देहरादून : हल्द्वानी के ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे की मौत के बाद प्रदेश भर में कांग्रेसियों ने प्रदर्शन कर प्रदेश सरकार के पुतले जलाए। इस मौके पर प्रदेश और केंद्र की सरकार को जनविरोधी करार दिया गया।
शनिवार को कृषि मंत्री सुबोध उनियाल के जनता दरबार में ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे जहर खाकर पहुंचे थे। उन्हें उपचार के लिए मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां कल उनकी मौत हो गई थी। प्रकाश पांडे पर लाखों का कर्ज था और इसी के चलते कहीं सुनवाई न होने पर उन्होंने आत्मघाती कदम उठाया।
देहरादून में कांग्रेस मुख्यालय से कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क तक रैली निकालकर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की जीएसटी व नोट बंदी से त्रस्त देश के व्यापारी परेशान हैं। हल्द्वानी निवासी प्रकाश पांडे ने आत्महत्या जैसा कदम इसी परेशानी के चलते उठाया।
ट्रांसपोर्टर की मौत के लिए सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुनिकीरेती कैलाश गेट में राज्य सरकार का पुतला फूंका। इस मौके पर नगर अध्यक्ष महावीर खरोला ने कहा कि ट्रांसपोर्ट प्रकाश पांडे की मौत के लिए सीधे तौर पर राज्य सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी ने व्यवसाइयों की कमर तोड़ दी है, ऐसे हालात में अभी न जाने कितने प्रकाश पांडे अपनी जान देंगे। पुतला फूकने वालों में पूर्व दायित्वधारी रमेश उनियाल, हिमांशु बिजल्वाण, दिनेश भट्ट आदि शामिल थे।
प्रकाश पांडेय की मौत पर लालकुआं में व्यापारियों ने बाजार बंद कर प्रकाश पांडेय के परिजनों को 30 लाख रुपये की सहायता व एक परिजन को नौकरी देने की मांग की। इस मौके पर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया। इसके अलावा कोंग्रेसी कार्यकर्ताओं ने स्टेशन चौराहे पर राज्य सरकार का पुतला फूंका।
कांग्रेसियों ने नई टिहरी हनुमान चौक पर प्रधानमंत्री का पुतला फूंका। कांग्रेस जिलाध्यक्ष सूरज राणा ने कहा कि जीएसटी के कारण हल्द्वानी के ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे ने कैबिनेट मंत्री के जनता दरबार में जहर खाकर जान दे दी। यह भाजपा सरकार की विफलता है। इस अवसर पर कांग्रेस प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट, चंबा नगर पालिका अध्यक्ष विक्रम सिंह पवार, साहब सिंह सजवाण, देवेंद्र नौटियाल, दर्शनी रावत आदि मौजूद रहे।
अल्मोड़ा के गांधी पार्क के सामने कांग्रेस जिलाध्यक्ष पीतांबर पांडेय के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का पुतला फूंका। इस दौरान जिलाध्यक्ष ने कहा कि आर्थिक तंगी और सरकारी नीतियों ने ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडेय को जहर खाने पर मजबूर कर दिया। ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नही है।
बागेश्वर के बैंक तिराहे पर कांग्रेसियों ने प्रदर्शन कर प्रदेश सरकार का पुतला पूंका। कांग्रेस जिला अध्यक्ष लोकमनी पाठक, पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण, जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी, पूर्व राज्यमंत्री राजेंद्र टंगड़िया ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
रानीखेत में कांग्रेसियों ने राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान सरकार का पुतला फूंककर जनविरोधी नीति अपनाने का आरोप लगाया गया। गांधी चौक में प्रदर्शन के बाद कांग्रेसियों ने ट्रांसपोर्टर की आत्मिक शांति को दो मिनट का मौन भी रखा। इस मौके पर पार्टी जिलाध्यक्ष महेश आर्या, महासचिव अजय बबली, नगर अध्यक्ष उमेश भट्ट, प्रमुख रचना रावत, सुंदर लाल गोयल, चरनजीत सिंह, अगस्तलाल साह, डीएन बड़ोला, यतीश सिंह रौतेला, हेमंत मेहरा आदि मौजूद रहे।