि पर इको.रिसोर्ट के निर्माण को तय शर्तों के साथ अनुमति देने का निर्णय लिया गया।
मोबाइल टॉवर से सम्बंधित शासनादेश को अंगीकृत गया किया। इस के लिए अब सिंगल विंडो सिस्टम बनाया गया है। मोबाइल टॉवर से संबंधित मानचित्र पास कराने हेतु आईटीडीए में आवेदन करना होगा। आईटीडीए के माध्यम से एमडीडीए को नक्शे प्राप्त होंगे। सात दिन में प्राधिकरण को रिपोर्ट देनी होगी। सात दिन में रिपोर्ट नहीं लगने की स्थिति में मानचित्र को स्वतः पास मान लिया जाएगा। बहुप्रतीक्षित फसाड नीति को कुछ शर्तों के साथ मंजूरी प्रदान की गई। इस के लिए बोर्ड के समक्ष द इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्टस के द्वारा भी प्रस्तुतिकरण दिया गया। केवल मुख्य मार्गों पर ही फसाड का कार्य किया जा सकेगा। प्राधिकरण द्वारा इसके लिए वास्तुकलाए कलाकृति एवं शिल्प के समावेश से सम्बंधित डिजाइन भी मंजूर किये गए हैं। भवन में भूतल से लेकर ऊपरी तलों तक फसाड कार्य करना होगा। मानचित्रों में सड़क की चैड़ाई को लेकर नियमानुसार शिथिलता प्रदान की गई। इसमें 25 प्रतिशत तक कि छूट को प्राधिकरण द्वारा अनुमन्य किया गया है। इससे अधिक की छूट हेतु नीनकं एवं शासन को संदर्भित किया गया है। आईएसबीटी देहरादून का संचालन एवं रखरखाव अब प्राधिकरण ही करेगाए पूर्व तक रेमकी कंपनी संचालन करती थी। इससे बोर्ड को अवगत कराने के साथ ही स्वीकृति ली गई। बैठक में 50 से अधिक मानचित्र भी स्वीकृत किये गए। बोर्ड बैठक का संचालन प्राधिकरण सचिव मोहन सिंह बर्निया द्वारा किया गया। इस अवसर पर अपर सचिव आवास अतर सिंहए अपर जिलाधिकारी रामजी शरणए संयुक्त सचिव रजा अब्बासए मुख्य नगर नियोजक शशि मोहन श्रीवास्तवए अधीक्षण अभियंता हरीश चंद्र राणाए नगर निगम के उपनगर आयुक्त गोपाल राम बिनवालए जल निगम के अधीक्षण अभियंता दीपक नौटियालए अधिशासी अभियंता सुनील कुमारए सुधीर कुमार गुप्ताए अतुल गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
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मदद के लिए दर दर भटक रहे हैं आपदा प्रभावित
कोटद्वार गाड़ीघाट में 13 अगस्त को
नेताओं पर से उठा विश्वास!

कोटद्वार। उत्तराखंड में भारी बारिशए भूस्खलन और बादल फटने से चारों ओर आपदा की स्थिति बनी हुई है। कोटद्वार में 13 अगस्त मध्य रात्रि में खो नदी भयानक सैलाब में गाड़ीघाट और काशीरामपुर तल्ला के कई घर बह गये। रात्रि के समय घर बहने से चीख पुकार के साथ अफरातफरी का माहौल बन गया था।
तत्काल कोटद्वार तहसील प्रशासन ने खो नदी के जद में बने सभी घरों को खाली करवा दिया था। मौजूदा समय में खो नदी का रौद्र रूप गाड़ीघाट वार्ड नंबर 4 की ओर बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने तहसील प्रशासन से मांग की है कि गाड़ीघाट का अस्तित्व बचाने के लिए पोकलैंड मशीन की मदद से नदी के रुख को मध्य में किया जाये। गाड़ीघाट से काशीरामपुर तल्ला तक सुरक्षा दीवार लगाकर लोगों को सुरक्षा सुनिश्चित करें। कोटद्वार उप जिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी ने बताया कि कोटद्वार सबसे ज्यादा आपदा से प्रभावित हुआ है। मालन नदीए खो नदी और सुखरो से भू कटाव हुआ है। सिंचाई विभाग द्वारा नदी के किनारे सुरक्षा दीवार निर्माण का कार्य युद्धस्तर किया जा रहा है। खो नदी में गाड़ीघाट क्षेत्र में बाढ़ सुरक्षा कार्य जल्द किया जायेगा।
कोटद्वार नगर क्षेत्र में आपदा के भयानक मंजर बने हुए हैं। गाड़ीघाट वार्ड नंबर 4 निवासी सुरक्षित खड़े घर बचाने के लिए दर दर भटक रहे हैं। गाड़ीघाट आपदा पीड़ितों की फरियाद न नेता सुन रहे न सरकारी हुक्मरान। गाड़ीघाट क्षेत्र में अधिकांश लोग मजदूर तबके के हैं। दो जून की रोटीए दाल के लिए मजदूरी पर निर्भर रहते हैं।
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दिहाड़ी मजदूरों के सामने रोजी रोटी का संकट
पीड़ितों ने बताया कि भारी बरसात में मजदूरी भी नहीं मिल रही है। गाड़ीघाट आपदा प्रभावित 70 वर्षीय राबिया ने बताया कि मजदूरी कर अपना पेट काट कर जमा.पूंजी से बुढ़ापे के लिए आशियाना बनायाए वह भी बह गया। पति का पहले ही स्वर्गवास हो गया। बुढ़ापे में बेसहारा हो गई हूं। कोई हमारी मदद नहीं कर रहा है। 72 वर्षीय दीवान चंद प्रजापति ने बताया कि आपदा के बाद सांसदए विधायकए पूर्व विधायकए जिलाधिकारी और उप जिलाधिकारी सभी आये। लेकिन 12 दिन से हमारी पीड़ा पर मरहम लगाने कोई नहीं आ रहा है। लोक निर्माण विभाग के अधिकारी आये। वह कहने लगे कि हम घर बचाने नहीं आये। घर बहने दो। अपने विभाग के गाड़ीघाट पुल की सुरक्षा के लिए आये हैं। सरकारी तंत्र और नेता गाड़ीघाट व काशीरामपुर तल्ला आपदा प्रभावितों को आश्वासन की घुट्टी पिला रहे हैं।

मनसा देवी भूस्खलनःट्रीटमैंट से पहले उच्च स्तरीय जांच की आवश्यकता
हरिद्वार। मनसा देवी पहाड़ी के भूस्खलन जोन में किए गए जियोलॉजिकल सर्वे में विशेषज्ञों ने असमर्थता जताई है। इसके उचित समाधान के लिए उन्होंने अब तक किए गए जांच को नाकाफी बताया है। जिलाधिकारी को प्रेषित पत्र में विशेषज्ञों ने बताया है कि इस पहाड़ के ट्रीटमेंट से पूर्व उच्च स्तरीय जांच की आवश्यकता है। इसमें क्षेत्र की विस्तृत स्थलाकृतिक, भूवैज्ञानिक, भू-तकनीकी और भूभौतिकीय जांच के बाद उचित समाधान मिल पाएगा।
बता दें कि पहाड़ में हो रहे भौगोलिक परिवर्तन और भूस्खलन को लेकर जिलाधिकारी धीराज सिंह ने जियोलॉजिकल जांच के लिए विशेषज्ञों की टीम बुलाई थी। वॉडिया इंस्टीट्यूट समेत देश के कई नामी संस्थानों के विशेषज्ञों ने इस पहाड़ की प्रकृति की जांच की है। इन सभी के बावजूद किसी ठोस निर्णय पर पहुंचने में सफलता नहीं मिली। इस बार कांवड़ यात्रा के दौरान हुए जियोलॉजिकल सर्वे के दौरान जो रिपोर्ट विशेषज्ञों ने जिलाधिकारी को प्रेषित की है उसमें उपायों की योजना बनाने, डिजाइन और कार्यान्वित करने के लिए कई सुझाव दिए हैं। विशेषज्ञों ने उच्च स्तरीय जांच को पहाड़ के अस्तित्व को बचाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया है। इस क्षेत्र का कई संगठनों और राज्य विभागों द्वारा निरीक्षण किया गया है, लेकिन अब तक, उचित समाधान पर पहुंचने के लिए कोई विस्तृत जांच नहीं की गई है।
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ब्राह्मण वर्ग पर की गई टिप्पणी पर भड़के सेमवाल

देहरादून। पंडित सदानन्द सेमवाल ने कहा है कि धर्म की नगरी हरिद्वार के  पुज्य संत पुण्य नंद गिरी ने जो ब्राह्मण समाज के लिए अमर्यादित शब्दों का प्रयोग किया हे। उससे ब्राह्मण समाज बहुत नाराज हैं। स्वयं एक संत होकर उनका इस प्रकार के शब्दों का वर्णन शोभा नहीं देता। ब्राह्मणों को घोड़ा गाँधा कहना बहुत अमर्यादित है। ब्राह्मण समाज बहुत आक्रोश है अगर वह माफी नहीं मांगते हैं। तो देहरादून का ब्राह्मण समाज उनके ख़िलाफ पुतला दहन करेंगे और धरना देंगे। सेमवाल जी ने कहा है शास्त्रों मे ब्राह्मण को कहा गया है। कि

पृथिव्यां यानी तीर्थानि तानी तीर्थानि सागरे ।
सागरे सर्वतीर्थानि पादे विप्रस्य दक्षिणे ।।
चैत्रमाहात्मये तीर्थानि दक्षिणे पादे वेदास्तन्मुखमाश्रिताः  ।
सर्वांगेष्वाश्रिता देवाः पूजितास्ते तदर्चया  ।।
अव्यक्त रूपिणो विष्णोः स्वरूपं ब्राह्मणा भुवि ।
नावमान्या नो विरोधा कदाचिच्छुभमिच्छता ।।

अर्थात  पृथ्वी में जितने भी तीर्थ हैं वह सभी समुद्र में मिलते हैं और समुद्र में जितने भी तीर्थ हैं वह सभी ब्राह्मण के दक्षिण पैर में है। चार वेद उसके मुख में हैं। अंग में सभी देवता आश्रय करके रहते हैं। इसलिए ऐसी मान्यता है ब्राह्मण की पूजा करने से सब देवों की पूजा होती है। पृथ्वी में ब्राह्मण विष्णु स्वरूप माने गए हैं इसलिए जिसको कल्याण की इच्छा हो उसे कभी ब्राह्मणों का अपमान तथा द्वेष नहीं करना चाहिए।
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उत्तरकाशी में तैयार की जा रही हैं अनोखी राखियां


उत्तरकाशी। स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। जनपद उत्तरकाशी में इन दिनों से राखियां तैयार की जा रही हैं। जिनकी खासी अच्छी मांग बाजार में है। जनपद के पुरोला नौगांव और डुंडा में पिरुल और रिंगल से राखियां तैयार की जा रही हैं। जिन्हें विभिन्न स्टालों के जरिए बेचा जा रहा है। साथ ही राखियों को मुख्यमंत्री सहित विभिन्न प्रदेश के अधिकारियों और नेताओं को भी भेजा गया है।
ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना के जरिये बाजार भी उपलब्ध कराया जा रहा है। अभी तक महिलाएं 1.50 लाख रुपये की राखी बेच चुके हैं। जनपद के पुरोला, नौगांव और डुंडा में महिलाएं चीड़ के पिरूल से खास तरह की सुंदर राखी तैयार कर रही हैं। ये महिलाएं अपने चैका-चूल्हा, खेत खलियान का कार्य निपटाने के साथ एक दिन में पांच सौ से अधिक राखियां तैयार कर रही हैं।
रामा व कमल सिरांई पट्टी में तीन स्वयंसेवी संस्थाएं डोडेश्वर महादेव, जागमाता महिला समूह एवं स्वयं सहायता समूह एवं संसाधन समिति पिरूल से विभिन्न प्रकार के टोकरियां, शोपीस सूप एवं झालर आदि तैयार कर देहरादून आदि विभिन्न स्थानों पर आयोजित मेलों में पहुंचाएं। इन महिलाओं ने पर्यावरण संरक्षण के साथ ही प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग कर स्वरोजगार की दिशा में प्रयास किया है। पिछले कुछ दिनों इस इन महिलाओं ने पिरुल से राखियां तैयार करनी शुरू की।
डाडेश्वर महादेव व जागमाता महिला समूह पुरोला की महिलाओं की ओर से तैयार पिरूल से तैयार रंग-बिरंगी राखियों का स्टॉल देहरादून परेड ग्राउंड में भी लगा हुआ है। जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निरीक्षण किया तथा खूब सराह। महिला स्वयं सहायता समूह एवं संसाधन समिति की लक्ष्मी बिजल्वान ने कहा कि पुरोला में उनके संगठन ने एक हजार से अधिक राखी बेच दी हैं।
एक राखी की कीमत 35 रुपये है। जिला प्रशासन की ओर से 250 राखियों की डिमांड की गई। 350 राखियां की डिमांड देहरादून भेजी गई हैं। स्थानीय बाजार में भी राखी को बेचने के लिए सरकारी स्तर से भी प्रयास किए जा रहे हैं। ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना उत्तरकाशी के सहयोग से प्रत्येक ब्लाक मुख्यालय पर स्टॉल लगाए गए हैं। ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना महिलाओं को पूरा सहयोग कर रही है। जिसमें मार्केटिंग और डिजाइनिंग में सहयोग किया गया है। पुरोला, नौगांव और डुंडा की महिलाओं ने राखी तैयार कर करीब तीन हजार राखियां बेच दी हैं। – कपिल उपाध्याय, ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजनाआगे पढ़ें 
सड़क जाम करने पर बेरोजगार संघ के पदाधिकारियों पर मुकदमा दर्ज
देहरादून। सडक पर जाम लगाने पर पुलिस ने बेरोजगार संघ के 11 पदाधिकारियों सहित 50 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार डालनवाला कोतवाली में तैनात दरोगा देवेश खुगशाल ने डालनवाला कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि 24 अगस्त को उसको प्रभारी निरीक्षक डालनवाला द्वारा टेलीफोन से सूचना दी कि बेरोजगार संघध्फ्रंट लाईन हैल्थ वर्कर यूनियन के कुछ लोग कनक चैक पर एकत्र होकर अपनी मांगों को लेकर सड़क सरेआम पर बैठैं है इस सूचना पर वह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचा जहां पर पूर्व से राकेश कुमार गुसांई प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर व कुन्दन लाल थानाध्यक्ष रायपुर प्रभारी निरीक्षक डालनवाला व उनि प्रदीप सिंह रावत कोतवाली नगर, चैकी प्रभारी कुसुमलता पुरोहित नालापानी, पंकज महिपाल, चैकी प्रभारी आराघर, ओम प्रकाश चैकी प्रभारी हाथीबड़कला प्रेम सिंह बिष्ट समय लगभग साढे नौ बजे से 11 बजे रात्रि लगभग सुशील कैन्तुरा बेरोजगार संघ, धनवीर सिंह, संतोष राणा, अमित, मुकेश शर्मा, संजीव कुमार, प्रदीप थपलियाल, अनुश्री, मिथिलेश बलूनी , सीता मंजू देवी पता अज्ञात व अन्य 50 से 60 लोग नाम पता अज्ञात धरना प्रदर्शन करते हुए कनक चैक के पास बीच सडक सरेआम में बैठे थे जिससे यातायात बाधित होने से आमजन को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था एवं दोनो ओर का यातायात बाधित हो रहा था, जिन्हे मौजूद पुलिस बल द्वारा समझाने का भरसक प्रयास किया गया पूछताछ की गयी कि वह बिना अनुमती के धरना प्रदर्शन करके सड़क सरेआम में बैठे हैं परन्तु समझाने बुझाने पर नही माने एवं जिद पर अड़े रहे व जोर जोर से नारेबाजी कर रहे थे। उन्होंने आने जाने हेतु आमजन के प्रयोगार्थ रास्ते को वाधित कर दिया गया व करीब डेढ़ घण्टा यातायात बाधित रहा, काफी समय व्यतीत होने पर बामूश्किल उन लोगों को वहा से हटाया जा सका। उपरोत्तफ व्यक्तियों द्वारा बिना किसी अनुमति एक राय होकर समझाने बुझाने के बावजूद भी मार्ग अवरुध करते हुए अपनी जिद पर अड़े रहे जिनके धरना प्रदर्शन के कारण यातायात व्यवस्था बाधित रही जिस कारण आने जाने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा व पुलिस के सरकारी कार्य नही हो पाये। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
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94 पेटी अंग्रेजी शराब का जखीरा बरामद, एक दबोचा


रूद्रपुर। शराब तस्करी में लिप्त एक व्यक्ति को पुलिस ने 94 पेटी अंग्रेजी शराब व तस्करी में प्रयुक्त पिकअप वाहन सहित गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार कल देर शाम थाना जसपुर पुलिस को सूचना मिली कि क्षेत्र में कुछ शराब तस्कर अवैध शराब की डिलीवरी हेतू आने वाले है। सूचना पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने क्षेत्र में चैकिंग अभियान चला दिया। इस दौरान पुलिस को सूतमिल तिराहा जसपुर के समीप एक संदिग्ध पिकअप वाहन आता हुआ दिखायी दिया। पुलिस ने जब उसे रूकने का इशारा किया तो पिकअप चालक कूद कर भागने लगा। इस पर उसे घेर कर दबोचा गया। पिकअप की तलाशी के दौरान पुलिस ने उसमें रखी 94 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद की। पूछाताछ में उसने अपना नाम सतवीर पुत्र वीरेन्द्र निवासी 322 बामनोली 35 थाना बहादुरगढ जिला झज्जर हरियाणा बताया। पुलिस ने उसे आबकारी अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर उसे न्यायालय में पेश कर दिया है।आगे पढ़ें 

भूस्खलन और भू-धसाव के बीच जोशीमठ क्षेत्र में भूकंप के झटके,दहशत में लोग

अब आसमानी आफत के साथ ही डराने लगी धरती, मापी गयी 2.8 की तीव्रता
देहरादून। उत्तराखण्ड में मानसूनी सीजन में पहाड़ों पर भूस्खलन और भू धसाव के खतरों के बीच चमोली के जोशीमठ क्षेत्र में शनिवार सुबह 10.37 बजे जब धरती डोलने लगी तो लोगों में भारी दहशत देखी गई 2.8 की कम तीव्रता होने के कारण भले ही इस भूकंप से कोई जान माल के नुकसान की खबर नहीं है किंतु जोशीमठ जो पहले से ही भू धसाव के कारण मकान में आई मोटी-मोटी दरारों को लेकर खौफजदा हैं इन भूकंप के झटको से और अधिक डर गया है।
भूकंप का क्षेत्र जोशीमठ से 23 किलोमीटर दूर दक्षिण पश्चिम में बताया गया है। अतिवृष्टि के कारण आपदा की मार झेल रहे चमोली जनपद के जोशीमठ के अस्तित्व पर पहले ही संकट के बादल छाए हुए हैं जिन दरार युक्त जर्जर घरों में लोग अभी भी रह रहे हैं उन्हें इस बात का खतरा है कि अगर थोड़ी अधिक तीव्रता का भूकंप यहां आया तो उनका सब कुछ समाप्त हो जाएगा। उधर जोशीमठ क्षेत्र के पंगनो गांव में भूस्खलन की जद में आए पांचकृछह मकान के ध्वस्त होने की खबर है। इस गांव के 30-35 परिवार भूस्खलन के कारण खतरे की जद में आ गए हैं जिन्हें तुरंत विस्थापन की जरूरत है। चमोली में भूस्खलन और भू धसांव के कारण मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 30 से अधिक सड़कों पर मलवा आने से लोगों को आवागमन में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
उधर टिहरी झील के आसपास के तमाम गांवों में भू धसाव के कारण मकानों में दरारें आने की खबरें आ रही है। सर्वे में पता चला है कि अत्यधिक बारिश के कारण टिहरी झील का जलस्तर बढ़ने से इस क्षेत्र में भू धसाव हो रहा है। दर्जन भर मकानों पर जमीदोज होने का खतरा मंडरा रहा है जिन्हें प्रशासन द्वारा खाली करा लिया गया है। भू धसाव व भूस्खलन की समस्या से चमोली, पौड़ी के कई क्षेत्र ही नहीं अपितु उत्तरकाशी के धरासू व बड़कोट क्षेत्र में बड़ी समस्या बनी हुई है तथा सड़कों का हाल बेहाल है। रुद्रप्रयाग की केदार घाटी भी बुरी तरह से भूस्खलन की चपेट में है और यहां तमाम लैंडस्लाइड जोन बन चुके हैं। कोटद्वार में भारी बारिश के कारण खोह नदी में आए उफान से भारी तबाही का मंजर देखा गया है मकान व सड़के सब कुछ ध्वस्त हो गया है। इस मानसूनी आपदा के इस दौर में लोगों को भूस्खलन और भू धसाव की घटनाओं ने सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है। लेकिन ऐसी स्थिति पहाड़ की धरती का कांपना लोगों को बड़े खतरे का संकेत लग रहा है जिसे लेकर वह डरे सहमे है।
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किसानों के हितों का रखेगी ध्यान प्रदेश सरकारः धामी

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार किसानों के सभी हितों को ध्यान में रखते हुए कार्य कर ही है।
शनिवार को यहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में नैनीताल जनपद के भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह बिष्ट एवं मेयर हल्द्वानी डॉ. जोगेन्द्र सिंह रौतेला के नेतृत्व में शिष्टमंडल ने भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने जनपद नैनीताल में रेरा (रियल एस्टेट रेगुलेटरी ऑथोरिटी) से किसानों को आ रही समस्याओं से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार किसानों के सभी हितों को ध्यान में रखते हुए कार्य कर ही है। उन्होंने सचिव मुख्यमंत्री एस.एन पाण्डेय को निर्देश दिये कि नैनीताल क्षेत्रान्तर्गत किसानों को रेरा से जो भी समस्याएं आ रही हैं, जिलाधिकारी से रिपोर्ट लेकर पूरा परीक्षण किया जाए। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं का परीक्षण कर यथा सम्भव उचित समाधान निकालने का पूर्ण प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा जो भी निर्णय लिये जा रहे हैं, वह जन भावनाओं के अनुरूप लिये जा रहे हैं। इस अवसर विकास भगत, आनन्द रमवाल, मण्डल अध्यक्ष मुकेश बेलवाल, पूरन भगत, प्रमोद तौलिया, रविन्द्र रैकूनी , त्रिलोक नौला, साकेत अग्रवाल, उमेश शर्मा एवं अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे।आगे पढ़ें 

देह व्यापार का पर्दाफाश़, होटल मालिक सहित दो दबोचे
नैनीताल। देह व्यापार का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने होटल मालिक सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मौके से पुलिस ने आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की है तथा वहंा बरामद एक युवकी को उसके परिजनों की सुपुर्दगी में दे दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार बीती देर शाम रामनगर कोतवाली पुलिस और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की संयुक्त टीम द्वारा रामनगर के आसपास के होटल और रिसॉर्ट में चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान जब टीम रामनगर स्थित रानीखेत रोड पर गर्जिया बेस्ट होटल पहुंची तो वहंा होटल के एक कमरे में एक युवक व एक युवती को आपत्तिजनक अवस्था में पाया गया। पुलिस कर्मियों ने कमरे से आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की है। टीम द्वारा जब दोनों से इस संबंध में पूछताछ की गई तो वह कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके। होटल स्वामी से उक्त संबंध में पूछताछ की गई तो होटल स्वामी न तो होटल का कोई रजिस्ट्रेशन और न ही एंट्री रजिस्टर दिखा सका।
मामले में होटल संचालक शेखर चंद्र निवासी रानीखेत रोड और परविंदर सिंह निवासी ग्राम धर्मपुर औलिया रामनगर को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम के तहत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हे न्यायालय में पेश कर दिया है। वहीं पीड़िता को उसके परिजनों के सुपुर्दगी में दे दिया गया है।
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करोडपति बनाने के सपने दिखाकर करोडों की ठगी
पुलिस ने मामला दर्ज कर की जांच शुरू
देहरादून। करोडपति बनाने के सपने दिखाकर साढे तीन करोड रूपये की ठगी करने के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
 प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली निवासी रमेश मिनोचा ने डालनवाला कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि उसका परिचय एक इन्द्रप्रीत सिंह कोहली निवासी जबलपुर मध्यप्रदेश ने अनिल उपाध्याय व विजय उपाध्याय उर्फ विजू डंगवाल पुत्रगण ओम प्रकाश उपाध्याय हाल निवासी आर्य नगर डालनवाला देहरादून से करवाया था, उत्तफ लोगों ने उसको अवगत कराया था कि वह बहुत बड़े बिजनेसमैन हैं और वह होटल तथा टूरिस्ट ट्रेवल्स का और बहुमंजली बिल्डिंग तथा प्रोपर्टी डिलिंग का कार्य भारत वर्ष के अतिरिक्त थाईलैण्ड के कई सम्बन्धित नगरो मे करते है तथा वह वीआर इंटरनेश्नल थाई कम्पनी लिमिटेड के नाम से कार्य करते है। प्रार्थी ने जब वीआर का अर्थ इन लोगो से पूछा तो इन्होने इसका मतलब विजय तथा राजीव इन्टरनेश्नल बताया और इससे सम्बन्धित दस्तावेज उसको दिखाए थे और उसको कहा कि वह उनके साथ पूंजी निवेश करे तो उसको लाखों रुपये का लाभ हो सकता है। उसने इन लोगों की बात पर विश्वास किया और उसके उपरान्त अनिल व विजय उपाध्याय ने हमारे घर आना शुरू कर दिया तथा मेरे परिवार के लोगों से निकटता करनी शुरू कर दी जिस कारण से वह व उसके परिवार के सदस्यों के मध्य अनिल उपाध्याय व विजय उपाध्याय के मध्य विश्वास पूर्ण सम्बन्ध उत्पन्न हो गये थे और उसने उक्त लोगों का विश्वास करते हुए उनको व्यवसायिक कार्य हेतु धनराशी देनी आरम्भ कर दी। वह व उसके परिवार के लोगो द्वारा 85 लाख रूपये अनिल उपाध्याय के खाते में आर टी जी एस के माध्यम से ट्रासफर किये गये थे यह धनराशी उसके अतिरिक्त उसके निकट सम्बन्धी श्रीमती राधिका सिंह पत्नी रमेश मनोचा व सास श्रीमती सुधा सिंह व उसके साले आकाश दीप सिंह के द्वारा उपरोक्त खाते में ट्रासफर किये गये थे, वर्ष 2016 से वर्तमान समय तक उपरोक्त लोग उससे 2 करोड 4 लाख रूपये नगद, आर टी जी एस, चैकों के माध्यम से प्राप्त कर चुके है और अबतक वह वह व उसके निकट सम्बन्धियों से 3 करोड 35 लाख रूपये प्राप्त कर चुके है, इन लोगों के द्वारा उसके साथ न तो कोई पार्टनरशिप डीड की गयी और न ही अब तक किसी के प्रकार की कोई भागदारी से प्राप्त कोई लाभ उसको दिया गया है। इन लोगों ने उसको राजीव कुमार निवासी नहोनी अम्बाला हरियाणा राज्य को अपना पार्टनर बताया और हमेशा यह दर्शाया की उनका कार्य व्यपार दिल्ली व बैंकॉक के मध्य निरन्तर चल रहा है, इनके द्वारा उसको मल्टीपल स्टोरी बिल्डिंग उसको यह कह कर दिखाई गयी कि इसमें उसके द्वारा दी गयी धनराशी लगी है, और विक्रय होने के बाद मूल तथा लाभांश उसको दिया जायेगा। जिसके बाद से इन लोगों ने उससे सम्पर्क करना बंद कर दिया है। उसने अपने जीवन भर की पूंजी इन लोगों को दे दी और इन्होंने उसके साथ धोखाधडी की है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
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 क्षमता से अधिक अनियोजित निर्माण बन रहा भू- धसाव और भूस्खलन का कारण
वाडिया भू विज्ञान संस्थान की कई शहरों व क्षेत्रों की स्टडी में खुल रही परतें
देहरादून। बरसात के सीजन में उत्तराखण्ड में बढ़ती भू धसाव और भूस्खलन की घटनाओं ने पहाड़ वासियों की मुसीबतों को बढ़ा दिया है। लोग अपनी जान माल की सुरक्षा को लेकर अत्यंत ही चिंतित है। पड़ोसी राज्य हिमाचल में इस बार भूस्खलन की विनाशलीला देखने को मिली। जिससे पहाड़ी क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों में दहशत का माहोल बना हुआ है। भू विज्ञानिको को हिमालयी राज्यों में लगातार हो रहे भूस्खलन की चिंता ने परेशानी में डाल रखा है। वाडिया भू विज्ञान संस्थान की टीम द्वारा भू- धसाओं और भूस्खलन के मूल कारणो को तलाशने की कोशिश की गई है। जिसका परिणाम यह निकलता दिखाई दे रहा है कि पहाड़ पर हो रहा अनियोजित विकास पहाड़ी क्षेत्रों  के विनाश का अहम कारण बनता जा रहा है।
वाडिया भूविज्ञान संस्थान के निदेशक द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार संस्थान की टीम द्वारा उत्तराखण्ड के उन प्रभावित शहरों और क्षेत्रों में सर्वे किया गया है जहां अधिक भू धसाव व भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। उन्होंने बताया है कि हमने मसूरी, नैनीताल, भागीरथी व गोरी गंगा बेसिन क्षेत्र का स्टडी कार्य पूरा कर लिया है तथा इसकी एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर शीघ्र ही सरकार को सौंपी जाएगी। सरकार इस रिपोर्ट के आधार पर यह तय करेगी कि किस शहर की वहन क्षमता क्या है? तथा कौन सा शहर रहने लायक है और कौन सा नहीं है। किस क्षेत्र की अधिकतम आबादी क्या होनी चाहिए तथा किस शहर में कितनी अधिकतम ऊंचाई के भवनो का निर्माण होना चाहिए।
उनका कहना है कि राज्य सरकार सिटी प्लानर्स के साथ इस मुद्दे पर चर्चा के बाद शहरी विकास की नीतियों का निर्धारण कर सकती है। उनका मानना है कि वहन क्षमता से अधिक आबादी व भवनों का निर्माण, वृक्षों और पहाड़ों का अंधाधुंध कटान इस समस्या का मूल कारण है जो आज पहाड़ के विनाश का कारण बनता जा रहा है। हमें किसी भी स्थान, मिटृी और उनकी प्रवृत्ति के आधार पर ही विकास का ढांचा तैयार करना होगा। तभी इस विनाश से बचा जा सकता है। उत्तराखंड में जोशीमठ ही नहीं चमोली, टिहरी और नैनीताल तथा उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग के कई क्षेत्र व सैकड़ो गांवों पर भू धसाव व भू स्खलन का खतरा बना हुआ है। जिनका विस्थापन किया जाना अनिवार्य हो चुका है।
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सिंचाई विभाग में बाबू ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
विकासनगर। अज्ञात कारणों से सिंचाई विभाग के बाबू ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने के बाद मौके पर पहंुची पुलिस ने मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया है। मृतक ने यह कदम क्यों उठाया,इस मामले में पुलिस पड़ताल कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार बसंतपुरा में सिंचाई विभाग के बाबू पद पर कार्यरत सूरज ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली गई है। जिसे तत्काल  उप जिला चिकित्सालय विकास नगर ले गए। जहां पर डाॅक्टरों ने जांच के बाद सूरज को मृत घोषित किया गया। उसके पश्चात पुलिस ने मृतक के शव को पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम करने हेतु मोर्चरी विकासनगर रखा गया है। इस मामले की जांच की जा रही है।

ढालवाला के आबादी क्षेत्र में घुसा हाथी
ऋषिकेश। वन्यजीवों के आबादी वाले क्षेत्र में घुसने की वारदातों ने इंसानों के माथे पर लगातार बल डालने का काम किया है। इससे लोगों के दिलों में खौफ घर कर गया है। वन विभाग की लाख कोशिशों के बावजूद वन्य जीव आबादी वाले क्षेत्रों में लोगों की सुरक्षा के लिए चुनौती बने हुए है।
 बताया जा रहा है कि ऋषिकेश क्षेत्र की गलियों में पिछले कुछ दिनों से घूमने वाला हाथी अब ढालवाला के आबादी क्षेत्र में पहुंच गया है। शनिवार की अल सुबह यह हाथी अपर ढालवाला की गलियों में चहल कदमी करता नजर आया। वर्षा के कारण पहले से परेशान लोग अब हाथी को लेकर चिंतित हैं। कुछ दिनों से ऋषिकेश वन क्षेत्र से निकलकर एक हाथी गंगानगर, क्षेत्र में घूम रहा है। इसकी शिकायत वन विभाग के करने के बावजूद विभाग इस ओर से लाचार महसूस कर रहा है।

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28 अगस्त को निकलेगी टपकेश्वर महादेव की शोभायात्रा
 देहरादून। टपकेश्वर महादेव की शोभायात्रा 28 को निकाली जाएगी। इसके लिए रविवार को विभिन्न शहरों से कलाकार दून पहुंचेंगे। यात्रा को तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए मंदिर सेवादल जुटा हुआ है। टपकेश्वर महादेव मंदिर के महंत 108 महंत कृष्णा गिरी महाराज ने बताया कि शोभायात्रा की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। सोमवार को शिवाजी धर्मशाला से टपकेश्वर तक शोभयात्रा निकलने के बाद शाम को भव्य भंडारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बार विभिन्न बैंड दूनवासियों को मंत्रमुग्ध करेंगे। ज्ञात हो कि सावन के महीने के समापन के समय हर वर्ष टपकेश्वर महादेव की शोभायात्रा निकलती है। इस आयोजन का पूरी दून घाटी को इंतजार रहता है।

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