हरिद्वार: दिवंगत अभिनेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद खन्ना की अस्थियों को शुक्रवार को उनके पुत्र साक्षी खन्ना ने विधि विधान के साथ गंगा में विसर्जित किया। अस्थियां विसर्जित करने आया पूरा परिवार अन्य कर्मकांड दीपदान, नारायण बलि आदि के लिए शनिवार तक हरिद्वार में ही रहेगा।
27 अप्रैल को लंबी बीमारी के बाद अभिनेता विनोद खन्ना की मौत हो गई थी। शुक्रवार को विनोद खन्ना की अस्थियां लेकर उनकी पत्नी कविता खन्ना, पुत्र साक्षी खन्ना, पुत्री श्रद्धा खन्ना और भाई प्रमोद खन्ना हरकी पैड़ी पहुंचे। यहां उनके तीर्थ पुरोहित गोपाल कृष्ण पटवर, अरुण कुमार पटवर, संजय पटवर तथा साकेत झा ने विधि विधान अभिनेता की अस्थियां गंगा में प्रवाहित कराई।
पुरोहित गोपाल कृष्ण पटवर ने बताया कि पुत्र साक्षी खन्ना ने कर्मकांड कराकर अस्थियां गंगा में प्रवाहित की। अब पूरा परिवार शाम को कुशावर्त घाट पर अखंड दीपक जलाएगा और यह पूरी रात जलता रहेगा। शनिवार को तड़के साक्षी खन्ना गंगा में दीपदान करेगा। इसके बाद कुशावर्त घाट पर ही दिवंगत के पिंडदान, नारायण बलि सहित अन्य कर्मकांड कराने के बाद परिवार वापस मुंबई लौटेगा।
श्रीगंगा सभा ने दी श्रद्धांजलि
स्व. अभिनेता विनोद खन्ना की अस्थियां हरकी पैड़ी पहुंची तो यहां श्रीगंगा सभा के महामंत्री रामकुमार मिश्रा और अन्य पदाधिकारियों ने अस्थि कलश पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
करीब 20 साल पहले हरिद्वार आए थे विनोद खन्ना
तीर्थ पुरोहित गोपाल पटवर ने बताया कि दिवंगत विनोद खन्ना करीब 20 साल पहले पिता स्व. किशनचंद खन्ना की अस्थियां लेकर हरिद्वार आए थे। उस समय भी उन्होंने ही विधि-विधान के साथ उनके पिता की अस्थियां गंगा में प्रवाहित कराई थी।