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21427 लिख कर जय शनि देव की महिमा को कोटि कोटि नमन

Pahado Ki Goonj

नीलांजन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम छाया मार्तंड संभुतम तम नमामि शनिश्चरा

जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,जय शनि देव,

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