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महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय यूनाइटेड किंगडम का निधन

Pahado Ki Goonj

🌹🙏🌹धर्म की जय होअधर्म का नाश हो ,प्राणियों में सद्भवना हो
देश एवं प्रदेश के विकास में पहाडोंकीगूँज के अल्प प्रयास को आगेबढ़ाने में सहयोग किजयेगा🌹🙏🌹

कुछ घण्टो पहले  चल बसी महारानी ,प्रधानमंत्री लिज ट्रिस के मंत्री मंडल से मुलाकात नहीं कर सकी महारानी एलिजाबेथ द्वितीय  आज ही मुलाकात का समय  दिया था। 

नई दिल्ली ukpkg.com ,एलिज़ाबेथ द्वितीय यूनाइटेड किंगडम का निधन से दुनिया में शोक की लहर, वह 14 अन्य देश कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैण्ड, जमैका, बारबाडोस, बहामास, ग्रेनेडा, पापुआ न्यू गिनी, सोलोमन द्वीपसमूह, तुवालू, सन्त लूसिया, सन्त विन्सेण्ट और ग्रेनाडाइन्स, बेलीज़, अण्टीगुआ और बारबूडा और सन्त किट्स और नेविस की महारानी थी। भरे पूरे परिवार की मुख्य एवं समृद्ध राष्ट्रों की महारानी

एलिजाबेथ द्वितीय का जन्म 1926 में हुआ था।वे 1952 में अपने पिता किंग जॉर्ज VI की मौत के बाद महारानी बनी थीं। उन्होंने 1947 में ड्यूक फिलिप से शादी की थी। डेनमार्क और ग्रीस के राजकुमार, प्रिंस फिलिप का जन्म 1921 में हुआ था दोनों के चार बच्चे हुए। चार्ल्स, ऐनी, एंड्रयू और एडवर्ड।

नई दिल्ली, 09 सितंबर। ताजपोशी एक बेहद प्रतीकात्मक समारोह है और इसका आयोजन करने में वक्त लगता है. इसके तहत जो रीति रिवाज होते हैं वो सैकड़ों साल पुराने हैं. खुद एलिजाबेथ की ताजपोशी उनके महारानी बनने के एक साल से भी ज्यादा समय बाद हुई थी

 

भारत के लिए कई अनसुलझे सवाल पीछे छोड़ गईं महारानी एलिजाबेथ

सन 1300 का सिंहासन

उसके बाद आर्कबिशप पवित्र तेल से राजा का अभिषेक करते हैं और उन्हें महाराज एडवर्ड के सिंहासन पर बिठा कर आशीर्वाद देते हैं. सन 1300 में बने इस सिंहासन का 1626 के बाद से हर ताजपोशी में इस्तेमाल हुआ है.

इसके बाद राजा को शाही आभूषण, राजदंड और राजमुकुट दिया जाता है. राजमुकुट को आर्कबिशप ही पहनाते हैं. अगर नया शासक एक पुरुष हो, जैसा की अब है, तो इससे थोड़े सरल एक और समारोह में उसकी पत्नी को महारानी घोषित किया जाता है और ताज पहनाया जाता है।

राजा के देहांत के बाद उन्हें राजमाता का दर्जा मिलेगा. राजा का उत्तराधिकारी उनकी पहली संतान ही होगी, चाहे वो लड़का हो या लड़की. चार्ल्स की पत्नी कैमिला को क्या कहा जाएगा इसका फैसला एलिजाबेथ ने पहले ही कर दिया था.

वेस्टमिंस्टर ऐबी जहां ताजपोशी का समारोह होता है

माना जा रहा था कि उन्हें “प्रिंसेस कंसॉर्ट” कहा जाएगा क्योंकि वो चार्ल्स की पत्नी नहीं हैं. ऐसा इसलिए भी माना जा रहा था क्योंकि इससे चार्ल्स की पहली पत्नी डायना को सम्मान मिलेगा, जो 1997 में एक सड़क हादसे में मारी गई थीं. लेकिन एलिजाबेथ ने घोषणा की कि कैमिला को “क्वीन कंसॉर्ट” ही कहा जाएगा।

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 बिचार किजयेगा www.ukpkg.com के अल्प प्रयास से कितना विकास  देश ,प्रदेश का हो रहा है। 

 

देहरादून,61प्रदेश  के विकास में केदारनाथ आपदा 15,16 जून सन 2013 के बाद  tv चैनलों ने प्रदेश की खराब तस्वीरों को दिखाया पर्यटन व्यबसाय चौपट कर दिया । इनके विकल्प के लिए सोसियल मीडिया को  बढ़ाने का संकल्प  लिया जुलाई 2013 से अक्टूबर2013 तक  संयोजक के नाते  उत्तराखंड पत्रकार संगठन समन्वय समिति  की 11 बैठकें करते हुए  माo विधायकों ,मा0अध्यक्ष विधानसभा की संस्तुति सरकार को दीगई  ।श्रीमान राज्यपाल का साक्षात्कार करते हुए पत्र में प्रकाशन के बाद पहाड़ों में ofc लाइन  बिछाने का कार्य  सुरू होने से जहां देश में सोसियल मीडिया को बढ़ावा देने से हजारों लोगों को रोजगार मिलने लगा है । देश विदेश में कार्य रत भारतीयों को घर की आँखों देखी जानकारी मिलने लगी है ।उनके विदेश मन लगने से देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ रहा है। गाँव में बैंक की सेवा के लिए ग्राहकों को अपना समय घण्टों गवाना नहीं पड़ रहा है।साथ ही सरकार की योजनाओं का प्रचार प्रसार सस्ते दर पर न्यूज पोर्टल से होने लगा है । पढें लिखें लोगों को देश के कोने कोने में सुंदर राष्ट्र की सुंदरता की जानकारी  जहां मिलने लगी है वहीं बेरोजगारी में झूज रहे लोगों की भेजी खबर  सोसियल मीडिया  में चलने के बाद  tv चैनलों को चलाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इस महा योजना के सफलता से कई संघठनों के अध्यक्ष  विकास के लिए  काम कर रहे हैं।

 बड़े मिशन में आपके सहयोग की अपेक्षा करते हैं ।

आज के समय  देश के बच्चों युवाओं में फाष्ट फ़ूड खाने व  कु व्यसनों से नपुंसकता बढ़ रही है ।जिससे देश की आने वाली पीढ़ी कमजोर होने लगेगी । स्वस्थ बच्चों से स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण होता है। देश के हित में  कोरोना महामारी में किसानों की मेहनत से देश के लिए बरदान सावित हुई। किसानों की  सबसे ज्यादा पौष्टिक फसलें में  काला धान है, बताया जाता है कि इस धान से निकले चावल में विटामिन बी, ई के अलावा कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन तथा जिंक आदि प्रचुर मात्रा में मिलता है। ये तत्व मानव शरीर मे एंटी ऑक्सीडेंट का काम करते है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह चावल कैंसर एवं मधुमेह रोग में उपयोगी माना जाता है। इसके सेवन से रक्त शुद्धीकरण भी होता है। साथ ही इस चावल के सेवन से चर्बी कम करने तथा पाचन शक्ति बढ़ने की बात कही जा रही है। काला गेहूँ,काली हल्दी, काला अदरक, काला आलू  की फसलों को सरकारी जीन्स घोषित कराने से  ( इसका उत्पादन बढ़ेगा, यह सभी प्रकार की फसलें कोरोना महामारी से बचाने ,हृदय रोग से,सुगर ,मृगि, कैंसर थाइराइड, गठिया वायु वजन घटाने के काम करती हैं )जहाँ किसानों को मिनिमम स्पोर्ट प्राइज मिलने लगेगी वहीं ।फसल बीमा योजना लागू होगी ।सरकार की किसानों की आय दुगना करने की योजना  में निरन्तर बढ़ोतरी होती रहेगी।  किसानों की कम जोत पर महंगी फसल से आय बढ़ेगी साथ देश मे बहुगुणकारी फसलों  के उपयोग करने से जनजीवन में सुधार होने लगेगा ।वही विश्व में उक्त अनाजो ,कन्दो की मांग होने से सरकार को विदेशी मुद्रा  अतिरिक्त  मिलने लगेगी।  देश का मुद्रा भंडार बढ़ने से देश का विकास  बढ़ेगा। वहीं विदेशी कर्ज को लौटाने में हमें प्रयाप्त विदेशी मुद्रा होने से दिक्कत नहीं होगी। देश मे इस मिशन को सफल बनाने के लिए।

सुधी पाठकों से अनुरोध है कि देश के विकास के लिए  आप 1 रुपया की सहयोग राशि ,gogalepay, PTM  9456334283 से भेजना चाहें।  नाम:pahadon ki goonj

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