दिल्ली क्या आप या कोई भी ये पसंद करता है कि पडोसी आपके व्यक्तीगत मामलो की जानकारी रखे ??
नहीं ना ?? फिर आधार के माध्यम से सरकार कैसे हमारी हर व्यक्तिगत मामलों में जानकारी ले सकती है ?? क्या पूरे भारत की जनता ही अपराधी है ज़िसका हर रिकोर्ड सरकार अपनी जानकारी में रखे ??
सरकार आपकी हर जानकारी कैसे आधार के माध्यम से रखने जा रही है ये भी समझे ..
आपका बैंक खाते में कितना पैसा है किसे दे रहे हो आदि ,आदि आपका मोबाइल आप किससे बात कर रहे हो ..किधर जा रहे हो ट्रकींग भी ..आदि, आदि
आपका ट्रैन या बस टिकट या हवाई जहाज का टिकट यह सब भी ..आप कहाँ जा रहे वो भी सरकार की नजर में , आपका इनकम टैक्स , GST , आपकी सम्पत्ती , आपका पासपोर्ट , होटल में रुके वहां भी एसे लगभग सारी आपकी जानकारी सरकार आधार के लिंक करने के नाम पर रखने जा रही है l आधार कांग्रेस के शासन काल में इसलिये लाया जा रहा था कि हर आदमी के पास एक पूरे भारत में एक भारतीय का मान्य ID कार्ड हो पर अब उसका इस्तेमाल सरकार सबकी व्यक्तिगत जानकारी अपने कंट्रोल में लेने में लगी है , एसा लग रहा है l
क्या एसा ठीक होगा ? जब हम अपने पडोसी को अपनी व्यक्तिगत ज़िन्दगी में तक झांक ताक नहीं करने देना चाहते फिर सरकार को किस लिए करने देना चाहिये ?? क्या हम सब अपराधी या भ्रष्टाचारी हैं जिसका सब कुछ सरकार अपनी निगाह में रखे ?
आधार ID के लिए इस्तेमाल होनी चाहिये ना कि सरकार द्वारा लोगों की व्यक्तिगत ज़िन्दगी में ताक झाक के लिए l
मेरी पहले की एक आधार पर पोस्ट कृपया इस लिंक पर देखें ।सोचियेगा जरूर कि यह सब हो क्या रहा है आधार के नाम पर दिनांक 12 को बैठक में आने का कष्ट करें एवं समाचार देने के लिये ज्यादा से ज्यादा
लोगों से शेयर करें ।
CA राजेश्वर पैन्युली