16 जून2013 के बाद उत्तराखंड की चारधाम यात्रा को लेकर किसी को आशा नहीं बन रही थी कि यात्रा जो हमारी संस्कृति को जहां जीवित रखने में अहम भूमिका निभाये से समृद्ध होरही है वहीं हमारे प्रदेश में रोजगार के लिए जानि जाती है वह पटरी पर आएगी हरिश रावत सरकार के आने के बाद केदरनाथ धाम के निर्माण का जिम्मा नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तकाशी के प्रधाचर्य अजय कोठीयाल सौंपने के बाद विषम परिस्थितियों में कार्य करने के साथ साथ यात्रियों में उत्तराखंड चार धाम यात्रा करने के लिए विश्वास बहाल करने में सफलता प्राप्त की।इनके प्रयास करने से आज सुरक्षा की बात करते हुए यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के आने के रिकार्ड इस वर्ष सदी के सब रिकार्ड तोड़ दिए हैं।केदारनाथ धाम की 16 जून 2013 की तस्वीर ओर 16जून2019 की तस्वीरों के अबलोकन करने से साफ जाहिर होता है कि मानव संसाधन का विकास जल्दी से जल्दी कर सकते हैं। इसी मेहनत का प्रतिफल है कि आज तक इस वर्ष की यात्रा में श्री केदारनाथ धाम में- 665841यात्रियों ने बाबा के दर्शन का पुण्य प्राप्त कर दिया है। बद्रीनाथ धाम में- 662273 यात्रियों ने दर्शन कर पुण्य प्राप्त किया है। श्री गंगोत्री धाम में- 323855 यात्रियों ने पुण्य प्राप्त कर लिया है,श्री यमुनोत्री धाम में – 319969 यात्रियों ने विकट रास्ते पर यात्रा कर पुण्य प्राप्त किया।अबतक श्री हेमकुंड साहिब में – 96207तीर्थ स्थल पर आकर पुुण्य का लाभः प्राप्त किया है।उस भयानक दृश्य देखकर आज बाबा केदारनाथ धाम में सभी प्रकार से सुरक्षित है।केदारनाथ आपदा में लापता लोगों की छटवीं तिथि पर उन्हें शत शत नमन।