देहरादून : बढ़ती महंगाई में अब गैस एजेंसी संचालक भी उपभोक्ताओं को झटका देने की तैयारी कर रही हैं। अगर सब कुछ गैस एजेंसी संचालकों अनुरूप हुआ तो घरेलू गैस सिलेंडर के दाम 31 रुपये तक बढ़ सकते हैं। हिमाचल प्रदेश में रसोई गैस डिलीवरी चार्ज 50 रुपये हैं। इसी तर्ज पर रसोई गैस डिलीवरी चार्ज बढ़ाने की मांग की जा रही है।
संचालकों की मांग पर जिलाधिकारी एसए मुरूगेशन ने गैस एजेंसियों को इस संबंध में प्रस्ताव भेज दुर्गम क्षेत्रों के मानक व डिलीवरी शुल्क स्पष्ट करने को कहा है। संचालकों ने कहा कि जल्द इस संबंध में प्रस्ताव भेजा जाएगा।
गैस एजेंसी संचालक लंबे समय से रसोई गैस की डिलीवरी शुल्क में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं। उनका तर्क है कि देहरादून जनपद में भौगोलिक विषमता है। यहां रसोई गैस के वाहनों के आवागमन व रसोई गैस उपभोक्ता के घर तक पहुंचाने में कई समस्याएं आती हैं। संचालकों का कहना है कि यहां मात्र 19 रुपये डिलीवरी शुल्क लिया जाता है। यह नाकाफी है।
इस पर जिलाधिकारी एसए मुरूगेशन ने उन्हें विस्तृत प्रस्ताव भेजने का कहा है। इसमें दुर्गम क्षेत्रों के मानक व डिलीवरी शुल्क स्पष्ट करने को कहा गया है। प्रस्ताव मिलने के बाद जिलाधिकारी व जिला पूर्ति अधिकारी रिपोर्ट पर मंथन करेंगे उसके बाद डिलीवरी चार्ज में वृद्धि हो सकती है।
उत्तरांचल एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष चमन लाल ने कहा कि एजेंसी संचालक रसोई गैस की डिलीवरी शुल्क 50 रुपये करने की मांग कर रही हैं। इसको लेकर प्रस्ताव भी तैयार किया जा रहा है।
प्रस्ताव के बाद होगा निर्णय
जिला पूर्ति अधिकारी विपिन कुमार के मुताबिक गैस एजेंसी संचालकों ने जिलाधिकारी से रसोई गैस डिलीवरी शुल्क 50 रुपये करने की मांग की थी। इस पर डीएम ने एजेंसी संचालकों को प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए हैं। प्रस्ताव आने के बाद कोई निर्णय लिया जाएगा।