मुलाकात के दौरान नीतीश कुमार ने सोनिया गांधी से कहा कि वह राष्ट्रपति पद पर विपक्ष का उम्मीदवार तय करने के लिए गैर भाजपा दलों के नेताओं से बातचीत करें। नीतीश कुमार ने सोनिया गांधी को यह भी बताया कि विपक्षी एकता के लिए उनकी एनसीपी नेता शरद पवार, माकपा नेता सीताराम येचुरी, भाकपा नेता डी राजा से बात हुई है।
भले ही यूपी-उत्तराखंड का चुनाव जीतने के बाद भाजपा के लिए राष्ट्रपति का चुनाव आसान हो गया हो पर नीतीश कुमार, सीताराम येचुरी, लालू प्रसाद जैसे नेता चाहते हैं कि विपक्ष इस चुनाव में मजबूत चुनौती अवश्य पेश करे। इस तरह की सोच रखने वाले नेताओं को लगता है कि इस बहाने भाजपा के खिलाफ विपक्षी कुनबा खड़ा करने में भी मदद मिलेगी। यही वजह है कि विपक्षी एकता के लिए नीतीश कुमार अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ रहे। इसी क्रम में वह एक साल बाद सोनिया गांधी से मिलने उनके निवास पर पहुंचे। सोनिया ने भी बाहर आकर उनकी अगवानी की। दोनों नेताओं के बीच करीब 40 मिनट बातचीत हुई।