उत्तराखण्ड में 19 साल में 3 गुना से ज्यादा बढ़ा पर्यटन

Pahado Ki Goonj

देहरादून। उत्तराखंड की अर्थव्यवथा में पर्यटन का काफी महत्वपूर्ण आधार है। देवभूमि अपनी खूबसूरती के लिए ही नहीं धार्मिक स्थलों के लिए भी मशहूर है और रोमांच के दीवाने भी उत्तराखंड की पहाड़ियों, घाटियों, नदियों की चुनौतियों का सामना करने आते हैं। उत्तराखंड की अर्थव्यव्सथा का 30ः से ज्यादा हिस्सा पर्यटन का है। इसीलिए पर्यटन के सभी अवसरों को भुनाने के लिए सरकार भी कोशिश में जुटी है। उत्तराखंड में रिलिजियस टूरिज्म, वेलनेस टूरिज्म, इको-टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म, वाइल्ड लाइफ टूरिज्म, कल्चरल-हिस्टोरिकल टूरिज्म के साथ फेस्टिव टूरिज्म होता है। प्रदेश में स्थानीय निवासियों को पर्यटन से जोड़ा जा सके इसके लिए राज्य सरकार ने होम स्टे योजना को शुरू किया है।
इस मामले में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के निदेशक नरेंद्र सिंह का कहना है कि उत्तराखंड के पास बस समुद्र नहीं है बाकी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सब-कुछ है। वह कहते हैं वेलनेस टूरिज्म, योग, वाइल्ड लाइफ, इको, एडवेंचर टूरिज्म में विस्तार की उत्तराखंड में अपार संभावनाएं हैं। अभी उत्तराखंड में सबसे ज्यादा पर्यटक धार्मिक कारणों या तीर्थाटन के लिए आते हैं। उत्तराखंड के चार धाम- बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और इनके सात ही हेमकुंड साहिब, सबसे ज्यादा पर्यटकों या तीर्थयात्रियों को आकर्षित करते हैं।
अब साहसिक पर्यटन को भी विकसित किया जा रहा है जिसमें ट्रैकिंग, पर्वतारोहण, राफ्टिंग, वाटर स्पोर्ट्स, बंजी जंपिंग जैसे खेलों को विकसित किया जा रहा है। इको टूरिज्म में पांच सर्किट बनाए गए है। चार धाम पर्यटन चार धाम के अलावा और भी जगह विकसित हो इसके लिए देवी सर्किट, महाभारत सर्किट, बुद्धा सर्किट को विकसित किया जा रहा है।
वन्यजीव पर्यटन में कॉर्बेट नेशनल पार्क, राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क पर्यटकों को आकर्षित करते ही रहे हैं. वेलनेस टूरिज्म में ऋषिकेश और हरिद्वार आयुष, योग के केंद्रों के रूप में विकसित हुए हैं। सरकार की योजना 13 जिलों में 13 टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने की भी है। राज्य बनने के बाद उत्तराखंड में आने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि भी हुई है। नरेंद्र सिंह बताते हैं कि साल 2000 में उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों की संख्या 1.10 करोड़ थी. खास बात यह है कि 2011 की जनगणना के अनुसार उत्तराखंड की आबादी भी इतनी ही है. 2018 में 3.67 करोड़ पर्यटक उत्तराखंड आए जो राज्य की आबादी के तीन गुना से भी ज्यादा हैं।
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के निदेशक दावा करते हैं कि राज्य सरकार पर्यटन के लिहाज से इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने में जुटी है और प्रदेश की अर्थव्यवस्था में पर्यटन की अहम भूमिका बढ़ेगी।

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