देहरादून। उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस पर आप सभी प्रदेश वासियों को श्री रामकृष्ण एकेडमी द्वारा हार्दिक सुभकामनाएँ दी गयी।
सोमवार को राज्य स्थापना दिवस श्री रामकृष्ण एकेडमी स्कूल में औषधीय बृक्ष का रोपण कर मनाया गया। इस मौके पर स्कूल के निदेशक परमेन्द्र डबराल ने कहा कि अपने प्राकृतिक सौन्दर्य से ओतप्रोत उत्तराखण्ड के अस्तित्व में आने के बाद यहां भौतिक विकास की बाढ सी आ गयी है। जिसके चलते उत्तराखण्ड के प्राकृतिक सौन्दर्य पर विपरीत असर देखने केा मिला। प्रदेश की रााजधानी देहरादून खुद अब कंकक्रिट के जंगलों में तबदील हो गयी। उत्तराखण्ड जैसे प्राकृतिक इलाके में पर्यावरण प्रदुषण गंभीर समस्या बनकर उभर रहा है। उन्हांेने कहा कि यदि हमे उत्तराखण्ड के प्राकृतिक स्वरूप को जीवित रखना है तो हमे पर्यावरण संरक्षण को अपने जीवन आचरण में उतारना होगा। डबराल ने कहा कि राज्य गठन के बाद भौतिक विकास की होड में उत्तराखण्ड का वन क्षेत्र लगातार घट रहा है। जिससे इस राज्य में पर्यावरण संतुलन गड़बड़ा गया है। इसलिए प्रत्येक प्रदेशवासी को चाहिए कि वे पर्यावरण को बचाने के लिए अधिक से अधिक पौधरोपण कार्यक्रमों में अपना योगदान दे। उत्तराखण्ड में पर्याप्त मात्रा में औषध्ीय जडी बुटिंया भी पाई जाती है। जोकि पूरे मानव समाज के लिए जीवन दायनी साबित हो रही है। इनका संरक्षण और संर्वधन भी प्रदेशवासियों की प्रमुख जिम्मेदारी है। राज्य स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में ं स्कूल के निदेशक परमेंद्र डबराल व प्रधानाचार्य किरन डबराल सांथ में विद्यालय के गुरुजनों के सांथ पत्रकार कैलाश जोशी व उनके पुत्र कृष जोशी ने भाग लिया था।