सरकार मेलों में मस्त , जनपद के बांध प्रभावित असुविधा से त्रस्त
ग्रामिण विस्थापित की मांग को लेकर पिछले 10 सालों से सड़कों में आंदोलित I मेले के लिए चार करोड़ सरकार के पास है ,पर विस्थापन के मामलो में सरकार मौन है। ग्रामिण टूटे मकानों में डर के शाये में जीवनयापन करने को मजबूर है।
प्रतापनगर के प्रभावित परिवार का छतिपूर्ती उच्चन्यायालय के आदेश के बाद भी असवेदन शील टिहरी जल विकास निगम से सरकार नहीं दिला पारहि है प्रतापनागर में परिवहन निगम की बस नहोंने से बुजुर्ग जनता को निशुल्क यात्रा बक लाभ नहीं मिल पारहा है ।इसके लिए देहरादून से 407 अनुबंध पर बस लगाई जा सकती है पर 200000 लाख जनता का कोन है रखवालाआदि सुविधाओं का टोटा बना हुआ है