पटना। जनता दल युनाइटेड के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वरिष्ठ नेता शरद यादव को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा सकते हैं। यादव नीतीश के भाजपा के साथ हाथ मिला लेने के बाद से नाराज बताये जा रहे हैं। यादव को मनाने के प्रयास जदयू नेताओं के अलावा भाजपा के भी वरिष्ठ नेताओं ने किये लेकिन यादव नहीं माने हैं।
बताया जा रहा है कि शरद यादव के ही कहने पर गुजरात के जदयू विधायक ने कांग्रेस नेता अहमद पटेल को राज्यसभा चुनाव में वोट दिया था। जदयू का वोट निर्णायक साबित हुआ और भाजपा प्रत्याशी की हार हो गयी। नीतीश ने गुजरात प्रकरण के चलते ही पार्टी महासचिव और शरद यादव के करीबी नेता अरुण श्रीवास्तव को पार्टी से निकाल दिया। यादव ने अहमद पटेल की जीत के बाद उन्हें ट्वीट कर बधाई भी दी।
शरद यादव आज से बिहार के दौरे पर हैं और वह लोगों से मिलने के लिए एक यात्रा पर निकलने वाले हैं। नीतीश कुमार का मानना है कि पार्टी नेताओं को कार्यक्रम तय करने से पहले पार्टी से मशविरा करना चाहिए। ऐसे में शरद यादव को पार्टी अनुशासन भंग करने के नाम पर पार्टी से निकाले जाने के प्रबल आसार हैं।