देहरादून,मुख्यमंत्री आवास में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत‘ योजना के तहत कर्नाटक राज्य से आए विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से भेंट की। कर्नाटक से आए छात्र-छात्राओं से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गयी इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के सभी राज्यों को उनकी संस्कृति, इतिहास, भाषा, ज्ञान-विज्ञान आदि को समझना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत‘ योजना से सभी छात्र-छात्राओं को अन्य राज्यों की कला एवं संस्कृति समझने का अवसर प्राप्त होगा। नये-नये दोस्त बनाने का अवसर मिलेगा। इससे बच्चे साथ रहना सीखेंगे। एक दूसरे की मदद करना सीखेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति अनेकता में एकता की रही है। थोड़ी-थोड़ी दूरी में बोली-भाषा में अंतर देखने को मिलता है, परन्तु हमारी संस्कृति एक है। संस्कृत भाषा हम सब को जोड़ने का कार्य करती है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि वे आई.एम.ए. देखने अवश्य जाएं। इससे युवाओं को सैना में जाने की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी छात्र-छात्राएं उत्तराखण्ड से अच्छी यादें लेकर जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून एजुकेशन हब के रूप में जाना जाता है। उत्तराखण्ड में विभिन्न राज्यों से पढ़ने के लिए बच्चे आते हैं। जिन्हें यहां के लोगों एवं सरकार द्वारा हर सम्भव सहयोग दिया जाता है। हमारे पूर्वजों के त्याग एवं आतिथ्य का भाव की वजह से उत्तराखण्ड की पहचान देवभूमि के रूप में है।
कर्नाटक से आए बहुत से छात्रों ने अपने विचार भी व्यक्त किए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत‘ योजना से भारत के सभी राज्यों को अन्य राज्यों की संस्कृति को जानने व समझने का अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड आकर उन्हें काफी खुशी हुई है। उत्तराखण्ड बहुत ही खूबसूरत है। उन्होंने बताया कि इतनी साफ-सुथरी गंगा देखकर उन्हें बहुत खुशी हुई है।
छात्र-छात्राओं ने लाल बहादुर शास्त्री आई.ए.एस एकेडमी मसूरी, यूकोस्ट, एफआरआई, ऋषिकेश, हरिद्वार एवं ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण भी किया।