रक्षा मंत्रालय की अनुदान मांग पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए जेटली ने कहा, “राष्ट्रीय सुरक्षा और राष्ट्रीय तैयारी राजनीतिक मुद्दे नहीं हैं।” जेटली ने कहा, “कुछ ऐसी समस्याएं हैं जो दशकों से बनी हुई हैं और साथ ही साथ कुछ अच्छी व्यवस्थाएं भी दशकों से बनी हुई हैं।”
रक्षा मंत्री ने सदन को भरोसा दिया कि भारतीय सेना राष्ट्रीय सुरक्षा को आसन्न किसी भी खतरे का सामना करने के लिए ‘पूरी तरह से तैयार’ है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार रक्षा खरीद पर तेजी से काम कर रही है और सेनाओं की जरूरत से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
जेटली ने कहा, “सरकारी खरीद प्रक्रिया जारी है। हम इसे तेज करने का प्रयास कर रहे हैं। सेना की किसी भी महत्वपूर्ण जरूरत से समझौता नहीं किया जाएगा, चाहे हमें किसी अन्य व्यय में कटौती करनी पड़े।” इससे पहले कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सरकार रक्षा मंत्रालय पर ध्यान नहीं दे रही है। सिंधिया ने पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के दिल्ली में मौजूद नहीं रहने को लेकर भी सवाल उठाया।