मजदूर हत्याकांड का खुलासा, साथी ही निकाला हत्यारोपी जानिए समाचार

Pahado Ki Goonj
मजदूर हत्याकांड का खुलासा, साथी ही निकाला हत्यारोपी
पिथौरागढ़। बीती तीन मार्च हो हुई मजदूर की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को धोबीघाट क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आगे कार्यवाही शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार बीती तीन मार्च को पुलिस को सूचना मिली थी कि केमू स्टेशन पिथौरागढ़ के पास किसी व्यक्ति की लाश पड़ी हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। मृतक के पास से पुलिस को आधार कार्ड मिला, जिसके आधार पर मृतक की शिनाख्त की गई थी।
मृतक की शिनाख्त भगवान चैधरी पुत्र भोला चैधरी निवासी उचवा तुमकड़िया थाना बैरिया जिला पश्चिमी चम्पारण बिहार के रूप में हुई थी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया तो भगवान चैधरी के सिर पर चोट के निशान मिले, जिस वजह से पुलिस ने भगवान चैधरी की हत्या की आशंका जताई थी।
इस संबंध में भगवान चैधरी के भाई ने पिथौरागढ़ कोतवाली में तहरीर दी, जिसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू की। पिथौरागढ़ एसपी लोकेश्वर सिंह के निर्देश पर मामले के खुलासे के लिए कोतवाली पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम गठित की गई। पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली तो सामने आया कि दो मार्च की रात को भगवान चैधरी किसी व्यक्ति के साथ घूम रहा था। दोनों ने शराब भी पी थी। पुलिस ने भगवान चैधरी के साथ घूमने और शराब पीने वाले व्यक्ति की पहचान की। आरोपी की पहचान सुबेदार उर्फ पंडित के रूप में हुई, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया।
पुलिस पूछताछ में सुबेदार उर्फ पंडित ने अपना जुर्म कबूल किया। पुलिस ने बताया कि दो मार्च की रात को सुबेदार और भगवान चैधरी ने एक साथ शराब पी थी। शराब पीने के बाद भगवान चैधरी, सुबेदार के साथ गाली गलौच करने लगा था। तभी गुस्से में आकर सुबेदार ने भगवान चैधरी को धक्का दे दिया था, जिससे भगवान चैधरी का सिर सीढ़ी से टकरा गया। इतना ही नहीं आरोपी ने भगवान चैधरी के मुंह पर लात भी मारी, जिससे उसकी मौत हो गई।आगे पढ़ें 
बिना कारोबार के कैसे अरबपति बन रहे मंत्री गणेश जोशी जांच होनी चाहिएःमाहरा
देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने धामी सरकार पर पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबे होने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा रूपी कुंए में भ्रष्टाचार की भांग घुली हुई है तथा इसमें नहाने वाले सभी भ्रष्टाचार में पूरी तरह लतपत हैं। उन्होंने आरटीआई के माध्यम से प्रदेश के कृषि मंत्री गणेश जोशी की संपत्ति के खुलासे के बाद बयान जारी करते हुए कहा कि धामी सरकार के मंत्री गणेश जोशी के पास ऐसा कौन सा चिराग है जिससे वे बिना किसी कारोबार, पैतृक सम्पत्ति के रातों-रात अरबपति बनते जा रहे हैं।
अध्यक्ष करन माहरा ने यह भी कहा कि कुछ दिन पूर्व ही उच्च न्यायालय नैनीताल द्वारा राज्य के उद्यान विभाग में हुए घोटाले की जांच सीबीआई से कराये जाने के आदेश से साबित हो चुका है कि भाजपा सरकार के मंत्री गणेश जोशी हर घोटाले में लिप्त हैं तथा उनकी यह सम्पत्ति घोटालों की देन है जिसकी जांच ईडी से कराई जानी चाहिए थी परन्तु भाजपा की पूरी की पूरी राज्य सरकार घोटालों में आकंठ डूबी हुई है फिर उनकी इस संपत्ति की जांच कैसे हो सकती है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि जनता के विकास का पैसा भाजपा के घोटालेबाजों की जेब में जा रहा है तथा इन घोटालेबाजों को नरेन्द्र मोदी और धामी सरकारों का पूर्ण संरक्षण प्राप्त है। भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का बार-बार विधवा विलाप करने वाली भाजपा सरकार में राज्य का कोई भी विभाग भ्रष्टाचार से अछूता नही है परन्तु जब अपनी सरकार के मंत्रियों की जांच की बात आती है तो केन्द्र और राज्य की भाजपा सरकारों को सांप सूंघ जाता है। उन्होंने कहा कि जब से राज्य में भाजपा ने सत्ता संभाली है तब से लेकर आज तक चाहे विभागों में भर्तियां का मामला हो, चाहे निर्माण कार्यों का सभी में भाजपा नेताओं की मिलीभगत से भारी घोटालों को अंजाम दिया जा रहा है। उन्होंने कृषि मंत्री गणेश जोशी को मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त किये जाने की मांग करते हुए कहा कि गणेश जोशी के घोटालों एवं संपत्ति की जांच ईडी और सीबीआई से कराई जानी चाहिए।आगे पढ़ें  अपनी मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने किया प्रदर्शन
रुड़की। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपनी मांगों को लेकर लगातार प्रदेशभर में प्रदर्शन व रैली निकाल रही हैं। इसी क्रम में बुधवार को सैकड़ों की संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी। रुड़की के नगर निगम के समीप आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ब्लॉक अध्यक्ष ममता पुरी के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां एकत्रित हुईं। नगर निगम चैक से तहसील परिसर स्थित ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कार्यालय तक आक्रोश रैली निकाल कर अपना रोष प्रकट किया। इस दौरान के साथ सभी प्रदर्शनकारी कार्यकत्रियों द्वारा जमकर नारेबाजी भी की गई। प्रदर्शनकारी कार्यकत्रियों की मांग है कि या तो उन्हें 18 हजार का मानदेय दिया जाए या उन्हें नियमित किया जाए। इस दौरान उत्तराखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की ब्लॉक अध्यक्ष ममता पुरी ने कहा कि लंबे समय से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां सरकार के समक्ष अपनी मांगें रख रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की बेरुखी के चलते हम लोग आंदोलन करने को मजबूर हैं। 20 फरवरी से कार्य बहिष्कार पर हैं। इसी के साथ उन्होंने कहा कि दिल्ली में दिल्ली पुलिस द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के साथ अभद्र व्यवहार किया गया है जोकि बहुत निंदनीय है।

प्रदेश सरकार ने पदक विजेताओं को नौकरी देने की घोषणा
देहरादून। एथलेटिक्स के मैदान में देश के लिए पदक जीतने वाली उत्तराखंड की गोल्डन गर्ल मानसी नेगी वन विभाग में नियुक्ति दी जा रही है। वहीं पान सिंह खेल विभाग तो सूरज पंवार युवा कल्याण विभाग में तैनात किए जा रहे है। इसके साथ ही अन्य खेलों में पदक विजेता खिलाड़ियों को भी विभागों से पत्र भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।खेल के मैदान में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर देश के लिए पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को राज्य सरकार ने सरकारी नौकरी देने की तैयारी कर ली है। इसके लिए छह विभागों में 156 पदों के लिए आवेदन मांगा था। इनमें 120 आवेदनों में से 31 का चयन किया गया है। 12वें साउथ एशियन गेम्स 2016 में स्वर्ण पदक जीतने वाले मान सिंह को खेल विभाग में उप क्रीड़ाधिकारी पद के लिए चुना गया है। वहीं एसबीसी एशियन महिला खेल प्रतियोगिता में देश को कांस्य पदक दिलाने वाली काशीपुर की बॉक्सिंग खिलाड़ी प्रियंका और कॉमनवेल्थ प्रतियोगिता में ताइक्वांडो में स्वर्ण पदक जीतने वाली अल्मोड़ा की शुभांगिनी साह को खेल विभाग में सहायक प्रशिक्षक के रूप में नियुक्ति दी जा रही है।
वहीं पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके देहरादून के वॉक रेसर सूरज पंवार को युवा कल्याण विभाग में क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी बनाया जा रहा है। सूरज पंवार ने बीते दिनों चंडीगढ़ में आयोजित नेशनल 20 किमी वॉक रेस प्रतियोगिता में रजत पदक जीता था। यूथ ओलंपिक में सूरज रजत पदक जीत चुके हैं।
वहीं 20 किमी वॉक रेस में उत्तराखंड की गोल्डन गर्ल कही जाने वाली चमोली की मानसी नेगी को अब वन विभाग में नियुक्ति दी जा रही है। वन विभाग में मानसी नेगी अब दरोगा के पद पर रहेंगी। मानसी नेगी हाल ही में चीन में आयोजित वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में कांस्य पदक जीता था। इनके साथ ही पिथौरागढ़ की बॉक्सिंग खिलाड़ी शोभा कोहली को वन विभाग में वन दरोगा पद दिया गया है, शोभा अभी तक सीआईएसएफ में तैनात है। वहीं देहरादून के बैडमिंटन खिलाड़ी शशांक क्षेत्री और हिमांशु तिवारी को उत्तराखंड पुलिस में तैनाती दी जा रही है। जुजित्सु खिलाड़ी हल्द्वानी की भव्या पांडे को वन विभाग में नियुक्ति दी जाएगी।आगे पढ़ें 

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लाखों की धोखाधड़ी का फरार चल रहा आरोपी दबोचा
देहरादून। एम्स ऋषिकेश में नौकरी लगाने के नाम पर लोगों से लाखों रुपए की धोखाधड़ी के आरोपीे 10 हजार के इनामी शातिर  को दून पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। आरोपी पिछले डेढ़ साल से फरार चल रहा था।  आरोपी को रिमांड में लेकर न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार दून के कोतवाली डोईवाला में 16 सितंबर 2022 को सुनील शर्मा निवासी कालसी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि वीरेंद्र गौतम निवासी डोईवाला ने पीड़ित और अन्य लोगों को एम्स ऋषिकेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 36 लाख रुपए ठग लिए हैं। पीड़ित की तहरीर के आधार पर डोईवाला कोतवाली में वीरेंद्र के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। मामला दर्ज होने के बाद आरोपी वीरेंद्र पिछले डेढ़ साल से फरार चल रहा था। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार संभावित ठिकानों में दबिश दे रही थी। लेकिन आरोपी लगातार ठिकाने बदल कर अपनी गिरफ्तारी से बच रहा था। आरोपी के लगातार फरार होने के कारण देहरादून पुलिस ने आरोपी पर 10 हजार रुपए इनाम भी रखा था।आगे पढ़ें 

लूट की झूठी सूचना देने पर दो लोगों का चालान
हरिद्वार। कमेटी का पैसा सट्टे में हार जाने पर दो लोगों ने लूट की झूठी सूचना पुलिस को दी। जांच में मामला झूठा पाये जाने पर पुलिस ने दोनो लोगों का पुलिस एक्ट में चालान कर दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार बीते रोज 112 के माध्यम से संजय निवासी ताशीपुर द्वारा सूचना दी गई कि 11 बजे के आस-पास ताशीपुर रोड में किन्ही अज्ञात बाइक सवार दो बदमाशों ने उसके सिर पर डंडे से वार किया गया और 22 हजार रूपये लूट लिए गये। बताया कि डंडे के वार के कारण वह अपनी बाइक सहित खेत के किनारे गिर गया और बेहोश हो गया। जब वह होश में आया तो उसने खुद को भार्गव अस्पताल रुड़की में पाया और पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलने पर प्रभारी निरीक्षक मंगलौर अमरचंद शर्मा पुलिस बल के साथ पूछताछ के लिए शिकायतकर्ता संजय के घर पहुंचे और घटनास्थल की जांच पड़ताल की गई तो प्रकरण संदिग्ध प्रतीत हुआ। मामले में शक की एक वजह ये भी थी कि घर पर रोजमर्रा की तरह साधारण माहौल था। मौके के गवाहों और शिकायतकर्ता को अस्पताल ले जाने वाले लोगों के साथ-साथ शिकायतकर्ता को गहन पूछताछ हेतु थाने लाया गया। काफी देर पूछताछ करने से यह बात निकल कर सामने आई के संजय और अस्पताल ले जाने वाले उसके दोस्त अर्चित ने लूट की झूठी सूचना देने का प्लान बनाया क्योंकि जो पैसे कमेटी से एकत्र करके बैंक में जमा करने के लिए ले जाने थे उसमें से आधे पैसे संजय एक दो दिन पूर्व सटृे में गंवा चुका था। झूठी सूचना देने का उद्देश्य यही था कि भावना में बहकर संजय की मां वह रुपए जमा कर दे। पूरा घटनाक्रम सामने आने पर झूठी सूचना देने वालों के दोनों लड़कों का 81 पुलिस एक्ट में चालान किया गया।

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नौकरी का झांसा देकर 6 लाख की ठगी
बागेश्वर।  बागेश्वर में एक युवक को फॉरेस्ट गार्ड की नौकरी दिलाने के नाम पर 6 लाख रुपए ठगने का मामला प्रकाश में आया है।  आरोपी कोचिंग संचालक के खिलाफ पुलिस नकल विरोधी कानून के तहत कार्रवाई कर रही है।
बागेश्वर में ग्राम और पोस्ट उडेरा के निवासी पीड़ित युवक ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि   उसके साथ कोतवाली बागेश्वर स्थित एक निजी कोचिंग सेंटर के संचालक निवासी ओखलसों बागेश्वर द्वारा फॉरेस्ट गार्ड में भर्ती कराने का झांसा दिया गया। बहला फुसलाकर उससे छह लाख रुपयों की मांग की गयी। जिस पर वादी ने उसके झांसे में आकर छह लाख रुपये दे दिये थे। फॉरेस्ट गार्ड भर्ती का रिजल्ट आने पर जब वादी का नाम सिलेक्शन लिस्ट पर नहीं आया तो उसने अपने रुपये वापस मांगे। वादी का आरोप है कि कोचिंग सेंटर के संचालक द्वारा रुपये वापस नहीं किये गये। प्रतिवादी द्वारा नौकरी का झांसा देकर वादी के साथ धोखाधड़ी की गयी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।  आगे पढ़ें 

 अवैध निर्माण को लेकर सुप्रीमकोर्ट की डाॅ हरक और डीएफओ को फटकार
देहरादून। बुधवार को उत्तराखंड के कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पाखरो रेंज में पेड़ों की कटाई और अवैध निर्माण मामले में  सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए उच्चतम न्यायालय ने पूर्व वन मंत्री हरक सिंह रावत और पूर्व अधिकारी किशन चंद को कड़ी फटकार लगाई है। इसके साथ ही, देश में राष्ट्रीय उद्यानों के बफर जोन या इससे सटे सीमांत क्षेत्रों में टाइगर सफारी की इजाजत दी जा सकती है या नहीं, इसको देखने के लिए एक समिति गठित करने का आदेश दिया है।  
वन्यजीव कार्यकर्ता और वकील गौरव बंसल ने चिड़ियाघर से बाघ लाकर सफारी के नाम पर उन्‍हें बफर जोन में रखने और कॉर्बेट पार्क में हुए अवैध कटान और निर्माण को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। इस मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को अवैध निर्माण और पेड़ों की कटाई की अनुमति देकर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व को नुकसान पहुंचाने के लिए उत्तराखंड के पूर्व वन मंत्री हरक सिंह रावत और तत्कालीन प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) किशन चंद को भी फटकार लगाई। कॉर्बेट में पेड़ों की कटाई के पहलू पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह तत्कालीन मंत्री और डीएफओ के दुस्साहस से चकित है। शीर्ष अदालत ने कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में अवैध निर्माण और पेड़ों की कटाई के कारण हुए नुकसान के संबंध में पहले से ही मामले की जांच कर रही सीबीआई को तीन महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। शीर्ष अदालत ने राज्य सरकार को जंगल की बहाली सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। शीर्ष अदालत ने कहा कि वर्तमान मामले में ये बिना किसी संदेह के स्पष्ट है कि तत्कालीन वन मंत्री ने खुद को कानून से परे समझा। पीठ ने कहा कि, यह मामला दर्शाता है कि कैसे डीएफओ ने पब्लिक ट्रस्ट डॉक्ट्रिन को कूड़ेदान में फेंक दिया और इससे पता चलता है कि राजनेता और नौकरशाह कैसे कानून को अपने हाथ में लेते हैं.सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि राजनीतिक-नौकरशाह गठजोड़ ने वन और पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचाया। राज्य को नुकसान की लागत का अनुमान लगाना चाहिए और पारिस्थितिकी को नुकसान पहुंचाने के दोषियों से इसकी वसूली करनी चाहिए।

 आशुतोष नेगी की गिरफ्तारी को लेकर सरकार पर आरोप लगाना गलतःडीजीपी
देहरादून। अंकिता भंडारी हत्याकांड में आशुतोष नेगी की गिरफ्तारी को लेकर  उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक  अभिनव कुमार का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि जो भी लोग आशुतोष नेगी की गिरफ्तारी पर सरकार पर आरोप लगा रहे हैं, हो सकता है कि  उनके पास अपना कोई एजेंडा है। डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच के दौरान उत्तराखंड पुलिस किसी भी तरह के दबाव में नहीं थी। हमें सरकार और मुख्यमंत्री का पूरा सहयोग मिला। राज्य पुलिस ने निष्पक्ष और साहसिक जांच की है। ऐसे में आशुतोष नेगी की गिरफ्तारी को लेकर सरकार पर आरोप लगाना पूरी तरह गलत है। विवेचना में पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर पूर्व में एक आरोपी दीप मैठाणी को देहरादून से गिरफ्तार किया गया था। वहीं मंगलवार देर सायं को पत्रकार आशुतोष नेगी को भी गिरफ्तार कर दिया गया है। आशुतोष नेगी को न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय के आदेश के बाद आशुतोष नेगी को 15 मार्च तक के लिए न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार पौड़ी भेज दिया गया है। इस दौरान न्यायालय से बाहर आते ही अंकिता के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। अंकिता की मां तो बेहोश हो गईं, जिन्हें जिला अस्पताल उपचार के लिए ले जाया गया। वहीं सीओ कोटद्वार विभव सैनी ने कहा कि कोतवाली पौड़ी में एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया। जिसके बाद दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसके साथ ही बताया कि यह मामला अलग पंजीकृत किया गया है। लोग किसी अन्य मामले को इस मामलों से न जोड़ें। अंकित भंडारी के पिता वीरेंद्र भंडारी ने कहा कि आशुतोष नेगी की गिरफ्तारी के बाद उनका श्रीनगर में चल रहा अनिश्चितकालीन धरना और उग्र होगा।आगे पढ़ें

महाशिवरात्रि: गंगाजल भरकर काशीपुर पहुंच रहे कांवड़िये
काशीपुर। महाशिवरात्रि पर्व को लेकर श्ऱ़द्धालुओं में खासा उत्साह दिखाई दे रहा है। हरिद्वार से जल भरकर कांवड़ियों का जत्था काशीपुर पहुंचना शुरू हो गया है। रुद्रपुर, किच्छा, सितारगंज, गदरपुर, बाजपुर, केलाखेड़ा समेत विभिन्न स्थानों के कांवड़िये यहां पहुंच रहे हैं और अपने गंतव्य को रवाना हो रहे हैं। काशीपुर पहुंचने पर कांवड़ियों का स्थानीय लोगों द्वावहीं कांवड़ियों को किसी भी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन ने रूट डायवर्जन कर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। महाशिवरात्रि पर्व को लेकर अब 2 दिन का समय शेष रह गया है। ऐसे में हरिद्वार से कांवड़ में जल भरकर लाने वाले दूरदराज के क्षेत्रों के कांवड़िये काशीपुर पहुंचने रहे हैं। वहीं इन दिनों बम-बम भोले और हर-हर महादेव के जयकारों से शहर शिवमय हो गया है। काशीपुर में बनबसा, रामपुर, पीलीभीत, सितारगंज, किच्छा, नानकमत्ता, रुद्रपुर, गदरपुर, दिनेशपुर, केलाखेड़ा और बाजपुर तथा सुल्तानपुर पट्टी व अन्य स्थानों के कांवड़िये गंगा जल लेकर पहुंच रहे है। कांवड़ियों के लिए जगह-जगह भंडारे आदि की व्यवस्था की गई है।आगे पढ़ें 

आय से अधिक संपत्ति मामले में घिरे कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी

– न खेती, न उद्योग फिर भी कमा लिए नौ करोड़ रुपये, दर्जन से भी अधिक प्लाट-दुकानें
– आरटीआई एक्टिविस्ट एडवोकेट विकेश नेगी ने विजिलेंस में की शिकायत

देहरादून। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी आय से अधिक संपत्ति के मामले में घिर गये हैं। आरटीआई एक्टिविस्ट एडवोकेट विकेश नेगी ने आरटीआई और एडीआर रिपोर्ट के माध्यम से उनकी आय पर खुलासा किया है कि पिछले 15 साल में गणेश जोशी करोड़ पति हो गये। उनके देहरादून और हरिद्वार में दस से अधिक प्लाट और फैक्ट्री हैं। एडवोकेट विकेश नेगी के अनुसार गणेश जोशी ने विधायक और मंत्री रहते हुए महज 36 लाख का वेतन हासिल किया जबकि उन्होंने 2022 के चुनाव में जो हलफनाम दिया तो उसमें उन्होंने अपनी आय 9 करोड़ बताई है। एडवोकेट विकेश नेगी के मुताबिक जोशी ने आय से कहीं अधिक संपत्ति अर्जित की है। इस मामले में उन्होंने विजिलेंस और प्रधानमंत्री कार्यालय को शिकायत की है।
एडवोकेट विकेश नेगी ने विजिलेंस को दी गयी शिकायत में कहा है कि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी 2011 में 15 लाख 60 हजार 730 रुपये, सन 2012 में 44 लाख 61 हजार 590 रुपये, सन 2015 में 13 लाख 11 हजार 350 रुपये, 2016 में 30 लाख 33 हजार 980 रुपये, सन 2017 में 3 लाख 40 हजार 460 रुपये, सन 2018 में 36 लाख 74 हजार 480 रुपये, सन 2019 में 51 लाख 94 हजार 720 रुपये, सन 2020 में 73 लाख 10 हजार 800 रुपये, 2021 में 63 लाख 72 हजार रुपये, 2022 में एक करोड़ 46 लाख 48 हजार 520 रुपये की संपत्ति अपने, अपनी पुत्री नेहा जोशी, पुत्र मयंक जोशी अपनी पत्नी निर्मला जोशी के नाम से खरीदी। तब उनके पुत्र और पुत्री पूरी तरह से उन पर आश्रित थे। इस प्रकार गणेश जोशी ने इस अवधि में कुल 5 करोड़ आठ लाख 89 हजार 510 रुपये की संपत्ति खरीदी जो कि उनके ज्ञात आय स्रोतों से कहीं अधिक है।
गणेश जोशी ने अरुण गुप्ता और चेतना पंत के साथ मिलकर 2011 में 34 लाख 40 रुपये की संपत्ति बेची, जिसमें गणेश जोशी का एक तिहाई हिस्सा था। एक भूमि उनकी पत्नी निर्मला जोशी ने पट्टे पर दी जिसमें उनका चैथाई हिस्सा है। एडवोकेट विकेश नेगी ने कहा कि 2017 में भी गणेश जोशी की पत्नी निर्मला जोशी ने एक करोड़ 71 लाख 57 हजार की एक भूमि बेची जिसमें उनका चैथाई हिस्सा था। इसी तरह से निर्मला ने एक और जमीन इसी दिन 33 लाख 68 हजार की बेची। इसमे भी उनका चैथाई हिस्सा था।
एडवोकेट विकेश नेगी के अनुसार गणेश जोशी के पुत्र मयंक जोशी ने अपनी पत्नी पंखुड़ी शर्मा को 8 मई 2019 को एक जमीन उपहार में दी। जिसका मूल्य 6 लाख 15 हजार दर्शाया गया। ऐसे ही गणेश जोशी ने अपने बेटे मयंक जोशी को 2021 में एक संपत्ति दान में दी। सौरभ नांगिया जो गणेश जोशी का दामाद है ने 2 करोड़ 76 लाख रुपये बाजारी मूल्य की भूमि अपनी पत्नी नेहा जोशी को दान स्वरूप दी। इसके बाद नेहा जोशी ने यही भूमि अपने भाई मयंक जोशी को दान कर दी। एडवोकेट विकेश नेगी के मुताबिक यह मनी लांड्रिंग है।
एडवोकेट विकेश नेगी ने खुलासा किया है कि गणेश जोशी के पुत्र मयंक जोशी ने पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत के ओएसडी धीरेंद्र पंवार के साथ मिलकर सिडकुल की एक भूमि 45 लाख 95 हजार रुपये में पट्टे पर ली है। एडवोकेट नेगी के मुताबिक यह सब आय से बहुत अधिक है।
एडवोकेट विकेश नेगी के मुताबिक 2007 के चुनाव में गणेश जोशी ने जो हलफनामा दायर किया था। उसमें कुल 42 लाख की संपत्ति दर्शायी थी। मजेदार बात यह है कि गणेश जोशी ने 2011 में जो आयकर रिटर्न भरा, उसमे ंअपनी आय महज तीन लाख 90 हजार 692 रुपये दर्शायी। 2012 के चुनाव में जो हलफनामा दिया गया था उसमें उन्होंने बैंकों में अपनी जमा पूंजी लगभग 13 लाख बतायी। एफडी और एनएससी से दस लाख की आय दिखाई। बच्चों की शिक्षा पर ऋण समेत 29 लाख 93 हजार का कर्ज दिखाया। चुनाव में गणेश जोशी ने 2012 में 9 लाख 55009, 2017 में 24 लाख 2 हजार 600 रुपये और 2022 में 29 लाख 99 हजार 222 रुपये का खर्च दर्शाया है।
एडवोकेट विकेश नेगी के मुताबिक गणेश जोशी को एक विधायक और मंत्री के तौर पर 2007 से 2023 तक कुल 36 लाख 54 हजार रुपये वेतन के तौर पर मिला। जबकि 2022 में चुनाव हलफनामे में उन्होंने नौ करोड़ रुपये की संपत्ति बतायी है। एडवोकेट नेगी ने विजिलेंस से शिकायत की है कि गणेश जोशी ने पद का दुरुपयोग करते हुए आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है। ऐसे में उनके खिलाफ धन शोधन पद के दुरुपयोग और आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

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विधायक की बदसलूकी आम जनता पर भारी, निगम कर्मचारियों ने किया  सफाई सहित सभी काम-काज ठप
देहरादून। सत्ता पक्ष के विधायक की हनक आम जनता पर भारी पड़ती दिख रही है। नगर आयुक्त और कर्मचारियों के साथ विधायक की ओर से की गई बदसलूकी और गालीगलौज से निगम के कर्मचारियों में आक्रोश फैल गया है। निगम कर्मचारी संघ ने विधायक के इस व्यवहार पर आक्रोश जताते हुए बुधवार से सफाई व्यवस्था के साथ ही सभी कार्य ठप कर दिया है।
कर्मचारियों नेता नाम बहादुर, सतेंद्र कुमार ने कहा कि विधायक की ओर से इस प्रकार से कर्मचारियों और नगर आयुक्त के साथ बदसलूकी किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कहा कि सत्ता की हनक में उन्होंने यह सब कार्य किया है, लेकिन कर्मचारी चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि जब तक विधायक सार्वजनिक रूप से अपने इस व्यवहार के लिए माफी नहीं मांगते और विधायक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती निगम के सभी कर्मचारी कार्यबहिष्कार पर रहेंगे। मंगलवार रात से ही कर्मचारियों ने कूड़ा उठान कार्य ठप कर दिया है। उन्होंने कहा कि  यह कार्यबहिष्कार विधायक के माफी मांगने तक जारी रहेगा।

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