देहरादून। एसटीएफ ने देर रात कार्यवाही करते हुए दिल्ली से तीन साइबर ठगों को धर दबोचा है। गिरफ्तार साइबर ठग मोबाइल फोन पर केवाइसी अपडेट कराने के नाम पर लाखों की ठगी को अंजाम दिया करते थे। आरोपियों के दो साथी पूर्व में ही एसटीएफ द्वारा राजस्थान से गिरफ्तार किये जा चुके है।
जानकारी के अनुसार देहरादून निवासी गोपाल कृष्ण शर्मा ने 18 लाख की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। बताया कि एक युवक ने फोन कर उन्हे केवाइसी न होने पर नम्बर बंद होने की बात कही। झांसे में लेकर क्विक सर्पोट एप डाउनलोड कराया। बताया कि आरोपियों ने उनके विभिन्न बैंक खातों से 18 लाख रूपये निकाल लिये। एसटीएफ द्वारा मामले की गम्भीरता को देखते हुए तत्काल मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गयी थी। जांच में अपराधियों द्वारा प्रयोग सिम कार्ड पश्चिम बंगाल के फर्जी पतो पर लिये जाना तथा उनका प्रयोग बिहार के जमतारा व पश्चिम बंगाल मे प्रयोग किया जाना पाया गया। अपराधियों द्वारा वादी मुकदमा से ठगी धनराशि दिल्ली, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, हिमांचल, पंजाब, राजस्थान आदि राज्यो के बैंक खातोकृगोल्ड लोन खातो मे स्थानान्तरित होना पाया गया। इस दौरान एसटीएफ ने एक सूचना के आधार पर घटना में संलिप्त दो ठगों को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया था। जिन्होने पूछताछ में तीन अन्य लोगों के घटना में शामिल होने की बात कही। जिस पर बीते रोज एसटीएफ ने दिल्ली से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के कब्जे से एसटीएफ ने घटना में प्रयुक्त मोबाइल व क्रेडिट कार्ड भी बरामद कियेे। जिन्होने पूछताछ में अपना नाम दीपक मेहता पुत्र राजाराम, अमित कुमार पुत्र स्व. आशाराम व मुकेश कुमार पुत्र मोहनलाल बताया। जिन्हे सम्बन्धित धाराओं के तहत जेल भेज दिया गया है।