देहरादून राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने राजभवन में पूर्व सैनिकों व उनके आश्रितों की समस्याएं सुनी। राजभवन में पहली बार इस तरह के आयोजन में कुल 14 लोगों द्वारा अपनी-अपनी शिकायतें/समस्याएं राज्यपाल के सम्मुख रखीं। इस अवसर पर पूर्व सैनिक व उनके आश्रितों द्वारा पेंशन से संबंधित समस्याएं, ईसीएचएस मेडिकल क्लेम, स्थानांतरण से संबंधित, आर्थिक सहायता, व अन्य समस्याएं राज्यपाल के सम्मुख रखी गयी। राज्यपाल ने सभी समस्याओं को बेहद गम्भीरता से सुना और उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया।
उन्होंने सभी शिकायतकर्ताओं से कहा कि सैनिक, पूर्व सैनिक व उनके परिवारजनों की समस्याओं का समाधान मेरी प्राथमिकता हैं, जिसे जल्द से जल्द सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विषम परिस्थितियों में हमारे सैनिक जिस निष्ठा से अपने दायित्वों का निर्वहन करते है उसी तत्परता से हमें उनके परिवारजनों की देखभाल व सहायता करनी चाहिए।उन्होंने राजभवन में पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों की समस्याओं के समाधान हेतु नियुक्त शिकायत निवारण अधिकारी को सभी समस्याओं को यथाशीघ्र संबंधित अधिकारियों को प्रेषित करने के निर्देश दिये। राज्यपाल ने कहा कि सभी लोगों की समस्याओं को एक निश्चित समयावधि में निराकरण सुनिश्चित किया जाएगा।
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राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने आज राजभवन में आयोजित टेडेक्स मसूरी ‘‘TedX Mussoorie’’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। द फ्यूचर इज हेयर (The Future is Here) की थीम पर आधारित इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ वक्ताओं ने अपना संबोधन दिया। इस कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विद्यार्थियां में परीक्षा के दौरान तनाव को कम करने के लिए लिखित पुस्तक ‘‘एग्जाम वॉरियर्स’’ का भी विमोचन किया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि इस कार्यक्रम की थीम युवाओं पर केंद्रित की गई है जो हमारे देश व आने वाले समय का भविष्य हैं। उन्होंने कहा कि बदलाव के इस दौर में युवाओं को अपनी नेतृत्व क्षमता को दिखाते हुए समाज और राष्ट्र के विकास के लिए आगे आना होगा। अमृतकाल के इस दौर में युवाओं को अपना रोल समझना होगा। राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड में सभी क्षेत्रों में असीमित संभावनाएं हैं हमें उन संभावनाओं को बेहतर अवसरों में परिवर्तित करना होगा।
राज्यपाल ने कहा कि भारत अपनी युवा शक्ति, महिला शक्ति और टेक्नोलॉजी के बल पर परिवर्तन की ओर बढ़ रहा है, जो उसे विकसित राष्ट्र और विश्व गुरू बनाने में अहम साबित होगा। भारत का महिला सशक्तिकरण से महिला नेतृत्व की ओर बढ़ना भी सकारात्मक परिवर्तन है। उन्होंने कहा कि आने वाले 25 साल युवाओं और भारत दोनों के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। यह अमृत काल है जो हमें स्वतंत्रता के 100वें वर्ष तक ले जाएगी। हम भाग्यशाली हैं कि हमारे बहुत से युवा अपना और भारत का भविष्य खुद से बनाएंगे। इस प्रकार युवाओं का विकास ही भारत का विकास है। युवाओं की सीख ही भारत की सीख है। युवाओं की जीत ही भारत की जीत है।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड में पूरे विश्व को ऊर्जा देने की ताकत है। हमारे पास हिमालय है, चारधाम जैसे अलौकिक तीर्थ स्थान हैं, गंगा और यमुना जैसी पावन नदियां यहाँ से निकलती हैं। यह राज्य आध्यात्मिक पर्यटन, योग-आयुर्वेद के माध्यम से पूरे विश्व के लिए केंद्र बिन्दु बन सकता है। उन्होंने युवाओं से इन क्षेत्रों में आगे आकर नेतृत्व कर उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्य बनाने में योगदान देने का आह्वान किया। इस अवसर पर डी.जी.पी. अशोक कुमार ने भी उपस्थित युवाओं को संबोधित किया। कार्यक्रम में अपर सचिव श्री राज्यपाल, श्रीमती स्वाति एस. भदौरिया, कार्यक्रम के संयोजक विवेक मेहरा और विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों से आये छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।