न्यूयॉर्क। क्या आपने कोविड-19 को लेकर ऐसी किसी फेसबुक पोस्ट को पसंद किया या उस पर टिप्पणी की है, जो अफवाह साबित हुई हो? अगर हां, तो यह खबर आपके लिये काफी महत्वपूर्ण है। सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने गुरुवार को कहा कि अब उसके उपयोगकर्ताओं को यह पता चल जाएगा कि कोविड-19 से संबंधित जिस गलत और हानिकारक सूचना वाली पोस्ट को उन्होंने पसंद किया, प्रतिक्रिया दी या फिर उसपर टिप्पणी की, उसे हटा दिया गया है। फेसबुक ने साथ ही यह भी कहा कि इसके जरिये उन उपयोगकर्ताओं को आगाह किया जाएगा जो डबल्यूएचओ द्वारा झूठी करार दी जा चुकी वायरस से संबंधित सूचना से जुड़े हुए हैं। कंपनी ने कहा कि आने वाले हफ्तों में लोगों को ये चेतावनी संदेश दिखाई देने शुरू हो जाएंगे। कंपनी ने कहा कि वह कोविड-19 को लेकर सूचना से संबंधित अपने न्यूज फीड पर एक नया ”गेट द फैक्ट्स” फीचर भी शुरू करने जा रही है, जिसमें कोरोना वायरस से संबंधित जांचे-परखे तथ्यों पर आधारित लेख शामिल होंगे। फेसबुक समेत सिलिकॉन वैली की कई लोकप्रिय ऑनलाइन कंपनियों ने कोरोना वायरस को लेकर भ्रामक तथा खतरनाक सूचनाओं की लहर को रोकने लिये अभूतपूर्व कदम उठाए हैं। उदाहरण के लिये फेसबुक ने कोरोना वायरस के उपचार या इलाज से जुड़े विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। कंपनी नया एल्गोरिद्म भी इस्तेमाल कर रही है। साथ ही स्वास्थ्य अधिकारियों, राज्य या स्थानीय स्वास्थ्य विभागों द्वारा वायरस के संबंध में दिए गए तथ्यों को अपने उपयोगकर्ताओं के सामने रखने का प्रयास भी कर रही है।
हालांकि इन सबके बावजूद सभी गलत सूचनाओं को तुरंत फैलने से नहीं रोक जा सका है। वायरस की उत्पत्ति के बारे में षड्यंत्रकारी कहानियां और इसे रोकने के लिए टीका विकसित किये जाने की खबरें अब भी रोजाना सामने आ रही हैं।