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25 वर्षीय शातिर चैन स्नैचर चढ़ा देहरादून पुलिस के हत्थे

Pahado Ki Goonj

25 वर्षीय शातिर चैन स्नैचर चढ़ा देहरादून पुलिस के हत्थे    –अर्जुन सिंह भंडारी

अपराधी द्वारा पुलिस को अपने द्वारा की गयी कई चोरियों के विषय में बताया गया है जिसके लिए वह कई बार जेल भी जा चुका है।युवक की माँ शिक्षिका है। *युवक देहरादून समेत दिल्ली व नजीबाबाद थानों में चोरी की अलग-अलग धाराओं के तहत अपराधी है।*‌देहरादून: बीते कई महीनों से शहर भर में महिलाओं से गले की चेन लूटने वाला शातिर अपराधी आखिरकार रायपुर थाना,एसओजी व नेहरुकोलोनी थाना पुलिस की एक माह की संयुक्त कोशिश के बाद मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया।‌बीते 9 अप्रैल को सुबह करीब 7 बजे थाना नेहरुकोलोनी अपर नत्थनपुर लेन नंबर 13 निवासी चन्द्रकला पत्नी रूपचन्द्र शर्मा की बाइक सवार युवक ने उनके घर की गली में ही गले से सोने की चेन झपट ली जिसका महिला द्वारा नेहरुकॉलोनी में मुकदमा दर्ज करवाया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती ने पुलिस अधिकारीयों को जल्द से जल्द इस मामले के खुलासे के निर्देश जारी किये। पुलिस अधीक्षक(नगर)व क्षेत्राधिकार सदर के निर्देशन में थाना नेहरुकोलोनी में अलग-अलग पुलिस टीम बनायीं गयी।इसी दौरान अप्रैल माह की 15 व 25 तारीख़ को शहर के दो अन्य थाना वसंत विहार व रायपुर में भी दो महिलाओं से भी इसी प्रकार की वारदात को अंजाम दिया गया। घटना के खुलासे के लिए थाना नेहरुकॉलोनी व थाना रायपुर पुलिस द्वारा एक संयुक्त टीम एक गठन किया गया व तमाम मुखबिरों को सक्रिय किया गया। पुलिस द्वारा घटना स्थल के आसपास लगे तमाम सीसीटीवी की फुटेज खंगाली गयी व संदिग्धों के आने जाने वाले रास्तों को जांचा गया। सीसीटीवी के आधार पर पुलिस ने अभियुक्त का चेहरा तलाशा।

मुखबिरी तंत्र के आधार पर पुलिस को सूचना मिली की इस शक्ल के व्यक्ति के दाहिने हाथ पर टैटू बना है जिसपर डॉन लिखा हुआ है व अभियुक्त के पास लाल काले रंग की पल्सर 220 भी है। अभियुक्त की धरपकड़ के लिए थाना रायपुर व नेहरुकॉलोनी के संयुक्त टीम पुलिया नंबर छः पर चेकिंग अभियान चला रही थी। उसी दौरान डोभाल चौक की तरफ से आते हुए एक बाइक सवार युवक ने चेकिंग कर रही पुलिस की टीम को देखते हुए अपनी बाइक वापिस डोभाल चौक की तरफ मोड़नी चाही पर वह गाड़ी की गति तेज़ होने के कारण गिर गया। इसी दौरान पुलिस ने तुरंत कार्यवाही करते हुए मौके से युवक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को देखकर भागने पर पुलिस को कुछ संदिग्ध लगा जिस बाबत पुलिस ने युवक से कड़ी पूछताछ की तो उसने पुलिस से सारी सच्चाई उगल दी। 

कोटद्वार ज़िला पौड़ी का मूल निवासी युवक ने अपना नाम करण(25)पुत्र स्व0 राकेश शिवपुरी हाल निवासी ग्राम तल्ला जोली, जॉलीग्रांट भानियावाला, डोईवाला में किराये पर रहना बताया। उसने बताया कि वह अपने दोस्त के साथ मिलकर महिलाओं को निशाना बनाकर उनके गले से सोने की चेन छीनता था। उसने बताया कि *बीते अप्रैल की 9 तारीख़ को जोगीवाला में महिला से लूटी गयी चेन में उसी का हाथ था। इसके अलावा उसी ने बीती 15 व 25 अप्रैल को क्रमशःआईटीबीपी सीमाद्वार थाना बसंत विहार व राँझावाला से महिलाओं से चेन छिनी थी व उन चेनों को भानियावाला स्थित सुनार को बेच दिया था।* टैटू के विषय में पूछताछ करने पर करण ने बताया कि पुलिस के डर से दिल्ली जाकर उसी टैटू के ऊपर फूलदार डिज़ाइन बनवा लिया था। *पुलिस ने जब करण के पिछले अपराधिक रिकॉर्ड जांचे तो पुलिस को करण के उत्तर प्रदेश सहित दिल्ली में उस पर दर्ज तकरीबन 35 मामलों की जानकारी मिली।*
करण से गहन पूछताछ में पता चला कि उसकी माँ उषा देवी पौड़ी की मूल निवासी थी व उसके पिता कश्मीरी पंडित व कई पीढ़ियों से दिल्ली के कमल मार्केट में रहने लगे थे पर साल 2013 में कैंसर के चलते उसके पिता की मृत्यु हो गयी थी जिसके बाद उसकी माँ ने नौकरी करना शुरू किया। बाप का साया न होने के चलते वह गलत संगत में पड़ गया व गलत काम शुरू करने लगा। उसके आपराधिक रिकॉर्ड के मुताबिक उसने साल 2009 में सबसे पहले दिल्ली के एक घर के बाहर रखे गैस सलेंडर की चोरी की थी पर उस समय नाबालिक होने के चलते उसे जमानत मिल दे दी गयी थी। उसके बाद साल 2010 में उसने द्वारका इलाके में अपने दोस्त अंकित ठाकुर निवासी पालाम बड़ियार मौहल्ला ,दिल्ली के साथ मिलकर कई चेन स्नैचिंग की। अंकित के साथ मिलकर उसने 2016 में कोटद्वार से बुक करवाई हुई कार से नजीबाबाद जाकर वहाँ एक स्विफ्ट डिजायर कार को लूटने में भी अपना हाथ बताया जिसमे उसकी जमानत तो हुई पर अंकित आज भी बिजनौर जेल में बंद है।
उसके मुताबिक साल 2011 में पूनम नाम की एक लड़की से उसके प्रेम प्रसंग के चलते वह उससे घर से भागकर ले गया था पर नाबालिक होने के चलते मुझे जुवेनाइल जेल भेज गया व कुछ समय बाद छोड़ दिया गया। जेल जाने के चलते उसके कई अपराधिक प्रवृति के लोगों से जान पहचान हो गयी। बाइक चलाने के शौक के चलते उसने *स्टंट मेनिया नामक शो में भी हिस्सा लिया था*पर 18 साल न होने के चलते आखिर में वह बाहर हो गया था। इसी बीच उसकी मुलाकात उसके स्कूली मित्र अंकित ठाकुर से भी हुई जिसने इसे कहा *तू बाइक चलना और मैं महिलाओं की चैन छीना करूँगा।* जिसके चलते उन दोनों ने दिल्ली में कई चोरियों को अंजाम दिया व फलस्वरूप जेल भी गए।
18 साल पूरे होने पर उसने अपनी प्रेमिका पूनम से विवाह रचाया जिससे उसका एक चार वर्षीय पुत्र व एक दो साल की बेटी है। साल 2013-14 में वह परिवार समेत मानपुर, कोटद्वार जिला पौड़ी आ गए पर जल्द ही 2015 में देहरादून के सेलाकुई में आकर रहने लगा व जीविका के लिए परचून की दुकान खोल ली व साथ ही पुराने वाहन खरीदने व बेचने का काम शुरू भी किया पर फिर साल 2015 में प्रेमनगर थाने क्षेत्र में कार चोरी के मामले में जेल गया।
साल 2017 में फिर से उसने देहरादून आकर चेन स्नैचिंग जैसी घटनाओं को दोबारा अंजाम दिया व विकासनगर व सहसपुर में दर्ज मुकदमों में गिरफ्तार होकर दोबारा जेल गया। जेल से छुटने के बाद जीविका के लिए कोई काम न होने के चलते वह दोबारा दिल्ली गया और वहां भी चेन स्नैचिंग शुरू कर दी जहाँ दिल्ली में वह वांछित हो गया। उससे बचने के लिए वह मार्च अंत तक ऋषिकेश आ गया जहाँ उसका सामना उससे सुद्धोवाला जेल में मिले राहुल तमंचा निवासी जाटव बस्ती, ऋषिकेश से हुआ जिसके कहे अनुसार ही उसने पुलिस के पकड़ में न आये इसलिए भानियावाला में किराये पर केशर सिंह का मकान किराये पर लेकर परिवार समेत रहने लगा। ऋषिकेश के लक्ष्मण झूला रोड पर एक सरदारजी की दुकान से वह हर शाम आईडी कार्ड पर एक बाइक किराये पर लाता था व नंबर प्लेट पर काला टेप लगाकर या वाहन की अन्य पहचान छुपा लेता था व सुबह-सुबह तड़के चैन स्नैचिंग करने निकल जाता था।
वह मुख्यतः सुबह व शाम को घूमने निकली बुज़ुर्ग महिलाओं को निशाना बनाता था। पुलिस ने करण से नेहरुकॉलोनी थाने क्षेत्र में चोरी की चैन बरामद की व चोरी में प्रयुक्त 220 पल्सर व थाना बसंत विहार व रायपुर की चोरियों में प्रयुक्त दो अन्य पल्सर बाइक। अभियुक्त करण द्वारा छोटी उम्र से ही चोरी जैसी घटनाओं में लिप्त होने के चलते व दिल्ली में अपने ऊपर दर्ज कई मुकदमों के चलते दिल्ली में हिस्ट्रीशीटर घोषित है।

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