टिहरी (चंद्रशेखर एंव योगेश पैन्यूली)देश मे गंगा यमुना की संस्कृति का पुण्य फल प्राप्त करने के लिए देवताओं ने जगत में मानव कल्याण के लिए शक्ति की पूजा सर्वोपरी मानी है। हमारे ऋतुओं में जन्मे ऋषियों के जन्मदिन पर पर्व त्योहार का सृजन किया है । उनमें दुनिया को स्वस्थ रखने के लिए देव ऋषि धन्वंतरि के जन्मदिन पर सबको अच्छी सफलता प्राप्त करने के लिए अच्छे कर्म करने की प्रेरणा देते हैं उनमेंसे दीपावली कार्तिक
में देखते हुए आज देशवासियों के दीपों और हर्षोल्लास के पर्व दीपावली के पंच त्योहारों में दूसरा त्योहार छोटी दीपावली ,नरक चतुर्दशी,रूप चौदस, यम चतुर्दशी मनाने का दिन है ।आज 50 साल बाद आने वाली छोटी दीपावली का संयोग भी है।छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है,मान्यता है कि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध किया था, इसलिए इसे नरक चतुर्दशी कहा जाता है।मान्यता ये भी है कि इसी दिन पित्र पक्ष में धरती पर आए पितर वापस लौटते है नदियों के किनारे दीप दान करने का त्यौहार है उनके निमित्त दान कर पुण्य प्राप्त करें। जहां नदी नहीं हैवहां इस दिन घर के बाहर एक बड़ा दीया जलाकर रखते हैं, कहा जाता है कि जो व्यक्ति इस दिन मृत्यु के देव यमराज जी और लक्ष्मी जी की पूजा अर्चना करता है उसे नरक नही भोगना पड़ता है।साथ ही आज 50 साल बाद संयोग को भगवान श्रीकृष्ण की स्तुति करने से पितरों को मुक्ति मिलती है।ये भी कहा जाता है कि भगवान श्रीराम के वनवास से अयोध्या लौटने की खबर सुनकर अयोध्यावासी इतने हर्षित और प्रसन्न हुए कि उन्होंने अपने राजा श्रीरामजी के आगमन से पूर्व दिन ही अयोध्या को दीपों से सजाकर श्रीराम जी के आगमन में खुशियाँ मनायी। आज श्रीराम , के भग्त जय बजरंगबली हनुमान के जन्म बार भी है।9 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी फल मिलता है यह दीपों का ये त्यौहार आप सभी के जीवन के अंधकार को समाप्त कर एक नई स्फूर्ति लाए, भगवान श्रीराम एवं पितर देवी देवताओं के आशीर्वाद से आपके जीवन में खुशहाली, सुख,स्मृद्धि,आरोग्यता बनी रहे।,उत्तराखंड के चारो धाम देश प्रदेश में खुशहाली प्रदान करें।इन्ही शुभकामनाओं के साथ रूप चतुर्दशी,छोटी दीपावली को पत्र पोर्टल परिवार की ओर से आपको हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
आगे VDO में
श्री आदि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के श्रीमद्भागवत के प्रवचन सुनकर पुण्य प्राप्त करें।