वीडियो लिंक के जरिए इंडिया टुडे कॉनक्लेव को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ”स्वतंत्रता आंदोलन की तरह ही हमें विकास के लिए एक आंदोलन की जरूरत है, जिसमें सामूहिक आकांक्षाएं देश की वृद्धि को प्रेरित करें।” प्रधानमंत्री ने कहा, ”हम सभी को एक नए भारत के अपने सपने से जुड़ जाना चाहिए, जिसका मंत्र होगा ‘सभी के लिए अवसर’ और भारत का आत्मसम्मान।”
मोदी ने कहा, ”कई दशकों तक हम गलत नीतियों के साथ गलत दिशा में आगे बढ़े। उस वक्त फैसले चुनाव देख कर लिए जाते थे या अधिकारियों की तय धारणा पर आधारित होते थे, लेकिन अब यह बदल गया है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार देश के सामने मौजूद मुद्दों पर संकीर्ण मानसिकता से नहीं बल्कि व्यापक मानसिकता से गौर कर रही है।