राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा, ”अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मैं भारत और दुनिया की विभिन्न क्षेत्रों की महिलाओं को हार्दिक बधाई और शुभकामना देता हूं।”
प्रणब मुखर्जी ने कहा कि सरकार ने इनके सशक्तिकरण और राष्ट्र निर्माण में इनकी समान हिस्सेदारी के लिए दूरगामी कार्यक्रम और ऐतिहासिक कानून पेश किये और बनाये हैं और इस संबंध में उन्होंने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ कार्यक्रम का जिक्र किया।उन्होंने कहा कि महिलाओं को उनकी आशा, आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए पूरा सहयोग दिया जाना चाहिए और उन्हें सुरक्षा, सम्मान और पूरी समानता मिलनी चाहिए जो उनका पवित्र अधिकार है।
राष्ट्रपति ने कहा कि अपनी अतुलनीय करूणा, सहिष्णुता और कठिन परिश्रम के कारण भारतीय महिलाओं ने देश के विकास और प्रगति में बहुमूल्य योगदान दिया है।
उन्होंने कहा, ”इस दिन मैं भारत के लोगों का आह्वान करता हूं कि वे लैंगिक समानता और सही अथरे में महिला सशक्तिकरण की प्रतिबद्धता की पुष्टि करें।”