समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, उप विदेश मंत्री ओलेग सिरोमोलोतोव ने कहा, “हमें उम्मीद है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और व्हाइट हाउस में उनके प्रशासन के साथ पश्चिमी देश आतंकवाद का मुकाबला करने के अपने दृष्टिकोण को बदलेंगे.”
ओलेग ने कहा, “पश्चिम को अंत में यह अहसास होना चाहिए कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोहरे मापदंड या छिपे एजेंडों को बर्दाश्त नहीं किया जाता और जिस देश में आतंकवाद-रोधी अभियान चलाया जा रहा है, उस देश के कानूनी अधिकारियों को अंतर-सरकारी सहयोग में जरूर शामिल करना चाहिए.”
ओलेग के अनुसार, “अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद से निपटने के लिए विश्व को संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतर्राष्ट्रीय अधिकारों के संरक्षण और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के फैसले के अनुसार एक व्यापक गठबंधन की जरूरत है.”