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महिलाओं को राज्यपाल ने तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया

Pahado Ki Goonj
18 महिलाओं को राज्यपाल ने तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया
देहरादून, आजखबर। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने 18 महिलाओं और किशोरियों को विभिन्न क्षेत्रों में तीलू रौतेली पुरस्कार प्रदान किये। इनमें साहसिक कार्य, सामाजिक कार्य, खेल, कृषि, पर्यावरण, कला एवं संस्कृति आदि क्षेत्रों में अच्छा कार्य करने वाली महिलाएं और किशोरियाँ शामिल हैं। अल्मोड़ा से गीता देवी व गंगा बिष्ट, बागेश्वर से विशाखा, चम्पावत से सीमा देवी, देहरादून से नीरजा गोयल, मीताली शाह व आशा कोठारी, पिथौरागढ़ से लक्ष्मी भट्ट व खीमा जेठी, हरिद्वार से बेबी नाज, नैनीताल से कनक चन्द, समृद्धि बहुगुणा व मुन्नी देवी, उत्तरकाशी से शान्ति ठाकुर, ऊधमसिंह नगर से डाॅ0 ज्योति गांधी, पूजा एवं डा0 रजनीश बत्रा व रूद्रप्रयाग से नूतन वशिष्ठ को वर्ष 2018-19 के तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
महिलाएं किसी भी प्रकार के उत्पीड़न के विरूद्ध आवाज उठाने में पीछे न हटे। साहसी महिलाएं समाज की अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा व आदर्श हैं। ज्यादातर सामाजिक अपराधों के पीछे जागरूकता की कमी देखी जा सकती है। जागरूकता के अभाव में महिलाओं के साथ होने वाले बहुत से अपराध सामने ही नहीं आ पाते। महिलाओं का साथ देने के लिये पुरुषों को भी जागरूक और संवेदनशील बनाया जाना चाहिए।राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने यह विचार सर्वे चैक स्थित आईआरटीडीए सभागार में महिला एवं बाल विकास विभाग उत्तराखण्ड द्वारा आयोजित राज्य स्त्री शक्ति तीलू रौतेली पुरस्कार समारोह में प्रतिभाग करते हुए व्यक्त किये। इससे पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने वीरांगना तीलू रौतेली की मूर्ति का अनावरण और कामकाजी महिला छात्रावास का उद्घाटन भी किया। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि महिलाओं ने हर क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किए हैं। सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, शैक्षिक, खेल-कूद और यहां तक कि अंतरिक्ष और रक्षा-विज्ञान के क्षेत्र में भी हमारी बेटियों ने बुलंदियों को छुआ है।बेटा-बेटी के बीच असमानता को दूर करने में जागरूकता और शिक्षा का प्रभावी उपयोग करना चाहिए। अपनी बेटियों को शिक्षा के सारे अवसर उपलब्ध करा कर हम उन्हें सही मायनों में मजबूत बना सकते हैं। शिक्षा के साथ ही आर्थिक स्वावलंबन जुड़ा हुआ है। शिक्षित महिलाओं के सामने रोजगार तथा स्वरोजगार के अनेक अवसर उपलब्ध होते हैं। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि उत्तराखण्ड की महिलाओं ने उन्हें हमेशा प्रभावित किया है। महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि  महिला एवं बाल विकास विभाग प्रदेश में महिलाओं एवं बच्चों के सामाजिक-आर्थिक विकास की दिशा में निरंतर प्रयासरत हैं।  राज्यपाल ने 13 करोड़ 72 लाख रूपये की लागत से बने 96 कमरों वाले अत्याधुनिक वर्किंग वुमन हाॅस्टल का लोकार्पण किया। यह हाॅस्टल उत्तराखण्ड पेयजल संसाधन विकास एवं निर्माण निगम द्वारा निर्मित  किया गया है। इस अवसर पर सचिव सौजन्या, निदेशक  झरना कामठान व महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
दस दिवसीय प्रधानमंत्री डिजीटल साक्षरता कार्यक्रम का शुभारंभ
भीमताल/धानाचूली, आजखबर। जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देशों के क्रम में राजकीय इन्टर कालेज धानाचूली मे दस दिवसीय प्रधानमंत्री डिजीटल साक्षरता कार्यक्रम का प्रारम्भ किया गया।  इस योजना का उद्देश्य  स्कूली बच्चों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिकों को कम्प्यूटर चलाने या डिजिटल एक्सेस डिवाइसें (जैसे टैबलेट, स्मार्ट फोन आदि), ई-मेल भेजना और प्राप्त करना, इंटरनेट ब्राउज करना,  सरकारी सेवाओं का उपयोग करना, सूचना के लिए खोज करना, डिजिटल भुगतान शुरू करना  आदि के लिए प्रोत्साहित करना है। प्रथम दिवस 15 छात्रों द्वारा आॅनलाईन पंजीकरण कराया गया। वर्तमान मे धानाचूली, सुन्दरखाल, ढोलीगंाव, पहाडपानी,पतलोट, कालाढूगी विद्यालयो के विद्यार्थी इस डिजीटल साक्षरता कार्यक्रम का लाभ उठा सकते है। विधार्थी नजदीकी काॅमन सर्विस केन्द्र मे जाकर निशुल्क रजिस्टेªशन करा सकते है।
इस अवसर पर प्रशिक्षक पे्रम सिह लोधियाल,ई-डिस्ट्रिक मैनेजर विकास, प्रधानाचार्य बजरंगी प्रसाद दूबे, सहा,अध्यापक शशांक जोशी, लक्ष्मी आर्या, शोभा मनराल व छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
8 क्षेत्र पंचायतों के निर्वाचित प्रतिनिधियों का कार्यक्राल 9 अगस्त को समाप्त हो रहा
नैनीताल, आजखबर। जनपद की समस्त 8 क्षेत्र पंचायतों के निर्वाचित प्रतिनिधियों का कार्यक्राल 9 अगस्त को समाप्त हो रहा है। जिलाधिकारी सविन बंसल ने जनपद की सभी क्षेत्र पंचायतों में प्रशासक नियुक्त कर दिये है। जिला अधिकारी के स्तर से जारी आदेश के अनुसार क्षेत्र पंचायत समिति रामनगर का प्रशासक उपजिलाधिकारी रामनगर हरगिरी गोस्वामी को बनाया गया है जबकि उपजिलाधिकारी हल्द्वानी विवेक राय क्षेत्र पंचायत कोटाबाग व हल्द्वानी के प्रशासक नामित किये गये है। इसी प्रकार उपजिलाधिकारी नैनीताल विनोद कुमार को क्षेत्र पंचायत समिति भीमताल तथा रामगढ का प्रशासक बनाया गया है। जारी आदेश के अनुसार उपजिलाधिकारी धारी विजयनाथ शुक्ल क्षेत्र पंचायत समिति धारी तथा ओखलकांडा तथा उपजिलाधिकारी कोश्याकुटौली गौरव चटवाल क्षेत्र पंचायत समिति बेेतालघाट के प्रशासक नामित किये गये है। जिलाधिकारी ने नवनियुक्त प्रशासकों को आदेशित किया है कि वह नियमानुसार निर्धारित क्षेत्र पंचायत समिति का कार्यभार ग्रहण करना सुनिश्चित करें। गौरतलब है कि क्षेत्र पंचायतों की प्रथम बैठक 9 अगस्त 2014 को सम्पन्न हुई थी।
अपराध नियंत्रण और विविध देयकों की वसूली में तेजी लाने के दिए निर्देश
अल्मोड़ा, आजखबर। अपराधों में नियंत्रण के साथ-साथ विविध देयकों की वसूली में तेजी लाने के निर्देश जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने आज जिला कार्यालय में आयोजित कानून व्यवस्था की मासिक बैठक में समस्त उपजिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों को दिये। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में भ्रमण के दौरान वाहनों की चैकिंग के साथ-साथ मजिस्ट्रेटी जाॅच के लम्बित प्रकरणों का निस्तारण यथा समय कर दें। उन्होंने चोरी की घटनाओं पर अंकुुश लगाने पुलिस व राजस्व विभाग के अधिकारियों को त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी लायी जाय इसके लिये लोगों को सड़क दुर्घटनाओं के बारे में जागरूक किया जाय और चालान व वाहन सीज के कार्यों में भी तेजी लायी जाय जिससे दुर्घटनाओं व यातायात के नियमों का उलंघन करने वालों पर अंकुश लगाया जा सके। इस दौरान प्रभागीय वनाधिकारी अल्मोड़ा एवं प्रभागीय वनाधिकारी सिविल सोयम के बैठक में अनुपस्थित होने पर जिलाधिकारी ने दोनो के वेतन रोकने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये कि उनकी पूर्वानुमति के मुख्यालय न छोड़े।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिन अमीन द्वारा देयकों की वसूली में शिथिलता बरती जा रही है अगर भविष्य में उनके द्वारा आशातीत प्रगति नहीं आयी तो उनके वेतन रोकने की कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्होंने सभी उेपजिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि राजस्व वसूली के कार्य में प्रगति लाने के लिए वे 15 दिन में एक समीक्षा बैठक अवश्य कर लें। उन्होंने कहा कि पुरानेे लम्बित मामलों के निस्तारण में विशेष वसूली अभियान चलाकर उसका निस्तारण किया जाय। जिलाधिकारी ने समन तामली के मामलों में विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिये। उन्होंने उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि उनके क्षेत्रान्तर्गत जो भी पटवारी हंै वे अपनी दैनिक डायरी अद्यतन रखें जिनके द्वारा लापरवाही बरती जा रही है उन्हें सचेत किया जाय। उन्होंने 143 के मामलों के निस्तारण में तेजी लाने के भी निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे एक अभियान चलाकर खाद्य पदार्थों की चंेकिग करें साथ ही आबकारी अधिकारी को निर्देश दिये कि जहां पर प्रिन्ट रेट से अधिक धनराशि ली जा रही है उस पर कडी कार्यवाही अमल में लाये। उन्होंने अधिशासी अधिकारी नगरपालिका, परिवहन, आबकारी, सैलटैक्स एवं वन को भी वसूली में तेजी लाने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि वे सभी मामलों का स्वयं परीक्षण कर लें तत्पश्चात ही उस पर निर्णय लेना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि सभी उपजिलाधिकारी आगामी पंचायत चुनाव की सभी तैयारी पूर्ण कर लें। उन्होंने सभी अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये कि मानसून अवधि के दौरान वे पूर्णरूप से सर्तक रहें। आपदा से किसी प्रकार की दुर्घटना होने पर सूचना आपदा कन्ट्रोल रूम में दी जाय ताकि कार्यवाही अमल में लायी जा सके। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी सड़कों के रख-रखाव के साथ वन भूमि हस्तान्तरण के मामलो में विशेष रूचि लेकर उसका निस्तारण कराये। जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि वे अपने क्षेत्रान्तर्गत लोक निर्माण विभाग के साथ बैठक कर वन भूमि हस्तान्तरण के मामलो में तेजी लायें। इस महत्वपूर्ण बैठक में संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत नरेन्द्र सिंह भण्डारी, अपर जिलाधिकारी बी0एल0 फिरमाल, उपजिलाधिकारी सीमा विश्वकर्मा, अभय प्रताप सिंह, राहुल शाह, राजकुमार पाण्डे, मोनिका, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी मनोहर लाल, पुलिस उपाधीक्षक कमल राम आर्या, आपदा प्रबन्धन अधिकारी राकेश जोशी, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी आलोक जोशी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 सविता हयांकी, जिला पूर्ति अधिकारी जगदीश वर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
गौवंशीय पशुओं को सड़कों पर बेसहारा न रहने दिया जाए
अल्मोड़ा, आजखबर। प्रदेश सरकार राज्य में पशु धन को सवंर्धित और संरक्षित करने के साथ ही कृषकों की आय बढ़ाकर आत्मनिर्भर बनाने के लिए संकल्पित है यह बात उत्तराखण्ड गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष राजेन्द्र अणथ्वाल ने आज विकास भवन में आयोजित बैठक के दौरान अधिकारियों से कही। उन्होंने कहा कि आयोग का पूरा प्रयास रहा है कि गौ वंशीय पशुओं को सड़कों पर बेसहारा न रहने दिया जाए। उन्होंने प्रदेश में गौ सेवा सदनों और गौ शालाओं को आत्म निर्भर बनाने तथा उनको आर्थिक मदद दिलायी जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि सभी गोवंशीय पशुओं का जन्म-मृत्यु रजिस्ट्रर अवश्य बनाया जाय जिससे कि उनकी सही गणना का पता चल सके।
उपाध्यक्ष ने बताया कि गौ वंशीय पशुओं की देख-रेख में उत्तराखण्ड प्रथम स्थान पर है। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत स्वयं एक गौ प्रेमी हैं तथा गौ माता की सेवा को सबसे बड़ा तीर्थ मानते हैं। उन्होंने बताया कि सरकार भी गौ वंशीय पशुओं के संवर्धन और उनकी देखभाल के लिए सार्थक पहल कर रही है, जिसके चलते प्रदेश के प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में  गौ सेवा समितियाॅ गठित की गयी हैं। उन्होंने कहा कि गौ संरक्षण के लिए स्वयं सेवी संस्थाओं के साथ ही नगर पालिकाओं, शहरी विकास की संस्थाओं के साथ ही पशु पालन, कृषि तथा शिक्षा विभाग को भी संयुक्त रूप से कार्य करना होगा।
मा0 उपाध्यक्ष ने कहा कि गौ संरक्षण के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम संचालित करने में शिक्षा महकमें को भी अहम भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुल 22 गौ शालाएं पंजीकृत है, जिनका विस्तार कर ये संख्या लगभग 200 की जायेगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वह भूमि बैंक बनाए, उसमें से गौ शालाओं तथा चारागाहों के लिए भूमि उपलब्ध करायें। उन्होंने बताया कि 25 ग्राम सभाओं के बीच एक गौ शाला का निर्माण किया जाना आवश्यक है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मनुज गोयल ने उपाध्यक्ष को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिये गये निर्देशों का कड़ाई से पालन कराया जायेगा। उन्होंने जनपद में संचालित गौ सदनो की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि गौ सदनों में रह रहे पशुओं की पूर्ण देखभाल की जा रही है तथा उन्हें पुष्टाहार एवं पूर्ण चिकित्सीय सुविधा प्रदान की जा रही है। इस बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 रविन्द्र चन्द्रा, पुलिस उपाधीक्षक कमल राम आर्या, अधिशासी अधिकारी नगरपालिका श्याम सुन्दर, कामिनी कश्यप, डा0 वसुन्धरा गब्र्याल, डा0 ममता यादव, डा0 गणेश सिंह परिहार, डा0 डी0 राज मर्तोलिया, डा0 सुरेन्द्र सिंह गब्र्याल, अंकित नेगी आदि उपस्थित थे।
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सभी विकासखण्ड़ों में कैरियर काउन्सिलिंग कार्यक्रम निर्धारित
अल्मोड़ा, आजखबर। बनबसा में 21 सितम्बर से 30 सितम्बर तक सेना भर्ती की पूर्व तैयारी हेतु कुमाऊं मण्डल के अधीन समस्त जनपद के इच्छुक युवाओं की सफलता हेतु कैरियर काउन्सिलिंग कार्यक्रम निर्धारित करने के निर्देश आयुक्त कुमाऊं द्वारा दिये जाने के परिपे्रक्ष्य में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी, अल्मोड़ा को नोडल अधिकारी नामित करते हुए जनपद के सभी विकास खण्ड़ों में कैरियर काउन्सिलिंग कार्यक्रम निर्धारित कर दिया है।
जिलाधिकारी ने बताया है कि सेना में भर्ती के इच्छुक युवाओं को कैरियर काउन्सिलिंग कार्यक्रम में भर्ती पूर्व आवश्यक जानकारी दिये जाने के साथ ही भर्ती पूर्व की सभी दक्षताओं के बारे में विस्तार से बताया जायेगा ताकि जनपद के अधिक से अधिक इच्छुक युवा सेना भर्ती में सफल हो सकें। जिलाधिकारी ने कैरियर काउन्सिलिंग का तिथिवार कार्यक्रम निर्धारित करते हुए बताया है कि दिनांक 20 अगस्त 2019 मंगलवार को खण्ड़ विकास कार्यालय हवालबाग, 22 अगस्त 2019 गुरूवार को धौलादेवी, 27 अगस्त 2019 मंगलवार को भैंसियाछाना, 28 2019 अगस्त बुधवार को लगगड़ा, 30 2019 अगस्त शुक्रवार को ताकुला, 31 2019 अगस्त शनिवार  को ताड़ीखेत, 03 सितम्बर 2019 मंगलवार को भिक्यासैंण, 04 सितम्बर 2019 बुधवार को द्वाराहाट, 06 सितम्बर 2019  शुक्रवार को चैखुटिया, 17 सितम्बर 2019 मंगलवार को सल्ट तथा 18 सितम्बर 2019 बुधवार को स्याल्दे विकास खण्ड़ कार्यालयों में निर्धारित किया गया है। उन्होेंने बताया है कि सभी विकास खण्ड़ों में कैरियर काउन्सिलिंग का कार्यक्रम प्रातः 9.00 बजे से आरम्भ किया जायेगा। कैरियर काउन्सिलिंग कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को समस्त खण्ड़ शिक्षा अधिकारियों को अपने स्तर से निर्देशित करने के निर्देश दिये हैं ताकि संबंधित विकास ख्.ाण्ड के इच्छुक युवा भर्ती पूर्व कैरियर काउन्सिंलिंग में अधिकाधिक प्रतिभाग कर सकें।
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क्षेत्र पंचायतों में प्रशासकों की नियुक्ति
अल्मोड़ा, आजखबर। जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने शासन से प्राप्त निर्देशों के हवाले से बताया है कि उत्तराखण्ड राज्य में क्षेत्र पंचायतों के सामान्य निर्वाचन उनके कार्यकाल के अवसान से पूर्व अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण कराया जाना साध्य नहीं है इसके लिए क्षेत्र पंचायतों में प्रशासकों की नियुक्ति की जाती है। उन्होंने बताया है कि सामान्य निर्वाचन -2014 के उपरान्त क्षेत्र पंचायतों की प्रथम बैठक दिनांक 09 अगस्त 2014 को सम्पादित होने के फलस्वरूप क्षेत्र पंचायतों का कार्यकाल उनकी प्रथम बैठक की तिथि से पाॅच वर्ष की अवधि दिनांक 08 अगस्त, 2019 को समाप्त हो रही हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि अल्मोड़ा क्षेत्र पंचायतों का कार्यकाल समाप्त होने पर क्षेत्र पंचायतों के कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से 06 माह से अनधिक अवधि के लिए अथवा नई क्षेत्र पंचायतों के गठन तक जो भी पहले हो, जनपद अल्मोड़ा के समस्त क्षेत्र पंचायतों के कार्यकाल समाप्त होने तक उपजिलाधिकारियों को प्रशासक नियुक्त किया जाता है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र पंचातय धौलादेवी, लमगड़ा  में उपजिलाधिकारी भनोली मोनिका, भैसियाछाना, हवालबाग, ताकुला उपजिलाधिकारी अल्मोड़ा सीमा विश्वकर्मा, ताड़ीखेत संयुक्त मेजिस्टेट रानीखेत नरेन्द्र सिंह भण्डारी, चैखुटिया द्वाराहाट उपजिलाधिकारी द्वाराहाट आर0के0 पाण्डे, भिकियासैण, स्याल्दे उपजिलाधिकारी भिकियासैण अभय प्रताप सिंह एवं सल्ट में उपजिलाधिकारी सल्ट राहुल शाह को प्रशासक नियुक्त किया जाता है। जिलाधिकारी ने समस्त प्रशासको को निर्देश दिये है कि सम्बन्धित क्षेत्र पंचायत का कार्यभार निर्वाचित पंचायत के कार्यकाल की समाप्ति पर तत्काल ग्रहण कर लिया जाय और प्रशासकों द्वारा सामान्य रूटीन कार्यों का निर्वहन किये जाने के साथ ही नीतिगत निर्णय नहीं लिये जायेंगे
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महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनेक अभिनव प्रयोग करने होंगे 
अल्मोड़ा, आजखबर। पलायन को रोकने के लिए हमंे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनेक अभिनव प्रयोग करने होंगे यह बात हिमाद्री हंस हैण्डलूम औद्योगिक क्षेत्र पातालदेवी में वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार विकास आयुक्त हथरघा कार्यालय बुनकर सेवा केन्द्र चमोली द्वारा राष्ट्रीय हथकरघा दिवस समारोह के अवसर पर जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने कही। उन्होंने कहा कि इस औद्योगिक क्षेत्र में एक आल्पस फैक्ट्री थी जो वर्तमान में बन्द हो चुकी है उसके बेरोजगार युवक-युवतियों को रोजगार मिल सके एवं महिलायें आत्मनिर्भर हो सके इस उददेश्य से यहा पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि 20-20 महिलाओं का समूह बनाकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षार्थियों को पशमीना, शाल, स्वेटर सहित अन्य सामग्री बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जो बाद में अपने साथियों को प्रशिक्षण देंगे ताकि वे स्वरोजगार की ओर आगे बढ़ पायेंगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि केन्द्रीय वस्त्र मंत्रालय, जिला उद्योग केन्द्र अल्मोड़ा द्वारा संयुक्त रूप से पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन को रोकने के लिए अनेक अभिनव प्रयोग किये जा रहे है जिससे यहाॅ के लोग स्वालम्बी बन सके। उन्होंने कहा कि सहायक निदेशक वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार, हथकरघा विभाग अल्मोड़ा अरविन्द सैनी व महाप्रबन्धक उद्योग डा0 दीपक मुरारी द्वारा इस कार्यक्रम को आयोजित कराने में विशेष सहयोग दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आल्पस फैक्ट्री से जो श्रमिक बेरोजगार हो गये थे उन्हें रोजगार मुहैया हो पाये इस उददेश्य को ध्यान में रखकर यह कार्यक्रम यहाॅ पर आयोजित किया गया। उन्होंने बताया कि 6 माह के प्रशिक्षण के पश्चात् प्रशिक्षार्थियों को हंस हिमाद्री हैण्डलूम द्वारा रोजगार मुहैया कराया जायेगा।
यहाॅ पर प्रशिक्षण के बाद जो सामान तैयार किया जायेगा उसे अनेक स्थानों पर प्रदर्शित कर उसके विपणन की व्यवस्था भी की जायेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि वस्त्र मंत्रालय द्वारा शीघ्र ही जनपद में एक संस्थान की स्थापना किये जाने का निणर्य लिया है। आशा है इसकी स्थापना के बाद यहाॅ पर अनेक बुनकरों सहित अन्य लोगो को फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि यहाॅ पर जो भी माल बनाया जा रहा है उसमें यहा की पहचान अवश्य हो ताकि उसे एक अलग पहचान मिल सके। जिलाधिकारी ने कहा कि डिकाउण्ट सैल पर वे अनेक अवसरो पर अपना स्टाॅल लगाकर सामान बेच सकते है। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने प्रशिक्षण प्राप्त कर चुक महिलाओंध्पुरूषों को प्रमाण पत्र वितरित किये। इस अवसर पर विनय कुमार सहायक निदेशक बुनकर सेवा समिति चमोली ने बताया कि जनपद के मटेना, डीनापानी में हथकरघा कलस्टर के अन्तर्गत 40 बुनकरो को बुनकर सेवा चमोली द्वारा रंगाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस अवसर पर नन्द किशोर सिंह, राज सिंह, शिव प्रसाद, सुप्रभात तिवारी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
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फोटो-डी 13-डीएम बैठक सड़क सुरक्षा समिति की बैठक लेते हुए।
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ओवरलोडिंग वाहनों का समय-समय पर औचक निरीक्षण करना सुनिश्चित करेंः डीएम
अल्मोड़ा, आजखबर। उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के क्रम में स्कूली बसों सहित ओवर लोडिंग वाहनों का समय-समय पर औचक निरीक्षण करना सुनिश्चित करें साथ ही यदि क्षमता से अधिक कोई भी वाहन चालक सवारी ले जाते हुये वाहन पाया जाता है तो उसके विरूद्ध कठोर कार्यवाही अमल में लायी जाय। यह निर्देश जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने जनपद स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी व पुलिस विभाग के अधिकारियों को दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि निरीक्षण के दौरान इस बात का भी विशेष ध्यान दिया जाय कि स्कूली बसों द्वारा नियमों का पालन किया जा रहा या इस कार्य में शिक्षा विभाग के अधिकारी भी अपना पूण सहयोग प्रदान करेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग, नगरपालिका परिषद अल्मोड़ा एवं परिवहन विभाग के अधिकारी संयुक्त निरीक्षण कर दुर्घटना सम्भावित स्थलों को चिन्हित कर लंे और प्रस्ताव बनाकर तुरन्त प्रस्तुत करना सुनिश्चित करेंगे।
जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि शहर में जहां पर भी पार्किंगों का निर्माण किया जाना है उनका कार्य समय से पूर्ण कर लिया जाय। उन्होंने लक्ष्मेश्वर, सिकुड़ा बैण्ड, लिंक रोड पार्किंग के कार्यों की प्रगति रिर्पोट की जानकारी प्राप्त की और सम्बन्धित अधिकारियों को कडे निर्देश दिये कि वे इस कार्य को गम्भीरता से ले इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही होगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि शहर में डम्पिंग जोनों को चिन्हित किया जाय ताकि लोगांे द्वारा मिट्टी उसी क्षेत्र में डाली जा सके साथ ही वहां पर डम्पिंग जोन का बोर्ड अवश्य लगाये। उन्होंने कहा कि बोर्ड लगाने के बाद भी यदि कोई मिट््टी को इधर-उधर डालते हुये पाया जाता है तो उसके विरूद्ध कडी कार्यवाही अमल में लायी जाय।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि सड़क किनारे जो भी वाहन निष्प्रोज्य स्थिति में है उन्हें चिन्हित कर वहाॅ से हटाने की व्यवस्था की जाय साथ ही कण्डम करवाने की भी कार्यवाही अमल में लायी जाय। उन्होंने लोक निर्माण विभाग व राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मालरोड से ब्राईट इन कार्नर तक सड़क किनारे पीली पटटी लगाने कार्यवाही जल्द अमल में लायी जाय। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिये कि जिन कार्यों में शासन स्तर से स्वीकृति मिल गयी हो और धनराशि प्राप्त नहीं हुई हो तो उन कार्यों को उनकी संस्तुति के उपरान्त करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने मजिस्ट्रीयल जाॅचों में तेजी लाने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। उन्होंने सम्भागीय परिवहन अधिकारी को निर्देश दिये कि एक संयुक्त निरीक्षण कर शहर में नो पार्किंग जोनों को चिन्हित किया जाय ताकि शहर की यातायात व्यवस्था को दुरूस्त किया जा सके।
इस महत्वपूर्ण बैठक में पिछली बैठक में दिये गये निर्देशों का अधिकांश बिन्दुओं में परिपालन हो जाने पर जिलाधिकारी ने सन्तोष व्यक्त किया और कहा कि भविष्य में भी इसी तरह समन्वय बनाकर कार्य करना होगा। इस महत्वपूर्ण बैठक में सदस्यों द्वारा अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिये और कहा कि ट्रैफिक नियमों का अधिकाधिक पालन हो इस पर हमें विशेष ध्यान देना होगा। सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी आलोक जोशी ने समय-समय पर शासन से प्राप्त निर्देशों और विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों पर विस्तृत प्रकाश डाला। इस बैठक प्रशिक्षु आईएएस विशाल मिश्रा, पुलिस उपाधीक्षक कमल राम आर्य, उपजिलाधिकारी सदर सीमा विश्वकर्मा, अल्मोड़ा अरबन कारपोटिव बैंक अध्क्षत आनन्द सिंह बग्डवाल व गिरीश मल्होत्रा, रीता दुर्गापाल,  जिला आबकारी अधिकारी दुर्गेश्वर त्रिपाठी, अपर चिकित्साधिकारी डा0 सविता हयांकी, योगेश पुरोहित, अधीक्षण अभियन्ता पी0एम0जी0एस0वाई0 एस0सी0 पंत, अधीक्षण अभियन्ता राष्ट्रीय राजमार्ग रानीखेत, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग बी0सी0 पंत, आपदा प्रबन्धन अधिकारी राकेश जोशी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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