देहरादून। वीकएंड पर पहाड़ों की रानी मसूरी का प्राकृतिक सौंदर्य देखने और बर्फबारी का लुत्फ लेने आये सैलानियों के लिए यहंा लगा जाम बड़ी मुसीबत बन गया। कई कई घंटे जाम में फंसे रहने से उनकी यात्रा का मजा किरकिरा हो गया। बेबस सैलानियों के पास ऐसी स्थिति में इंतजार और अपनी बेबसी पर खींजने के सिवाय चारा भी कुछ नहीं है। वह न तो आगे जा पा रहे है और न पीछे लौट पा रहे है।
बीते कल शाम से लगा यह जाम आज भी लगा हुआ है। मसूरी पहंुचने वाले सैलानियों की संख्या का सही अनुमान लगा पाने में नाकाम पुलिस प्रशासन कल से ही स्थिति को सामान्य बनाने की कोशिशों में लगा हुआ है। लेकिन भारी बर्फबारी के कारण और सैलानियों की अधिक संख्या के कारण स्थिति सामान्य नहीं हो पा रही है। उल्लेखनीय है बीते रोज दोपहर बाद मसूरी में हुई भारी बर्फबारी के कारण मसूरी की तरफ सैलानियों का सैलाब उमड़ पड़ा। वहीं रास्ते में जगहकृजगह वाहनों के फंसने से एक बार जो जाम की स्थिति पैदा हुई तो फिर सुबह तक ठीक नहीं हो सकी। बीते कल शाम से ही टै्रफिक पुलिस और सीपीयू ने कुठाल गेट चैकी पर ही वाहनों को रोक दिया था। क्योंकि आगे मसूरी तक वाहनों की लम्बीकृलम्बी कतारें दोनो ओर लगी हुई थी। कुछ सैलानी जो मसूरी के आस पास तक पहुंच चुके थे जाम न खुलता देख अपने वाहनों को साइड लगाकर पैदल ही मसूरी की ओर चल पड़े जिससे रात खुले आसमान की बजाय किसी होटल में गुजारी जा सके।
टै्रफिक पुलिस और सीपीयू रात भर पर्यटकों को होटलों तक पहुंचाने में जुटी रही वहीं सड़कों से बर्फ हटाने के काम में कई जेसीबी मशीनों को भी लगाया गया। मसूरी में आधा फिट से अधिक पड़ी बर्र्फ के कारण वाहनों के संचालन में भारी परेशानियंा हुई। कई वाहन जगह जगह फंस गये तथा कई के फिसलने के कारण समस्याये हो रही है। चार से छह घंटे तक जाम में फंसे रहने वाले इन पर्यटकों मेें व्यवस्थाओं को लेकर भी भारी आक्रोश देखा गया। जो पर्यटक मौसम और बर्फबारी का आनन्द लेने आये थे जाम के कारण उनका पूरा मूड ही चैपट हो गया। आज दोपहर तक कुठालगेट चैकी से जेपी बैंड तक वाहनों की कतारें लगी हुई थी। जेपी बैंड से आगे सिर्फ दुपहिया वाहनों को ही आगे जाने दिया जा रहा था तथा दून से मसूरी तक सिर्फ वाहनो की कतारें थी।
टै्रफिक व्यवस्था को सूचारू बनाने के लिए ट्रैफिक पुलिस और सीपीयू कर्मी जुटे हुए थे और आज मौसम भी साफ है जिसके कारण उम्मीद की जा रही है कि शाम तक स्थिति सामान्य हो सकती है। लम्बा जाम देखकर कुछ पर्यटक तो रास्ते से ही वापस लौट आये और उनकी बर्फबारी देखने की तमन्ना अधूरी रह गयी।