देहरादून , जिलाधिकारी एस ए मुरुगेशन एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती की संयुक्त अध्यक्षता में बाल श्रम रोकथाम की जनपद टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जनपद टास्क फोर्स से जुड़े विभागों और संस्थाओं के सदस्यों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में बाल श्रम करने के आंकड़े और उनकी समुचित रोकथाम के लिए उठाए जाने वाले कदम इत्यादि के बारे में विस्तृत चर्चा की गई। इसके अतिरिक्त श्रम विभाग द्वारा अलग-अलग क्षेत्रों में मुक्त किए गए बाल श्रमिक और उनके पुनर्वास के संबंध में टास्कफोर्स के समक्ष आंकड़े प्रस्तुत किए तथा सभी सदस्यों द्वारा अपने महत्वपूर्ण सुझाव भी साझा किए गए। जिलाधिकारी ने श्रम विभाग, स्वास्थ्य, पुलिस, बाल कल्याण समिति सहित जिला प्रोबेशन अधिकारी, बचपन बचाओ आंदोलन से जुड़े कार्यकर्ता इत्यादि सभी को आपसी समन्वय मजबूत करते हुए बाल श्रम और भिक्षावृत्ति को रोकने के कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी को सामूहिक स्तर पर निरीक्षण करने, बच्चों को चयनित स्थलों से रेस्क्यू करते हुए उनके उचित पुनर्वास कराने तक आपस में मजबूत कोआर्डिनेशन से कार्य करने के निर्देश दिए. जिला अधिकारी ने बाल श्रम की पहचान हेतु सभी विभागों को अपने अपने स्तर पर फील्ड विजिट करते हुए उनकी 15 दिन में पहचान करने के पश्चात एक निर्धारित स्थान पर टास्क फोर्स के सभी सदस्य एकत्रित होकर संयुक्त रेस्क्यू अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने विजिट को माइक्रो लेवल पर करते हुए कार्य करने और स्वास्थ्य विभाग को बच्चों के हेल्थ चेक अप और पुलिस विभाग को जरूरी सुरक्षा और बच्चों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाते समय भी सुरक्षा प्रदान करने को निर्देशित किया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती ने सभी बाल श्रम करते पाए जाने वाले बच्चों का समुचित डॉक्यूमेंटेशन करते हुए उन पर निगरानी रखने की बात कही ताकि बार बार श्रम करते अथवा भिक्षावृत्ति करते पाए जाने वाले बच्चों के मूल कारणों की पहचान करते हुए उचित कदम उठाए जा सके। उन्होंने लोकल स्तर पर स्थानीय व्यापार प्रतिनिधियों से भी जरूरी समन्वय सहयोग लेते हुए बाल श्रम रोकथाम के बेहतर परिणाम प्राप्त करने की भी बात कही। पुलिस विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि पूर्व में बड़ी संख्या में बाल श्रम करते हुए भिक्षावृत्ति करते पाए गए बच्चों को उनके अभिभावकों से पहचान करते हुए उनके अभिभावकों से भविष्य में बाल श्रम और भिक्षावृत्ति ना करवाने का शपथ पत्र भरवाते हुए बच्चों को उनके सुपुर्द किया गया।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण परमेन्द्र डोभाल, सहायक बाल श्रम आयुक्त ए आर्य, जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट सहित बाल कल्याण समिति, बचपन बचाओ आंदोलन सहित संबंधित विभागों के अधिकारी व कार्मिक उपस्थित थे।