गुड न्यूज: मुख्यमंत्री धामी जनता के अनुरुप कार्य करते हैं जानिए

Pahado Ki Goonj

देहरादून,राज्य में भर्ती परीक्षाओं में हुई धाँधलियों पर मुख्यमन्त्री पुष्कर सिंह धामी के जीरो टॉलरेंस के सिद्धांत का पालन करते हुए उत्तराखंड एसटीएफ़ ने बड़ी कार्रवाई की है
यूकेएससीसी द्वारा 2016 में कराई गई वीपीडीओ भर्ती परीक्षा में धांधली की जाँच में आज आरबीएस रावत पूर्व चेयरमैन,सचिव मनोहर कन्याल,पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरएस पोखरिया को गिरफ़्तार कर लिया गया है
यह भर्ती परीक्षा प्रकरण में अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही है । 2016 के मामले में लंबे समय से जाँच चल रही थी लेकिन मुख्यमन्त्री के कड़े रुख़ के बाद जाँच एजेंसियों ने भी तेज़ी दिखाई। मुख्यमंत्री धामी पिछले कई अवसरों पर बार बार कह रहे हैं कि वो अपने युवा भाई बहनों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे, सरकारी नौकरियों की भर्ती में भ्रष्टाचार का जो दीमक लगा है उसे वे जड़ से मिटा देंगे।
इस क्रम में वीपीडीओ भर्ती में 6 वर्ष बाद विधिसम्मत कार्यवाही कर सीएम ने एक बड़ी लकीर खींच दी है।
मुख्यमंत्री धामी ने एसटीएफ की कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि *“ जाँच एजेंसिया अपना काम कर रही हैं। उत्तराखंड के युवा का हक़ मारने वाले किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा।सरकार ये सुनिश्चित कर रही है कि भविष्य की सभी भर्ती परीक्षाएँ स्वच्छ और पारदर्शी हो। आज की कार्रवाई इस बात की मिसाल है कि भविष्य में कोई इन परीक्षाओं में गड़बड़ी करने की हिम्मत न कर सके “*

क्रमवार विवरण

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा दिनांक 6 मार्च 2016 को ग्राम पंचायत विकास अधिकारी चयन परीक्षा करवाई गई
उक्त परीक्षा 6 मार्च 2016 को समस्त 13 जनपदों के 236 परीक्षा केंद्रों में संचालित की गई थी
उक्त परीक्षा में कुल 87196 परीक्षार्थियों द्वारा प्रतियोगी परीक्षा में भाग लिया गया था
30 मार्च 2016 को परीक्षा का परिणाम घोषित किया गया था
उक्त परीक्षा में धांधली के मद्देनजर विभिन्न शिकायतों के आधार पर उत्तराखंड शासन द्वारा तत्कालीन अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जांच समिति वर्ष 2017 में गठित की गई थी
जांच समिति द्वारा प्रेषित आख्या के आधार पर सम्यक विचारोंप्रांत , एवं माननीय उच्च न्यायालय के निर्देशों के क्रम में उक्त परीक्षा में अनियमितताओं की पुष्टि होने के कारण उक्त परीक्षा परिणाम को निरस्त किया गया
वर्ष 2019 में सचिव कार्मिक एवं सतर्कता अनुभाग के निर्देशानुसार उक्त परीक्षा में हुई अनियमितताओं के संबंध में जांच सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर देहरादून को प्राप्त हुई
वर्ष 2020 में सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर देहरादून द्वारा खुली जांच में पुष्टि होने पर उक्त परीक्षा में हुई अनियमितताओं की पुष्टि होने पर सतर्कता अधिष्ठान देहरादून में मुकदमाअपराध संख्या 01/20 धारा 420/468/467/120B ipc व धारा 13 (1) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अभियोग शासन की अनुमति उपरांत पंजीकृत कराया गया
अभियोग पंजीकृत होने के बाद वर्ष 2020 से वर्ष 2022 तक उक्त प्रकरण की विवेचना सतर्कता अधिष्ठान देहरादून द्वारा की जा रही थी
वर्ष 2022 माह अगस्त में माननीय मुख्यमंत्री के निर्देश अनुसार उक्त प्रकरण की विवेचना एसटीएफ को स्थानांतरित हुई
एसटीएफ द्वारा विवेचना को आगे बढ़ाते हुए साक्ष्य संकलन की कार्रवाई की गई
पूर्व में जांच कमेटी द्वारा उक्त परीक्षा से संबंधित ओएमआर शीट को FSL भेजा गया था एवं FSL से उक्त OMR शीट में छेड़छाड़ होने की पुष्टि हुई थी
विवेचना के दौरान यह भी पाया गया कि उक्त परीक्षा से संबंधित ओएमआर स्कैनिंग / फाइनल रिजल्ट बनाए जाने का का कार्य तत्कालीन सचिव मनोहर सिंह कन्याल के घर पर हुआ था
विवेचना के दौरान अभी तक दो दर्जन से अधिक अभ्यर्थी चिन्हित किए गए हैं और उनके बयान एसटीएफ द्वारा दर्ज किए गए
विवेचना के दौरान कई अहम गवाहों के बयान न्यायालय में भी कराए जा चुके हैं जो केस की अहम साक्ष्य है
विवेचना के दौरान पूर्व में तीन अभियुक्त 1 मुकेश कुमार शर्मा 2 मुकेश कुमार 3 राजेश पाल को एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है
एसटीएफ द्वारा पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर आज दिनांक 8 अक्टूबर 2022 को
1 तत्कालीन अध्यक्ष UKSSSC डॉ रघुवीर सिंह रावत पुत्र स्वर्गीय श्री दुर्गा सिंह रावत निवासी 188/1ऑफिसर सोसायटी वसंत विहार देहरादून

2 तत्कालीन सचिव UKSSSC मनोहर सिंह कन्याल पुत्र प्रताप सिंह कन्याल निवासी वन 169/2 वन विहार शिमला बायपास देहरादून

वर्तमान पद- सँयुक्त सचिव लेखा सचिवालय देहरादून

3 तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक UKSSSC राजेंद्र सिंह पोखरिया पुत्र स्वर्गीय श्री प्रेम सिंह पोखरिया निवासी 1/29
कृष्ण पुरम माजरी माफी आईआईपी मोहकमपुर देहरादून
को पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तार किया गया है और माननीय न्यायालय में पेश किया जा रहा है

aसीएम पुष्कर सिंह धामी ने राजस्व न्यायालयों के लम्बित मुकदमों का तथा दाखिल ख़ारिज के लम्बित मामलों का निस्तारण मिशन मोड में करने के निर्देश दिये*

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजस्व न्यायालयों के लम्बित मुकदमों को विशेष अभियान के तहत और समयबद्धता के साथ निस्तारण करने के निर्देश दिये है। मुख्यमंत्री ने राजस्व न्यायालयों की कार्यप्रणाली और कार्यों के निस्तारण की प्रगति में अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए अध्यक्ष राजस्व परिषद् को तत्काल समस्त राजस्व न्यायालयों के पीठासीन अधिकारियों के साथ बैठक करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने आयुक्त एवं सचिव को नियमित पाक्षिक समीक्षा कर प्रगति से अवगत कराने के भी निर्देश दिये है।

उल्लेखनीय है कि कृषि भूमि से सम्बन्धित विवादों जिनमें नामान्तरण अधिकारों की घोषणा, खेतों का बँटवारा, अवैध कब्जा हटाना आदि के त्वरित निस्तारण के लिए ही राजस्व न्यायालयों का गठन किया गया और राजस्व न्यायालयों को सिविल न्यायालयों की भाँति शक्तियाँ दी गई है। उक्त शक्तियों के बावजूद राजस्व न्यायालयों में छोटे-छोटे जमीन विवाद सालों तक लम्बित चले आ रहे हैं।

वर्तमान में सम्पूर्ण उत्तराखण्ड के राजस्व न्यायालयों जिनमें राजस्व परिषद्, आयुक्त, कलेक्टर, अपर कलेक्टर, सहायक कलेक्टर, तहसीलदार, नायब तहसीलदार के न्यायालय सम्मिलित है। लगभग 34,000 मुकदमें लम्बित हैं जिनमें से सैकड़ों मुकदमें तीन साल से भी अधिक पुराने है

मुख्यमंत्री ने मुकदमों के निस्तारण की प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार के सरलीकरण, समाधान, निस्तारण और संतुष्टि के मूलमंत्र को साकार करने के लिए राजस्व न्यायालयों के लम्बित मुकदमों को विशेष अभियान के तहत और समयबद्धता के साथ निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। जनपदों के भ्रमण और समीक्षा बैठकों के दौरान भी राजस्व वादों के निस्तारण की स्थिति की समीक्षा मुख्यमंत्री द्वारा की जानी है।आगेपढें

( 8 अक्टूबर 2022, शनिवार ), संजीवनी दीवाली फ़ेस्ट, देहरादून

*सिविल सर्विस ऑफ़िसर्स वाइव्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित संजीवनी दिवाली फेस्ट-2022 का हुआ शुभारंभ*0आ

*उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों की स्टोलो के माध्यम से दिखी झलक*

*विभिन्न जिलों के शिल्पकारों, काश्तकारों, कारीगरों, स्वयं सहायता समूहों एवं लघु उद्यमियों को मिला नया मंच*

*सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिए दिखी लोक संस्कृति की झलक*

शनिवार को ओल्ड मसूरी रोड, देहरादून स्थित सिविल सर्विस इंस्टीट्यूट में सिविल सर्विस ऑफ़िसर्स वाइव्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित संजीवनी दिवाली फेस्ट – 2022 का शुभारंभ हुआ, 2 दिनों तक चलने वाले भव्य संजीवनी दिवाली फेस्ट का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्रीमती गुरमीत कौर द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया, इस अवसर पर उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों, संस्कृति एवं सभ्यता को प्राथमिकता देते हुए विभिन्न स्टालों के माध्यम से इन्हें प्रमुखता से दर्शाया गया।

मुख्य अतिथि श्रीमती गुरमीत कौर ने कार्यक्रम में लगाए गए विभिन्न स्टालों का अवलोकन किया, इस दौरान उन्होंने स्थानीय उत्पादों के बारे में विस्तृत जानकारी भी ली। उन्होंने सिविल सर्विस ऑफ़िसर्स वाइव्स एसोसिएशन की सराहना करते हुए कहा कि संजीवनी दिवाली फेस्ट समाज सेवा का एक जरिया है, जिसके माध्यम से यह लोग दूर-दराज पहाड़ों के उत्पादों को बढ़ावा एवं एक नया बाजार देने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कार्यक्रम में अधिकांश स्टॉल महिलाओं द्वारा लगाए गए हैं जो नारी सशक्तिकरण का उदाहरण है।

संजीवनी दिवाली फेस्ट में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित उत्पादों को स्टालों के माध्यम दिखाया गया, जिसमे पौड़ी जिले में बने मँड़ुवे के बिस्कुट, पहाड़ी फलों जैसे माल्टा, संतरा के जूस, घरों में निर्मित अचार, नैनीताल जिले के स्थानीय उत्पादों, विकासनगर क्षेत्र में निर्मित स्टॉल, शॉल, मफलर, स्वेटर, उत्तरकाशी में निर्मित पंखी, पूजा आसान , पिथौरागढ़ जिले से ऐपण डिजाइन साड़ियाँ, एवं तांबे के बर्तन, जोशीमठ की राजमा, पहाड़ी अंजीर के उत्पाद, रिंगाल के उत्पाद, हाथ से बनी मोमबत्ती, मिट्टी के बर्तन, दिए, रिंगाल के उत्पादों , गाय के गोबर से बने उत्पाद, पेंटिंग, साथ ही हरिद्वार में दिव्यांजन बच्चों द्वारा निर्मित सजावट सामग्री, मोमबत्ती आदि के विशेष उत्पादों को जगह दी गई।

संस्था की अध्यक्ष डॉ. हरलीन कौर संधु ने बताया कि इस मेले में उत्तराखण्ड के स्थानीय उत्पादों पर आधारित स्टॉल आदि लगाए गए हैं, संजीवनी द्वारा आयोजित इस मेले का उद्देश्य प्रदेश के शिल्पकार, काश्तकार, कारीगरों, एवं लघु उद्यमियों मंच प्रदान करना है, ताकि उनकी बनी हुई वस्तुओं एवं कलाकृतियों को एक बाजार उपलब्ध हो सके। उन्होंने बताया कि संजीवनी संस्थान द्वारा धारचूला आपदा के दौरान 57 परिवारों को मदद पहुंचाई गई थी।

संजीवनी संस्था की सचिव श्रीमती रश्मि बर्द्धन ने कहा कि इस मेले में उत्तराखण्ड के विभिन्न जनपदों में पाए जाने वाले जैविक उत्पाद, स्थानीय लोगों द्वारा निर्मित पारम्परिक वस्तुकला पर आधारित उत्पाद, हस्तशिल्प एवं हथकरघा उत्पादो को एक मंच देने का कार्य किया जा रहा है, जिसके माध्यम से स्थानीय उत्पादों को उत्तराखंड के साथ ही पूरे देश विदेश में अलग पहचान मिले, उन्होंने कहा इस मेले का उद्देश्य लोगों को रोजगार से जोड़ने, एवं समाज सेवा के कार्यों को आगे बढ़ाना है।

संजीवनी संस्था की उपाध्यक्ष डॉ. अलकनंदा अशोक ने कहा कि बीते 3 वर्षों से संजीवनी संस्थान द्वारा इस तरह के मेले का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें हमेशा समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को फायदा पहुंचाने के मकसद से कार्य किया जाता रहा है। उन्होंने कहा आने वाले समय में हम इस मेले को और भव्य एवं दिव्य रूप देने की कोशिश करेंगे।

संजीवनी संस्था की कोषाध्यक्ष श्रीमती अंजलि सिन्हा ने कहा कि इस बार मेले में ऐपण साड़ियाँ, अल्मोड़ा-बागेश्वर में तांबे के बर्तन, जोशीमठ की राजमा, पहाड़ी अंजीर के उत्पाद, रिंगाल के उत्पाद, हाथ से बनी मोमबत्ती, मिट्टी के बर्तन, दिए, गाय के गोबर से बने उत्पाद, खुर्जा आदि के विशेष उत्पादों को जगह दी गई है,

*उल्लेखनीय है कि “संजीवनी” उत्तराखंड के सिविल सेवा अधिकारियों की पत्नियों द्वारा संचालित एक संस्था है। संस्था द्वारा समय समय पर उत्तराखण्ड राज्य के सामाजिक उत्थान की दिशा में विभिन्न कार्यक्रम चलाए जाते हैं। इसी क्रम में संजीवनी संस्था द्वारा लगातार पिछले 3 सालों से संजीवनी दिवाली फेस्ट का आयोजित भी किया जा रहा है।*

इस दौरान अंशु पांडे, अनुराधा सुधांशु, आकांक्षा सिन्हा, मथानी फैनई, गुंजन यादव, हरिका राजेश, रजनी तोमर, शिखा पांडे, विनीता कुंवर एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने तिलवाड़ा, रूद्रप्रयाग में जनपद की विभिन्न विकास योजनाओं के तहत कुल 46680.95 लाख रुपए के कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। उन्होंने जनपद के विकास हेतु 14294.18 लाख रुपए का लोकार्पण तथा 32386.77 लाख रुपए के विकास कार्यों का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम स्थल में लगाए गए विभिन्न विभागों के स्टॉलों का निरीक्षण भी किया।

मुख्यमंत्री ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश को अग्रणी राज्य बनाने हेतु सरकार दृढ़ संकल्पित है। केंद्र व राज्य सरकार द्वारा हर वर्ग के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दिव्य-भव्य केदारपुरी का निर्माण हो रहा है। प्रधानमंत्री का उत्तराखंड राज्य से बड़ा आत्मीय रिश्ता है, जितनी तत्परता उन्होंने हमारे राज्य के विकास को लेकर दिखाई है, उतनी कभी किसी और प्रधानमंत्री ने नहीं दिखाई। श्री धामी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य राज्य स्थापना की रजत जयंती तक उत्तराखंड को उत्कृष्ट उत्तराखंड बनाना है। सबके सहयोग से राज्य को हर क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाया जाएगा इसके लिए राज्य सरकार विकल्प रहित संकल्प से आगे बढ़ रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बद्री-केदार यात्रा के दृष्टिगत जनपद के मयाली से गुप्तकाशी व भीरी से मक्कू, चोपता तक राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किये जाने हेतु प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा जायेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि स्यूंड से धौलसारी (मचकंडी) कमेडा तक 3 कि.मी मोटर मार्ग का नव निर्माण किया जायेगा। विकास खंड अगस्त्यमुनि के अंधेरगढ़ी से तलसारी मोटर मार्ग के जयचौंरा से ऐंटा-पवननगर-थापली मोटर मार्ग का नव निर्माण कार्य किया जायेगा। भंगर कमसाल तक 04 कि.मी. मोटर मार्ग तथा मयाली-गुप्तकाशी मोटर मार्ग के बड़ेथ के बगुला नामक तोक से भटवाड़ी गांव तक 03 कि.मी. मोटर मार्ग के नवनिर्माण किया जायेगा। विधानसभा केदारनाथ के सीमांत गांव चिलौंड, स्यांसू एवं तोषी के लिए स्वीकृत मोटर मार्गों की द्वितीय चरण की वित्तीय स्वीकृति जल्द दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने शहीद राय सिंह बंगारी इंटर कॉलेज चमालकोट तुनेटा भरदार को इंटर स्तर पर अनुदान प्रदान किया जायेगा। विकासखण्ड जखोली के अंतर्गत तिलवाड़ा-सौंराखाल मोटर मार्ग पर हॉटमिक्स करवाई जायेगी। जखोली महाविद्यालय को स्नातकोत्तर महाविद्यालय का दर्जा देने के साथ ही हिन्दी, भूगोल, अंग्रेजी व अर्थशास्त्र विषयों को मान्यता प्रदान की जायेगी। बच्छणस्यूं क्षेत्र में जिला सहकारी बैंक की स्थापना की जायेगी।

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने संचालित विभागीय योजनाओं के तहत जनपद के पात्र लाभार्थियों को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम स्थल जीएमवीएन में विकास खंड वार अलग-अलग योजनाओं में मुख्यमंत्री द्वारा 37 चयनित पात्र लाभार्थियों एवं 04 स्वयं सहायता समूहों को पुरस्कृत किया गया। स्टार्टअप फंड के तहत विकास खंड ऊखीमठ के उड़ान स्वायत्त सहकारिता मनसूना, अगस्त्यमुनि के उन्नत्ति स्वायत्त सहकारिता सतेराखाल को जबकि विकास खंड जखोली के महिला उत्थान स्वायत्त सहकारिता व संगम महिला स्वायत्त सहकारिता थाती बड़मा को दो-दो लाख रुपए की धनराशि देकर पुरस्कृत किया गया। इसी तरह सब्जी, मत्स्य, कृषि, पशुपालन, सिंचाई आदि सहित दुकान निर्माण व ऋण वितरण हेतु अन्य 37 चयनित लाभार्थियों को मुख्यमंत्री ने योजना के तहत पुरस्कृत किया।

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष  सुमंत तिवारी, विधायक रुद्रप्रयाग  भरत सिंह चौधरी, विधायक केदारनाथ श्रीमती शैला रानी रावत, जिलाध्यक्ष भाजपा  दिनेश उनियाल, जिलाधिकारी  मयूर दीक्षित, मुख्य विकास अधिकारी  नरेश कुमार, जिला स्तरीय अन्य अधिकारी व बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने दी प्रदेशवासियों को वाल्मीकि जयंती की शुभकामनाएं

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को वाल्मीकि जयंती की शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री ने वाल्मीकि जयंती की पूर्व संध्या पर जारी संदेश में कहा कि रामायण जैसी कालजयी रचना कर उन्होंने समाज को सत्य, कर्त्तव्यनिष्ठा एवं सन्मार्ग पर चलने का मार्ग दिखाया। आदि कवि के रूप में उन्होंने रामायण के माध्यम से आदर्श समाज का चित्रण भी प्रस्तुत किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि द्वारा दी गई सामाजिक समरसता, सद्भाव तथा मानवता जैसे नैतिक मूल्यों की आज पहले से कहीं अधिक प्रासंगिकता है। हम सभी को महर्षि वाल्मीकि द्वारा दी गई शिक्षाओं को अपने व्यवहार में अपनाने का संकल्प लेना होगा। यही उनके प्रति हमारा सच्चा सम्मान एवं श्रद्धा का भाव होगा।

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मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से मुस्लिम समुदाय को ईद-ए-मिलाद-उल-नबी पर्व की शुभकामनाएं दी
देहरादून,मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को विशेष रूप से मुस्लिम समुदाय को ईद-ए-मिलाद-उल-नबी पर्व की शुभकामनाएं दी हैं। इस अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब का मानव सेवा का संदेश सदैव समाज के लिए प्रेरणादायी रहेगा।

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मुख्यमंत्री ने किया जनप्रतिनिधियों से संवाद

रुद्रप्रयाग,मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को जीएमवीएन तिलवाड़ा में जनपद के जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य ग्राम प्रधान, सभासदों एवं विभिन्न जनप्रतिनिधियों से संवाद किया।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब जनप्रतिनिधि जनता के प्रति जिम्मेदार लोग हैं, सबका दायित्व है कि अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूर्ण मनोयोग से करें। उन्होंने कहा कि हमारा ध्येय होना चाहिए कि मिलकर विकास के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद स्तरीय जो काम हैं उनके लिए जनप्रतिनिधियों को देहरादून तक न आना पड़े। जिस कार्य का समाधान जहां हो सकता है वहीं उसे पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि हम सबको एक वर्क कल्चर स्थापित करना है।

मुख्यमंत्री ने चार धाम यात्रा के सफल संचालन के लिए सभी जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान भी जनप्रतिनिधियों की अहम भूमिका रही यही कारण है कि हम सबने कोविड महामारी से डटकर मुकाबला किया। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों से आह्वान करते हुए कहा कि हम सब को वर्ष 2025 तक उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने की दिशा में मिलकर काम करना है।

  1. इस दौरान रुद्रप्रयाग विधायक  भरत चौधरी, केदारनाथ विधायक श्रीमती शैला रानी रावत , बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष  अजेंद्र अजय, ज़िला पंचायत अध्यक्ष  सुमन्त तिवाड़ी, पूर्व विधायक श्रीमती आशा नौटियाल व बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
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