मातृसदन के संस्थापक स्वामी शिवानंद सरस्वती द्वारा लगाए गए आरोपों को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने गंभीरीता से लेते हुए एसआईटी का गठन किया सात दिन में देंगे रिपोर्ट

Pahado Ki Goonj

 

[04/09, 7:35 am] JM Painuli Editor पहाडोंक: 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼


[04/09, 7:35 am] JM Painuli Editor पहाडोंक: 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼

हरिद्वार,   मातृसदन के संस्थापक स्वामी शिवानंद सरस्वती द्वारा लगाए गए आरोपों को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने गंभीरीता से लेते हुए एसआईटी का गठन किया है। पूरे प्रकरण की जांच करने के बाद सात दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपेगी। कनखल थाना पुलिस ने उक्त प्रकरण में दो युवकों को हिरासत में लिया था। एक युवक मानसिक रोगी व दूसरे युवक का भी शांतिभंग में चालान कर दिया था। आश्रम के संचालक ने महिला को पुलिस के आने से पहले ही छोड़ दिया था।
एसएसपी अजय सिंह ने मातृसदन आश्रम के संस्थापक स्वामी शिवानंद सरस्वती के आश्रम के विरुद्ध षडयंत्र सम्बन्धी 2 सितंबर को हुई प्रेस वार्ता को संज्ञान में लेते हुए पूरे प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी का प्रभारी एसपी क्राइम रेखा यादव को बनाया गया है। इसके अलावा टीम में सीओ सिटी जुही मनराल, एलआईयू निरीक्षक मनोज भारद्वाज, कनखल थाना प्रभारी नितेश शर्मा व आपराधिक अभिसूचना इकाई के दो कांस्टेबल शामिल हैं। एसआईटी मातृसदन के संस्थापक शिवानंद सरस्वती द्वारा प्रेसवार्ता में लगाए आरोपों की जांच करेगी। पूरे प्रकरण की जांच के बाद सात दिन में रिपोर्ट सौंपेगी। उल्लेखनीय है मातृसदन आश्रम के सीसीटीवी फुटेज में आश्रम के अंदर दो अज्ञात युवक व एक महिला को देखा गया था। आश्रम के संस्थापक ने इसे षडयंत्र बताया था। कनखल थाना पुलिस ने मामले की जांच करने के बाद वीडियो के आधार पर जांच कर दो युवकों को हिरासत में लिया था। बिहार का रहने वाला एक युवक मानसिक रोगी निकला था जबकि दूसरा जगजीतपुर में रहने वाला भैंस चराने वाला युवक निकला था। महिला के बारे में कुछ जानकारी नहीं लग पायी थी। महिला को मातृसदन के संचालकों ने पूछताछ के बाद पुलिस के आने से पहले ही छोड़ दिया था। एसआईटी अब पूरे प्रकरण की जांच कर सात दिन में रिपोर्ट सौंपेगी।

आगे पढ़ें

कृष्णा जन्माष्टमी  की  न्यूज पोर्टल के 20 लाख से ज्यादा सुधी पाठको की ओर से  देश वासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं 

Next Post

साइंटिफिक-एनालिसिस, हेट-स्पीच के दलदल में फंसता न्यायपालिका का लोकतांत्रिक स्तम्भ

साइंटिफिक-एनालिसिस हेट-स्पीच के दलदल में फंसता न्यायपालिका का लोकतांत्रिक स्तम्भ भारतीय लोकतंत्र के कहे जाने वाले चार स्तम्भों को हम परिभाषित व वास्तुस्थिति के रूप में लगातार अभिव्यक्त व अन्य मामलों को समझाते आये हैं | इसमें न्यायपालिका वाला स्तम्भ बिखर कर ध्वस्त होने की स्थिति में जाता दिख रहा […]

You May Like