देहरादून,नाग पंचमी पर शिवालयों में पूजा पाठ के लिए काफी श्रद्धालु उमड़े। भगवान शिव के प्रिय नाग देवता की पूजा कर सुख समृद्धि की कामना की। गढ़ी कैंट स्थित टपकेश्वर महादेव मंदिर परिसर में नाग पंचमी पर दिल्ली से पहुंचे श्रद्धालुओं ने भगवान शिव की छह फीट की प्रतिमा स्थापित की। इस दौरान काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने शिव आरती कर आशीर्वाद लिया। इसके अलावा मंदिर में सुबह से ही नाग पंचमी को पूजा के लिए श्रद्धालु पहुंचे।
टपकेश्वर महादेव मंदिर परिसर में नाग पंचमी पर दिल्ली से पहुंचे श्रद्धालुओं ने भगवान शिव की छह फीट की प्रतिमा स्थापित की। इस दौरान काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने शिव आरती कर आशीर्वाद लिया। इसके अलावा मंदिर में सुबह से ही नाग पंचमी को पूजा के लिए श्रद्धालु पहुंचे।
इधर टपकेश्वर महादेव मंदिर परिसर में पहाड़ी से काफी मलबा आ गया। सुबह पौने पांच बजे मलबा मंदिर की लिफ्ट के पास आया। जिससे मंदिर तक जाने वाला रास्ता बंद हो गया। गनीमत रही कि इस समय वहां कोई श्रद्धालु नहीं था। इसके बाद मंदिर सेवादल की ओर से मलबा को हटावाने का काम शुरू किया। फिलहाल मलबा को हटाया गया है। मंदिर के दिगंबर भरत गिरी ने बताया कि किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ। भगवान टपकेश्वर का आशीर्वाद है कि जिस वक्त मलबा गिरा वहां कोई भी नहीं था और श्रद्धालुओं के मंदिर पहुंचने तक रास्ता को साफ किया गया।
8.50 ग्राम स्मैक सहित एक गिरफ्तार
ऋषिकेश। कोतवाली पुलिस ने एक युवक को 8.50 ग्राम स्मैक सहित गिरफ्तार किया है। स्मैक बेचकर कमाए गए दस हजार रुपये भी इस युवक से बरामद किए गए हैं। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है।
त्रिवेणी घाट पुलिस चैकी प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि शनि देव मंदिर चंद्रेश्वर नगर के पास एक व्यक्ति को रोककर चेक किया गया तो उसके पास से कुल 8.50 ग्राम स्मैक और दस हजार रुपये बरामद हुए। पूछताछ करने पर इस युवक ने बताया गया यह रुपए उसने स्मैक बेचकर ही कमाए हैं। इस मामले में रघुनंदन निवासी ग्राम बड़ागांव थाना मनिहारी जिला बलिया उत्तर प्रदेश, हाल निवासी न्यू त्रिवेणी कालोनी ऋषिकेश को गिरफ्तार कर एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया है। पुलिस उसे कोर्ट में पेश करने की तैयारी कर रही है।
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उत्तरकाशी बस हादसाः सोमवार अलसुबह 14 घायलो को कराया एम्स में भर्ती, चार गंभीर
ऋषिकेश। जनपद उत्तरकाशी के अंतर्गत गंगोत्री के गंगनानी में रविवार को हुई बस दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल 14 यात्रियों को अखिल भारतीय आयुर्वेद विज्ञान संस्थान ऋषिकेश लाया गया है। संस्थान के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि सोमवार की अल सुबह करीब 3 बजे घायलों को यहां लाया गया। ट्रामा इमरजेंसी में इन सभी का उपचार चिकित्सकों की टीम की निगरानी में चल रहा है। चार लोग की हालत अत्यधिक गंभीर बताए जा रहे है।वहीं अधिकांश घायलों की स्थिति खतरे से बाहर है। अन्य 14 घायल डीएच उत्तरकाशी में हैं। इधर सोमवार सुबह पुलिस विभाग के शव वाहन से सभी 7 शवों को हिमालयन हॉस्पिटल ऋषिकेश के लिए रवाना किया गया। गौरतलब है कि रविवार को गंगोत्री से उत्तरकाशी आ रही यात्रियों की बस गंगनानी के पास अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई थी। सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ ने मौके पर रेस्क्यू अभियान बस सवारों को खाई से बाहर निकाला। जानकारी के अनुसार हादसे में सात लोगों के शव बरामद कर लिए गए थें। इसके अलावा 27 यात्रियों को घायल अवस्था में उपचार के लिए अस्तपाल भेजा गया था।
आवासीय विद्यालय की गिरी सुरक्षा दीवार
ऋषिकेश। पथरी क्षेत्र के गांव रानी माजरा में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय रानी माजरा की बरसात में सुरक्षा दीवार गिर गई। हॉस्टल की दीवार गिरने से सांप, जंगली जानवरों का खतरा बना हुआ है। हास्टल में लड़कियां भयभीत हैं। हास्टल की वार्डन तनु ने बताया कि दीवार गिरने को लेकर शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों को प्रस्ताव भेजे हैं। ग्राम प्रधान विजेता रानी माजरा ने बताया कि उन्होंने भी अधिकारियों को पत्र भेजे हैं। अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। लड़कियों की सुरक्षा को लेकर विभाग मौन है। जबकि सुरक्षा दीवार गिरने के बाद से छात्राओं में भय का माहोल व्याप्त है।
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नीलकंठ मार्ग पर भारी भूस्खलन, वाहनों की आवाजाही रोकी
ऋषिकेश। नीलकंठ मार्ग पर खैर खाल के भूस्खलन के चलते वाहनों की आवाजाही रोकी दी गई है। प्रदेशभर में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। बारिश के चलते जगह-जगह सड़कें बंद हो रही है। हाईवे के भी बार-बार बाधित होने का सिलसिला जारी है। ऐसे में यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है।
सोमवार को थाना क्षेत्र में नीलकंठ मार्ग पर खैर खाल के पास दोबारा भूस्खलन हो गया है। जिस कारण गरुड़ चट्टी पर नीलकंठ जाने वाले वाहनों को रोक दिया गया है। बीन नदी में पानी का बहाव अभी भी तेज बना हुआ है, जिससे आवागमन बंद है।
केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि प्रदेश के दस जिलों में तेज गर्जन और बिजली चमकने के साथ तेज बारिश हो सकती है। जबकि, 22 अगस्त से फिर प्रदेशभर में भारी बारिश होने के आसार हैं।